शुक्रवार, 12 जून 2020

पोल्ट्री व्यवसायी से 2.25 लाख लूटने वाले चार अपराधी गिरफ्तार

पोल्ट्री व्यवसायी से 2.25 लाख लूटने वाले चार अपराधी गिरफ्तार
अपराधियों के पास से एक पिस्टल, एक पल्सर बाइक, 4 मोबाइल समेत 55,500 रुपए नगदी बरामद

धनबाद ; बीते 6 जून को पोल्ट्री व्यवसायी से जीटी रोड पर गोविंदपुर के देवली के पास ₹2.25 लाख रुपए लूटने वाले 4 अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अपराधियों के पास से पुलिस ने एक पिस्टल, लूटी गई रकम में से ₹55,500, चार मोबाइल फोन भी बरामद किया है।

इस संबंध में सीटी एसपी श्री आर रामकुमार ने बताया कि 6 जून को सुबह 6:30 से 7:00 के बीच पोल्ट्री व्यवसायी रकम लेकर मुर्गा खरीदने के लिए पश्चिम बंगाल जा रहे थे।

गोविंदपुर देवली के पास वाहन में ईंधन भरा कर वे जैसे ही मुख्य सड़क पर पहुंचे वैसे ही पल्सर बाइक पर सवार अपराधियों ने उनके वाहन को रोका। हथियार का भय दिखाकर मारपीट शुरू की तथा 2 लाख 25 हजार रुपए गाड़ी से निकाल लिया।

कांड का उद्भेदन करने के लिए पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय - 1 सरिता मुर्मू के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। टीम ने टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर राजू सिंह, राजू कुमार, छोटू सिंह एवं रॉकी को गिरफ्तार कर लिया।

सिटी एसपी ने बताया कि घटना की योजना राजू सिंह ने बनाई थी। वहीं छोटू एवं रॉकी का पूर्व में भी अपराधिक इतिहास रहा है। बाकी दोनों अपराधियों का इतिहास खंगाला जा रहा है। सभी अपराधी मधुबन थाना के हैं। राजू सिंह के पास से पुलिस ने हथियार भी बरामद किया है।

अपराधियों के पास से पुलिस ने एक पिस्टल, 55 हजार 500 रुपए नगद, एक पल्सर बाइक, लूट की रकम से खरीदा गया नया विवो कंपनी का मोबाइल फोन तथा तीन अन्य मोबाइल फोन भी बरामद किया है।

पत्रकार वार्ता में सिटी एसपी श्री आर रामकुमार,  सुरेंद्र कुमार, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय - 1 सरिता मुर्मू, गोविंदपुर इंस्पेक्टर सुरेन्दर कुमार उपस्थित थे।

झारखंड में अब नहीं बढ़ेगा लॉक डाउन,16 जून से खुल जायेंगे राज्‍य के जूता और कपड़ा दुकान

झारखंड में अब नहीं बढ़ेगा लॉक डाउन,16 जून से खुल जायेंगे राज्‍य के जूता और कपड़ा दुकान
रांची : झारखंड में लॉकडाउन बढ़ने के चर्चे पर झारखंड सरकार ने पूर्ण विराम लगा दिया है. लॉकडाउन बढ़ाने की खबरों के बीच सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है. अब झारखंड में लॉकडाउन नहीं बढ़ेगा. वहीं मंगलवार से राज्‍य में जूता-चप्‍पल और कपड़े की दुकानें भी खुल जायेगी. 

सरकार ने लॉकडाउन के कारण चरमराई अर्थव्‍यवस्‍था को फिर से पटरी पर लाने की पहल शुरू कर दी है. इसी के तहत राज्‍य सरकार ने दुकानों को खोलने का निर्णय लिया है. मगर इस दौरान कोरोना महामारी को लेकर जारी गाइडलाइल का पालन करना होगा. मास्‍क और सैनिटाइजर का प्रयोग जरूरी होगा. वहीं सोशल डिस्‍टेंसिंग का भी पालन करना होगा.   

बता दें कि 2 जून राज्‍य में सरकार ने कई क्षेत्रों में छूट दी थी. मगर जूता-कपड़ा-सैलून-स्‍पा समेत कई दुकानों को खोलने की इजाजत नहीं दी थी. इसको लेकर राज्‍यभर में कई जगह कपड़ा और जूता व्‍यवसायियों ने प्रदर्शन किया था और दुकानों को खोलने की मांग की थी. इस बावत झारखंड चैंबर ने भी विरोध जताया था. कई विधायकों ने भी व्‍यवसायियों की परेशानी को सरकार तक पहुंचाया था.

