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शुक्रवार, 29 मई 2020
मृतक के कोरोनो पोजेटिव रिपोर्ट आने से पूरा गांव में दहशत, गांव सील कर किया गया सैनेटाइज

जमीन विवाद में मारपीट, दो दर्जन लोग घायल

गिरिडीह प्रधान डाकघर धोखाधडी मामले की जांच हेतु मुख्यमंत्री ने दिया सीबीआई जांच की स्वीकृति

क्षतिग्रस्त बिजली सेवा को बहाल करने की विधायक ने किया पहल

साइबर अपराधियों का नया हथकंडा, अब 12वीं के छात्रों को बना रहे निशाना

थाने में तांडव मचाने वाली महिला को पुलिस ने किया पति संग गिरफ्तार
थाने में तांडव मचाने वाली महिला को पुलिस ने किया पति संग गिरफ्तार
* जांच में जुटी पुलिस
घायल महिला पुलिसकर्मी
गिरिडीह : मुफ्फसिल थाना में गुरुवार को एक महिला ने जमकर हंगामा किया। उसने थाना में महिला पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की और एएसआइ राजेश्वरी कुमारी को दांत से काट कर उन्हें जख्मी कर दिया और थाना में रखे कुर्सी-टेबल तोड़ डाले।
महिला का नाम परीणीति भास्कर है। वह पचंबा थाना के हरिचक से ज़ामीन विबाद का केस सुलझाने अपने पति निशांत भास्कर के साथ कार नंबर जेएच 24बी- 8850 से थाने में आयी। महिला खुद को इंटरनेशनल ह्यूमन राइट संघ की जिलाध्यक्ष बता रही थी। इस दौरान थाना महिला ने प्रभारी को ही आइपीसी का पाठ पढ़ाना शुरू कर दिया और उन्हें देख लेने की धमकी देते हुये थाना प्रभारी के चैम्बर के टेबल में रखे सारे कागजात इधर-उधर बिखेर दिये। इस बीच उक्त स्वंयभू इंटरनेशनल ह्यूमन राइट संघ की जिलाध्यक्ष महिला परिणीति भास्कर को जब एएसआइ राजेश्वरी ने काबू में करने की कोशिश की तो उसने उन्हें दांत से काट लिया। दूसरी एएसआइ हेमा कुमारी जब उसे गिरफ्त में लेने आयी तो महिला ने उन्हें लोहे का रॉड लेकर मारने की कोशिश की।
मुफ्फसिल थाने की पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कार से उतरने के साथ ही वह महिला थाना प्रभारी से मिलने की बात कहकर उनके चैम्बर में घुस गयी और थाना प्रभारी रत्नमोहन ठाकुर से उलझ गयी उन्हें गाली-गलौज करने लगी। करीब 10 मिनट तक थाने में हंगामा चला। जिसमें तीन पुलिसकर्मी घायल हो गये।
पुलिस ने दोनों पति-पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही महिला जिस संगठन से जुड़े होने का दावा कर रही है उसको लेकर भी जानकारी हासिल की जा रही है। परिणीति का कहना है कि जमीन विवाद के निपटारे के लिए वह थाना आयी थी लेकिन उसके साथ सही बर्ताव नही किया गया। इस मामले में सदर एसडीपीओ कुमार गौरव ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है।

गिरिडीह में हुई दिनदहाड़े लूट, एक लुटेरा गिरफ्तार
गिरिडीह में दिनदहाड़े हुई लूट, एक लुटेरा गिरफ्तार
पुलिस गिरफ्त में लुटेरा
गिरिडीह : नगर थाना क्षेत्र के कुटिया रोड में संचालित एक दुकान से लुटेरों ने दिनदहाड़े गल्ला लेकर भागने की घटना को अंजाम दिया। हालांकि दुकानदार ने अपनी सूझ बूझ और हिम्मत के बूते लुटेरों का पीछा किया और एक लुटेरे को धर दबोचने में कामयाब रहा। इस दौरान दबोचे गये लुटेरे के हाथ से दुकान का गल्ला बीच सड़क पर गिर गया। जबकि उसके अन्य साथी इस मौके का फायदा उठाते हुये भागने में सफल रहे।
लूट की घटना को अंजाम दे भागने के क्रम में दबोचे गये लुटेरे ने अपना नाम अविनाश और घर गढ़ाटांड़ बताया है। उसका कहना है कि वह अपने साथी के साथ दुकान पर पैसा मांगने आया था। लेकिन उसके साथी ने उसे गल्ला लेकर भागने को बोला और वह गल्ला लेकर भागने लगा।
इस बीच मामले की सूचना मिलते ही पीसीआर पुलिस मौके पर पहुंची और दबोचे गये युवक को अपने कब्जे में लेकर थाने ले गयी। इस घटना में कितने की लूट हुई इसका खुलासा नही हो पाया है। पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है।

