कोरोना महामारी से जूझते भारत के सामने जनसंख्या एक भीषण चुनौती : महंत सीताराम शरण जी महाराज
कहा, विश्व को कोरोना देने वाले चीन व पडोसी पाकिस्तान द्वारा उत्पन्न संकट में दृढता और आत्मनिर्भरता ही एक मात्र समाधान
सरिया/गिरिडीह : प्रखंड के अंतर्गत छत्र बाद में दो दिवसीय प्रवचन कार्यक्रम में चित्रकूट धाम से पधारे सुविख्यात राष्ट्रीय प्रखर प्रवक्ता युवा महंत श्री श्री 108 स्वामी सीताराम शरण जी महाराज ने संबोधित करते हुए भक्तों को कहा कि आज के कोरोना संकट काल में इतनी अधिक जनसंख्या के कारण संसाधनों का संकट उत्पन्न हो रहा है। भारत विश्व की लगभग 18% जनसंख्या का भार वहन कर रहा है जबकि उसके अनुपात में भूभाग बहुत कम है।
स्वामी जी ने आगे कहा कि सीमित संसाधनों के बाबजूद भी इस विपदा से लड़ने में भारत की सरकार और इसके नागरिकों के चिंतन, दृढ इच्छा शक्ति और संकल्प की आज सम्पूर्ण विश्व प्रशंसा कर रहा है। इतनी बड़ी संख्या में पीपीई किट, मास्क, वैंटिलेटर और अन्य चिकित्सा सुविधाओं का न केवल अपने लिए निर्माण किया है अपितु अन्य देशों की सहायता भी की है।
उन्होंने देशवासियों का आह्वान करते हुए कहा कि कोरोना वायरस विश्व को चीन की देन है।इस महामारी से एकजुट होकर, सरकार के दिशा निर्देशों का पूर्ण पालन करके और संसाधन युक्त नागरिकों द्वारा जरूरतमंदों की सहायता के द्वारा पार पाना संभव है।
कोरोन संकट के समय तबलीगी जमात द्वारा संक्रमण फैलाने और विपक्षी दलों द्वारा षडयंत्र करके श्रमिकों को पलायन करने हेतु उकसाने की भर्त्सना करते हुए उन्होंने कहा कि इस प्रकार के राष्ट्रविरोधी कार्यो की इस देश में जगह नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि चीन और पाकिस्तान की विस्तारवादी सोच के द्वारा उत्पन्न संकट का समाधान समस्त नागरिकों की एकजुटता और दृढता है। पूरा देश सेना के साथ खड़ा है और किसी भी खतरे का सामना करने में भारत की सेना सक्षम है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान आत्मनिर्भर भारत अभियान की सफलता हेतु समस्त नागरिकों की एकजुटता को चीन को मात देने का एकमात्र उपाय बताते हुए नेपाल के कम्यूनिस्ट शासकों की सद्बुद्धि की कामना की।
आन्दोलन के समर्थन में जनसंख्या असंतुलन पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि आज बेरोजगारी, गरीबी, भुखमरी और कुपोषण में बेतहाशा बढती जनसंख्या मुख्य कारण है। सभी नागरिकों के लिए जाति, धर्म, क्षेत्र व भाषा से ऊपर उठकर समान रूप से जनसंख्या कानून लागू होना आवश्यक है।
स्वामी जी सभा में उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन करते हुए उनसे इस आन्दोलन को एक मिशन के रूप में लेने का आह्वान किया ।
विश्व हिंदू परिषद छत्र बाद का गठन भी किया गया जिसमें-अध्यक्ष- श्री राजेश सिंह उपाध्यक्ष श्री राजेश राणा ,बजरंग दल संयोजक श्री सनोज साव, सहसंयोजक श्री निशांत सिंह , मातृशक्ति श्री मति तारा देवी, धर्म सेना प्रमुख - श्री दीपक कुमार सिंह, श्री नीतीश साव, श्री राजेन्द्र साव, श्री अंकित कुमार सिंह, श्री सूरज सिंह ,श्री संजय सिंह, श्री अमित सिंह ,श्री जितेंद्र साव, श्री बजरंगी बालक को चूना गया।हर मंगलवार को सामूहिक हनुमान चालीसा करने का निर्णय लिया गया
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