शनिवार, 29 जनवरी 2022

हार्डकोर नक्सली अजय महतो का दस्ता एक बार फिर हुआ सक्रिय, पुलिस जुटी है सर्च ऑपरेशन में



राजेश कुमार]
गिरिडीह : 25 लाख का इनामी हार्डकोर नक्सली अजय महतो का दस्ता एक बार फिर जिले के अति नक्सल प्रभावित पारसनाथ इलाके में सक्रिय हो गया है। सूत्रों की माने तो अजय महतो के दस्ते में करीब 40-50 हथियारबंद नक्सली शामिल है। माओवादियों द्वारा आहूत झारखण्ड बिहार बन्द के दौरान बुधवार की देर रात अजय महतो के निर्देश पर कृष्णा मरांडी के दस्ते ने ही चिचाकी और चौधरीबांध के बीच  रेल पटरी को विस्फोट कर उड़ाया था।

विदित हो कि जिले के घनघोर रुप से नक्सल प्रभावित पीरटांड थाना क्षेत्र के नावाडीह का रहने वाला अजय महतो उर्फ टाइगर उर्फ मोछू भाकपा माओवादी संगठन में स्पेशल एरिया कमिटी सदस्य है।
अजय महतो के नेतृत्व में नक्सलियों ने गिरिडीह जिले में कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया है। गिरिडीह जिले के विभिन्न थानों में उसके खिलाफ 50 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। अजय महतो पर सरकार ने 25 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। गिरिडीह जिले की पुलिस को उसका लंबे समय से तलाश है। 

गौरतलब है कि पिछले आठ दिनों के दौरान नक्सलियों द्वारा जिले में कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया गया है। समझा जाता है कि नक्सली एक बार फिर अपनी खोई ताकत को जिले में वापस लाने की जुगत में है। उसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए एक के बाद एक बड़ी घटनाओं को नक्सलियों ने अंजाम दिया है।

हालांकि नक्सलियों के धर-पकड़ के लिए पुलिस और सीआरपीएफ अलग-अलग टीम बनाकर सर्च ऑपरेशन चला रही है। पारसनाथ की तराई समेत नक्सलियों के सभी सम्भावित ठिकानों पर पुलिस और सीआरपीएफ की टीम अपनी पैनी नजर जमाये हुए है। इसी क्रम में पुलिस ने नक्सलियों को विस्फोटक सप्लाई करने वाले सप्लायरों को धर दबोचा है। जिनसे पुलिस को नक्सलियों के बाबत कई अहम सुराग मिलने की बातें कही जा रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार दो दिनों पूर्व अजय महतो और 15 लाख के इनामी नक्सली कृष्णा हांसदा के दस्ते को धोलकट्टा में साथ-साथ देखा गया था। पुलिस को अजय महतो उर्फ टाइगर के पारसनाथ इलाके में होने की सूचना के बाद पुलिस की सक्रियता इलाके में काफी बढ़ गई है। इलाके में लगातार पुलिस द्वारा सर्च अभियान की जा रही है

रविवार, 5 दिसंबर 2021

फर्नीचर व्यवसायी के घर हुई लूटकांड का पुलिस ने किया उद्भेदन, छह अपराधी गिरफ्तार

लूटी गई कार, नगद राशि, गलाया गया सोना, चांदी के जेवरात व 8 मोबाइल पुलिस ने किया बरामद


[राजेश कुमार]
गिरिडीह: गिरिडीह के फर्नीचर व्यवसायी उत्तम गुप्ता के घर हुई डकैती कांड का पुलिस ने उदभेदन कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में अलग-अलग जिलों से छह अपराधियों को गिरफ्तार किया है।

 गिरफ्तार अपराधियों में पलामू के आनंद कुमार महतो, गिरिडीह शहरी क्षेत्र के भण्डारीडीह निवासी संजय विश्वकर्मा और राजकुमार पासवान, धनबाद निवासी भुनेश्वर बेलदार, अहिल्यापुर (गांडेय) निवासी सुनील साव और सोने को गला कर बेचने वाले पलामू जिले के जेवर व्यवसायी गोपाल सोनी शामिल है। वंही पुलिस ने गिरफ्तार किए गए लोगों के पास से लूटी गई कार, नगद राशि, गलाया गया सोना, चांदी के जेवरात व 8 मोबाइल भी बरामद किया है। उक्त जानकारी डीएसपी संंजय कुमार रााणा ने रविवार को एक प्रेसवार्ता कर दी।

