मंगलवार, 12 मई 2020

लॉकडाउन की बहाने मजदूर अधिकारों पर मोदी सरकार कर रही हमला : एक्टू

लॉकडाउन की बहाने मजदूर अधिकारों पर मोदी सरकार कर रही हमला : एक्टू

गिरिडीह :  लॉकडाउन के बहाने मोदी शासन में श्रम अधिकारों पर हमले जारी हैं। पूंजीपतियों को मदद करने के लिए मजदूरों के काम के घंटे 8 को बढ़ाकर 12 घण्टे कर सप्ताह में 72 घंटे काम करने का नियम बनाना इसका ताजा उदाहरण है। सरकार मजदूरों के अधिकारों को खत्म कर उन्हें फिर से 'दासता के युग' में धकेल देना चाहती है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

उपरोक्त बातें मंगलवार को एआईसीसीटीयू (एक्टू) के राष्ट्रीय पार्षद एवं माले नेता राजेश कु0 यादव ने यूनियन द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए आहूत दो दिवसीय प्रतिवाद कार्यक्रम में शामिल होते हुए कही। वहीं, माले नेता राजेश सिन्हा तथा जिप सदस्य मनोवर हसन बंटी ने कहा कि एक तरफ देश जहां कोरोना से लड़ रहा है तो इसी बीच भाजपा की सरकारें मौके का फायदा उठाकर मजदूरों के खिलाफ निर्णय ले रही हैं। देश लॉकडाउन में है इसलिए वे इसके विरोध में किसी बड़े आंदोलन से बेफिक्र हैं। लेकिन उनका यह कदम देश के मेहनतकश मजदूर वर्ग के साथ एक बड़ी गद्दारी है।

नेताओं ने कहा कि यही नहीं बल्कि भाजपा सरकार इस समय का इस्तेमाल मेहनतकशों को सांप्रदायिकता के आधार पर बांटने के लिए भी कर रही है। ऐसी परिस्थिति में घरों में रहकर भी जन जागरण जरूरी है। सरकार के मजदूर विरोधी निर्णयों का प्रतिकार भी जरूरी है। यही कारण है कि देश भर के मेहनतकश मजदूरों का तबका सोशल डिस्टेंसिंग में रहकर सरकार के इन निर्णयों का विरोध करते हुए मजदूरों के खिलाफ श्रम कानूनों में किए गए सभी संशोधन वापस लेने की मांग कर रहा है।

यूनियन कार्यालय में आयोजित प्रतिवाद कार्यक्रम में राजेश कु0 यादव, राजेश सिन्हा, मनोवर हसन बंटी, अशोक कुमार तुरी आदि ने भाग लिया।


कोरेंटाइन केंद्र में एक समय का भोजन करा रहे हैं समाजसेवी विनोद वर्मा

कोरेंटाइन केंद्र में एक समय का भोजन करा रहे हैं समाजसेवी विनोद वर्मा

जमुआ/गिरिडीह : लाॅकडाउन-3 लागू होने के साथ ही बाहर फंसे मजदूरों की घर वापसी हो रही है। कई मजदूर अभी भी बाहर में फंसे हैं। जो मजदूर ट्रेन, बस या टैक्सी से अपने घर लोट आए हैं। उन्हें जांचोउपरांत होम क्वारंटाइन में रहने का सलाह दिया गया है। 

 सुरक्षा मानकों को लेकर सूरत से हारोडीह लौटे करीब 100 मजदूरों ने गांव के उत्क्रमित मध्य विधालय हारोडीह में ही 14 दिन क्वारंटाइन में रह रहे हैं। इन मजदूरों को कोई सरकारी व्यवस्था नहीं मिलने पर गांव के विनोद वर्मा ने एक समय का भोजन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। शारीरिक दूरी का पालन करते हुए आज चौथे दिन सभी मजदूरों को दाल , भात व सब्जी खिलाया गया । सभी काफ़ी खुश नज़र आ रहे थे । 

वहीं विनोद वर्मा ने कहा कि यहां के जनप्रतिनिधि द्वारा कोई सुविधा मजदूरों को मुहैया नही करवाया गया। इस महामारी में जहां मजदूर बेरोजगार हो गए हैं । उनकी मदद करने को कोई आगे नहीं आ रहे हैं । इसे देखते हुए 14 दिनों तक एक समय का भोजन उपलब्ध करने का निर्णय लिए है । मुखिया हो या विधायक कोई मजदूरों की सहायता नहीं कर रहे हैं । विदित हो कि विनोद कुमार वर्मा भी इन्हीं मजदूरों के साथ चार दिन पूर्व सूरत से लोटे है

