शनिवार, 5 सितंबर 2020

रोटरी ग्रेटर ने नगर निगम कार्यालय में लगाया ऑटोमेटिक हैंड सैनिटाइजर मशीन

रोटरी ग्रेटर ने नगर निगम कार्यालय में लगाया ऑटोमेटिक हैंड सैनिटाइजर मशीन

गिरिडीह :  रोटरी क्लब ऑफ गिरिडीह ग्रेटर ने शनिवार को गिरिडीह नगर निगम के भवन में एक ऑटोमेटिक हैंड सैनिटाइजर मशीन लगाया।

इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि उप महापौर प्रकाश राम उपस्थित थे। मौके पर उन्होंने नगर निगम कार्यालय में रोटरी क्लब द्वारा लगाए गए सैनिटाइजर मशीन के बाबत क्लब के पदाधिकारियों का आभार प्रकट किया।

क्लब के अध्यक्ष सीए प्रकाश दत्त ने बताया कि इस मशीन से सैनिटाइजर लेने के लिए मशीन को छूने की जरूरत नहीं पड़ती है बल्कि इस मशीन में लगे नोजल के नीचे हाथ रखते ही स्वत: सैनिटाइजर स्प्रे होता है। कहा कि 6 माह तक इस मशीन का रखरखाव एवं सैनिटाइजर का रीफिलिग क्लब की ओर से किया जाएगा। उन्होंने बताया कि रोटरी क्लब सामाजिक सरोकार से जुड़े कामों में बढ़चढ़ कर भगीदारी निभाती है। उसी के तहत आज यह कार्य सम्पन्न कराया गया है। ताकि निगम के कार्यालय में आने वाले लोग इस सेनिटाइजर मशीन से लाभान्वित हो सकें।

मौके पर क्लब के सचिव सन्नी वाधवा, कोषाध्यक्ष ब्रह्मादेव प्रसाद, विकास शर्मा, राणा सामंता, अनिल गुप्ता, अनिल मिश्र, बलराम यादव, ज्योति गुप्ता, प्रोजेक्ट चेयरमैन विकास शर्मा एवं ब्रह्मादेव प्रसाद भी उपस्थित थे।

लायंस क्लब ऑफ गिरीडीह टाउन ने शिक्षक दिवस पर शिक्षकों को भेंट किया अंग वस्त्र

लायंस क्लब ऑफ गिरीडीह टाउन ने शिक्षक दिवस पर शिक्षकों को भेंट किया अंग वस्त्र
गिरिडीह : लायंस क्लब ऑफ गिरीडीह टाउन द्वारा आज शिक्षक दिवस के शुभ अवसर पर गुरु जनों को अंग वस्त्र और बुके भेंट कर उन्हें सम्मानित किया गया।

इस मौके पर क्लब के सदस्यों के द्वारा गुरुओं का सम्मान उनके घर पर जा कर अंग वस्त्र एवं बुके भेंट किया गया। क्लब के सदस्यों ने कहा कि संसार मे गुरु से बड़ा कोई नही है। 

क्लब की ओर से आज शिक्षक दिवस के मौके पर जिन शिक्षकों को सम्मानित किया गया उनमें  पचम्बा हाई स्कूल के गणित शिक्षक द्वारिका राम, बाल शिक्षा मन्दिर के शिक्षक प्रभाकर घोष, कार्मेल स्कूल के शिक्षक रघुवंश
सिंह उर्फ  R B Singh एवं सरस्वती शिशु विद्या मन्दिर के प्राचार्य संजीव कुमार सिन्हा शामिल हैं। जिन्हें क्लब के सदस्यों ने उनके घर जाकर अंगवस्त्र व बुके भेंट कर सम्मानित किया।

इस मौके पर क्लब के सचिव निर्मल स्लामपुरिया, कोषाध्यक्ष दिनेश खेतान, अशोक बगड़िया, विकाश खेतान ,रतन गुप्ता, संजय डंगायच, सुनील मोदी,संजय बुधौलिया, राकेश मोदी उपस्थित थे।