डीएसपी ने बताया कि 17 नवंबर को डकैती करने के बाद अपराधी व्यवसायी की हुंडई कार लेकर फरार हुए थे। कार को लेकर 18 नवंबर को अपराधी पलामू पहुंच गए।जहां कार को नया लूक दिया जा रहा था। उन्होंने कहा कि पलामू-गढ़वा के बॉर्डर पर स्थित रेहला से कार को बरामद कर लिया गया है। बताया कि 18 नवम्बर को ही डकैती किये गये आभूषण को अपराधियों ने एक ज्वेलरी दुकान में बेच दिया। ज्वेलरी दुकानदार ने उसी शाम आभूषण को गला दिया। ताकि आभूषण की पहचान नहीं हो सके। इससे साथ ही 19 नवंबर को आभूषण का गला हुआ अवशेष बनारस भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि फर्नीचर व्यवसायी उत्तम कुमार गुप्ता के घर में निर्माण कार्य चल रहा है। इसी दौरान उनके घर में घुस कर रेकी की थी।  गिरिडीह के एक अपराधी ने धनबाद और पलामू से आए अपराधियों को घर दिखाया था। उसके बाद डकैती की योजना बनी और डकैती की घटना को अंजाम दिया गया था। बहरहाल पुलिस ने लगातार छापामारी अभियान चलाकर मामले का खुलासा करते हुए इस कांड में शामिल 6 अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफल हुई।

गौरतलब है कि बीते 17 नवंबर की रात नगर थाना क्षेत्र के बक्सीडीह रोड स्थित कांग्रेस ऑफिस से सटे फर्नीचर व्यवसायी उत्तम कुमार गुप्ता के घर भीषण डकैती हुई थी। अपराधियों ने उस दौरान घर मे धावा बोलकर कार और जेवरात समेत लाखों की संपत्ति लूट ली थी। इतना ही नहीं अपराधियों ने फर्नीचर व्यवसायी के पुत्र को भी मारपीट कर गम्भीर रूप से जख्मी कर दिया था। घटना के बाद इस मामले में नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।

इस मामले में एसपी अमित रेणू के निर्देश पर पुलिस विशेष तरीके से जांच पड़ताल में जुटी थी। डीएसपी संजय कुमार राणा के मार्गदर्शन में नगर थाना प्रभारी रामनारायण चौधरी, कॉन्स्टेबल विमलेश कुमार महतो और अशोक कुमार लगातार मामले की तफ्तीश में जुटे थे। इस दौरान पुलिस ने धनबाद, पलामू और गिरिडीह के कई स्थानों पर छापेमारी की और कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी किया। अंततः पुलिस अपराधियों को धर दबोचने में सफल हुई।

शनिवार, 4 दिसंबर 2021

49 वर्ष का हो गया है गिरिडीह जिला



◆4 दिसम्बर 1972 को हजारीबाग जिले का विभाजन से यह स्वतन्त्र जिला के रूप में अस्तित्व में आया था


[राजेश कुमार]
गिरिडीह : जिला 1972 में हजारीबाग से अलग होकर जिला बना था। यह जिला अभ्रक, कोयला, बांस, कटहल और पलास के लिए प्रसिद्ध है। झारखंड की सबसे ऊंची पहाड़ी पारसनाथ, इसी जिला में अवस्थित है। जो जैनियों का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल भी है। झारखंड धाम, हरिहर धाम, दुखहरण धाम, खंडोली डैम, सूर्य मंदिर, कबीर ज्ञान मंदिर, साई मंदिर, उसरी जलप्रपात जैसे पर्यटक स्थल गिरिडीह जिले में ही स्थित है। गिरिडीह विश्व प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बोस की कर्मभूमि भी रही है।


स्थापना, पृष्ठभूमि एवं भौगोलिक परिदृश्य :

गिरिडीह जिले का मुख्यालय गिरिडीह के रूप में शहर है। गिरिडीह जिला 4 दिसंबर 1972 को हजारीबाग से अलग होकर बना था। यह जिला 24 डिग्री 11 मिनट उत्तर अक्षांश और 86 डिग्री 18 मिनट पूर्व देशान्तर के बीच स्थित है। उत्तरी छोटा नागपुर प्रमण्डल के लगभग मध्य भाग में स्थित है , जिसके उत्तर में बिहार के जमुई और नवादा जिले पुर्व में देवधर और जामताड़ा दक्षिण में धनबाद और बोकारो तथा पश्चिम में हजारीबाग एवं कोडरमा जिले है। गिरिडीह जिला 4853.56 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है। गिरिडीह घने जंगल से घिरा हुआ है और केंद्रीय और निचले पठार पर स्थित है। गिरिडीह के क्षेत्र का पश्चिमी हिस्सा केंद्रीय पठार पर स्थित है। निचले पठार में 1300 फीट की औसत ऊंचाई के साथ सतह को अपनाने वाली सतह शामिल है। निचले पठार का उत्तरी भाग मुख्य रूप से टेबल भूमि के लिए जाना जाता है। पठार 1300 फीट की ऊंचाई बनाए रखता है जब तक कि वह घाट तक पहुंच न जाए जहां औसत ऊंचाई 700 फीट है। यह क्षेत्र घने वनस्पति से ढका हुआ है, खासकर साल और सागवान जंगलों द्वारा। अन्य सामान्य पाए जाने वाली प्रजातियां सिमुल, बांस, पला, महुआ, कुसुम, आसन पियर, केंड और भल्वा हैं। बरकर और सकरी नदियां गिरिडीह के माध्यम से बहती हैं और इस क्षेत्र की जैव विविधता में अत्यधिक योगदान देती हैं। भौगोलिक दृष्टिकोण से गिरिडीह जिला जंगल झाड़ और पहाड़ों के बीच में बसा हुआ है। यह क्षेत्र उत्तरी छोटानागपुर पठार के अंतर्गत शामिल किया जाता है। यहां पहाड़ ही पहाड़ दिखाई पड़ते हैं। यहां स्थित पठारी भूभाग की औसत ऊंचाई समुद्र तल से 500 मीटर से भी अधिक है।