गिरिडीह में फिर मिला एक कोरोना पोजेटिव, हुई पुष्टि

गिरिडीह में फिर मिला एक कोरोना पोजेटिव, हुई पुष्टि
गिरिडीह : जिले जिले में एक और कोरोना पॉजिटिव मरीज की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही राज्य में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर165 हो गई है। सिविल सर्जन डॉ अवधेश कुमार सिन्हा ने गिरिडीह के के गांडेय प्रखंड के करीपहरी गांव निवासी 21 वर्षीय एक युवक की कोरोना पॉजिटिव मरीज होने की पुष्टि किया है।  

बताया जाता है कि वह युवक गुजरात के सूरत से वापस लौटा था। उसकी जॉच आदि करा उसे क्वारेंटाईन सेंटर में रखा गया था। मंगलवार को उसकी जॉच रिपोर्ट आयी। जिसमे वह कोरोना संक्रमित पाया गया है।  गौरतलब है कि जिले में अब एक्टिव मरीजों की संख्या 5 हो गई है। वहीं इस संक्रमण से एक महिला मरीज ठीक हो चुकी है।

पूरे गांव को किया गया सेनिटाइज्ड : 

गांडेय के करीपहरी गांव में कोरोना पोजेटिव मरीज की पुष्टि के बाद उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा मंगलवार को गांडेय पहुंच पूरे गांव का जायजा लिया। लोगों से मिलकर उन्हें आवश्यक एहतियात बरतने की सलाह दिया। वंही इस दौरान पूरे गांव को सील कर हर घर को सेनिटाइज्ड किया गया।

जमुआ के चनमनों का है कोरोना पॉजिटिव मरीज, गांव सील

जमुआ के चनमनों का है कोरोना पॉजिटिव मरीज, गांव सील


*किया गया पूरे गांव को सेनिटाइज्ड


गिरिडीह : जिले के जमुआ प्रखंड के चनमनों में एक में कोरोना मरीजों की पुष्टि सोमवार की शाम को हुई।  कोरोना पॉजिटिव मरीज को बेहतर इलाज के लिए एएनएम ट्रेनिंग स्कूल बदडीहा में शिफ्ट किया गया है।  वह पहले से ही स्कूल भवन में बने क्वारनटाइन सेंटर में रह रहा था। कोरोना से संक्रमित पाए जाने वाले व्यक्तियों से जुड़ी जानकारी और ट्रेसिंग प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जा रही है। इसके अलावा किसी के भी आने जाने पर संपूर्ण रूप से पाबंदी लगा दी गई है। साथ ही से जुड़ने वाले सभी मार्गों को पूरी तरह से बंद करते हुए प्रत्येक मार्ग पर दंडाधिकारी व पुलिस बल की तैनाती की गई है।

उपायुक्त ने लिया गांव का लिया जायजा

मंगलवार को उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा व एसपी सुरेन्द्र कुमार झा के द्वारा उक्त गांव का निरीक्षण कर वस्तु स्थिति का जायजा लिया गया। उन्होंने कहा कि चरनमों प्राथमिक विद्यालय क्वारनटाइन में रखें गए कुल व्यक्तियों की संख्या 26 है। इसके अलावा एहतियात के तौर पर स्कूल भवन के चारों तरफ बैरिकेडिंग किया जा रहा है, ताकि स्कूल के अंदर रह रहे बाकी लोग स्ट्रिक्ट क्वॉरेंटाइन में रहे।

वहीं सुरक्षा के दृष्टिकोण से पूरे गांव को सील कर दिया गया है। तथा संक्रमित गांव के नजदीकी गांव मेढो, लताकी एवं सिरसिया को बफर जोन के रूप में चिन्हित किया गया है। इसके साथ ही चिन्हित सभी गांव में लगातार साफ-सफाई, ब्लीचिंग व सैनिटाइजेशन का कार्य प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग व प्रखंड स्तर की टीम द्वारा लगातार माइकिंग के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। ताकि कोई भी ग्रामीण घबराए नहीं, बल्कि सावधानी बरते और सतर्क रहें।

