मलेशिया में फंसे है बगोदर के तीन प्रवासी मजदूर, परिजनों ने लगायी सरकार से गुहार
गिरिडीह : बगोदर प्रखंड के पोखरिया पंचायत के तीन मजदूर मलेशिया में फंसे है। तीनों मजदूरों का मोबाइल बंद आ रहा हैं। जिस कारण तीनों से संपर्क नहीं हो पा रही हैं। परिजन अनिष्ट की आशंका से ग्रसित हैं। उम्मीद जतायी जा रहीं हैं कि तीनो के वीजा की अवधि खत्म होने के कारण मलेशिया के जेल में बंद हो सकते हैं।
गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड के पोखरिया पंचायत निवासी मोती महतो के दो पुत्र चिंतामणी महतो(33) व निर्मल महतो(40) और कारूलाल महतो के पुत्र लालकिशुन महतो(32) पिछले वर्ष रोज़ी रोटी की तलाश में मलेशिया गये थे। जहाँ वह सभी कार वाशिंग का काम करते थे । परिवार वालों के अनुसार बीते 14 जुलाई से तीनों का मोबाइल बंद हैं। जिससे उनसबो से परिवार वाले किसी तरह का सम्पर्क स्थापित नही कर पा रहे हैं।
विदित हो कि गिरिडीह, हजारीबाग और बोकारो जिले के आसपास के प्रखंडों के प्रवासी मजदूरों को सबसे अधिक मलेशिया में प्रताड़ित होना पड़ता है। प्रवासी मजदूरों की ज्यादातर मौतें भी मलेशिया में हीं होने का आंकड़ा है। प्रवासी मजदूरों के हित मे कार्य करने वाले समाजसेवी सिकन्दर अली ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है जब दलालों के चक्कर में पड़ कर गरीब तबक़े के लोग विदेशों में फंस जाते हैं और पूर्व में भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिसमें दलाल द्वारा मजदूरों को ज्यादा रुपए कमाने का लालच देकर मलेशिया समेत अन्य कई देश भेज देते हैं और वे विदेश जाकर फंस जाते हैं। ऐसे में सरकार को इस पर ठोस कदम उठाने की जरूरत हैं।
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