गिरिडीह का संक्षिप्त इतिहास :

गिरिडीह का शाब्दिक अर्थ है- पहाडों का डीह अर्थात पहाड़ों की भूमि अथवा क्षेत्र है।  पूरे गिरिडीह जिले में सैकड़ों पहाड़ है। अधिकतर पहाड़ डुमरी और पीरटांड़ के क्षेत्रों में दिखाई पड़ता है। गिरिडीह पहले हजारीबाग नामक जिले का हिस्सा था। शहर छोटानागपुर पठार में स्थित है। पूरे क्षेत्र में घने वन वनस्पति और पहाड़ी तलों से ढका हुआ है। यह क्षेत्र बसे हुए कई जनजातीय समुदायों के अधीन था । आजादी से पहले क्षेत्र हजारीबाग का हिस्सा था। मुंडा इस जनजातीय भूमि के पारंपरिक शासकों थे। 1556 एडी में मुगल सम्राट अकबर सत्ता में आने तक भूमि अनदेखा बनी रही। अकबर के उत्तराधिकार के बाद यह क्षेत्र मुगल साम्राज्य का हिस्सा बन गया। पूरे झारखंड के साथ हजारीबाग को खुखरा कहा जाता था। बाद में 18 वीं शताब्दी की शुरुआत में, इस क्षेत्र को हजारीबाग के ब्रिटिश नियंत्रित जिले में शामिल किया गया था। यह शहर लंबे समय से ब्रिटिश शासन के तहत दक्षिणपश्चिम फ्रंटियर एजेंसी का हिस्सा रहा है। बाद में 1854 में दक्षिणपश्चिम फ्रंटियर एजेंसी को छोटा नागपुर में बदल दिया गया। हालांकि वर्तमान समय में गिरिडीह शहर को राज्य के अलगाव से पहले बिहार सरकार द्वारा विकसित किया गया था।


स्थिति और विस्तार :

यह जिला उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के मध्य में स्थित है। इसके उत्तर में बिहार के जमुई और नवादा जिले हैं। पूर्व में देवघर और जामताड़ा जिला स्थित है। जबकि पश्चिम में हजारीबाग और कोडरमा जिला से यह सटा हुआ है। वहीं दक्षिण में धनबाद और बोकारो जिला स्थित है। शेरशाह सूरी मार्ग (NH-2) इस जिले से होकर गुजरती है। यह जिला 24°11′ उत्तरी अक्षांश से 24°18′ उत्तरी अक्षांश तक तथा 86°11′ पूर्वी देशांतर से 86°30′ पूर्वी देशांतर तक विस्तृत है। गिरिडीह का क्षेत्रफल 4854 वर्ग किलोमीटर (1874 वर्ग मील) है।

खनिज संसाधन :

गिरिडीह एक खनिज समृद्ध क्षेत्र है।  गिरिडीह अभ्रक और कोयले के लिए प्रसिद्ध है। सबसे अच्छी गुणवत्ता कोयला की खानें मौजूद है। खनिज समृद्ध भूमि में अबरख की उच्च उपलब्धता भी है। तिसरी और गावां प्रखण्ड में अयस्क और खनिजों से समृद्ध है जिसका उपयोग भारत सरकार द्वारा किया जाता है। यहां अभ्रक को चुना जाता है तथा इसे साफ कर बाहर भेजा जाता है। गिरिडीह में सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड (CCL) की खानें हैं। क्षेत्र में जलवायु की स्थिति आम तौर पर शुष्क होती है। इस क्षेत्र में खर्च करने का सबसे सुखद समय सर्दियों के दौरान होता है। ग्रीष्म ऋतु मुख्य रूप से गर्म और आर्द्र हैं। मई के महीने के दौरान, कभी-कभी तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। क्षेत्र जून के महीने के दौरान मानसून का अनुभव करता है। गिरिडीह 24.18 डिग्री उत्तर 86.3 डिग्री पुर्व में स्थित है। इसकी औसत ऊंचाई 28 9 मीटर (9 48 फीट) है।  

वनस्पति :

