डीके तिवारी बने राज्य के मुख्य सचिव, लिया पदभार
बता दें कि राज्य सरकार ने मुख्य सचिव के लिए सिर्फ एक ही नाम डीके तिवारी की अनुशंसा की थी। सरकार के सचिव सत्येंद्र सिंह द्वारा भेजे गये प्रस्ताव में कहा गया था कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के इन अफसरों का स्थानांतरण-पदस्थापन का निर्णय राज्य सरकार द्वारा लिया गया है. अत: उपर्युक्त स्थानांतरण-पदस्थापन के प्रस्ताव पर भारत निर्वाचन आयोग की सहमति प्राप्त करने की कृपा की जाये।
निर्वाचन आयोग ने इसकी सहमति शनिवार शाम को ही दे दी। वंही निर्वाचन आयोग ने सुखदेव सिंह को विकास आयुक्त और केके खंडेलवाल को वित्त का अतिरिक्त प्रभार देने पर भी अपनी सहमति दी थी।
राज्य के नये मुख्य सचिव डीके तिवारी पदभार लेने के बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास से शिष्टाचार भेंट करते।
1986 बैच के अफसर डीके तिवारी राज्य के मुख्य सचिव बनाये गये हैं। रविवार की शाम श्री तिवारी ने मुख्य सचिव का पदभार ग्रहण कर लिया। वह विकास आयुक्त के पद पर कार्यरत थे। रविवार की शाम निवर्तमान मुख्य सचिव श्री त्रिपाठी ने श्री तिवारी को पदभार सौंपा।
गौरतलब है की निवर्तमान मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी का कार्यकाल आज 31 मार्च को समाप्त हो गया। श्री त्रिपाठी को दूसरी बार एक्सटेंशन मिला था। पहला एक्सटेंशन सितंबर से 31 दिसंबर तक और दूसरा एक्सटेंशन 31 मार्च तक का था। आज पदभार ग्रहण किये नये मुख्य सचिव डीके तिवारी 31 मार्च 2020 को रिटायर होंगे।
बता दें कि राज्य सरकार ने मुख्य सचिव के लिए सिर्फ एक ही नाम डीके तिवारी की अनुशंसा की थी। सरकार के सचिव सत्येंद्र सिंह द्वारा भेजे गये प्रस्ताव में कहा गया था कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के इन अफसरों का स्थानांतरण-पदस्थापन का निर्णय राज्य सरकार द्वारा लिया गया है. अत: उपर्युक्त स्थानांतरण-पदस्थापन के प्रस्ताव पर भारत निर्वाचन आयोग की सहमति प्राप्त करने की कृपा की जाये।
निर्वाचन आयोग ने इसकी सहमति शनिवार शाम को ही दे दी। वंही निर्वाचन आयोग ने सुखदेव सिंह को विकास आयुक्त और केके खंडेलवाल को वित्त का अतिरिक्त प्रभार देने पर भी अपनी सहमति दी थी।
राज्य के नये मुख्य सचिव डीके तिवारी पदभार लेने के बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास से शिष्टाचार भेंट करते।
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