बाल मजदूरी प्रथा के खिलाफ एनजीओ ने किया आवाज़ बुलंद

बाल मजदूरी प्रथा के खिलाफ एनजीओ ने किया आवाज़ बुलंद 
गिरिडीह : स्वंय सेवी संस्था बनवासी विकास आश्रम एवं चाइल्ड लाइन बगोदर के सौजन्य से शुक्रवार को विश्व बाल श्रम उन्मूलन दिवस के अवसर बच्चों ने बाल मजदूरी प्रथा के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद किया। ग्राम तिरला में आयोजित उक्त कार्यक्रम में बच्चों को बाल श्रम की समस्या और उसके समाधान हेतु संवेदनशील किया गया।

चाइल्ड लाइन के टीम लीडर श्री विनय पाठक ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व बालश्रम निषेध दिवस पूरे विश्व मे बाल मजदूरी प्रथा के विरोध में मनाया जाता है। झारखंड सहित पूरे भारत में बाल मजदूरी बहुत बड़ी समस्या है। बच्चे भगवान का रूप होते हैं। फिर भी बच्चों से बाल मजदूरी कराया जाता है। गरीब बच्चे रोजी रोटी के लिए स्कूल न जाकर जोखिम भरे काम मे लग जाते हैं। बच्चो के अधिकार का हनन होता है। उन्होंने एक नारा दिया। 

बच्चों का है अधिकार : खेल कूद, पढ़ाई और प्यार। तुम सब बच्चे आज संकल्प लो कि पड़ोस का कोई बच्चा अगर पढ़ाई छोड़ बाल मजदूरी करता है तो तुरंत चाइल्ड लाइन निःशुल्क फोन सेवा 1098 में फोन करो। जहां तक सम्भव हो तुम बच्चे भी मदद करो ताकि वह भी तुम जैसों की तरह स्कूल में पढ़ सके। 

चाइल्ड लाइन टीम सदस्य अंजुम आरा ने कहा कि आज बाल मजदूरी हमारे समाज पर कलंक है। इसे खत्म करने के लिए समाज के हर तबके को आगे आना होगा। साथ ही सरकार को बाल मजदूरी उन्मूलन कानून को सख्ती से लागू करना होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना काल मे बच्चों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। मास्क लगाना बहुत जरूरी है। जब भी किसी वस्तु को छुवें तुरंत 30 सेकेंड तक साबून से हाथ धोएँ। हर व्यक्ति से चार मीटर की दूरी बनाकर रखें। घर मे ही खूब खेलें। बाहर कम निकले। 

बच्चोँ ने भी सावधानी बरतने हेतु लिया संकल्प 
चाइल्ड लाइन सब सेन्टर बगोदर के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम  में सामाजिक दूरी का पालन किया गया। इस कार्यक्रम में वे बच्चे जो अभी घर पर रहकर ऑनलाइन माध्यम से अपनी पढ़ाई को जारी रखे हैं तथा इस कोरोना महामारी में अपने अगल बगल के लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं वे बच्चे आज चाइल्ड लाइन के टीम के साथ अपना अनुभव को बांटा तथा बाल मजूदरी जैसी कठीन समस्या पर अपना विचार व्यक्त किया बैठक के दौरान बच्चों ने कहा कि बाल मजदूरी जैसी समस्या पर हम सब को एक होकर लड़ना होगा  बैठक में इन बच्चियों ने भाग लिया सपना कुमारी, काजल कुमारी, बिना कुमारी, भारती कुमारी, सुषमा, सुस्मिता, मीना, रीना, देवंती ,भूमिका कुमारी आदि।

खुद को कोरोना संदिग्ध बता युवक ने बैंक में मचवाया हड़कम्प

खुद को कोरोना संदिग्ध बता युवक ने बैंक में मचवाया हड़कम्प
गिरिडीह : शहर के मकतपुर स्थित एसबीआई के मुख्य शाखा में शुक्रवार को उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक युवक ने खुद को कोरोना संदिग्ध मरीज बता ब्लड सैम्पल अस्पताल में देकर बैंक पहुंचने की बात कही। 

युवक ने बैंक काउंटर में बैठे कर्मी से अपना बैंकिंग कार्य शीघ्र निष्पादन करने की बातें कही। इसके बाद बैंक में अफरा-तफरी मच गयी। घटना के बाद मुख्य प्रबंधक नवनीत कुमार के निर्देश पर पूरे बैंक को सैनिटाइज किया गया। 