गिरीडीह जिला बांस, कटहल और पलाश के लिए जाना जाता है। इसके अतिरिक्त यहां सखुआ (साल), महुआ, आम, कुसुम, सेमल, केंन्दु, आसन, पियार, अकेसिया, यूकेलिप्टस, शीशम, भेलवा आदि विभिन्न प्रकार के वृक्ष पाए जाते हैं।

पलाश : यहां बसंत ऋतु में पलाश के फूल से पूरे वन क्षेत्र महकने लगता है। जो पर्यटकों को बरबस ही अपनी और आकर्षित करता है पूरा जंगल पलाश के फूलों से ढक जाता है।

बांस : गिरिडीह पलाश के अतिरिक्त बांस के लिए भी जाना जाता है। बांस एक महत्वपूर्ण वनस्पति है जिसका इस्तेमाल घर बनाने, चटाई, टोकरी, सूप कई प्रकार के आवश्यक कार्यों में किया जाता है। बांस यहां बहुतायत में पाया जाता है। बांस के कोपले जिसे यहां करील के नाम से लोग जानते है

बांस का करील : इस करील का इस्तेमाल सब्जी, भुंजिया, अचार, मुरब्बा तथा दवा के रूप में प्रयोग में लाई जाती है।

कटहल : गिरिडीह जिला पृथ्वी के सबसे बड़े फल कटहल के लिए प्रसिद्ध है। यहां कटहल के पौधों को लगाया जाता है। कटहल को सब्जी और अचार आदि रूपों में प्रयोग में लाया जाता है।

यंहा की प्रमुख नदियां :

यहां दामोदर की बड़ी सहायक नदी बराकर बहती है। और बराकर की सहायक नदी उसरी नदी के किनारे गिरिडीह शहर बसा हुआ है। इसी नदी पर उसरी नामक आकर्षक जलप्रपात है। जिसे देखने के लिए हजारों पर्यटक प्रतिवर्ष पहुंचते हैं।


गिरिडीह के पर्यटन स्थल :

यह क्षेत्र प्रकृति की गोद में स्थित है जो आगंतुकों के लिए कई दर्शनीय स्थलों का भ्रमण विकल्प प्रदान करता है। यह क्षेत्र कई आकर्षक प्राकृतिक स्थलों के साथ बिखरा हुआ है। यह क्षेत्र कई भक्ति स्थानों का केंद्र भी है जो साल भर देखने के लिए तीर्थयात्रियों का तांता लगा रहता हैं। शहर में जाने के लिए कुछ लोकप्रिय स्थान हैं।

1. श्री सम्मेद शिखरजी (परसनाथ हिल्स)
2. लंगटा बाबा समाधि स्थल
3. उसरी फॉल
4. खंडोली बांध
5. हरिहर धाम
6. दुखिया महादेव मंदिर
7. झारखंड धाम
8. श्री कबीर ज्ञान मंदिर
9 . जलीय सूर्य मंदिर

बुधवार, 1 सितंबर 2021

डिक्की खोल रूपये की चोरी करते रंगे हाथ धराया चोर, लोगों ने किया पुलिस के हवाले

चोर की पूरी करतूत हुई सीसीटीवी में कैद
                    धराया डिक्की चोर

धनबाद : जिले के बाघमारा थाना क्षेत्र के बाघमारा बाजार स्थित बैंक ऑफ इंडिया केशरगढ़ शाखा के समीप बाइक की डिक्की को खोल कर पैसा चोरी करने वाला चोर पकड़ा गया।

बाघमारा बाजार में बीसीसीएल कर्मी पुरन वेलदार कुछ समान खरीददारी करने हेतु अपनी बाइक को सड़क किनारे खड़ा किये और खरीददारी करने लगे। इसी दौरान एक चोर उनकी बाइक की डिक्की में रखे 20 हजार रुपये को डिक्की खोलकर चुरा लिया और भाग निकला। संयोगवश बीसीसीएल कर्मी की नजर चोर पर पड़ गई और वह दौड़ कर चोरी कर भाग रहे  चोर को पकड़ लिया। जिसके बाद स्थानीय लोगो ने चोर की जमकर पिटाई किया। धराये चोर ने बताया कि वह धनबाद स्टेशन के समीप रहता है। 

मामले की जानकारी मिलने पर बाघमारा पुलिस मौके पर पहुची। लोगों ने चोर को पुलिस के हवाले कर दिया। चोर को पुलिस थाने ले गई । इस दौरान चोर की सारी करतूत पास के एक दुकान में लगे सीसीटीवी में कैद हो गया।

वही घटना के बावत थाने में दिये आवेदन में भुक्तभोगी बीसीसीएल कर्मी ने बताया कि वह हरिणा स्थित बैंक ऑफ इंडिया की बाघमारा शाखा से 20 हजार रुपये निकासी किया था। जिसे बाइक की डिक्की में रख बाघमारा बाजार में सड़क किनारे बाइक को खड़ा कर दुकान समान लेने लगे। तभी उसकी नजर बाइक की डिक्की को तोड़ रहे चोर पर पड़ी और उन्होंने दौड़ कर उसे पकड़ लिया।
 
