शनिवार, 28 मार्च 2020

नहाय खाय के साथ लोकआस्था का महापर्व छठ शरू, खरना रविवार को

नहाय खाय के साथ लोकआस्था का महापर्व छठ शरू, खरना रविवार को

        फोटो :  प्रसाद ग्रहण करती छठव्रती    


गिरिडीह :  सूर्योपासना का चार दिवसीय महान पर्व चैती छठ पूजा शनिवार को नहाय खाय के साथ शुरू हुआ। 


चार दिनों तक चलने वाले इस लोक आस्था का महान पर्व के पहले दिन छठव्रतियों ने भले सुबह से ही घरों की साफ सफाई की। स्नानादि से निवृत हो छठव्रती पूरे विधि विधान से अरवा चावल का भात, चने की दाल, कद्दू समेत अन्य कई प्रकार की सब्जी आदि बनाया और छठ मइया और भगवान सूर्य को भोग लगा उसे प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। उसके बाद पूरे परिवार के लोगों के अलावे अडोस पड़ोस के लोग भी उस भोजन को प्रसाद स्वरूप ग्रहण किया।

कोरोना महामारी को लेकर देशव्यापी जारी लॉक डाउन का खासा असर इस पर्व पर देखने को मिला। छठव्रतियों और उनके परिवार के लोगों को लॉक डाउन के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बाजार खुले नहीं थे। सब्जी मंडी भी बंद था। बाबजूद इसके सारी व्यवस्था पूर्ण कर आज पहले दिन के कार्य का निष्पादन किया गया।


रविवार को इस पर्व के दूसरे दिन खरना का आयोजन होगा । जिसमें छठव्रती दिन भर निर्जला उपवास रख सन्ध्या पहर पूरे विधान से अरवा चावल की खीर समेत अन्य प्रकार की भोग बनायेंगी। उसके बाद छठ मइया को भोग अर्पण कर प्रसाद ग्रहण करेंगी। छठव्रती के प्रसाद ग्रहण करने बाद परिवार के लोग व अन्य लोग प्रसाद प्राप्त करेंगे। सोमवार से मंगलवार तक व्रत के तीसरे और चौथे दिन छठव्रती चौबीस घण्टे का उपवास रखेंगी। तीसरे दिन सन्ध्या पहर डूबते सूर्य को अर्ध्य देंगी तथा चौथे दिन अहले सुबह उगते सूर्य को अर्ध्य प्रदान कर व्रती अपने व्रत का पारण करेंगी। इसके साथ ही चार दिवसीय चैती छठ पूजा सम्पन्न होगा।

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