लायंस क्लब ऑफ गिरिडीह एलिट ने किया शिक्षक दिवस पर वृक्षारोपण

लायंस क्लब ऑफ गिरिडीह एलिट ने किया शिक्षक दिवस पर वृक्षारोपण
       किया 25 फलदार वृक्षों का पौधरोपण


गिरिडीह : लायंस क्लब ऑफ गिरिडीह एलिट ने शिक्षक दिवस के अवसर पर वृक्षारोपण का कार्यक्रम का आयोजन किया गया।  वन डिस्टिक वन एक्टिविटी के तहत यह वृक्षारोपण का कार्यक्रम आहूत था।  कार्यक्रम के दौरान क्लब के सदस्यों ने सुभाष पब्लिक स्कूल परिसर में 25 फलदार वृक्ष लगाया और लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया।

मौके पर क्लब के सचिव धर्म प्रकाश ने कहा कि आज पूरा देश शिक्षक दिवस मना रहा है। लायन्स क्लब इस अवसर पर देश के सभी शिक्षकों को मुबारकबाद देते हुये उनके सम्मान में वृक्षारोपण का कार्यक्रम आहूत किया है।  कहा कि आज पूरा विश्व प्राकृतिक असंतुलन के दौर से गुजर रहा है। ऐसे में वृक्षारोपण  मानव अस्तित्व बचाने के लिए बहुत ही जरूरी है। उन्होंने अपील किया कि प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखने के लिए अपने जन्मदिन या किसी विशेष दिन को पेड़ लगा कर मनाएं।

 इस कार्यक्रम में क्लब अध्यक्ष राजेश कुमार गुप्ता ,क्लब सचिव धर्म प्रकाश, कोषाध्यक्ष दशरथ प्रसाद, निदेशक संजय कुमार सिंह, लायन डॉक्टर सीके सिंह ,लायनडॉ सुमन कुमार,लायन डॉ अरविंद कुमार, पर्यावरण चेयर पर्सन लायन अमरनाथ मंडल,लायन संजय कुमार ,लायन विकास कुमार गुप्ता,लायन सुनील कुमार ,लायन रंजीत कुमार सिन्हा लायन विश्वजीत सिंह, लायन उदय भदानी सहित क्लब के अन्य सदस्य उपस्थित थे।


तेज रफ्तार बोलेरो ने मारी टक्कर, बाइक चालक की हुई मौत

तेज रफ्तार बोलेरो ने मारी टक्कर, बाइक चालक की हुई मौत
गिरिडीह :  जिले के देवरी थाना क्षेत्र में बीते रात एक तेज रफ्तार बोलेरो ने एक बाइक सवार को टक्कर मार दी। जिसमे बाइक पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी जबकि घटना में बाइक सवार गम्भीर रूप से घायल हो गया। आनन फानन में उसे धनबाद ले जाया गया लेकिन रास्ते मे ही उसकी मौत हो गयी। मृतक युवक का नाम बिनोद वर्मा था।

घटना के सम्बंध में मिली जानकारी के अनुसार देवरी के बैरिया टोला-नावाआहर के समीप बीते रात एक तेज रफ्तार बोलेरो ने एक बाइक सवार को सामने से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं बाइक सवार युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसकी बाद में मौत हो गयी। इधर घटना के बाद बोलेरो सवार घटनास्थल पर ही वाहन छोड़कर भाग निकले। 

घटना की सूचना मिलने पर शनिवार की सुबह देवरी थाना की पुलिस युवक के घर पहुंची और मामले की जानकारी ली। पुलिस घटनास्थल का भी मुआयना किया। वँहा खड़ी बोलेरो की जांच करने पर पुलिस को ड्राइवर सीट के नीचे से एक मैगजीन लोडेड पिस्टल बरामद हुई है। एसआई नीतीश कुमार ने पिस्टल मिलने से यह आशंका जताया कि वाहन में अपराधी सवार थे। बहरहाल पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी है। वाहन किसका है, वाहन में कौन लोग सवार थे, वाहन कंहा से आ रही थी और कंहा जा रही थी। इन सभी बिंदुओं पर पुलिस पडताल कर रही है। इस बीच घटना के बाद मृतक के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। 

