सोमवार, 8 अक्टूबर 2018

विधानसभा की पर्यावरण समिति ने किया लौह फैक्ट्रियों का निरिक्षण, कई अनियमितता हुई उजागर

विधानसभा की पर्यावरण एवं प्रदूषण नियंत्रण समिति ने किया गिरिडीह में फैक्ट्रियों का निरीक्षण

निरीक्षण के दौरान हुई कई अनियमितता उजागर



   गिरिडीह: झारखंड विधानसभा का पर्यावरण एवं प्रदूषण नियंत्रण समिति सोमवार को सभापति मनोज यादव के नेतृत्व में गिरिडीह पहुंची और यँहा औधोगिक क्षेत्र में संचालित फैक्ट्रियों का निरीक्षण किया। इस दौरान समिति ने कार्बन रिसोर्सेज, अतिवीर, बालमुकुंद, संतपुरिया समेत कई लौह, स्पंज समेत अन्य फैक्ट्रियों का निरिक्षण किया।


समिति ने फैक्ट्री में काम कर रहे मजदूरों से भी बातचीत की। उन्हें कितनी मजदूरी मिल रही है इसकी जानकारी लिया और साथ ही साथ फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा मजदूरों को दिए जा रहे सुविधाओं की भी जानकारी हासिल किया।

         पर्यावरण एवं प्रदूषण नियंत्रण समिति द्वारा फैक्ट्री  निरिक्षण के क्रम में फैक्ट्री संचालकों द्वारा बड़े पैमाने पर अनियमितता बरतने व फैक्ट्री एक्ट का उल्लंघन करने का मामला प्रकाश में आया। फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा मजदूरों को सुरक्षा की कोई व्यवस्था प्रदान नहीं दी गई थी। मजदूरों को मास्क व हेलमेट भी नहीं दिया गया था।  जैसे ही समिति ने फैक्ट्री के अंदर प्रवेश किया, वैसे ही मजदूरों को प्रबंधन द्वारा मास्क दे दिया गया। जिसे समिति ने देख लिया और मजदूरों से पूछताछ शुरू कर दी। 


इसके पूर्व विधानसभा की यह समिति गिरिडीह पहुंच नये परिसदन भवन में जिले के अधिकारियों के साथ एक बैठक की। उसके बाद औद्योगिक इलाकों का जायजा लिया। इस समिति में मनोज यादव, जयप्रकाश भाई पटेल समेत कई अन्य सदस्य शामिल थे। फैक्ट्री निरीक्षण के बाद समिति के सदस्यों ने प्रेस से बातचीत में कहा कि समिति ने फैक्ट्रियों में काफी अनियमितता पायी है जिसकी जांचोंपरांत दोषियों के विरुद्ध निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।


    

रविवार, 7 अक्टूबर 2018

पारा शिक्षक की निर्मम हत्या , जांच में जुटी पुलिस



दारू में पारा शिक्षक की हत्या, जांच में जुटी पुलिस




झारखण्ड प्रदेश के हजारीबाग जिले दारू थाना क्षेत्र के बड़वार निवसी प्रदीप पासवान (48वर्ष) की खून से लथपथ लाश दिग्वार पंचयात के गडया जंगल से बरामद हुआ। हत्यारों ने प्रदीप के सिर पर टांगी से वार कर उसकी बड़ी ही बेहरहमी से हत्या कर दिया। 
हत्या की सूचना मिलते ही दारु थाना प्रभारी नथुनी यादव सदल बल घटना स्थल पर पहुच शव को अपनी अभिरक्षा में ले पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया।

     मृतक प्रदीप पासवान पिता चन्द्रदीप पासवान दिग्वार पंचायत के परतंगा मध्य विद्यालय में 2005 से पारा शिक्षक के पद पर कार्यरत था। परिवार का वह एकलौता कमाऊ सदस्य था। मृतक प्रदीप के तीन बच्चे है। जिनमे दो बेटा और एक बेटी शामिल है। उसकी हत्या से परिजनों के समक्ष दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। घटना के सम्बन्ध में मृतक के पुत्र गौतम कुमार पासवान ने बताया कि हर दिन की तरह उसके पिता अहले सुबह करीब साढ़े पांच बजे बकरी के लिए पत्ता लाने जंगल गये थे। उनके साथ विनोद साव पिता टीभा साव भी जंगल की ओर गया था। 