वही इस मामले में बाघमारा थाना एसआई अनिल भुइया ने कहा कि एक चोर बाइक की डिक्की को तोड़ पैसा चोरी कर रहा था। जिसे लोगो ने पकड़ लिया। सूचना पाकर मौके पर पहुच चोर को कब्जे में लेकर थाने ले आई। भुक्तभोगी बीसीसीएल कर्मी के लिखित शिकायत पर आगे की कार्रवाई किया जाएगा।

मंगलवार, 31 अगस्त 2021

किसान मंच करेगा अपर समाहर्ता कार्यालय के समक्ष 7 सितम्बर से चरणबद्ध आंदोलन

किसान मंच की बैठक में हुआ गिरिडीह, बेंगाबाद व गांडेय कमिटी के पुनर्गठन
  
          किसान मंच की बैठक में मौजूद सदस्यगण

गिरिडीह :  किसान मंच की बैठक मंगलवार को स्थानीय झंडा मैदान में हुई। बैठक में किसानों को कानूनी अधिकार से वंचित करने के विरोध में आगामी 7 सितम्बर से किसान मंच द्वारा अपर समाहर्ता कार्यालय के समक्ष चरणबद्ध आंदोलन करने का निर्णय लिया गया। 

किसान मंच के संयोजक सह अधिवक्ता अवधेश कुमार सिंह ने बताया कि किसान मंच की ओर से गिरिडीह जिला के सभी 13 अंचल के रजिस्टर का प्रमाणित प्रति सूचना अधिकार के तहत मांगा था। निर्धारित समय पर जब सूचना नहीं मिला तो अपर समाहर्ता के न्यायालय में कूल 13 अपील दायर किया गया। प्रथम तिथि को सुनवाई के दौरान द्वितीय पक्ष से कोई उपस्थित नहीं हुआ। पुनः सुनवाई हेतु दूसरी तिथि 30 जुलाई को दी गई। लेकिन सुनवाई नहीं किया गया। बाद में 25 अगस्त का डेट दिया गया। 25 अगस्त को जब न्यायालय पहुंचा तो पता चला कि अपील वाद संख्या 9/21-22, 10/21-22 एवं, 20/21-22 के अपील की कार्यवाही समाप्त कर दी गई है। कहा कि अपील वाद का बिना सुनवाई के ही समाप्त कर देना किसानों को कानूनी अधिकार से वंचित कर देना है।

बैठक के दौरान जिला कमिटी द्वारा गिरिडीह, गांडेय और बेंगाबाद प्रखंड कमिटी का पुनर्गठन करते हुये हदीश अंसारी को गिरिडीह सदर प्रखंड का अध्यक्ष बनाया गया।  जबकि नबी अंसारी को बेंगाबाद प्रखंड  और बीरू प्रसाद वर्मा गांडेय प्रखंड का अध्यक्ष  को बनाया गया।  बैठक में अजीत कुमार सिन्हा, जागेश्वर ठाकुर, गंगाधर यादव के अलावे काफी में मंच से जुड़े महिला पुरुष सदस्य उपस्थित थे।

रिपोर्ट : देवानन्द कुमार

बैठक में वक्ताओं ने दिया महिला जागृति पर जोर,कहा महिला जागेगी तभी समाज मे आयेगा बड़ा परिवर्तन

85% मूलनिवासियों को उनका हक और अधिकार दिला सकता है बामसेफ :  राजेश कुमार रवि
                    बैठक में मौजूद लोग

गिरिडीह  :  बामसेफ जिलाध्यक्ष राजेश कुमार रवि ने कहा कि भारत मे बामसेफ ही एक ऐसा संगठन है जो 85% मूलनिवासियों को उनका हक और अधिकार दिला सकता है। कहा कि जन जागृति के माध्यम से बहुजन समाज के लोग को जगाया जा सकता है। रवि जिले के जमुआ प्रखंड स्थित बुद्ध विहार में मंगलवार को आयोजित बाम भारत मुक्ति मोर्चा अन्य ऑफ सूट विंग की बैठक को बतौर मुख्य अथिति सम्बोधित कर रहे थे। 

 इस बैठक की अध्यक्षता प्रवीण कुमार एवं संचालन पंखराज दास ने किया। मौके पर रवि ने समाज की महिलाओ को जगाने की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि समाज की महिला जागेगी तभी समाज मे सबसे बड़ा परिवर्तन आयेगा।

वंही बैठक की अध्यक्षता कर रहे प्रवीण कुमार ने  मनुवादी व्यवस्था को त्यागने की वकालत करते हुये बहुजन समाज के महापुरूषों की इतिहास को पढ़ने पर बल दिया। कहा कि समाज के महापुरुषों की जीवनी और उनके इतिहास को जानकर ही समाज का विकास हो सकता है।