मधुबन थाने में बकरी चोरी के आरोपी की मौत, जांच में जुटी पुलिस

मधुबन थाने में बकरी चोरी के आरोपी की मौत, जांच में जुटी पुलिस
गिरिडीह: जिले के मधुबन थाना में बकरी चोरी के आरोप में बन्द एक बकरी की मौत हो गयी है।  मृतक आरोपी धनबाद जिले के तोपचांची का रहने वाला 20 वर्षीय बबलू सोनार बताया जाता है। बबलू की मौत शुक्रवार की रात होने की बात बतायी जा रही है। जबकि शनिवार सुबह मामले का खुलासा हुआ है।

चर्चा है कि बबलू की मौत पुलिस की पिटाई से हुई है। बहरहाल पुलिस विभाग के वरीय अधिकारी मामले की जांच पड़ताल में जुटे हैं।

बताया जाता है कि मधुबन थाना क्षेत्र के खोटातांड गांव में शुक्रवार को बबलू सोनार किसी ग्रामीण की बकरी चोरी कर भाग रहा था। इसी दौरान ग्रामीणों ने उसे पकड़ कर मधुबन थाना पुलिस के हवाले कर दिया था। इसके दूसरे दिन ही उसकी मौत की जानकारी मिली।
 मृतक की मौत कैसे हुई. इसे बताने से मधुबन थाना प्रभारी इनकार कर रहे हैं। लेकिन पुलिस सूत्रों की मानें तो शुक्रवार की रात मधुबन थाना के एक पुलिस कर्मी ने आरोपी की पिटाई की थी। समझा जाता है कि उसी बेरहमी पूर्वक पिटाई के कारण उसकी मौत हुई है। हालांकि पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।

5 सितंबर को क्यों मनाया जाता है शिक्षक दिवस

 5 सितंबर को क्यों मनाया जाता है शिक्षक दिवस
इस दिन को मनाने के पीछे क्या है महत्व, आइये जाने :-

NEWS DESK : हर साल 5 सितंबर को भारत में टीचर्स डे के तौर पर मनाया जाता है.  एक शिक्षक का किसी भी छात्र के जीवन में खास महत्व होता है. कहा जाता है कि किसी भी बच्चे के लिए सबसे पहले स्थान पर उसके माता-पिता और फिर दूसरे स्थान पर शिक्षक होता है. शिक्षक एक बच्चे के भविष्य में महत्वपूर्ण योगदान देता है. एक शिक्षक के बिना छात्र का जीवन अधूरा रहता है.  आखिर हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है और इन दिन को मनाने के पीछे क्या महत्व है।

भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन (5 सितंबर) भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है. डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को 1962 से शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है. उन्होंने अपने छात्रों से जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने की इच्छा जताई थी. दुनिया के 100 से ज्यादा देशों में अलग-अलग तारीख पर शिक्षक दिवस मनाया जाता है. देश के पहले उप-राष्‍ट्रपति डॉ राधाकृष्‍णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को तमिलनाडु के तिरुमनी गांव में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था. वे बचपन से ही किताबें पढ़ने के शौकीन थे और स्वामी विवेकानंद से काफी प्रभावित थे. राधाकृष्णन का निधन चेन्नई में 17 अप्रैल 1975 को हुआ था.

जब डॉ. एस राधाकृष्णन भारत के राष्ट्रपति बने तो उनके कुछ छात्र व मित्र उनके पास पहुंचे और उनसे अनुरोध किया कि वे उन्हें अपना जन्मदिन मनाने की अनुमति दें. उन्होंने उत्तर दिया कि मेरे जन्मदिन को अलग से मनाने के बजाय इस 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए तो यह मेरे लिए गौरवपूर्ण सौभाग्य होगा. तब से उनकी जयंती यानी 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाने लगा.