उपायुक्त के द्वारा संबंधित क्षेत्र में बने विभिन्न चेक पोस्ट का निरीक्षण कर विधि व्यवस्था व सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया। साथ ही उन्होंने प्रतिनियुक्त स्वास्थ्य विभाग की टीम, दंडाधिकारी व पुलिस कर्मियों को सतर्कता व सावधानी बरतने का आवश्यक व उचित दिशा निर्देश दिया गया।

जिला प्रशासन कटिबद्ध : उपायुक्त

निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने कहा कि ग्रामीणों की सुरक्षा व सुविधा को देखते हुए गांव को पूरी तरह सील किया गया है। ऐसी परिस्थिति में किसी को भी भोजन या खाद्य सामग्री की किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो इसके लिए जिला प्रशासन कटिबद्ध है। जिला प्रशासन की टीम द्वारा घर-घर राशन सामग्री पहुंचाया जाएगा। इसके अलावा निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि घरों में रहने के साथ ही सामाजिक दूरी का अनुपालन करें।

नागपुर हाईवे पर भीषण दुर्घटना, महिला समेत तीन लोग घायल

नागपुर हाईवे पर भीषण दुर्घटना, महिला समेत तीन लोग घायल
गिरिडीह की एक महिला समेत तीन लोग घायल 
*मुम्बंई से ऑटो से आ रहे थे बगोदर

 बगोदर /गिरिडीह    : लॉकडाउन में परेशान प्रवासी मजदुरो को जब कोई सहारा ओर मदद नही मिला तब प्रदेश में फंसे मजदुर किसी तरह से कोई पैदल तो कोई साइकिल या अपने वाहन से अपने अपने घर के लिए निकल पडे हैं। इसी क्रम में एक परेशान मजदुर जब मुम्बई से ऑटो लेकर अपने घर गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखण्ड अन्तर्गत बेको आने के निकले थे की बीच रास्ते दुर्घटना के शिकार हो गये। 

बता दे की प्रवासी मजदुर ताकेश्वर साव अपने जीजा ओर बहनपुरे परिवार के साथ ऑटो में सवार होकर निकले लेकिन नागपुर के नेशनल हाइवे पथ पर अज्ञात वाहन ने मंगलवार सुबह टक्कर मर दी। जिसे अयनियंत्रित हो कर पल्ट गई और वाहन पर सवार सभी दुर्घटना के शिकार हो गए।  घायलों में गिरिडीह जिले डुमरी थाना क्षेत्र के कुलगो निवासी  सुनिल कुमार,  निशा देवी व बगोदर थाना क्षेत्र के बेको पश्चिमी पंचायत के टाकेश्वर साव शामिल हैं।

लॉकडाउन का एक लंबा समय इस परिवार ने मुम्बंई में ही गुजारा लेकिन डाॅक डाउन का तारीख बढता देख, पैसे की किल्लत होने के चलते सुनिल कुमार ने फैसला किया कि अब अपने घर के लिए निकलना ही भलाई हैं। जिसके बाद अपने ऑटो से ही अपनी बहन और जीजा को लेकर मुम्बई से झारखंड के लिए निकल पड़ा। इसी दौरान मंगलवार सुबह नागपुर नैशनल हाईवे पथ पर  अज्ञात वाहन ने ऑटो में पीछे से जोरदार टक्कर मार दिया।जिससे ऑटो में सवार तीनों मजदुर गंभीर रूप से घायल हो जिनका इलाज नागपुर के एक अस्पताल में चल रहा हैं।

मुखिया ने किया जन वितरण प्रणाली दुकानो का निरिक्षण

मुखिया ने किया जन वितरण प्रणाली दुकानो का निरिक्षण 
पीरटांड़/ गिरिडीह : पीरटांड़ प्रखंड के पालगंज पंचायत के मुखिया कांति देवी ने मंगलवार को जन वितरण प्रणाली दुकानो का निरिक्षण किया ।
 मुखिया कांति देवी कोरेना महामारी को देखते हुए सरकार एवं जिला प्रशासन के निर्देशानुसार पंचायत के सभी पीडीएस दुकानों में जाकर विजिट की और दुकानदारों को निर्देश दी की सभी कार्ड धारियों को प्रत्येक 1 यूनिट पर 10 किलो चावल एवं निशुल्क देने की बात कही और यह भी निर्देश दी की कोरेना संक्रमण महामारी  को देखते हुए सभी कार्ड धारियों लाभुकों को सोशल  डिस्टेंस पालन कराते हुए  ही चावल वितरण करेंगे । 