उसने बताया कि हर दिन उसके पिता सात बजे के आस पास घर लौट आते थे लेकिन जब 10 बजे तक वह वापस नही लौटे तो परिजनों ने विनोद साव से इस बावत पूछताछ किया तो उन्होंने प्रदीप से सम्बंधित कोई भी जानकारी से अनभिज्ञता जाहिर किया। यह भी कहा कि प्रदीप उनके साथ जंगल भी नही गया था।
 इसके बाद परिजन सशंकित हो गये और मुहल्ले के लोगों के साथ जंगल में प्रदीप को खोजने निकले।

 घर से लगभग एक किमी दूर गड़या जंगल में प्रदीप को खून से लथपथ मृत स्तिथि में देख लोग दंग रह गए। घटना जंगल में आग की तरह पुरे दारू क्षेत्र के फैल गयी और लोगों का हुजूम जंगल की ओर दौड़ पडा।

घटना के बावत थाना प्रभारी नथुनी यादव ने कहा कि यह एक हत्या का मामला है। अनुसन्धान के बाद ही पता चल पाएगा की हत्या किसने और किस कारण हुई। उन्होंने बताया कि पुलिस अनुसंधान में जुटी है।फोरेंसिक जांच टीम को बुलाया गया है।



     

हत्यारे की गिरफ्तारी की माँग पर एकजुट हुआ ब्रह्मर्षि समाज

जमुआ थाना के समक्ष धरना प्रदर्शन करेगा ब्रह्मर्षि समाज



जमुआ/गिरिडीह :  जमुआ प्रखंड अंतर्गत नारोबाद गांव के हुए एक आठ वर्षीय बालक की मौत के मामले को ब्रह्मर्षि (भूमिहार ब्राह्मण) समाज ने गंभीरता से लिया है। घटना के बाद हत्या आरोपियों की गिरफ्तारी नही होने और आरोपियों द्वारा मृतक के पिता को केस उठा लेने की लगातार मिल रही धमकी से आक्रोशित समाज के लोगों ने रविवार को नारोबाद में बैठक कर आगे की रणनीति तय की।

समाज के जिलाध्यक्ष गौरीशंकर सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बैठक में इस मामले को लेकर आंदोलन की रणनीति बनायी गयी। निर्णय लिया गया कि 15 दिनों के भीतर प्रशासन अगर रौशन हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी नही करेगा तो ब्रह्मर्षि समाज आगामी 23 अक्टूबर को जमुआ बाजार में प्रतिवाद मार्च कर थाना के समक्ष धरना प्रदर्शन करेगा।

बैठक में वक्ताओं ने कहा कि रौशन की हत्या बीते 25 सितंबर को कर दी गयी। हत्या के बाद आरोपियों के परिजन ने मृतक के पिता सहित गांव के अन्य लोगों के खिलाफ लूटपाट की प्राथमिकी जमुआ थाना में दर्ज करायी जो समझ से परे है। कहा कि पुलिस को जांच पड़ताल कर ऐसे झूठे मुकदमे का मामला दर्ज करना चाहिए।
वक्ताओं ने इस मामले में स्थानीय पुलिस की कार्यशैली पर उंगली उठाते हुए वरीय पदाधिकारियों से जांच पड़ताल की मांग की।

बैठक में निर्णय हुआ कि थाना के समक्ष एक दिवसीय धरना प्रदर्शन में अधिक से अधिक संख्या में समाज के लोग एकत्रित हों। इसके लिए जिले से सभी प्रखंडों में बैठक की जायेगी।

वक्ताओं ने एक स्वर में हत्या आरोपियों की गिरफ्तारी शीघ्र करने, मृतक के पिता के उपर  किये गए झूठे मुकदमे को वापस लेने और इस हत्याकांड की न्यायिक जांच कराने की मांग की। 
बैठक में समाज के सुरंजन सिंह, सुबोध सिंह, बबलू भारद्वाज, जयप्रकाश सिंह, सुधीर सिंह, अशोक सिंह, राहुल सिंह, जनार्दन राय, शिवकुमार राय, सदानंद राय, सुरेश सिंह, शक्ति सिंह , सहदेव सिंह, त्रिलोकी पंडित, टिकैत सिंह, सत्यदेव राय, शंकर सिंह, रोहित सिंह सहित गांव के कई शामिल थे।

अवैध शराब की मिनी फैक्ट्री का उद्भेदन

धनबाद :अवैध शराब फैक्ट्री का उद्भेदन, भारी मात्रा में शराब व अन्य सामग्री जब्त 

   