माइका उधोगपतियों संग उपायुक्त ने की बैठक, ढिबरा खनन को बढ़ावा देने पर हुई चर्चा
माइका उधोगपतियों संग उपायुक्त ने की बैठक, ढिबरा खनन को बढ़ावा देने पर हुई चर्चा
बैठक में उपस्थित लोग
गिरिडीह : उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में शुक्रवार को माइका उद्योग से जुड़े जिले के उधोगपतियों और चेंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्यों के साथ बैठक की गई। इस दौरान माइका उद्योग से जुड़े रोजगार से सम्बंधित संभावनाओं समेत विभिन्न बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया। बैठक के दौरान गिरिडीह जिले में बंद पड़े माइका माइंस एवं ढिबरा उद्योगों को पुनर्जीवित करने पर भी विचार विमर्श किया गया।
गौरतलब है कि गिरिडीह जिले में काफी संख्या प्रवासी मजदूरों का आगमन हो चुका है। बाहर से आ रहे प्रवासी मजदूरों को उनके क्वॉरेंटाइन अवधि समाप्त होने के पश्चात उन्हें जिले में ही मनरेगा अंतर्गत रोजगार दिया जाना है। ताकि रोजगार के अभाव में उनके समक्ष जीविकोपार्जन की समस्या उत्पन्न न हो और उनकी जिंदगी प्रभावित ना हो सके। इसके साथ ही गांव में विकास का कार्य भी सुचारू रूप से किया जा सके।
जिला प्रशासन के समक्ष घर वापस लौटे सभी प्रवासी मजदूरों को जिले में ही रोजगार देना सबसे बड़ी प्राथमिकता है। अधिकांश लोगों को मनरेगा अंतर्गत विभिन्न योजनाओं में कार्य दिया गया है तथा अन्य योजनाओं मसलन उद्योग, खनन आदि में रोजगार देने को लेकर प्रशासन आगे की तैयारियां कर रहा है।
बैठक में यह बातें उभर कर सामने आयी कि माइका उधोग में काफी संभावनाएं है। लेकिन फिलवक्त काफी सारे एक्ट के अनुरूप माइका का खनन नहीं हो रहा है। परिणामतः काफी माइंस बंद पड़ी हुई है। जिससे व्यवसायियों को परेशानी हो रही है। ढीबरा खरीदने वाले व्यवसायियों को काफी परेशानी हो रही है।
उपायुक्त श्री सिन्हा ने कहा कि माइका उद्योग का मामला राज्य सरकार के हाथ में है। इस संबंध में पत्र प्रेषित कर सरकार का मार्गदर्शन प्राप्त किया जाएगा। सरकार द्वारा प्राप्त दिशा निर्देश के आलोक में अग्रेत्तर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने माइका एसोसिएशन को निर्देश दिया कि ढिबरा वाहन से संबंधित डंप, जीएसटी बिल, ई-वे बिल से संबंधित रिपोर्ट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। ताकि इस दिशा में सरकार से प्राप्त आदेश के बाद कार्य शुरू किया जा सके।
बैठक में मुख्य रूप से जिला खनन पदाधिकारी, जिला योजना पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधि, माइका एसोसिएशन के प्रतिनिधि तथा अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

गुरुवार, 28 मई 2020
रिश्वत लेते मुखिया व पंचायत सचिव को एसीबी ने किया गिरफ्तार
रिश्वत लेते मुखिया व पंचायत सचिव को एसीबी ने किया गिरफ्तार
मुखिया शंकर पटेलएसीबी की टीम दोनों गिरफ्तार जनप्रतिनिधियों को अपने साथ धनबाद ले गई
पंचायत सचिव अवधेश यादव
गिरिडीह / बगोदर : बगोदर प्रखण्ड के जरमुने पश्चिमी पंचायत के प्रभारी मुखिया शंकर पटेल व पंचायत सचिव अवधेश यादव को धनबाद एसीबी टीम ने गुरुवार को आठ हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों धर दबोचा।
इस सबंध में एसीबी के इंस्पेक्टर केएन सिंह ने बताया की संतरूपी निवासी ललित पासवान से मुखिया तथा पंचायत सचिव द्वारा फाइबर ब्लॉक रोड निर्माण के एवेज में आठ हजार रुपये रिश्वत की मांग की गई थी। ललित पासवान ने इस बात की जानकारी एसीबी धनबाद को लिखित आवेदन के माध्यम से दिया।
उक्त आवेदन के आलोक में ही एसीबी ने उक्त कार्रवाई को अंजाम दिया और दोनों ही रिश्वत मांगने के आरोपियों को रंगे हाथ धर दबोचा। तय तिथि और निर्धारित समय पर ललित पासवान गुरुवार को आठ हजार रुपये रिश्वत देने पहुंचे। ज्योंहि जनप्रतिनिधियों ने रिश्वत की रकम पकड़ी। एसीबी की टीम ने दोनों को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। बाद में एसीबी की टीम दोनों गिरफ्तार जनप्रतिनिधियों को अपने साथ धनबाद ले गई।
विदित हो कि जरमुने पश्चिमी पंचायत के मुखिया संतोष रजक को 14वें वित्त की राशि के दुर उपयोग करने के मामले में दोषी करार देते हुये उनकी वित्तियशक्ति जब्त कर उन्हें तत्काल प्रभाव से मुखिया के पद से तीन माह पूर्व निलबिंत कर दिया गया था। मुखिया सन्तोष रजक के निलंबित होने के पश्चात पंचायत के उप मुखिया शंकर पटेल को जरमुने पश्चिमी के मुखिया का प्रभार मिला था। मुखिया का प्रभार लेने के बाद शंकर पटेल ने रिश्वत की मांग की और गुरुवार को एसीबी के हत्थे चढ़ गया।

मनरेगा ने घर लौटे प्रवासी मजदूरों के चेहरे पर लायी खुशहाली

भयंकर आंधी तूफान ने पहुंचाया मचाया पीरटांड़ में तबाही

मनरेगा से स्वीकृत डोभा निर्माण की राशि निकाली गयी, लेकिन नही बना डोभा
