अब मोबाइल की तरह रीचार्ज कराना होगा बिजली का मीटर, तैयारी में जुटा झारखंड बिजली वितरण निगम
प्री-पेड मीटर से उपभोक्ता मोबाइल की तरह बिजली रिचार्ज करा सकेंगे। मीटर में ससमय बिजली खपत का डाटा दिखता रहेगा। साथ ही कितने का रिचार्ज कराया गया और कितनी राशि की बिजली उपयोग कर ली गई, इसकी भी जानकारी मिलेगी। उपयोग के औसत के आधार पर शेष राशि से कितने घंटे बिजली उपयोग की जा सकेगी यह जानकारी उपभोक्ताओं को मिलती रहेगी। बिजली के उच्च उपयोग की स्थिति में मीटर में अलर्ट मिलता रहेगा। ऑनलाइन रिचार्ज किया जा सकेगा।
इस समय राज्य का लाइन लॉस 30 प्रतिशत के आसपास है। प्री-पेड मीटर से बिजली चोरी पर नियंत्रण लग सकेगा। स्वीकृत लोड से अधिक भार पर बिजली का उपयोग मुमकिन नहीं होगा।
पहले चरण में इन शहरों में लगेंगे प्री-पेड मीटर
राज्य में प्री-पेड मीटर की शुरुवात के पहले चरण में रांची, लोहरदगा, सिमडेगा, चिरकुंडा, खूंटी, पाकुड़, राजमहल, चक्रधरपुर, फुसरो, कोडरमा, डालटनगंज, आदित्यपुर, चकुलिया, चक्रधरपुर, चास, गुमला, लातेहार, गढ़वा, दुमका, जामताड़ा, चाईबासा, चतरा, साहिबगंज, रामगढ़, हजारीबाग, झुमरीतिलैया, धनबाद, गिरिडीह, देवघर आदि शहरों में मुख्य रूप से लगेंगे।झारखण्ड राज्य के सभी प्रमुख शहरों में आदर्श चुनाव आचार संहिता की समाप्ति के बाद 7.5 लाख बिजली उपभोक्ताओं के घर प्री-पेड मीटर लगेंगे। वंही राजधानी रांची के 3.5 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाये जायेंगे। इस कार्य की तैयारी झारखण्ड बिजली वितरण निगम जुट गया है। हालांकि निविदा प्रक्रिया पूरी नहीं होने के कारण अभी कम से कम दो महीने का और वक़्त लगेगा।
प्री-पेड मीटर से उपभोक्ता मोबाइल की तरह बिजली रिचार्ज करा सकेंगे। मीटर में ससमय बिजली खपत का डाटा दिखता रहेगा। साथ ही कितने का रिचार्ज कराया गया और कितनी राशि की बिजली उपयोग कर ली गई, इसकी भी जानकारी मिलेगी। उपयोग के औसत के आधार पर शेष राशि से कितने घंटे बिजली उपयोग की जा सकेगी यह जानकारी उपभोक्ताओं को मिलती रहेगी। बिजली के उच्च उपयोग की स्थिति में मीटर में अलर्ट मिलता रहेगा। ऑनलाइन रिचार्ज किया जा सकेगा।
राज्य में पहले चरण में 7.5 लाख घरों में प्री-पेड मीटर लगने हैं। पहला चरण दो वर्षों में पूरा होगा। प्री-पेड मीटर के लिए उपभोक्ताओं से अलग से शुल्क नहीं लिए जाएंगे। प्री-पेड मीटर से झारखंड बिजली वितरण निगम को लाइन लॉस कम करने में मदद मिलेगी।
इस समय राज्य का लाइन लॉस 30 प्रतिशत के आसपास है। प्री-पेड मीटर से बिजली चोरी पर नियंत्रण लग सकेगा। स्वीकृत लोड से अधिक भार पर बिजली का उपयोग मुमकिन नहीं होगा।
राज्य में अगले तीन वर्षों के दौरान स्मार्ट प्री-पेड मीटर ही लगाए जाएंगे। ऊर्जा मंत्रालय ने ऊर्जा संरक्षण, आसान बिलिंग और बिजली वितरण करने वाली कंपनी की वित्तीय स्थिति में सुधार को मद्देनजर रखते हुए वर्ष 2021 तक स्मार्ट प्री-पेड मीटर ही लगाने का निर्देश दिया है।
पहले चरण में इन शहरों में लगेंगे प्री-पेड मीटर
प्री-पेड मीटर की शुरुवात के पहले चरण में रांची, लोहरदगा, सिमडेगा, चिरकुंडा, खूंटी, पाकुड़, राजमहल, चक्रधरपुर, फुसरो, कोडरमा, डालटनगंज, आदित्यपुर, चकुलिया, चक्रधरपुर, चास, गुमला, लातेहार, गढ़वा, दुमका, जामताड़ा, चाईबासा, चतरा, साहिबगंज, रामगढ़, हजारीबाग, झुमरीतिलैया, धनबाद, गिरिडीह, देवघर आदि शहरों में मुख्य रूप से लगेंगे।
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