         झारखण्ड प्रदेश के धनबाद जिले के पूर्वी टुंडी के पातकोल गांव में छापामारी अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में उत्पाद विभाग द्वारा छापेमारी कर एक अवैध मिनी शराब फैक्ट्री का उद्भेदन किया गया।

अनुमंडल पदाधिकारी के नेतृत्व में की गयी इस छापामारी के दौरान उक्त शराब फैक्ट्री से 20 लीटर अवैध शराब के 10 जार, 200 लीटर स्प्रिट, 375 एमएल के दो कार्टून, खाली बोतल से भरे हुए 100 कार्टून, कोर्क तथा कैप पुलिस ने बरामद किया है।

इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि उक्त स्थान पर अवैध मिनी शराब फैक्ट्री का संचालन किया जा रहा है। सुचना के आलोक में उत्पाद विभाग तथा पुलिस पदाधिकारियों के सहयोग से अवैध मिनी शराब फैक्ट्री में छापा मारा गया।

उन्होंने बताया कि इस मामले में पुलिस ने दारुल साहनी, अमर दत्ता, विजय बत्ता तथा वृंदावन नामक व्यक्तियों  के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

         

जिला अधिवक्ता संघ का चुनाव सम्पन्न, दुबारा बने दुर्गा पाण्डेय अध्यक्ष व चुन्नुकांत सचिव

अधिवक्ता संघ : अध्यक्ष बने दुर्गा पाण्डेय और चुन्नू कान्त दुबारा सचिव

 16 पदों के लिए चुनाव में खड़े थे 56 प्रत्याशी

700 मतदाताओं ने किया मताधिकार का प्रयोग



गिरिडीह। जिला अधिवक्ता संघ का चुनाव शनिवार को काफी गहमा गहमी के साथ सम्पन्न हुआ। देर शाम गये तक चुनाव परिणाम भी घोषित हो गया। जिसमे दुर्गा प्रसाद पाण्डेय अध्यक्ष निर्वाचित हुए तो चुन्नुकान्त दुबारा सचिव के पद पर काबिज हुए।

गौरतलब है कि जिलाधिवक्ता संघ के 16 पदों के लिए कुल 56 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। जिनके भाग्य का फैसला 700 पंजीकृत अधिवक्ताओं ने किया। जिसमें
अध्यक्ष पद के प्रत्यासी दुर्गा पाण्डेय अपने निकटम प्रतिद्वन्दी श्रीकृष्ण मुरारी को 55 मतों से पराजित कर चुनाव जीत गये।  दुर्गा पाण्डेय को जंहा 249 मत प्राप्त हुए वंही श्रीकृष्ण मुरारी को 194 मत मिले।  इस पद पर तीसरे स्थान पर रहे महेंद्र प्रसाद को 183 मत पर ही संतोष करना पड़ा।

जबकि सचिव के पद पर चुन्नुकांत ने ऐतिहासिक जीत हासिल किया। उन्होंने अपने प्रतिद्वन्दी कामेश्वर प्रसाद यादव को 261 मतों से शिकस्त दे कर लगातार दूसरी बार सचिव के पद पर काबिज हुए। चुन्नुकांत को जंहा 414 मत प्राप्त हुए वंही कामेश्वर प्रसाद यादव को मात्र 153 मत ही प्राप्त हुये।  सचिव के पद पर खड़ी पूर्व सचिव कंचनमाला को मात्र 68 मतों पर ही संतोष  करना पड़ा।

उपाध्यक्ष के पद पर बालगोविंद साहू और कोषाध्यक्ष के पद पर मीरा कुमारी ने चुनाव जीता। उपध्यक्ष के लिए चुनाव में उतरे सञ्जीवन कुमार सिन्हा सिन्हा को 122 और राजीव सिन्हा को 153 मत मिले जबकि बालगोविंद साहू को 249 मत प्राप्त हुए।


वंही कोषाध्यक्ष पद पर रनर रहने के लिए दो प्रत्याशियों में काफी खींच तान हुई। और दोनों ही प्रत्याशी शिव कुमार गुप्ता और उदय शंकर सिन्हा 159 -159 मत प्राप्त कर रनर घोषित हुए जबकि 174 मत प्राप्त कर मीरा कुमारी कोषाध्यक्ष पद पर विनर घोषित हुई। जबकि इस पद के लिए खड़े बिमल कुमार खेतान को 145 मत मिले।