जानकारी के अनुसार शुक्रवार दोपहर करीब 1 बजे एक युवक एसबीआई की मुख्य शाखा में प्रवेश किया और लाइन में न लगकर सीधे काउंटर पर पहुंच पासबुक अपडेट करने की बात कहा। जब काउंटर पर बैठा बैंककर्मी लाइन में आने को कहा तो युवक बैंक कर्मी से कहा कि वह कोरोना का संदिग्ध मरीज है और सदर अस्पताल से सैंपल देकर आया है। ऐसे में वह अधिक देर तक खड़ा नहीं हो सकता। युवक के मुंह से यह सुनकर बैंक परिसर में  मौजूद लोगों के होश उड़ गये। पूरे बैंक में हड़कंप मच गया। 

अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया।  इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने युवक को बैंक से बाहर निकलने को कहा। सुरक्षा कर्मियों के कहने पर युवक बैंक से बाहर निकल गया।बैंक के अंदर और बाहर करीब एक घंटे तक रहा अफरा तफरी का माहौल बना रहा। स्थिति जब सामान्य हुई, तो युवक को काफी तलाशा गया लेकिन वह नहीं मिला। 

इस दौरान पूरा बैंक परिसर सेनिटाइज्ड किया गया। तब बैंक में मौजूद अन्य ग्राहकों /लोगो को राहत मिली। घटना के बाबत जब सिविल सर्जन डॉ अवधेश कुमार सिन्हा से पूछा गया तो उन्होंने इस तरह किसी भी युवक का सैंपल लिए जाने की बात से साफ इनकार किया। 

महानगरों से लौट गांव में चला रहा कुदाल, आखिर गांव की मिट्टी ही काम आयी

महानगरों से लौट गांव में चला रहा कुदाल, आखिर गांव की मिट्टी ही काम आयी
गिरिडीह : गांव की मिट्टी में खेलकूद कर बड़े हुए युवाओं ने रोटी की तलाश में महानगरों और बड़े शहरों की राह पकड़ ली थी। वे बाहर में नौकरी कर परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे। गृहस्थी की गाड़ी आराम से चल रही थी। 

गांववालों के लिए वे मोहन, श्याम, रामू, दीपू ..से परदेसी बाबू बन गए थे। महानगरों और बड़े शहरों में रहकर दो वक्त की रोटी के लिए इस कदर पसीना बहाने में मशगूल हुए कि गांव की मिट्टी और अपनों से दूर होते चले गए थे, लेकिन एक झटके में वे फिर गांव की मिट्टी से जुड़ गए हैं। अपनों के करीब भी आ गए हैं। हम बात कर रहे हैं उन प्रवासी मजदूरों की जो लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण को लेकर वापस अपने-अपने गांव लौट आए हैं। कोरोना के खौफ के बीच अब वे गांव में ही रोजी-रोजगार में जुट गए हैं। 

इनमें वैसे लोग भी हैं जो महानगरों में बड़ी-बड़ी कंपनियों में एसी रूम में बैठक कर काम करते थे, लेकिन गांव में वे भीषण गर्मी और तेज धूप के बीच मिट्टी काटने में भी कोई गुरेज नहीं कर रहे हैं। सदर प्रखंड के सुदूर ग्रामीण क्षेत्र बजटो पंचायत में वापस लौटे प्रवासी मजदूर भी अब गांव में ही मजदूरी करने लगे हैं। मनरेगा की योजनाओं में वे काम कर परिवार के लिए अर्थोपार्जन करने में जुटे हैं।

मनरेगा ने दिया सहारा : बजटो में मनरेगा के तहत हो रहे कूप निर्माण कार्य में कई मजदूर काम कर रहे थे, जिनमें दूसरे प्रदेशों से वापस लौटे युवक भी शामिल थे। कोरोना संकट के कारण बाहर से काम धंधा छोड़कर बाहर आने के बाद हताश और निराश होकर घर में बैठ गए थे। उन्हें परिवार के भरण-पोषण की चिता सताने लगी थी, लेकिन इन परदेसी बाबुओं की चिता और परेशानी को दूर करने में मनरेगा ने अहम भूमिका निभाई है। परदेसी बाबू जॉब कार्ड बनवाकर मनरेगा की योजनाओं में काम करने लगे हैं।

