कोयला मजदूर यूनियनों के संयुक्त आह्वान पर आहूत हड़ताल की तैयारी में जुटा यूनियन
सौपा सीसीएल जीएम को नोटिस
5 सूत्री मांगों को लेकर सीसीएल यूनियनों की 2, 3, 4 जुलाई को प्रस्तावित है हड़ताल
गिरिडीह : कॉमर्शियल माइनिंग, कोल सेक्टर में निजीकरण एवं एफडीआई, सीआईएल के विखंडीकरण आदि के खिलाफ तथा कोयला क्षेत्र के संगठित- असंगठित मजदूरों के विभिन्न सवालों पर कोयला मजदूर यूनियनों के संयुक्त आह्वान पर प्रस्तावित 2, 3, 4 जुलाई के हड़ताल की तैयारी शुरू कर दी गई है।
आज इसकी नोटिस गिरिडीह सीसीएल एरिया के जीएम को दे दी गई। राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन, भारतीय मजदूर संघ, यूनाइटेड कोल वर्कर्स यूनियन, सीएमयू, झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन तथा कोल माइंस वर्कर्स यूनियन के पदाधिकारियों ने 5 सूत्री मांग पत्र लिखकर संयुक्त हस्ताक्षर के साथ एक नोटिस जीएम की अनुपस्थिति में गिरिडीह के परियोजना पदाधिकारी को समर्पित की।
इस दौरान यूनियन नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार पूरी तरह से मजदूरों के विरुद्ध उतर चुकी है, ऐसे में मजदूर वर्ग को भी निर्णायक लड़ाई लड़नी होगी। कहा कि कोयला क्षेत्र को निजी कंपनियों के हाथों बेचने के लिए नीलामी शुरू कर दी गई है। इस सेक्टर में 100% एफडीआई की जा रही है। कोयला क्षेत्र के संगठित मजदूरों के हक मारे जा रहे हैं। इस क्षेत्र से जुड़े असंगठित मजदूरों के भी रोजगार और सामाजिक सुरक्षा की भी कोई गारंटी नहीं बची है।
मौके पर आरसीएमएस के एन. पी. सिंह बुल्लू, बीएमएस के प्रमोद सिंह, यूसीडब्ल्यूयु के देवशंकर मिश्र, सीएमयू के शिवाजी सिंह एवं अमित यादव, झकोमयू के तेजलाल मंडल, तथा सीएमडब्ल्यूयु के राजेश कुमार यादव तथा राजेश सिन्हा समेत अन्य मौजूद थे।
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