सहायक कोषाध्यक्ष के पद पर काफी दिलचस्प मुकाबला हुआ। इस पद के लिए ज्योतिष कुमार सिन्हा और तुलसी प्रसाद गुप्ता के बीच कॉंटे की टक्कर हुई। जिसमे ज्योतिष सिन्हा ने तुलसी गुप्ता को एक मत से पराजित करने में कामयाबी हासिल किया। ज्योतिष सिन्हा को जंहा 198 मत मिले वंही तुलसी गुप्ता को 197 मत प्राप्त हुए। तीसरे स्थान पर रहे कमलेश्वर प्रसाद नारायण को 159 मत मिले।


जिला अधिवक्ता संघ के संयुक्त सचिव (एडमिनिस्ट्रेशन) के पर दशरथ प्रसाद  और संयुक्त सचिव (लाइब्रेरी) के पद पर शिवेंद्र कुमार सिन्हा काबिज हुए। संयुक्त सचिव (प्रशासन) के लिए दशरथ प्रसाद को 249 मत प्राप्त हुए। जबकि पंचानन्द कुमार मुनि और चन्द्रमोहन प्रसाद को क्रमशः 153  और 104 मत मिले। जबकि संयुक्त सचिव ( लाइब्रेरी) के लिए शिवेंद्र कुमार सिन्हा को 249 मत मिले वंही मो परवेज आलम और सुबोनिल सामन्तों को क्रमशः 195 और 112 मत मिले।


अधिवक्ता संघ के कार्यकरिणी सदस्य  के रूप में उर्मिला शर्मा (386), दिनेश कुमार राणा ( 381), अमित कुमार सिन्हा (366), विशाल आनंद (361), बिनोद कुमार यादव ( 285), मो शमसुल होदा ( 270), शालिनी सिन्हा (268), बिनोद कुमार बिंदु (248) और चन्दन कुमार सिन्हा 237 मत लाकर निर्वाचित हुए।

गुरुवार, 4 अक्टूबर 2018

लकड़ी चुनने जंगल गयी युवती की मिली लाश, परिजन हतप्रभ

जंगल में फंदे से झूलती मिली युवती की लाश, फैली सनसनी


गिरिडीह। घने जंगल में फंदे से झूलती एक आदिवासी युवती की लाश मिलने से पुरे इलाके में सनसनी फैल गयी है। घटना मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के उग्रवाद प्रभावित फुलची पंचायत की है।

बताया जाता है कि गुरुवार की  सुबह मुफ्फसिल थाने की पुलिस को नक्सल प्रभावित ताराबली जंगल में एक आदिवासी युवती फंदे से झूलती लाश होने की सुचना मिली।  सूचना मिलते ही मुफ्फसिल पुलिस सदल-बल घटना स्थल पर पहुंची और फंदे से झूलती यवती की लाश को फंदे से निकाल अपनी अभिरक्षा में लेकर अंत्यपरीक्षण हेतु गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया।

कल शाम से लापता थी युवती :

बताया गया है कि जिस युवती की लाश बरामद हुई है वह युवती कल शाम से ही घर से लापता था। परिजनों के अनुसार जलावन की लकड़ी चुनने कल शाम में युवती घने जंगल में गयी थी। उसके बाद वह घर नहीं लौटी। देर रात गये तक परिजन युवती की तलाश करते रहे लेकिन उसका कंही भी पता नहीं चल पाया। परिजन निराश हो सुबह होने का इंतज़ार करने लगे।

गुरुवार सुबह ताराबली जंगल में उक्त आदिवासी युवती की फंदे में झूलती लाश मिलने से परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। परिजन उसकी हत्या कर शव को फांसी के फंदे से लटकाने की आशंका व्यक्त कर हैं। बहरहाल पुलिस ने इस बावत एक कांड दर्ज कर मामले की अनुसन्धान में जुट गयी है।



अंग्रेजी अख़बार के पत्रकार को जान से मारने की धमकी

अंग्रेजी अखबार के पत्रकार को मिली जान से मारने की धमकी, तफ्तीश में जुटी पुलिस


एसएसपी ने दिया आरोपी को शीघ्र अरेस्ट करने का आश्वासन

अंग्रेजी अखबार के सिनियर पत्रकार अमित भेलारी को जान मारने की धमकी देने वाले ने खुद को राजद समर्थक बताया