पांच दिवसीय ऑनलाइन मध्यस्थता स्पेशल ड्राइव में 115 मामले चिन्हित

पांच दिवसीय ऑनलाइन मध्यस्थता स्पेशल ड्राइव में 115 मामले चिन्हित
गिरिडीह :   कोरोना वैश्विक महामारी के संकट काल में कुटुंब न्यायालय गिरिडीह द्वारा पारिवारिक मामलों से संबंधित वादों में पांच दिवसीय ऑनलाइन मध्यस्थता स्पेशल ड्राइव का आयोजन  8 से 12 जून  तक व्यवहार न्यायालय परिसर में किया गया। इस  स्पेशल ड्राइव में कुल 115 पारिवारिक मामलों को चिन्हित कर मध्यस्थता केंद्र जिला विधिक सेवा प्राधिकार में भेजा गया। 

 प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार गिरिडीह  दीपक नाथ तिवारी के निर्देश पर ऑनलाइन मेडिएशन स्पेशल ड्राइव को सुचारू रूप से संचालित करने हेतु गिरिडीह न्याय मंडल के कुल 7 प्रशिक्षित मध्यस्थों को इस कार्य हेतु नामित किया गया था। जिनमे कामेश्वर प्रसाद यादव, गिरीश प्रसाद, श्यामदेव राय, राम रतन शर्मा, श्रीमती उर्मिला शर्मा, श्रीमती विभा रानी प्रसाद एवं श्रीमती रेनू वर्मा शामिल थीं। 

ऑनलाइन मध्यस्थता स्पेशल ड्राइव के अंतिम दिन शुक्रवार को कुल 23 मामलों में पक्षकारों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत की गई, जिनमें से 15 मामलों में पक्षकारों ने सुलह- समझौता के आधार पर अपने वाद का निष्पादन करवाने में अपनी सहमति जताई। इस पांच दिवसीय ऑनलाइन मध्यस्थता स्पेशल ड्राइव कार्यक्रम के दौरान कुल 115 चिन्हित मामलों में से 50 मामलों में  समझौते के आधार पर सुलह  किया गया। इनमें से 25 मामलों  में पति पत्नी ने अपना पारिवारिक जीवन एक साथ बिताने के लिए सहमत हुए और अपने मामले का निष्पादन किया। 

        समापन समारोह को संबोधित करते हुए प्रधान जिला जज दीपक नाथ तिवारी ने कहा कि इस संक्रमण काल में पारिवारिक मामले में मध्यस्थता स्पेशल ड्राइव का ऑनलाइन तकनीक से आयोजन काफी रहा। इसकी सफलता के लिये उन्होंने सभी जुड़े लोगों को बधाई दिया।

   इस मध्यस्थता स्पेशल ड्राइव कार्यक्रम में कुल निष्पादित 50 मामलों में से 25 मामलों में पति पत्नी ने  अपना पारिवारिक जीवन साथ बिताने का संकल्प लिया है, यह बहुत ही सराहनीय पहल है।
इस कार्यक्रम की सफलता में कुटुंब न्यायालय के कर्मी, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कर्मचारियों तथा चिन्हित मामलों में प्रतिनियुक्त पारा लिगल वॉलिंटियर्स की भूमिका सराहनीय रही।

बाइक से गिरी महिला, ट्रक के नीचे आने से दोनों पैर हुआ घायल

बाइक से गिरी महिला, ट्रक के नीचे आने से दोनों पैर हुआ घायल

गिरिडीह/सरिया : सरिया स्थित झंडा चौक के पास शुक्रवार की सुबह बगोदर से बिरनी की ओर जा रही एक बाइक पर सवार महिला असंतुलित होकर गिर गई। उसी दौरान पीछे से आ रही राजधनवार की ओर जा रही एक ट्रक की चपेट में आ गई। जिसमे उक्त महिला का दोनों पैर बुरी तरह जख्मी हो गया।

घटना के संबंध में बताया जाता है कि सुनील कुमार नामक एक युवक अपनी  40 वर्षीय पत्नी के साथ नावाडीह फुसरो से अपनी बाइक  जे एच 12 के 4149 से कोडरमा जा रहा था। इसी बीच प्लस टू उच्च विद्यालय सरिया के पास बाइक में सवार महिला असंतुलित होकर गिर पड़ी और धनवार की ओर जा रही ट्रक जे एच 02 ए एस 1133 की चपेट में आ गई। जिस कारण महिला का दोनों पैर पूरी तरह कुचल गया। 

वहीं मौका देखते ही ट्रक ड्राइवर ट्रक छोड़कर भाग गया। घटना की सूचना मिलते ही सरिया पुलिस वहां पहुंची तथा 108 एंबुलेंस के माध्यम से महिला को उचित इलाज हेतु बाहर भेज दिया गया।वहीं ट्रक तथा बाइक को सरिया पुलिस अपने कब्जे में कर ली है।