मुखिया कांति देवी  ने कार्ड धारियों से भी बात की तो कार्ड धारियों ने सहमति जताते हुए कहा  कि निशुल्क प्रत्येक  1 यूनिट पर 10 किलो चावल दिया जा रहा है। मुखिया के साथ मुखिया प्रतिनिधि कोलेसवर  दास, वार्ड सदस्या लूधरी देवी, शिक्षक  रामकिंकर उपाध्याय, अशोक सिंह, मनोज साहू आदि शामिल थे ।

मेयर की अग्रिम जमानत याचिका खारिज, मंडराने लगी है गिरफ्तारी के बादल

मेयर की अग्रिम जमानत याचिका खारिज, मंडराने लगी है गिरफ्तारी के बादल


गिरिडीह : जाति प्रमाण पत्र मामले में गिरिडीह नगर निगम के मेयर सुनील पासवान की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी गई है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश पंचम अनिल कुमार की अदालत में अग्रिम ज़मानत याचिका पर सुनवाई हुई। जिसे खारिज कर दिया गया है।

यह सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई। जिसमें सुनील पासवान के तरफ से अधिवक्ता चुन्नुकांत ने पक्ष रखते हुए बहस की। बता दें कि कोरोना के मद्देनजर नगर निगम की आवश्यक कार्यों के प्रभावित होने की दलील पर गिरफ्तारी पर 10 मई तक रोक लगी थी। मगर जमानत याचिका खारिज होने के बाद अब अदालत द्वारा गिरफ्तारी पर रोक स्वतः समाप्त हो गयी है। जिससे अब सुनील पासवान पर गिरफ्तारी के बादल मंडराने लगे हैं।

गौरतलब है कि 03 मार्च 2020 को मेयर सुनील पासवान के विरूद्घ गिरिडीह सीओ रविंद्र कुमार सिन्हा द्वारा धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। प्राथमिकी में गलत एवं भ्रामक दस्तावेजों पर जाति प्रमाण पत्र बनवाने का आरोप लगाया गया था।

रमजान के मद्दे नजर डीसी एसपी ने लिया शहर का जायजा

रमजान के मद्दे नजर डीसी एसपी ने लिया शहर का जायजा
गिरिडीह :   उपायुक्त  राहुल कुमार सिन्हा और पुलिस कप्तान सुरेन्द्र झा ने मंगलवार को शहर का का जायजा लेते हुये शहर में फ्लैग मार्च किया।

 इस दौरान जहाँ जहाँ दुकाने खुली मिली उनको हिदायत दे कर बन्द करवाया गया। वंही रमज़ान पर्व को देखते हुए चौक चोराहा पर कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। शहर भ्रमण के क्रम में डीसी एसपी ने आम लोहों से लॉक डाउन का पालन  करने की अपील किया।  बैंको में आये पैसे को लेकर उपायुक्त ने कहा कि वह आपका पैसा है आपके खाते में ही रहेगा। इसलिये उन पैसों को निकालने हेतु बैंक में अनावश्यक भीड़ न लगाएं।  लॉक डाउन और सोशल डिस्टनसिंग का  पालन करते हुए बैंक से खाता क्रमांक के अनुसार ही पैसों की निकासी करने हेतु बैंक पहुंचे। 

विदित हो कि जिले के विभिन्न बैंक शाखाओं  में पैसे निकालने वालों की भीड़ उमड़ पड़ती है जिससे सोशल डिस्टनसिंग और लॉक डाउन की धज्जियां उड़ रही है।

श्री कबीर ज्ञान मंदिर ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री राहत कोष मे दिया 5 लाख का सहयोग

श्री कबीर ज्ञान मंदिर ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री राहत कोष मे दिया 5 लाख का सहयोग


गिरिडीह : श्री कबीर ज्ञान मंदिर ट्रस्ट जंहा एक ओर  लॉकडाउन के दौरान जन-कल्याणार्थ कार्यों के तहत ज़रूरतमंदो को आवश्यक वस्तु और उनके लिये भोजन व्यवस्था करने में बढ़ चढ़ कर सहभागी रही। वंही दूसरी ओर मंगलवार को माँ ज्ञान’ द्वारा  प्रधानमंत्री राहत कोष में पाँच लाख एक रुपए का सहयोग भी दिया गया। 



