गिरिडीह (Giridih)। गिरिडीह में झारखण्ड मुक्ति मोर्चा अपनी स्थापना दिवस की तैयारी में जुटा है। 4 मार्च को झामुमो का स्थापना दिवस है। इसे लेकर पूरे गिरिडीह को काफी आकर्षक तरीके से सजाया गया है। इसका मुख्य कारण यह है कि इस बार का 52 वां स्थापना दिवस काफी खास है। क्योंकि गिरिडीह जिले के गांडेय से सूबे के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की धर्मपत्नी ने अपना राजनीतिक सफर शुरू किया है। उनके राजनीतिक सफर की शुरुआत के बाद गिरिडीह जिला झामुमो का पहला स्थापना दिवस है। इसलिये इस बार झामुमो जिला कमिटी पूरे जोश-ओ-खरोश से स्थापना दिवस मनाने में जुटा है। जिस कारण यहां का राजनीतिक तापमान काफी उफान पर है।
ऐसे समय मे यहां की राजनीति ने एक नया करवट लिया है। भाजपा के युवा तुर्क कहे जाने वाले पार्टी के नगर मंत्री विशाल मंडल ने पार्टी को टाटा,बाई-बाई कह दिया है। उन्होंने पार्टी और पद दोनों से ही इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने भाजपा जिलाध्यक्ष महादेव दुबे को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। पार्टी से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने पचम्बा स्थित अपने आवास पर प्रेस वार्ता कर इसका खुलासा भी कर दिया है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए भले ही उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से भाजपा से इस्तीफा देने की बातें कही। यह भी कहा कि अभी वह किस पार्टी में शामिल होंगे इसका उन्होंने कोई फैसला नहीं लिया है। यहां तक कहा कि हो सकता है वह राजनीति से सन्यास भी ले लें।
लेकिन इससे दिगर धरातल पर स्थिति काफी उलट था। उनके मन भीतर झामुमो का दामन थामने की प्रबल इच्छा जागृत हो चुकी है। तभी तो वो भाजपा से इस्तीफा देने के तुरंत बाद और प्रेस वार्ता करने के पूर्व झामुमो के एक कार्यक्रम में शामिल दिखे। झामुमो की उस रैली में झामुमो नेता इरशाद अहमद वारिश समेत अन्य के साथ वो भी स्थापना दिवस को सफल बनाने की लोगों से अपील करते दिखे।
हालांकि उन्होंने अभी इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं किया है। समझा जाता है कि झामुमो स्थापना दिवस के मौके पर गिरिडीह के झंडा मैदान में जब सूबे के मुख्यमंत्री और गंडेय विधायक कल्पना मुर्मू सोरेन समेत सूबे के कई मंत्री व विधायक की मौजूदगी में विशाल मंडल अपने समर्थकों के साथ विधिवत रूप से झामुमो में शामिल होने की घोषणा करेंगे।
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