जरूरतमंदो की मदद मे जुटे हैं अभिनेता "सत्येन्द्र कुमार सिंह"

जरूरतमंदो की मदद मे जुटे हैं अभिनेता "सत्येन्द्र कुमार सिंह"
मुंबई l कोरोना वैश्वीक महामारी व लॉकडाउन के कारण पूरे देश भर में मजदूरो का पलायन जारी हैं l जिसके चलते देश भर से लोग अपने अपने घर लौटने की कोशिश कर रहे हैंl विपत्ति के इस घड़ी में कुछ बड़े नाम सामने आ रहे हैं जो प्रवासीयो को उनके घर जाने मे मदद कर रहे हैं l उसी मे एक नाम भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार "सत्येन्द्र कुमार सिंह" का भी सुमार हैं।

 बता दें कि अभिनेता "सत्येन्द्र कुमार सिंह" मुंबई में फंसे प्रवासीयो को सही सलामत उनके घर भेजने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैंl अभिनेता "सत्येन्द्र कुमार सिंह" के पीआरओ "आर्यन पांडे" की माने तो अभिनेता सत्येन्द्र सिंह बिना किसी दिखावे के लोगों की मदद मे लगे हुए हैl उनका मानना है की मदद और दान गुप्त होना चाहिए न की सार्वजनिक l 

फिल्म "गाँव के लाल" से बतौर हीरो अपने कैरियर की शुरुआत करने वाले अभिनेता "सत्येन्द्र कुमार सिंह" अभी तक आधा दर्जन भर से ज्यादा फिल्मे कर चुके हैंl जिसमे गाँव के लाल, पावर ऑफ दहसत, शुद्र द रक्षक, इश्क का रोग, वादा कर ले साजना, रांझणा आदि प्रमुख हैंl जबकी आधा दर्जन से ज्यादा फिल्मे वह इस साल करने वाले हैंl जिसमे पड़ोसन, रांझणा 2, सूर्या, राज तंत्र आदि प्रमुख हैं l अभी हाल ही में लॉकडाउन के पहले रिलिज हुई फिल्म "पावर ऑफ दहसत" सुपरहिट रही हैंl जिससे दर्शकों की नजरे इस यूथस्टार पर टिकी हुई है l 

पीआरओ "आर्यन पांडे" से एक खास बातचीत में अभिनेता "सत्येन्द्र कुमार सिंह" ने बताया की इन दिनों मुंबई में बाहर से आये प्रवासीयो की हालत गंभीर हैं! बड़ी संख्या में लोग यहाँ फंसे हुए हैं l बताया कि जैसे सोनू सूद बिना दिखावे के लोगों की मदद मे दिन रात लगे हुए हैं वैसे की हमारी भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के लोगों को भी मदद के लिए आगे आना चाहिए l खैर जितना मुझसे हो सके उतना मै सहयोग के लिए तत्पर हूँ l उम्मीद करता हूँ की जल्द् ही सभी प्रवासी अपने अपने घर सही सलामत पहुँच जाएंगे!

गुरुवार, 11 जून 2020

बड़ी संख्या में कोरोनो पोजेटिव मिलने से गिरिडीह वासियों में दहशत

बड़ी संख्या में कोरोनो पोजेटिव मिलने से गिरिडीह वासियों में दहशत

गिरिडीह:  जिले में एक दिन में18 कोरोना पॉजिटिव  मिलने से दहशत का मौहाल व्याप्त हो गया है।

 गिरिडीह के सिविल सर्जन डॉ अवधेश कुमार सिन्हा ने बताया कि गिरिडीह सदर प्रखंड में 5 , बेंगाबाद प्रखंड में 1 , डुमरी प्रखंड में 1 ,पीरटांड़ प्रखंड में 4 एवं राजधनबार प्रखंड में 7 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला है।

 स्वास्थ्य विभाग की अलग अलग टीम सभी पॉजिटिव मरीज को लाने के लिए रवाना हो गई है। सभी का इलाज कोविड अस्पताल बदडीहा में चलेगा। उन्होंने बताया कि सभी कोरोना पॉजिटिव प्रवासी है। 

इधर गिरिडीह डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने सभी कंटेन्मेंट जोन में कर्फ़्यू लगाने का आदेश सम्बन्धित तीनो अनुमंडल पदाधिकारी को दिया है। सभी स्थानों का सेनेटाइजेशन काभी आदेश दिया है।