विदित हो कि 25 मार्च से हुए लॉक डाउन की अवधि में ट्रस्ट द्वारा कई-कई चरणों में अनाज एवं अन्य जीवन उपयोगी सामग्रियां  जैसे-चावल-दाल, आटा, तेल, हल्दी, नमक, मिर्च, मसाला, साबुन, बिस्कुट, आलू, चीनी, गुड़, चना, सोयाबीनबड़ी आदि का भरपूर वितरण किया गया। यह वितरण विशेष रुप से वार्ड नंबर 11,12 एवं 13 के अभाव ग्रसित 1500 से अधिक परिवारों में किया गया। इसके साथ साथ दूर-दराज के भी जिन लोगों ने अपनी जरूरत को सामने रखा, उन्हें भी यथोचित सहयोग दिया गया|


तत्पश्चात श्री कबीर ज्ञान मंदिर ट्रस्ट द्वारा ‘मां ज्ञान प्रसादम’ के नाम से मध्याह्न भोजन प्रसाद का प्रारंभ किया गया जो तृतीय लॉकडाउन की अवधि में भी सतत् चल रहा है। जिससे प्रतिदिन लगभग 400-500 लोग लाभ ले रहे हैं| इसी कड़ी में मंगलवार को ‘सद्गुरु मां’ ने पीएम केयर फंड में 5,00,001/₹ (पाँच लाख एक) रुपए का सहयोग दिया।

सोमवार, 11 मई 2020

राज्य सरकार वायरस के रोकथाम मे विफल रही है पूर्व विधायक नागेन्द्र महतो

राज्य सरकार वायरस के रोकथाम मे विफल रही है पूर्व विधायक नागेन्द्र महतो
बगोदर/गिरिडीह:-  कोविड 19 के संक्रमण से जहाँ एक ओर पुरा विश्व त्राहिमाम कर रहा है वहीं भारत में भी इस वायरस से स्थिति गंभीर बनी हुई है। झारखंड जैसे राज्य में भी यह वायरस पांव पसार रहा है।राज्य सरकार इस वायरस के रोकथाम में विफल रही है।उक्त बाते बगोदर के पूर्व विधायक नागेन्द्र महतो ने सोमवार को प्रेस ब्यान जारी कर कहा ।

उन्होंने कहा की प्रवासी मजदूरों का आना जारी है ,इस वजह से कोरोना संक्रमण का खतरा और भी ज्यादा बढ गया है। स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव का रोना रोने वाली  हेमंत सरकार इस वायरस के खिलाफ़ अपनी स्पष्ट निति तय करे।लौटने वाले प्रवासी मजदूरों को होम क्वरंटाइन में रहने के लिये कहना गांव मुहल्ले के लिये खतरे को दर्शाता है।सरकार से मांग करता हूँ कि सभी प्रवासी मजदूरों को अपने अपने हर प्रखंडों में बने क्वरंटाइन सेंटर में इन्हें रखें तथा इन सबों कि कोरोना जाॅच सुनिश्चित करें।रिपोर्ट आने तक इन सबों को क्वरंटाइन सेंटर में रखना सुनिश्चत  करें।क्वरंटाइन सेंटर में मजदूरों को खाने रहने की समुचित व्यवस्था की जाय। सिर्फ थर्मल स्कैनिंग से इस संक्रमण का पुरी तरह से पता चल पाना संभव नहीं है।

राज्य सरकार अपने राज्य को लौटे प्रवासी मजदूरों को अपने तथा अपने परिवार के जीवन यापन के लिए उचित राशि उपलब्ध कराये।किसानोंं के लिये धान बीज कि खरीद हेतू सहायता राशि प्रदान करें।सरकार चालित योजना किचन दीदी राशि के अभाव में अपनी अंतिम सांसे गिन रहा है। सरकार को चाहिये कि हर पंचायत में इस हेतू अलग से फंड उपलब्ध कराये।मैं अपने राज्य तथा क्षेत्र कि जनता से अपील करता हूँ कि सामाजिक दूरी बना कर रहें।बहुत ज्यादा जरूरी न हो तो घर से न निकलें। प्रवासी मजदूरों से आग्रह होगा कि क्वरंटाइन कि गंभीरता को समझें तथा अपने परिवार और गांव जिला राज्य को सुरक्षित रखने हेतू आप अपना अहम योगदान दें।