अलग-अलग देशों में भी मनाया जाता है शिक्षक दिवस

शिक्षक दिवस को चीन, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, अल्बानिया, इंडोनेशिया, ईरान, मलयेशिया, ब्राजील और पाकिस्तान तक शामिल हैं. हालांकि हर देश में इस दिवस को मनाने की तारीख अलग-अलग है. जैसे कि- चीन में 10 सितंबर तो अमेरिका में छह मई, ऑस्ट्रेलिया में अक्तूबर के अंतिम शुक्रवार, ब्राजील में 15 अक्तूबर और पाकिस्तान में पांच अक्तूबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है.

नवजात निकला कोरोना पोजेटीव मां बाप अस्पताल में छोड़ कर भागे

नवजात निकला कोरोना पोजेटीव मां बाप अस्पताल में छोड़ कर भागे
जीवन और मौत से जूझ रहा है नवजात, अस्पताल प्रबंधन ने ली बच्चे की जिम्मेवारी


रांची : कहा जाता है कि खून के रिश्ते के सामने सभी रिश्ते फीके पड़ जाते है। कोरोना वायरस अब खून के रिश्ते पर भी भारी पड़ने लगा है। मानवता को शर्मसार करने वाला एक ऐसी घटना झारखण्ड में घटित हुई है जिसे सुन कर आप भी दंग रह जाएंगे। 

झारखण्ड की राजधानी रांची स्थित रिम्स के पीडियाट्रिक सर्जरी वार्ड में भर्ती 14 दिनों के एक नवजात की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर परिजन बच्चे को छोड़कर भाग गए. रिम्स प्रबंधन ने उसके माता-पिता को खोजने की पूरी कोशिश की, लेकिन उसके परिजन कंही नहीं मिले. यंहा तक की भर्ती रजिस्टर में परिजन ने जो मोबाइल नम्बर दर्ज कराया था वह भी स्विच ऑफ बता रहा है। अब रिम्स प्रबंधन और डॉक्टर अभिषेक रंजन बच्चे की जिम्मेदारी लेते हुए उसका इलाज कर रहे हैं.


 झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में ऐसा मामला सुनकर सभी हैरान हो जाएंगे. अस्पताल के पीडियाट्रिक सर्जरी वार्ड में 14 दिन के उक्त नवजात का गंभीर अवस्था में इलाज चल रहा था. मासूम को आंत में इन्फेक्शन होने की समस्या को लेकर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मासूम की स्थिति खराब होता देख डॉक्टर अभिषेक रंजन ने सर्जरी करने का निर्णय लिया, लेकिन उससे पहले कोविड टेस्ट कराना जरूरी था. कोविड टेस्ट में मासूम की रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही अपनों ने उससे मुंह मोड़ लिया. बीमार बच्चे की जान बचाने आए माता पिता कहां चले गए ये किसी को पता नहीं. क्योंकि मामला बच्चे की जिंदगी से जुड़ा था इसलिए रिम्स प्रबंधन में उसके माता-पिता को खोजने की पूरी कोशिश की.

बच्चे को एडमिट करते वक्त परिजनों की तरफ से जो नंबर दिया गया था उस पर फोन लगाया गया, लेकिन मोबाइल स्विच ऑफ था. अब रिम्स प्रबंधन और डॉक्टर अभिषेक रंजन द्वारा बच्चे की जिम्मेदारी लेकर उसका इलाज किया जा रहा है और उसे फिलहाल पीडियाट्रिक सर्जरी वार्ड में ही रखा गया है. फिलहाल, अपनों से दूर मासूम अस्पताल में जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है. डॉक्टर ने बताया कि बच्चे का सर्जरी किया जाएगा उसके बाद ही कुछ बताया जा सकता है कि स्थिति क्या होगी. खास बात यह है कि इस वार्ड में कई बच्चे भर्ती हैं. अब उनके परिजन इस मासूम के लिए दुआएं कर रहे हैं.