गिरिडीह जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 53 हो गई है। 20 मरीज स्वस्थ हो कर घर जा चुके हैं। एक व्यक्ति की मौत हुई है जबकि शेष का इलाज चल रहा है।

 सभी 18 कोरोना पॉजिटिव मरीजों  को बदडीहा स्थित एएनएम हॉस्टल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा है। 

सदर प्रखंड से मिले 5 मरीज

सदर प्रखंड के महुआटांड़, बंशीडीह, हजारीबाद, एसएच और चुंजका से एक-एक पॉजिटिव मरीज मिला है। इन इलाकों में मिले मरीज 18 से लेकर 30 की उम्र के हैं।

धनवार प्रखंड में मिले 7 मरीज

बुधवार को आए रिपोर्ट में सबसे अधिक पॉजिटिव मरीज धनवार में मिले हैं। इन मरीजों में 5 महिला भी शामिल है। धनवार के कटारियाटांड में 3 मरीज है, जबकि केंदुआ, जेरुआडीह, जेमाडीह और तुलमलकी से एक एक पॉजिटिव मरीज मिले हैं।

पीरटांड़ प्रखंड में 4 पाये गये हैं

प्रखंड के कर्णपुरा से 3 और पालगंज के कपारडीह में एक युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

डुमरी और बेंगाबाद प्रखंड से एक-एक कोरोना मरीज

बेंगाबाद प्रखंड के पतरोडीह में एक युवक और डुमरी प्रखंड के खुदिसार में एक 38 वर्षीय शख्स की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

बुधवार, 10 जून 2020

36 घण्टे से महिला समेत उसकी तीनों पुत्रियों की लाश थी कुंए में : पोस्टमार्टम रिपोर्ट

 36 घण्टे से महिला समेत उसकी तीनों पुत्रियों की लाश थी कुंए में : पोस्टमार्टम रिपोर्ट
गिरिडीह : जिले का गांवा के मंझने गांव स्थित एक कुएं से बुधवार की सुबह मिले महिला समेत उसकी तीन बेटियों के शव का पोस्टमार्टम रिपोर्ट बता रहा है कि लाश 36 घण्टे से कुंए में पड़ी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार चारों की मौत पानी में डूबने से हुई है। कुएं में चारों के शव पड़े हुए 36 घंटे के करीब हो चुके थे।

इधर, बुधवार को सारा दिन गांवा में शोक का माहौल रहा।  गांवा थाना पुलिस हत्या के आरोपी पति दीपक चौधरी को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है।फिलहाल पुलिस किसी निष्कर्ष पर अब तक नहीं पहुंच पाई है। घटना के बाद एसपी सुरेन्द्र झा और खोरीमहुआ के एसडीपीओ नवीन सिंह भी मंझने गांव पहुंच पूरे वस्तु स्थिति का जायजा लिया।

मृतिका रूबी देवी के भाई पवन चौधरी ने बताया कि उसका बहनोई शराबी प्रवृति का है। अक्सर बहन को मायके से पैसे लाने का दबाव बनाता था। 10 दिन पूर्व ही उसकी बाईक दुर्घटनाग्रस्त हो गयी थी और हादसे में उसकी पांव जख्मी हो गया था। उस वक्त भी इलाज के लिए पांच हजार ससुराल वालों ने दिये थे। पति द्वारा पैसे लाने के दबाव का विरोध करने पर पति अक्सर उसे तीन बेटियों के जन्म देने पर ताना मारा करता था। 

इसी गुस्से में आकर मृतिका अपने तीनों बेटियों छह वर्षीय अमृता कुमारी, तीन वर्षीय रीतिका कुमारी और दो वर्षीय गुंजन कुमारी को लेकर मायके के लिए निकली। मृतिका अपनी तीनों बेटियों के साथ मंगलवार को ससुराल से निकली थी। मृतिका के भाई पवन को उसके बहनोई ने मंगलवार दोपहर तीन बजे पत्नी के मायके जाने की जानकारी दी। पति से विवाद के बाद मृतिका रूबी देवी अपनी तीनों बेटियों को लेकर ससुराल से मायके आयी थी। 

इस बीच बुधवार की सुबह चारों का शव महिला के मायके में कुएं से बरामद किया जाना गिरिडीह पुलिस को परेशान कर रहा है।  मृतिका रूबी देवी के पिता के आवेदन पर गांवा थाना में आरोपी पति दीपक चौधरी व उसके भाई के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने मृतका के पति को हिरासत में ले लिया है और पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।

 

तीन बेटियों संग कुएं में तैरती मिली माँ की लाश, मायके वालों लगाया हत्या का आरोप, पति गिरफ्तार