बिहार में अपराधिक घटनाएं दिन दुनी-रात चौगुनी की रफ़्तार से बढ़ रही है और पुलिस प्रशासन उन अपराधियों के समक्ष बौनी साबित हो रही है। जिससे अपराधियों का मनोबल काफी बढ़ गया है।
 अपराधियों के बढ़े हौसले की बानगी यह है कि अपराधियों ने लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ कहे जाने वाले पत्रकार के साथ फोन पर गाली गलौच करते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी दी है।

अपराधियों ने बीते रात अंग्रेजी अखबार के सिनियर पत्रकार अमित भेलारी को फोन कर पहले उनके साथ गाली गलौच किया फिर जान मारने की धमकी दी है। पत्रकार को जान से मारने की धमकी देने वाले ने खुद को राजद का समर्थक बताया है।

इस संबंध में पत्रकार अमित भेलारी ने बताया कि बुधवार की रात 8.26 मिनट पर 7250584464 नंबर से उनके पास कॉल आया और नाम कन्फर्म होते ही गालियां देना और गोलियों से छलनी कर देने का धमकी देने लगा।

उन्होंने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम से पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक मनु महाराज को अवगत करा दिया गया है। साथ ही कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज करवा दिया हैं।

गौरतलब है कि खुद को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का करीबी बताकर अंग्रेजी अखबार के पत्रकार अमित भेलारी को जान से मारने की धमकी देने वाला शख्स क्या वाक़ई लालू प्रसाद का शुभचिंतक है या उनकी क्षवि पर बदनुमा दाग लगा रहा है , यह सोचनीय पहलू है। लालू के शुभचिंतक कहे जाने वाले तथाकथित व्यक्ति लालू प्रसाद की छवि को बनाने की बजाए बिगाड़ने में मशगूल हैं। वो ये भूल गए कि ऐसै लोगों की वजह से ही लालू को चुनाव में मूंह की खानी पड़ी थी।

बहरहाल पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है। एसएसपी ने तुंरत इस पर कार्रवाई करने और जल्द से जल्द ही अपराधी को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है।

बिहार में अपराधी मस्त, पुलिस प्रशासन पस्त

अपराधियों ने मारी रेडीमेड दुकानदार को गोली, गम्भीर


बिहार प्रदेश में इन दिनों अपराधी पूरी तरह से बेलगाम हो गये हैं। पुलिस प्रशासन का कोई भी ख़ौफ़ उनके भीतर नही रह गया है। यँहा यह कहने में तनिक अतिश्योक्ति नही होगी कि बिहार प्रदेश में इन दिनों अपराधी मस्त और पुलिस प्रशासन पस्त हो गयी है।नतीजतन अपराधी आयेदिन बेख़ौफ़ वारदातों को अंजाम देने में जुटे है।

इसी कड़ी में बीते रात अपराधियों ने मुज़फ़्फ़रपुर जिले के मीनापुर थाना क्षेत्र के हरका पुल के नजदीक अपराधियों ने एक रेडिमेड दुकानदार को गोली मार दिया। जिसमें वह बाल बाल बच गये। लेकिन वह गम्भीर रूप से घायल हो गये।

घटना के तुरन्त बाद आनन फानन में स्थानीय लोगों ने उन्हें इलाज हेतु एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। जंहा उनकी स्थिति काफी गम्भीर बनी हुई है।उनका इलाज़ कर रहे चिकित्सकों ने उनकी स्थिति चिन्ताजनक बताया है।

घटना के सम्बन्ध में बताया जाता है कि मीनापुर थाना क्षेत्र के तुर्की निवासी रेडिमेड दुकानदार विजय चौधरी बुधवार की देर रात अपने घर लौट रहे थे। इसी दौरान मीनापुर थाना क्षेत्र के ही हरका पुल के नजदीक पूर्व से घात लगाये बैठे अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी। गोली लगने से वे गंभीर रूप से जख्मी हो गए। गंभीर अवस्था में दुकानदार को स्थानीय लोगों ने अहियापुर थाना क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में इलाज़ हेतु भर्ती कराया है। 
जंहा चिकित्सकों ने उन्हें खतरे से बाहर नही बताया है। चिकित्सकों के अनुसार दुकानदार की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है।

घटना की सुचना मिलते ही पुलिस अस्पताल पहुंची और घायल रेडिमेड दुकानदार से बात चीत किया। पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गयी है। हालांकि अब तक पुलिस को इस मामले में कोई ख़ास सफलता हाथ नही लगी है।

