शनिवार, 29 अगस्त 2020

मुहर्रम पर ब्राह्मण परिवार के नेतृत्व में ग्रामीण उठाते है ताजिया

मुहर्रम पर ब्राह्मण परिवार के नेतृत्व में ग्रामीण उठाते है ताजिया 
जमुआ/ गिरिडीह : जमुआ प्रखंड के ऐतिहासिक ग्राम पंचायत पोबी में पूरा विधि विधान से एक ब्राह्मण परिवार द्वारा पूरा नियम का अनुपालन करते हुए मुहर्रम का ताजिया उठाते हैं। दरगाह में मिट्टी धराई से कर्बला तक के लिए एक मोजाव्वर मो उस्मान अंसारी के माध्यम से सारा रस्म को पूरा किया जाता है। 


युवा समाजसेवी योगेश कुमार पाण्डेय ने इस बाबत जानकारी दिया कि पोबी में ब्रिटिश शासन में जमींदारी प्रथा से ही मुहर्रम पर ताजिया उठाया जाता रहा है परन्तु जमींदारी प्रथा के समाप्ति के कुछ वर्षों तक बंद हो गया था। परवर दिगार की प्रेरणा व ग्रामीणों के सहयोग से मेरे पिता जनार्दन पाण्डेय ने मुहर्रम पर ताज़िया उठाना शुरू किया जो अब तक जारी है। ताज़िया पूरा गाँव घुमाया जाता है अखाड़ा लगता है सभी समुदाय के लोग शामिल होते हैं। सभी ग्रामीणों का पूरा सहयोग मिलता हैं। 

कौमी एकता का मिशाल है पोबी पंचायत। हिन्दू मुस्लिम दोनों कौम एक दूजे के पर्व त्यौहारो ,सुख दुःख की घड़ी में शामिल होकर चट्टानी कौमी एकता का परिचय देते हैं जो दूसरे पंचयत के मज़हबी कट्टरपंथीयो के लिए सिख है । कोविड 19 के मद्देनजर  इस वर्ष सादगी पूर्वक रस्म अदायगी किया जा रहा है। ताज़िया व अखाड़ा नही निकाला जायेगा। एक दूजे के धर्मों का सम्मान करना ही मानवता का मुख्य उद्देश्य है। विभिन्न धर्म एक  नदी के समान है  जिसका विलय खाड़ी,समुंदर में हो जाता है।

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