तीन बेटियों संग कुएं में तैरती मिली माँ की लाश

मायके वालों ने लगाया ससुराल वालों पर हत्या का आरोप, पति गिरफ्तार


तीन बेटियों का जन्म बना विवाहिता की हत्या का कारण 


गिरिडीह:  गिरिडीह जिले के परसन ओपी क्षेत्र में तीन बच्चों संग मां के जिंदा जलने की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि गांवा थाना क्षेत्र के मंझने सिराबाद में बुधवार की सुबह तीन बेटियों संग एक मां की लाश कुंए में तैरती मिली। जिससे पूरे इलाके में एक बार फिर सनसनी फैल गयी है। 

इस घटना में मृतका के मायके वालों ने आरोप लगाया है कि ससुराल वालों ने महिला और उसके तीनो बेटियों की हत्या कर लाश कुंए में डाल दिया है।

क्या है मामला :

गावां थाना क्षेत्र के मंझने पंचायत के सिराबाद गांव में बुधवार की सुबह बीच खेत में बने एक कुएं से तीन मासूम बच्चियों के साथ एक 30 वर्षीय महिला की लाश मिली है। शव की पहचान मंझने पंचायत के चिंहुटिया निवासी प्रकाश चौधरी की 30 वर्षीय विवाहित पुत्री रूबी देवी और उसकी तीन पुत्री अमृता कुमारी (7 वर्ष), ऋतिका कुमारी (4 वर्ष) और गुंजन कुमारी (2 वर्ष) के रूप में हुई है। सूचना पाकर पुलिस घटनास्थल पहुंची और लाश को जब्त कर थाने ले आयी है। जिस कुंए से लाश बरामद हुई है,उसकी गहराई मात्र 7 फीट है जबकि उसमें पानी मात्र 4 फीट ही है। कुंए से बरामद महिला और दो बच्चियों के शव में मुंह से खून निकलने के निशान मिले हैं। इससे सभी की हत्या कर शव को कुंआ में डालने की आशंका जाहिर की जा रही है।

तीन बेटियों का जन्म बना विवाहिता की हत्या का कारण :

मृतका की मां यमुनी देवी ने बताया कि मृतका रूबी देवी की शादी कोडरमा जिले के सतगावां थाना क्षेत्र के बासोडीह निवासी दीपू चौधरी के साथ हुई थी। शादी के बाद जब उसे पहली पुत्री हुई उसी समय से ससुराल वाले उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिए।  जबसे रूबी ने तीसरी संतान के रूप में भी बेटी को ही जन्म दिया तब से दामाद दीपू चौधरी उसे बुरी तरह पीटा करता था। दस दिन पूर्व भी दामाद ने उसके साथ मारपीट की थी। सूचना पर मायके वाले गए तो यह हमलोगों का आपसी मामला है। आपलोग अपना काम कीजिए,  बीच में मत पड़िए कह कर दामाद दीपू ने रूबी के मायके वालों को घर से बाहर कर दिया। जब वे लोग वापस आ गए तो पुनः मारपीट करते रहा। 

मृतका की मां ने बताया कि मंगलवार को दोपहर 3 बजे दामाद दीपू चौधरी फोन कर बताया कि वह जुआ खेल रहा था इस बात को लेकर रूबी की उसके साथ झगड़ा हुआ और रूबी अपनी तीनों बेटी को साथ लेकर कंही चली गई है। जानकारी मिलने पर मायके वाले रूबी को ढूंढने लगे पर उसका कंही कोई पता नहीं चला। बुधवार की अहले सुबह मंझने पंचायत के सिराबाद में एक कुंए में तीन बच्ची व महिला की लाश मिली है। कुंए में लाश मिलने की खबर जंगल मे आग की तरह इलाके में फैली और देखते ही देखते कुँए पर लोगों की भीड़ जमा हो गयी। पुलिस भी पहुंची और लाश को कुंए से निकला। तब उसकी शिनाख्त रूबी और उसकी तीन बेटियों के रूप में हुई। यमुनी देवी ने दामाद दीपू पर अपनी पुत्री रूबी और उसकी तीनों बेटियों की हत्या करने का आरोप लगाया है।

पुलिस ने लिया पति को हिरासत में :