बुधवार, 3 अक्टूबर 2018

गांव का आतंक बना मोहन यादव की गिरफ्तारी की मांग

 महुआटांड के ग्रामीणों ने लगाया बेंगाबाद पुलिस से गुहार

किया गांव के आतंक का पर्याय बने मोहन यादव की गिरफ्तारी की मांग


गिरिडीह : जिले के बेंगाबाद थाना क्षेत्र के महुआटांड गांव के ग्रामीणों ने गांव में आतंक का पर्याय बने युवक मोहन यादव की गिरफ्तारी की गुहार पुलिस प्रशासन से लगाया है।इस बावत गांव के लोगों ने बुधवार को बेंगाबाद थाना पहुंच थाना प्रभारी से मुलाक़ात किया।

विदित हो कि मोहन यादव ने एक सप्ताह पूर्व गांव के सार्वजनिक दुर्गामण्डप में घुस कर तोड़ फोड़ किया और मण्डप के अंदर बने पिंडा और चबूतरे को क्षति ग्रस्त कर दिया था। जिसकी लिखित शिकायत महुआटांड़ के ग्रामीणों  ने बेंगाबाद पुलिस से की थी। लेकिन पुलिस द्वारा अब तक उस आरोपी युवक के विरुद्ध कोई कार्रवाई नही किये जाने से लोगों में आक्रोश वयाप्त है।

इतना ही नही पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नही किये जाने से आरोपी युवक का भी मनोबल काफी बढ़ गया है। उसने अब खुले आम ग्रामीणों को यह धमकी देना शुरू कर दिया है कि वह गांव में दुर्गापूजा नही होने देगा। यह भी धमकी दिया है कि यदि ग्रामीण पुनः दुर्गामण्डप में क्षतिग्रस्त चीजों का निर्माण कराते हैं तो वह पुनः उसे तोड़ देगा।

गौरतलब है कि मोहन यादव अपराधिक प्रवृति का है। पूर्व में भी उसने गांव में कई अपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया है। जिसके लिए वह सात वर्षों की सजा काट कर जेल सर लौटा है।

https://youtu.be/hodFuWR0-DM (देखें वीडियो)
इधर दुर्गापूजा नजदीक आने और आरोपी युवक द्वारा दी गयी धमकी से ग्रामीण काफी भयाक्रांत और सशंकित है। इसलिए ग्रामीणों ने आज बेंगाबाद थाना पहुंच उसकी गिरफ्तारी की मांग पुलिस प्रशासन से किया।

आज थाना पहुंचे लोगों में गणेश यादव, उमेश यादव, कामेश्वर यादव, लोचन महतो, राजेन्द्र महतो, रामकिशुन महतो, शीतल महतो, सरोज यादव समेत काफी लोग शामिल थे।

मंगलवार, 2 अक्टूबर 2018

एनएसपीएम के दो हार्डकोर उग्रवादी गिरफ्तार

कार्बाइन के साथ एनएसपीएम के दो उग्रवादी गिरफ्तार

 *कई हथियार भी बरामद



गिरिडीह: जिले की बगोदर पुलिस ने बगोदर के अटका बिहारो में छापेमारी कर एनएसपीएम उग्रवादी संगठन के दो हार्डकोर को गिरफ्तार किया है।  बगोदर-सरिया अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बिनोद कुमार महतो ने मंगलवार को एक प्रेसवार्ता उक्त जानकारी दी। 

उन्होंने बताया कि इस उग्रवादी संगठन के अपराधी सरकारी ठेका और योजनाओं में लेवी लेने का काम करते हैं।  अटका फायरिंग कांड को लेकर पुलिस द्वारा चलाये गये सघन छापेमारी अभियान के दौरान पुलिस को यह सफलता मिली। उन्होंने बताया कि पुलिस ने गिरफ्तार उग्रवादियों के पास से एक पिस्टल, देसी कार्बाइन, 14 कारतूस, दो मोबाइल, एक बाइक समेत कई चीजें बरामद की हैं।

संगठन के बावत एसडीपीओ ने बताया कि क्षेत्र में इस संगठन की सक्रियता से इलाके में विकास कार्य प्रभावित हो रहा था। काफी दिनों से इनकी दहशत की वजह से ठेकेदार काम नहीं कर पा रहे थे।

उन्होंने कहा कि इस गिरोह के सरगना उमेश गिरि उर्फ उमेश पांडे और उसके अन्य साथियों की तलाश में भी पुलिस सघन छापेमारी कर रही है। उन्हें भी शीघ्र गिरफ्तार कर लिये जाने की बातें उन्होंने बतायी।