बैठक में नारायण कुमार दास , महेन्द्र दास, जयनारायण दास,राजकुमार पासवान, नंदकिशोर दास, रामेश्वर दास, राजकुमार दास, राधे दास, राजेन्द्र दास, प्रदीप रजक, महेश दास, चेतलाल दास सफीउलाल अंसारी, नेहाल खान, सुमन कुमार आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।

रिपोर्ट : देवानन्द कुमार

बिरनी में स्वंय सेवकों ने मनाया विहिप के 75 वें स्थापना दिवस

विहिप के 75 वें स्थापना दिवस पर स्वंयसेवकों ने लिया प्रत्येक शनिवार को संध्या आरती व भजन करने का संकल्प

           स्थापना दिवस कार्यक्रम में मौजूद लोग

गिरिडीह :  जिले के बिरनी प्रखंड के बाराडीह पंचायत स्थित प्रतिमा धाम के अलावे झरखी व अरारी पंचायत के सिरमाटांड़ में विहिप का 57 वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया।

 कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता और भगवान श्रीकृष्ण की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर तथा द्वीप प्रज्जविलत कर किया गया। कार्यक्रम के दौरान विहिप व बजरंग दल की विशेषता और उपलब्धि पर चर्चा किया गया। वंही प्रत्येक शनिवार को सन्ध्या सत्संग, भजन व आरती करने का संकल्प मौजूद स्वंय सेवकों ने लिया।


मौके पर जिला सह मंत्री निरंजन कुमार ने बताया कि विहिप की स्थापना 29 अगस्त 1964 को कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर किया गया था। तब से अब तक विहिप देश हित व समाजहित के कार्यों में अपनी महती भूमिका का निर्वहन करती आ रही है। सामाजिक कुरीतियों को दूर कर एक शाश्वत समाज के निर्माण में इस संस्था के योगदान को भुलाया नही जा सकता।


विहिप प्रखंड अध्यक्ष सन्तोष कुमार साव की अगुवाई में आयोजित इस स्थापना दिवस कार्यक्रम में  अशोक कुमार कुशवाहा, ईश्वर पण्डित,गौतम सिंह,  आरती कुमारी, सरिता देवी, रजनी देवी, नागेश्वरी देवी,अनिता देवी, मालती देवी, विशाल बजरंगी , सदानन्द बर्णवाल, रोहित बजरंगी, मनु कुमार, चन्दन समेत बिरनी प्रखंड के विहिप व बजरंग दल के कार्यकर्ता मुख्य रूप से उपस्थित थे।

मुख्य चुनाव पदाधिकारी पहुंचे गिरिडीह, किया कई मतदान केंद्रों का निरीक्षण

वोटरों से मिलकर चुनाव के प्रति किया वोटरों संग रायशुमारी  

          वोटरों से राय शुमारी करते अधिकारी

गिरिडीह : राज्य निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव पदाधिकारी के. रवि कुमार मंगलवार को गिरिडीह पहुंचे। मुख्य चुनाव पदाधिकारी के. रवि कुमार ने गिरिडीह के कई बूथों का निरीक्षण और कई बूथ के वोटरों से मुलाकात किया।

मुख्य चुनाव पदाधिकारी जिले के धनवार विस के तिसरी प्रखंड स्थित दूधपनियां के मतदान केन्द्र 154 पहुंचे। इस दौरान उनके साथ धनवार एसडीएम धीरेन्द्र सिंह समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे। मौके पर मुख्य चुनाव पदाधिकारी ने मतदाता सूची में अंकित वोटरों के नाम के अनुसार वोटरों से मिले। कई वोटरों से मिलने के बाद और मतदान केन्द्र का निरीक्षण कर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी गिरिडीह जिला मुख्यालय पहुंचे। 

नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नौ के शास्त्री नगर स्थित मतदान केन्द्र संख्या 27 संत जोसेफ स्कूल पहुंचे। और वहां मौजूद बीएलओ से मतदाता सूची लेकर शास्त्री नगर के कई वोटरों से मिले। मौके पर मुख्य चुनाव पदाधिकारी के साथ प्रशिक्षु आईएएस सह प्रभारी बीडिओ पीयूष कुमार, सदर एसडीएम विशालदीप खलखो और सदर अचंलाधिकारी रविभूषण प्रसाद समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे।

             बीएलओ से बात करते अधिकारी

बूथ निरीक्षण के क्रम में निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने कहा कि पिछले कुछ चुनाव मेंतमाम प्रयासों के बाद भी अपेक्षित मतदान नहीं हुआ है। इसके कारणों को जानने हेतु बूथों का दौरा किया जा रहा है। 

