विधायक जगरनाथ महतो के किस्मत का फैसला आज, हाईकोर्ट में होनी है हत्या मामले का फैसला
क्या है मामला
लगातार तीसरी बार बने हैं विधायक
झामुमो विधायक जगरनाथ महतो के किस्मत का आज होने वाला है फैसला। जिस पर न केवल उनका भविष्य टीका है बल्कि गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र से झामुमो का कौन होगा उम्मीदवार यह भी निर्भर है। विधायक जगरनाथ महतो के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या मामले को लेकर हाईकोर्ट में एक मुकदमा चल रहा है। जिसकी सुनवाई आज होनी है। समझा जाता है कि कोर्ट आज अहम फैसला सुना सकता है। कोर्ट के उस फैसले पर झामुमो पार्टी की पैनी नजर टीकी हुई है।
क्या है मामला
वर्ष 2016 के 14 मई को पार्टी द्वारा आहूत झारखंड बंद की पूर्व संध्या पर गोबरगढ़ा में विधायक जगरनाथ महतो सैकड़ों समर्थकों के साथ जुटकर नावाडीह बाजार में मशाल जुलूस निकालने की तैयार कर रहे थे। जिसकी सुचना मिलने पर बीडीओ और थाना प्रभारी सदल-बल पहुंचे थे। मौके पर थाना प्रभारी ने जब जतली हुई मशाल को जब्त करना चाहा तो उनके साथ धक्का-मुक्की की जाने लगी। जलती मशाल के बीच घिरे थाना प्रभारी को सांस लेने में तकलीफ होने लगी और वह बेहोश होकर गिर गए। जिन्हें बाद में अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के क्रम में उनकी मौत हो गई थी।
लगातार तीसरी बार बने हैं विधायक
आसन्न लोकसभा चुनाव में झामुमो गिरिडीह से जगरनाथ महतो को उम्मीदवार बनाने की तैयारी कर रही है। समझा जाता है कि कोर्ट में होने वाली आज के फैसले के बाद झामुमो अपना उम्मीदवार घोषित करेगा।
जगरनानाथ महतो वर्ष 2005 से लगातार तीसरी बार डुमरी से विधायक हैं। हर बार उन्होंने महतो उम्मीदवार को ही हरा कर जीत हासिल की है। 2005 में राजद के टिकट से लड़ रहे लालचंद महतो को हराया, 2009 में जदयू के टिकट से लड़ रहे दामोदर प्रसाद महतो को शिकस्त दी और 2014 में बीजेपी के टिकट से लड़ रहे लालचंद महतो को बुरी तरह से पछाड़ा था।
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में झामुमो ने उन्हें गिरिडीह लोकसभा का उम्मीदवार बनाया था। उस वक़्त उन्होंने बीजेपी के टिकट से लड़ रहे रवींद्र कुमार पांडेय को कड़ी टक्कर दी थी,और भाजपा पर भारी पड़ते हुए दूसरे स्थान पर रहे थे।