राष्ट्रीय कायस्थवृंद ने वृद्धाश्रम में फल वितरण कर मनाया शास्त्री व गांधी जयंती

शास्त्री- गांधी जयंती पर वृद्धाश्रम में फल वितरण


https://youtu.be/fZ_kDp9S-Tg



गिरिडीह : कायस्थों की अग्रणी संस्था राष्ट्रीय कायस्थवृंद की गिरिडीह जिला इकाई द्वारा वृद्धाश्रम में किया गया फल वितरण। 
भारत रत्न कायस्थकुल गौरव देश के द्वितीय प्रधानमन्त्री लालबहादुर शास्त्री और राष्ट्रपिता महात्मा गांघी की जयंती के मौके पर राष्ट्रीय कायस्थवृंद द्वारा स्नेहदीप वृद्धाश्रम में निवास कर रहे वृद्धों के बीच फल व बिस्कुट का वितरण कर दोनों महान विभितियों को श्रधांजलि अर्पित किया।

कार्यक्रम का शुभारम्भ देश के दोनों महान विभितियों के तश्वीर पर पुष्प अर्पित कर किया गया। इस दौरान राष्ट्रीय कायस्थवृंद की गिरिडीह जिला इकाई के सदस्यों व पदाधिकारियों ने वृद्धाश्रम में निवास कर रहे महिला पुरुष वृद्धों से उनका हाल चाल जाना और उनका आशीर्वाद भी प्राप्त किया।


इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय कायस्थवृंद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष त्रिपुरारी प्रसाद बक्सी , प्रदेश अध्यक्ष संजीव रंजन सिन्हा व प्रदेश प्रभारी शिवेंद्र कुमार सिन्हा मुख्य रूप से उपस्थित थे।

जिलाध्यक्ष एमके वर्मा और सचिव सज्जन कुमार सिन्हा की अगुवाई में आयोजित इस कार्यक्रम में विशाल गौरव, कुमार राकेश, रंजीत सिन्हा, अभय सिन्हा समेत जिला इकाई के सदस्य व पदाधिकारी मुख्य रूप से मौजूद थे।

लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें कोटि कोटि नमन

🇾🇪 जय जवान 🇾🇪 जय किसान का नारा देने वाले स्व० लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें शत शत नमन




आज हम एक ऐसे सच्चे देशभक्त की चर्चा करने जा रहे जिनकी आज जन्मदिन है। जिन्हे आज सारी दुनिया नम आँखो से याद करती है I जिन्होंने जय जवान- जय किसान का नारा पुरे विश्व को दिया था। जी हाँ! हम बात कर रहे है एक सादगी प्रिय, राष्ट्रभक्त देश के द्वितीय प्रधानमन्त्री स्व० लाल बहादुर शास्त्री जी की।  जिनकी ताशकन्द समझोते के दौरान एक साजिश पूर्ण तरीके से हत्या की गयी। लेकिन अब तक उनके हत्यारों का पता भारत की सरकार नही लगा पायी। आज यह कायस्थ वीर हम सबके बीच मे ना होकर भी हम सबके दिलो पे राज करता है I

स्व० शास्त्री एक_परिचय :-

लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर, 1904 को मुगलसराय, उत्तर प्रदेश के एक सामान्य निम्नवर्गीय परिवार में हुआ था। इनका वास्तविक नाम लाल बहादुर श्रीवास्तव था। शास्त्री जी के पिता शारदा प्रसाद श्रीवास्तव एक शिक्षक थे व बाद में उन्होंने भारत सरकार के राजस्व विभाग में क्लर्क के पद पर कार्य किया।

भारत की स्वतंत्रता के पश्चात शास्त्रीजी को उत्तर प्रदेश का संसदीय सचिव नियुक्त किया गया। गोविंद बल्लभ पंत के मंत्रीमंडल में आपको पुलिस एवं यातायात मंत्रालय सौंपा गया। परिवहन मंत्री के अपने कार्यकाल में आपने महिला संवाहकों (कण्डक्टर्स) की नियुक्ति की। पुलिस मंत्री होने पर आपने भीड़ को नियंत्रित रखने के लिये लाठी की अपेक्षा पानी की बौछार का प्रयोग लागू करवाया।