गौरतलब है कि पिछले कुछ चुनाव में जिले के कई मतदान केंद्रों के मतदान का प्रतिशत औसत से बेहद कम रहा है। यधपि आयोग के निर्देश पर बेहतर मतदान कराने को लेकर हरसंभव प्रयास किए गए थे। महिलाओं के लिए खास तौर पर पींक बूथ तो आदर्श मतदान केन्द्र जैसे कारगर उपाय भी किया गया था। बाबजूद इसके मतदान का प्रतिशत अपेक्षाकृत कम रहा। जिसे लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने कड़ी नाराजगी जाहिर किया था।

बहरहाल निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव पदाधिकारी के गिरिडीह आगमन के बाद यह माना जा रहा है कि गिरिडीह नगर निगम के साथ धनवार और बड़की सरिया के चुनाव की अधिसूसचना शीघ्र ही जारी हो सकती है। 

श्रीकृष्णा जन्माष्टमी पर हुआ भक्ति जागरण कार्यक्रम का आयोजन

भक्तों ने लगाया भक्ति रस की सरिता में गोंते


                उद्घाटन करते मुख्य अतिथि


गिरिडीह :  श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर कोडरमा लोकसभा क्षेत्र के गांडेय प्रखंड के बदगुंदा में सोमवार की रात्रि में भक्ति जागरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 

 कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कोडरमा सांसद प्रतिनिधि दिनेश प्रसाद यादव उपस्थित हुये। मुख्य अतिथि ने फीता काटकर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया। मौके पर यादव ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण हिंदू धर्म में सबसे प्रिय है। इनके जन्मोत्सव पर न केवल महिलाएं बल्कि पुरुष भी उपवास करते हैं और पूरे श्रद्धा भक्ति के साथ पूजा अर्चना करते है। उन्होंने कहा कि भक्ति से ही शक्ति मिलती है। इसलिए सभी को भगवान श्री कृष्ण की पूजा अर्चना करनी चाहिए।


इस दौरान आयोजित भक्ति जागरण कार्यक्रम में कलाकारों ने एक से बढ़कर एक भक्ति गीत प्रस्तुत कर वातावरण को भक्तिमय बना दिया। जिससे गदगद हो श्रोता व दर्शक भाव विभोर हो कार्यक्रम का लुत्फ  उठाया और जमकर भक्ति रस की बहती सरिता में गोंते लगाया। कार्यक्रम को सफल बनाने में आयोजक समिति के कार्यकर्ताओं की भूमिका सराहनीय  रही। कार्यक्रम में दीपक कुमार, सुरेंद्र यादव, अजय कुमार समेत कई गण्यमान्य व प्रबुद्ध लोगों के साथ स्थानीय ग्रामीण मौजूद थे।


रिपोर्ट : देवानन्द कुमार

जन्मष्टमी उत्सव में शामिल होने गये थे लोग, घर से लाखों के जेवरात व कीमती सामानों की हुई चोरी

बगोदर-बिष्णुगढ़ सीमा क्षेत्र में बिष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के अलपीटो पंचायत अंतर्गत हेठली बोदरा गांव की


गिरिडीह : बगोदर इलाके में सोमवार रात जब परिवार के लोग श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उत्सव में शामिल होने गये थे। इसी दौरान चोरों ने उनके घर पर धावा बोल कर लाखों रुपये के जेवरात समेत अन्य कीमती सामान चुरा कर फरार हो गये।

जन्माष्टमी उत्सव मनाकर घर लौटे परिवार वालों ने घर की स्थिति देखा तो उनके पैरों तले की जमीन खिसक गई। घर के सभी ताले टूटे देखा। वंही घर में भीतर के सारे सामानों को बिखरे देखकर महिलाएं रोने लगीं। शोर गुल सुन आसपास के लोगों की भीड़ वँहा जुट गई। बाद में घटना की सूचना पुलिस को जानकारी दी गई।

मिली जानकारी के अनुसार बगोदर-बिष्णुगढ़ सीमा क्षेत्र में बिष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के अलपीटो पंचायत अंतर्गत हेठली बोदरा गांव के राधा कृष्ण मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव का आयोजन किया गया था। गृहस्वामी राजकुमार यादव, उनकी पत्नी और बच्चे इसी कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। घर में केवल राजकुमार की बूढ़ी मां और ढाई साल की बच्ची सोई थी। इसी दौरान चोरों ने घर के मेन दरवाजे पर लगे ताले को तोड़कर अंदर पहुंचे और जिस कमरे में बूढ़ी माँ और बच्चे सो रहे थे, उस कमरे में बाहर से सिटकनी लगा दी। इसके बाद घर के तीन अलग-अलग कमरे में लगे तालों को तोड़ा और इत्मीनान से चोरी की घटना को अंजाम दिया। 