रविवार, 30 अगस्त 2020

सांसद साक्षी महाराज मामले का हुआ पटाक्षेप, मिली वापस जाने की अनुमति

सांसद साक्षी महाराज मामले का हुआ पटाक्षेप, मिली वापस जाने की अनुमति
गिरिडीह: भाजपा के उत्तर प्रदेश के उन्नाव से सांसद साक्षी महाराज को गिरिडीह में कोरेंटाइन किए जाने के मामले का हुआ पटाक्षेप।  उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा से जिले के भाजपाइयों की हुई वार्ता के बाद इस मामले में पूर्णविराम लग गया और उन्हें वापस जाने की अनुमति मिल गयी है। 

गौरतलब है कि संसद साक्षी महाराज शनिवार को गिरिडीह एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। कार्यक्रम पश्चात आश्रम में बीमार माता जी से सहित अन्य भक्तों से मुलाकात कर वह वापस लौट रहे थे। उनके गिरिडीह आगमन की सूचना जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को पूर्व में ही मिल चुकी थी। इस बाबत एसपी के गोपनीय कार्यालय से एक आदेश पत्र भी निर्गत किया गया था। जिसमे स्पष्ट है कि कार्यक्रम की समाप्ति के बाद संसद साक्षी महाराज सड़क मार्ग से धनबाद जंक्शन के लिये प्रस्थान करेंगे।

उनके गिरिडीह से वापसी के क्रम में पीरटांड़ थाना के समीप बाकायदा बेरिगेटिंग लगा कर उनके वाहन को रोक दिया गया।  SDM प्रेरणा दीक्षित के नेतृत्व में पुलिस ने सरकार के निर्देशों का हवाला देते हुये उन्हें वापस गिरिडीह ले आयी और शान्ति भवन आश्रम में 14 दिनों के लिये कोरेण्टाइन कर दिया।

इस घटना के बाद गिरिडीह का सियासी पारा परवान चढ़ गया। और राजनीतिक गलियारे में भूचाल आ गया। राजनीतिक गलियारे में जिले से लेकर प्रदेश तक यह मुद्दा सियासी तौर पर दिनभर चलता रहा।

 वंही गिरिडीह के भाजपा जिलाध्यक्ष महादेव दुबे ने साक्षी महाराज के मामले को लेकर आज रविवार को स्थानीय झंडा मैदान में धरना प्रदर्शन करने का निर्णय ले लिया लेकिन एसड़ीएम प्रेरणा दीक्षित ने सरकार के आदेशों का हवाला देते हुए उन्हें धरना प्रदर्शन की अनुमति नही दी।

जिले के भाजपाइयों को रोष पुनः परवान चढ़ गया। जिले के भाजपाइयों ने झारखण्ड सरकार पर कोविड19 के नियमो को लेकर दोहरा चरित्र अपनाने का आरोप लगाया। भाजपाई इसे द्वेष की राजनीति के तहत की गयी कार्रवाई बता रहे थे।

बाद में पूर्व विधायक निर्भय शाहबादी की अगुवाई में संगठन के पदाधिकारियों ने उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा समेत उच्च पदाधिकारियों से वार्ता की। जिला प्रशासन ने सूझबूझ का परिचय देते हुए साक्षी महाराज को जाने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। इसके पूर्व उनका कोरोना जांच किया गया, स्वाब लिया गया साथ ही ट्रुनेट जांच किया गया। जिसमें उनकी रिपोर्ट निगेटिव आया है। सासंद को वापस जाने की अनुमति मिलने के बाद इस मामले में पूर्ण विराम लग गया।

