मधुबन ने नक्सलियों धमाका कर निर्माणाधीन जैन भवन को उड़ाया
दो वर्षों के बाद नक्सलियों ने इलाके में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई
गिरीडीह : भगवान पार्श्वनाथ की तपोभूमि गिरिडीह जिले के मधुबन पार्श्वनाथ में नक्सलियों ने दो साल बाद एक बार फिर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए पुलिस को चुनौती दी है। नक्सलियों ने शनिवार की देर रात मधुबन थाना से महज 150 मीटर की दूरी पर अवस्थित जैन संस्था के सौरभाचंल भवन मे लैंण्ड माइंस के माध्यम से ब्लास्टींग कर भवन की चहारदिवारी को उड़ा दिया। बलास्ट में भवन की दीवार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी है।
बताया जा रहा है कि निर्माणाधीन जैन भवन मधुबन थाना से मात्र 150 मिटर की दूरी पर स्थित है। बावजूद इसके नक्सली यहां बलास्ट कर आराम से निकल गये।लोगों ने बताया कि ब्लास्ट इतनी जोरदार था कि पूरा मधुबन क्षेत्र इससे थर्रा गया। नक्सलियों द्वारा अंजाम दिये गये इस घटना से स्थानीय लोगों में भय का माहौल व्याप्त हो गया है।
घटना की जानकारी मिलते ही मधुबन थाना पुलिस समते सीआरपीएफ की टीम देरा रात घटनास्थल पर पहुंची और वहां का जायजा लिया।
घटना के बाबत गिरिडीह एसपी सुरेंद्र झा ने कहा कि ब्लाटिंग की घटना के पीछे कुछ और भी कारण हो सकता है क्योंकि निर्माणाधीन सौरभांचल जैन भवन की जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले पर पुलिस नजर बनाये हुए है। एसपी ने फिलहाल इस घटना के पीछे नक्सलियों के हाथ होने की बात से इंकार किया है।
वहीं घटना की सूचना मिलने के बाद एएसपी दीपक कुमार रविवार सुबह पुलिस के जवानों के साथ घटना स्थल पर पहुंच सारी वस्तु स्थिति का जायजा लिया। एएसपी ने कहा कि फिलहाल घटना के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।
वहीं सूत्रों की मानें तो निर्माणाधीन जैन भवन को नक्सलियों द्वारा ब्लास्ट कर उड़ाने का एक कारण इलाके के भू-माफियाओं मे दहशत पैदा करना बताया जा रहा हैं। हालांकि पूरे मामले पर पुलिस अपनी दृष्टि जमाये हुये है। गहन जांचोंप्रांत ही घटना के पीछे का असली कारण पता चल सकेगा।