घटना कि सूचना मिलते ही घटना से आक्रोशित मायकेवाले कुछ युवक बोलेरो से मृतका रूबी देवी के ससुराल कोडरमा जिले के सतगावां पहुंच गये और पति दीपू चौधरी को से पकड़कर मारते-पीटते गावां थाना क्षेत्र के चिहुटीया ले आएं।  दीपू चौधरी को चिहुंटिया में देख मृतका की मां व परिजन गुस्से में उसकी पिटाई शुरू कर दी। मौके पर पहुंच गावां थाना की पुलिस ने दीपू चौधरी को भीड़ के चंगुल से बचाकर गिरफ्तार कर थाना ले गई। पुलिस न पहुंचती तो पिटाई से दीपू की माैत भी हो सकती थी। 

भाजपाइयों ने मोदी सरकार के सफलता पूर्वक एक वर्ष बीतने पर किया पर्चा वितरण

भाजपाइयों ने मोदी सरकार के सफलता पूर्वक एक वर्ष बीतने पर किया पर्चा वितरण


गिरिडीह :  मोदी सरकार के सफलतापूर्वक एक वर्ष पूर्ण होने पर गिरिडीह के भासजपाइयों ने पूर्व विधायक निर्भय कुमार शाहाबादी के नेतृत्व में लोगो के बीच पर्चा व प्रधानमंत्री का पत्र वितरित किया। पर्चा वितरण डॉक्टर लेन से प्रारम्भ होकर कचहरी रोड, टावर चौक से कालीबाड़ी होते हुए मकतपुर में समाप्त हुई। इस पत्र वितरण कार्यक्रम के दौरान पूर्व विधायक ने लोगो को मोदी सरकार के द्वारा किये गए कार्यो को विस्तारपूर्वक बताया। 

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार 2 जो की बहुत ही प्रभावशाली और चुनौती पूर्ण रहा है।इस अवधि मे जनादेश शासन की गति, सरकारी योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुच, मजबूत बुनियादी ढांचा और दशकों से लटके मुद्दों के समाधान को उच्च प्राथिमिकता दी गयी।

कहा कि वर्तमान मोदी सरकार के द्वारा कई ऐतिहासिक निर्णय कर उसे संसद में पारित कर देश मे कानून के रूप में लागू किया।जिसमें सर्वप्रथम अनुच्छेद370 का हटना, नागरिकता(संसोधन) अधिनियम2019, राममंदिर का निर्माण का मार्ग प्रशस्त होना, देश से तीन तलाक को हटाना, सिख समुदाय के पवित्र तीर्थ स्थल करतारपुर गलियारा राष्ट्र को समर्पित करना, बुरु-रियांग समझौता, बोडो समझौता पूर्ण हुआ।

इतना ही नही वर्तमान मोदी सरकार के द्वारा कई ऐतिहासिक निर्णय लेकर उसे संसद में पारित कर देश मे कानून के रूप में लागू किया। जिसमें सर्वप्रथम अनुच्छेद370 का हटना, नागरिकता(संसोधन) अधिनियम2019, राममंदिर का निर्माण का मार्ग प्रशस्त होना, देश से तीन तलाक को हटाना, सिख समुदाय के पवित्र तीर्थ स्थल करतारपुर गलियारा राष्ट्र को समर्पित करना, बुरु-रियांग समझौता, बोडो समझौता पूर्ण हुआ।

विश्व व्यापी संकट कोविड 19 और उसके प्रबंधन में मोदी सरकार द्वारा जनता कर्फ्यू लगाना और उसका देशवासियों के द्वारा सम्पूर्ण पालन करना, लौकडाऊन से पहले हज़ारो देशी और विदेशी नागरिकों को बचाया गया, 30 देशो में फंसे लगभग 75000 देशवासियों को वापस भारत लाया गया। प्रवासी मजदूरों को मई 2020 तक 3840 श्रमिक ट्रेन चला कर 52 लाख से अधिक लोगो को उनके गृह राज्य  भेजा गया।

इस अवसर पर  कार्यक्रम के संयोजक डॉक्टर राजेश पोद्दार, सह संजोक सौरभ मिश्रा, महापौर सुनील कुमार पासवान,दिनेश यादव,नगर कार्यक्रम प्रभारी सिंकू सिन्हा नगर अध्यक्ष सदानंद वर्मा,संजय सिंह,रंजन सिन्हा,राजेश जायसवाल,संजीत सिंह पप्पू संत कुमार लल्लू, संदीप डंगायच,दीपक स्वर्णकार, नीलू सिन्हा,हबलु गुप्ता,सुमित सिंह,सदानंद राम,सीताराम वर्मा,सुमन सिन्हा,प्रकाश दास,पंकज गुप्ता, मनोज मोर्या, सतेंद्र कुमार,वीरेंद्र वर्मा मौजूद थे।