शनिवार, 29 अगस्त 2020

पोबी में मनाई गई हॉकी के जादूगर मेज़र ध्यानचंद की जयंती

पोबी में मनाई गई हॉकी के जादूगर मेज़र ध्यानचंद की  जयंती   
जमुआ गिरीडीह : जमुआ प्रखंड के ग्राम पंचायत पोबी में शनिवार को हॉकी के जादूगर मेज़र ध्यानचंद की जयंती मनाई गयी। इस अवसर पर उनके तस्वीर पर माल्यार्पण कर तथा दीप प्रज्वलित कर उन्हें भावभीनी  श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।

कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोगों ने उनके जीवन पर प्रकाश डाला और उनके बताये मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।

 कार्यक्रम में समाजसेवी योगेश कुमार पाण्डेय ,वार्ड सदस्य  अनिल कुमार गोस्वामी, संजय पाण्डेय, श्यामदेव राम, विवेकानन्द प्रसाद धीरज, पवन कुमार सिन्हा, अनिल कुमार राय, प्रमोद यादव, राजा कुमार राम सहित अन्य लोग मौजूद थे।

मुहर्रम त्यौहार के मद्देनजर जमुआ में पुलिस ने किया फ्लैगमार्च

मुहर्रम त्यौहार के मद्देनजर जमुआ में पुलिस ने किया फ्लैगमार्च
किया सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मुहर्रम मनाने की अपील

जमुआ/ गिरिडीह : मुहर्रम पर्व को लेकर जमुआ बाजार सहित प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गाँव में शनिवार को पुलिस प्रशासन द्वारा फ्लैग मार्च निकाला गया। जमुआ अंचल निरीक्षक विनय कुमार राम एवं जमुआ थाना प्रभारी संतोष कुमार के नेतृत्व में बाटी, बड़ाडीह, घोरंजो, पोड़ैया, केंदुआ, खरगडीहा, गाण्डों, चकमन्जो, लताकी आदि गांवों में फ्लैग मार्च निकाला गया।

इस दौरान जमुआ अंचल निरीक्षक विनय कुमार राम ने कहा कि कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए  मुहर्रम पर अखाड़ा, जुलूस  एवं मेला का आयोजन नहीं होगा। लोग सामाजिक दूरी एवं मास्क का प्रयोग करे।

जमुआ थाना प्रभारी संतोष कुमार ने कहा कि असामाजिक तत्वों की गतिविधियों की सूचना वे पुलिस को दें। पुलिस क्षेत्र की जनता की मदद के लिए हमेशा तैयार रहती है। सोशल डिस्टेंसिंग के तहत शांतिपूर्ण माहौल में मोहर्रम पर्व मनाने की अपील लोगों से की। इस दौरान थाना प्रभारी ने अपने टीम के साथियों से कहा कि त्यौहार में सौहार्द बनाएं रखने हेतु विशेष सतर्कता व चौकसी बरतने की आवश्यकता है।

फ्लैग मार्च में एसआई सुमंत कुमार, प्रशिक्षु एसआई में मनीष गुप्ता,अभिषेक कुमार रंजन,आशीष रंजन,मनोज कुमार पूर्ति,एवं पुलिस जवान मौजूद थे।

मुहर्रम पर ब्राह्मण परिवार के नेतृत्व में ग्रामीण उठाते है ताजिया

मुहर्रम पर ब्राह्मण परिवार के नेतृत्व में ग्रामीण उठाते है ताजिया 
जमुआ/ गिरिडीह : जमुआ प्रखंड के ऐतिहासिक ग्राम पंचायत पोबी में पूरा विधि विधान से एक ब्राह्मण परिवार द्वारा पूरा नियम का अनुपालन करते हुए मुहर्रम का ताजिया उठाते हैं। दरगाह में मिट्टी धराई से कर्बला तक के लिए एक मोजाव्वर मो उस्मान अंसारी के माध्यम से सारा रस्म को पूरा किया जाता है। 


