पांच घण्टे की कड़ी मशक्कत के बाद उसरी झरने में फंसे युवक की सही सलामत कर ली गयी रेस्क्यू
गिरिडीह : गिरिडीह के उसरी पर्यटक स्थल वाटरफॉल में शुक्रवार की दोपहर से पानी के बीच फंसे व्यक्ति को आखिरकार पांच घंटे की मशक्कत के बाद गोताखोरों ने रात सवा 10 बजे के आसपास जिंदा और सुरक्षित निकाल लिया। वाटरफॉल से सुरक्षित बाहर निकाले गए व्यक्ति का नाम मो असलम है और वह पास के ही हरदिया गांव का रहनेवाला है।
झरने के पानी के बीच जीवन और मौत से जूझ कर सुरक्षित बाहर आने के बाद असलम ने बताया कि वह शुक्रवार की दोपहर लगभग 2 बजे झरने में स्नान करने आया था। जिस वक्त पहुंचा उस समय झरने में पानी कम था लेकिन अचानक पानी बढ़ गया और वह झरने के पानी में चट्टान पर फंस गया। कहा कि उसने खुद को बचाने के लिए लोगों को आवाज लगाई पर पास में किसी के न रहने से उसे कोई मदद नहीं मिल सकी और वह पानी के बीच चट्टान पर फंसा रहा। शाम लगभग 5 बजे आसपास के ग्रामीण जब उधर आए तो उसे नदी के बीच चट्टान में फंसा देखा और मुफस्सिल थाना की पुलिस को इसकी जानकारी दी।
सूचना मिलने के बाद मुफ्फसिल थाना की पुलिस सक्रिय हुई ओर से उसे बचाने का प्रयास शुरू किया गया। मुफ्फसिल थाना प्रभारी रत्नेश मोहन ठाकुर ने गिरिडीह बीडीओ गौतम भगत से बात किया फिर खंडौली डैम से गोताखोरों को बुलाया गया। पुलिसकर्मियों और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर गोताखोरों ने पांच घंटे की मशक्कत के बाद देर रात को युवक को निकाला। बाद में उसे इलाज हेतु सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मुफस्सिल थाना प्रभारी रत्नेश मोहन ठाकुर ने बताया कि उसरी झरने में फंसे युवक को सुरक्षित निकाल लिया गया है। उन्होंने कहा कि सूचना मिलने के बाद पुलिस सक्रिय हुई और शाम 5 बजे खंडोली के गोताखोरों के साथ वाटरफॉल पहुंची और पानी के बीच चट्टान में फंसे व्यक्ति को निकालने का प्रयास शुरू किया गया। कहा कि झरने में पानी अधिक रहने और अंधेरा होने के कारण बचाव दल को काफी परेशानी हो रही थी। लेकिंन गोताखोरों और स्थानीय लोगों का प्रयास सफल रहा और व्यक्ति को सुरक्षित बाहर निकल लिया गया। उन्होंने बताया कि इसके घरवालों को भी सूचना दे दी गई है। जल्द ही वे आकर इसे ले जाएंगे। उन्होंने खंडौली के गोताखोरों की प्रशंसा करते हुये कहा कि युवक को बचाने में उनकी अहम भूमिका रही है। जिसके कारण युवक सही सलामत बाहर निकाला जा सका है।
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