 

मधुबन में शोकसभा का आयोजन

मधुबन में शोकसभा का आयोजन 
पीरटांड़/ गिरिडीह : जैनियों के विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल मधुबन में सोमवार को विश्व हिंदू परिषद पीरटांड़ शाखा की ओर से शोक सभा का आयोजन किया गया।

 शोक सभा में विश्व हिंदू परिषद के हजारीबाग विभाग अध्यक्ष सच्चिदानंद प्रसाद के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उनके आत्मा की शांति हेतु 2 मिनट का मौन रख उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया गया । 

मौके पर वक्ताओं ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद के हजारीबाग विभाग अध्यक्ष सह झारखंड प्रांत के विधि प्रकोष्ठ के प्रमुख सच्चिदानंद प्रसाद सिन्हा के आकस्मिक निधन से विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल को अपूरणीय क्षति हुई है इसकी भरपाई कर पाना आने वाले दिनों में कठिन है उनके निधन पर विहिप एवं बजरंग दल मर्माहत है । शोक सभा कार्यक्रम में महेंद्र प्रसाद अतुल्य जैन डॉक्टर ओम प्रकाश सिंह भरत साहू रघुनंदन सिंह परमेश्वर महतो अमरपुरी अरुण रजत सहित कई लोग शामिल थे इस अवसर पर सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए कार्यक्रम आयोजित किया गया ।

सूरत से लौटे तीन प्रवासी मजदूर कोरोना पाॅजिटिव, आइसोलेशन सेंटर में शिफ्ट

सूरत से लौटे तीन प्रवासी मजदूर कोरोना पाॅजिटिव, आइसोलेशन सेंटर में शिफ्ट
गिरिडीह :  जिले में तीन नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। रविवार देर रात पीएमसीएच से मिली रिपोर्ट के आधार पर गिरिडीह के डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने इसकी पुष्टि की थी। 

इनमें से दो बिरनी प्रखंड के गोरायडीह एवं केंदुआटांड़ के तथा एक जमुआ प्रखंड के रेम्बा के रहने वाले हैं। तीनों प्रवासी मजदूर हैं और चार दिन पूर्व गुजरात के सूरत से अपने गांव लौटे थे। तीनों को प्रशासन ने गांव के ही एक सरकारी भवन में क्वारंटाइन कर दिया था। 

तीनों मरीजों के कोरोना पोजेटिव होने की खबर की पुष्टि के बाद प्रशासनिक अमला मुस्तेद हो गया है।तीनों गांवों में फिलहाल निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। पूरे गांव को सैनिटाइज्ड किया जा रहा है। तीनों मरीजों को प्रशासन ने बदडीहा स्थित आइसोलेशन सेंटर एम्बुलेंस से भिजवा दिया है। तथा तीनों मरीजों के पूरे परिवार को भी संस्थागत क्वारंटाइन कर दिया गया है।

 जिले के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा सोमवार को बिरनी पहुंचे और बीडीओ समेत अन्य अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। बताया गया कि
बिरनी प्रखंड के दोनों संक्रमित मरीज जिनमे एक बिरनी प्रखण्ड के शाखाबारा पंचायत के गराईडीह व एक केंदुआ गांव का है। दोनों 5 मई को गुजरात के सूरत से स्पेशल ट्रेन से धनबाद पहुंचे थे। जंहा से बस द्वारा वो अपने गांव पहुंचे थे। इसके बाद एक सरकारी भवन में इन्हें क्वारेंटाइन करवाया गया था। फिलहाल दोनों गांव को सील कर दिया गया है। वहीं गांव व आसपास के इलाके को सैनिटाइज किया जा रहा है।

इधर जमुआ में भी एसडीएम धीरेंद्र सिंह अधिकारियों के साथ  जमुआ प्रखण्ड के मंझलीटांड गांव पहुंचे और पूरी जानकारी ली। क्योंकि तीसरा कोरोना संक्रमित मरीज इसी गांव है। जिस कारण पूरे गांव को सील कर दिया गया है। वहीं यहां भी सेनेटाइज किया गया है। मौके पर एसडीएम ने सभी से नियम पालन किये जाने को लेकर अपील की है।