राजकुमार की पत्नी के अनुसार चोरों ने पांच बक्से को घर से थोड़ी दूरी पर मकई के खेत में फेंक दिया। जहां से चोरों का एक हाफ पैंट गिरा पड़ा मिला है बताया जा रहा है कि बर्तन और कपड़े को चोरों ने छोड़ दिया और जेवरात लेकर भाग गए।

सोमवार रात्रि हुई इस चोरी की सूचना पर मंगलवार सुबह पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मामले की जानकारी ली। भुक्तभोगी राज कुमार यादव की पत्नी ने बताया कि एक लाख रुपए से अधिक के जेवरात चोरी हुए हैं।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर आयोजित भक्ति जागरण में रात भर झूमे श्रोता

सिहोडीह के गोकुलधाम चौधरी मुहल्ला में धूम धाम से मनाया गया जन्माष्टमी उत्सव

     गायन प्रस्तुत करती कलाकार व झूमते भक्तजन


गिरिडीह : नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 11 सिहोडीह गोकुलधाम चौधरी मुहल्ला में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी बड़े ही धूम धाम से मनाया गया। मौके पर राधा-कृष्ण  की प्रतिमा पूजन उपरांत भक्ति जागरण का आयोजन किया गया। जिसमें बोकारों की गायिका सुरभि ओर ज्योति ने श्रद्धालुओं को अपनी गीतों से रातभर झुमाते रहे। स्थानीय कलाकारों द्वारा इस अवसर पर एक से बढ़कर एक झांकी की प्रस्तुति की गई।

सिहोडीह गोकुलधाम चौधरी मुहल्ला में पिछले 2 वर्षों से राधा कृष्ण की प्रतिमा की स्थापना की गई थी। भक्ति जागरण के मौके पर स्थानीय वार्ड पार्षद अशोक राम ने कहा कि राधा कृष्ण की मूर्ति स्थापित होने से इस क्षेत्र में तेजी से बदलाव आया है। यहां के लोग अपनी समस्या या किसी भी विवाद का हल इस मंदिर के प्रांगण में बैठकर निपटा लेते है और कोई भी शिकायत आज तक उनके पास नही पहुँची है। 

उन्होंने कहा कि जल्द ही चौधरी मुहल्ला गोकुलधाम राधे नगर के नाम से जाना जाएगा। कार्यक्रम को सफल बनाने में लखन चौधरी, जितु चौधरी, टेकलाल चौधरी, पंचम बर्मन, राजू चौधरी, दिलीप सिंह, उमेश यादव, भुनेश्वर चौधरी, मुकेश चौधरी, झगरू चौधरी आदि की भूमिका सराहनीय रही।


रिपोर्ट : श्याम कुमार

आर्थिक तंगी से तंग आकर एक युवक ने की आत्महत्या

दैनिक मजदूरी करने वाला मजदूर था दुलारचंद दास

                  रोते बिलखते परिजन

गिरिडीह  :  गिरिडीह के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सिहोडीह हरिजन मोहल्ला में आर्थिक तंगी से तंग आकर एक युवक ने फांसी के फंदे से झूलकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली।

जानकारी के अनुसार सिहोडीह निवासी स्व मुंशी दास का पुत्र दुलारचंद दास (35) दैनिक मजदूरी करने वाला मजदूर था। उसने महिला समूह से साप्ताहिक लोन का पैसा कर्ज लिया था और आर्थिक तंगी के कारण सप्ताहिक लोन की क़िस्त जमा नही कर पा रहा था। इस कारण वह काफी तनाव में रहता था।  इस तनाव की वजह से ही सोमवार की देर रात्रि उसने आत्महत्या कर ली। मंगलवार की सुबह परिजनों को घटना की जानकारी मिली।

                   पूछताछ करती पुलिस

परिजनों के अनुसार दुलारचंद सोमवार की रात परिवार के साथ खाना खाया और फिर सोने चला गया। सुबह जब परिवार के लोग जगे और दुलार के रूम का दरवाजा नहीं खुला देखा तो उन्हें शंका हुई। परिजनों ने रूम का गेट तोड़ कर देखा तो उसका शव फंदे से झूलते पाया। घटना की सूचना मुफस्सिल थाने की पुलिस को दी गई।  सूचना मिलते ही मुफ्फसिल थाने के सहायक अवर निरीक्षक प्रमोद प्रसादसडल बल मौके पर पहुंचे और उसकी लाश को अपनी अभिरक्षा में लेकर पोस्टमार्टम हेतु गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया।

मौके पर मौजूद स्थानीय वार्ड पार्षद अशोक राम ने बताया कि सोमवार को ही दुलारचंद ने अपनी पत्नी को मायके भेज दिया था और रात को आत्महत्या कर  लिया। उन्होंने बताया कि महिला समिति से दुलार कुछ लोन लिया था। लेकिन वह पिछले कई सप्ताह से आर्थिक तंगी के कारण लोन का क़िस्त जमा नही कर पा रहा था। जिससे वह तनाव में रह रहा था।
बहरहाल पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।