1951 में, जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में इन्हे अखिल भारतीय काँग्रेस कमेटी के महासचिव नियुक्त किए गया ।  1952, 1957 व 1962 के चुनावों में कांग्रेस पार्टी को भारी बहुमत से विजय का श्रेय आपके अथक परिश्रम व प्रयास का परिणाम था। इनकी प्रतिभा और निष्ठा को देखते हुए भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु के पश्चात कांग्रेस पार्टी ने 1964 में लाल बहादुर शास्त्री को प्रधानमंत्री पद का उत्तरदायित्व सौंपा। आपने 9 जून 1964 को भारत के प्रधान मन्त्री का पद भार ग्रहण किया।

प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने 26 जनवरी, 1965 को देश के जवानों और किसानों को अपने कर्म और निष्ठा के प्रति सुदृढ़ रहने और देश को खाद्य के क्षेत्र में आत्म निर्भर बनाने के उद्देश्य से ‘जय जवान, जय किसान' का नारा दिया।  यह नारा आज भी भारतवर्ष में लोकप्रिय है।

1965 भारत-पाक युद्ध तो याद ही होगा ना जब भारत के प्रधानमंत्री लाल बहादूर शास्त्री जी थे और इस लडाई मे देश के लिये इन्होने खाना, सेलरी, नौकर चाकर सबका त्याग कर दिया था I तब उस समय भारत मे गेहूँ ना के बराबर होता था और सडा घुला गेंहू अमेरिका से आता था, अमेरिका ने भारत को तब धमकी दी की पाकिस्तान से लडाई बन्द कर दो वरना गेहुँ बन्द कर दुंगा तब शास्त्री जी ने पलटवार करते हुये कहा था कि हम भूखे रह लेंगे पर देश की शान ना जाने देंगे I तब जाकर पाकिस्तान की करारी हार हुई पर इसी सिलसिले मे जब ये ताशकंद समझौते के लिये गये तो भारत वापस नही आये, बल्कि वापस आई इनके मौत की खबर और देश से छिन गया एक सच्चा कायस्थ वीर । वो 11 जनवरी 1966 की काली रात हम कैसे भूल सकते हैं जब शास्त्री जी जैसे एक सच्चे देश भक्त का निधन हुआ था I

लाल बहादुर शास्‍त्री देश के प्रधानमंत्री बनने वाले ऐसे सरल और साधारण व्यक्ति थे जिनके जीवन का आदर्श प्रधानमंत्री बनने के बाद भी वही रहा। भारत में बहुत कम लोग ऐसे हुए हैं जिन्होंने समाज के बेहद साधारण वर्ग से अपना जीवन शुरू कर देश के सबसे पड़े पद को प्राप्त किया। शास्‍त्री जी को अपने देशवासियों से बहुत प्रेम था और उनके इसी देशप्रेम से सम्‍बंधित उनके जीवन से जुडी हुई एक और प्रेरक घटना है।

स्वतंत्रता संग्राम के दौरान लाला लाजपतराय ने सर्वेंट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी की स्थापना की थी जिसका उद्देश्य गरीब पृष्ठभूमि से आने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को आर्थिक सहायता प्रदान करवाना था।
आर्थिक सहायता पाने वालों में लाल बहादुर शास्त्री भी थे। उनको घर का खर्चा चलाने के लिए सोसाइटी की तरफ से 50 रुपए प्रति माह दिए जाते थे। एक बार उन्होंने जेल से अपनी पत्नी ललिता को पत्र लिखकर पूछा कि- क्या उन्हें ये 50 रुपए समय से मिल रहे हैं और क्या ये घर का खर्च चलाने के लिए पर्याप्त हैं ?

ललिता शास्त्री ने तुरंत जवाब दिया कि- ये राशि उनके लिए काफी है। वो तो सिर्फ 40 रुपये ख़र्च कर रही हैं और हर महीने 10 रुपये बचा रही हैं।

लाल बहादुर शास्त्री ने तुरंत सर्वेंट्स ऑफ़ इंडिया सोसाइटी को पत्र लिखकर कहा कि- उनके परिवार का गुज़ारा 40 रुपये में हो जा रहा है, इसलिए उनकी आर्थिक सहायता घटाकर 40 रुपए कर दी जाए और बाकी के 10 रुपए किसी और जरूरतमंद को दे दिए जाएं।

आज भले ही हमारे बीच शास्त्री जी नही हैं पर इनकी कुर्बानी दुनियां सदा ही याद रखेगी I भारत सरकार को चाहिये की इनकी हत्या की जाँच करवाये और दोषियों को कटघरे मे खडा करे Iऐसा सच्चे राष्ट्रभक्त को सादर नमन