युवा समाजसेवी योगेश कुमार पाण्डेय ने इस बाबत जानकारी दिया कि पोबी में ब्रिटिश शासन में जमींदारी प्रथा से ही मुहर्रम पर ताजिया उठाया जाता रहा है परन्तु जमींदारी प्रथा के समाप्ति के कुछ वर्षों तक बंद हो गया था। परवर दिगार की प्रेरणा व ग्रामीणों के सहयोग से मेरे पिता जनार्दन पाण्डेय ने मुहर्रम पर ताज़िया उठाना शुरू किया जो अब तक जारी है। ताज़िया पूरा गाँव घुमाया जाता है अखाड़ा लगता है सभी समुदाय के लोग शामिल होते हैं। सभी ग्रामीणों का पूरा सहयोग मिलता हैं। 

कौमी एकता का मिशाल है पोबी पंचायत। हिन्दू मुस्लिम दोनों कौम एक दूजे के पर्व त्यौहारो ,सुख दुःख की घड़ी में शामिल होकर चट्टानी कौमी एकता का परिचय देते हैं जो दूसरे पंचयत के मज़हबी कट्टरपंथीयो के लिए सिख है । कोविड 19 के मद्देनजर  इस वर्ष सादगी पूर्वक रस्म अदायगी किया जा रहा है। ताज़िया व अखाड़ा नही निकाला जायेगा। एक दूजे के धर्मों का सम्मान करना ही मानवता का मुख्य उद्देश्य है। विभिन्न धर्म एक  नदी के समान है  जिसका विलय खाड़ी,समुंदर में हो जाता है।

गिरिडीह के पालगंज निवासी वरिष्ठ पत्रकार शरद भक्त को पत्नी शोक

गिरिडीह के पालगंज निवासी वरिष्ठ पत्रकार शरद भक्त  को पत्नी शोक

गिरिडीह :  जिले के वरिष्ठ पत्रकार सह समाज सेवी पीरटांड़ प्रखण्ड के पालगंज निवासी शरद भक्त की धर्मपत्नी श्रीमती रेणु देवी का कल दोपहर लगभग दो बजे आकस्मिक निधन हो गया। वे पिछले कुछ दिनों से बीमार थीं। गिरिडीह के कोविड सेंटर में उनका इलाज चल रहा था।

अत्यन्त सरल, मृदुभाषी स्वभाव की धनी दिवंगता श्रीमती रेणु देवी मूलतः रायपुरा, जमुई की थी। वे अपने पीछे दो पुत्र गौरव एवं विपुल सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गई हैं।

श्रीमती रेणु देवी के असमय चले जाने से इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट(आईएफडब्लूजे) की गिरिडीह जिला इकाई के सदस्यों ने गहरा दुःख व्यक्त किया है। संघ के सदस्यों ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुये मृतक आत्मा की शांति और परिवार को इस असहनीय दुःख को बर्दाश्त करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की।

दूसरी ओर रेनु देवी के निधन पर सार्वभौम शाकद्वीपीय ब्राह्मण महासंघ ने भी गहरी संवेदना जताया है।
महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष  दीपक उपाध्याय, संरक्षक प्रो. अशोक प्रियदर्शी,  ब्रजबिहारी पांडेय, आचार्य लक्ष्मीनारायण पांडेय, चंद्रशेखर मिश्र, ज्ञानवर्धन मिश्र, राजीव रंजन मिश्र,  प्रकाश कुमार मिश्र, स्वामी दिव्य ज्ञान मिश्र,  संजीव मिश्र, डॉ सुधांशु शेखर मिश्र, डॉ ब्रज बिहारी पाठक, सीताराम पाठक, डॉ प्रह्लाद मिश्र, मनोज कुमार मिश्र, पंडित मृत्युंजय पाठक,  गौतम वैद्य, अमरीष पाठक, जीतेश मिश्र के अलावे महासंघ के अन्य पदाधिकारियों ने गहरी संवेदना व्यक्त की हैं। 
और दिवंगता को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए भगवान भास्कर से उनकी आत्मा को शांति एवं परिजनों को दारुण दुःख सहने  की शक्ति प्रदान की  विनम्र प्रार्थना किया है।