शनिवार, 22 फ़रवरी 2020

आकर्षण का केंद्र रहा गिरिडीह के झारखण्डधाम का महाशिवरात्रि महोत्सव

झारखण्डधाम का महाशिवरात्रि महोत्सव रहा आकर्षण का केंद्र 
जमुआ :  शुक्रवार की रात झारखण्डी गांव से बाबा की भव्य बारात निकली। बारात की शोभा देखते ही बनती थी। बारात में तरह तरह के मुखौटे पहने लोग भूत प्रेत की शक्ल में नाच रहे थे। विधि विधान के साथ अर्धरात्रि को भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती के विवाह की रस्म पूरी कराई गई। विवाह के रस्म अदायगी को देखने के लिए हजारों की संख्या में भक्त रात भर जागे रहे और शिव भक्ति में लगे रहे।  मेला परिसर में जगह जगह भजन जागरण की टीमें अपने भजनों से भक्तों का मनोरंजन रात भर करती रही। 

मेले में खेल-तमाशों के शोर एवं भजनों के लय बद्ध तान से पूरा परिवेश एक अलग तरह के संगीतमय शोर से गुंजायमान रहा। मेला परिसर में रात भर दुकानें खुली रही। खेल तमाशे के शो रात भर चलते रहे।  रात्रि 12 बजे के बाद मेले में कुछ ठंढ़ का असर देखने को मिला लेकिन  रात्रि 2 बजे से ही भक्त मन्दिर का पट खुलने का इंतज़ार करने लगे, और भीड़ को देखते हुए प्रबंधन समिति ने तीन बजे ही मन्दिर के पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया। 

हर हर महादेव के जयकारे के साथ ठंढ़ को धता बतलाते श्रद्धालुओं ने शिवगंगा में डुबकी लगा हाँथ में जल लिए मन्दिर के प्रांगण में कतारबद्ध होने लगे।जलाभिषेक कर बाहर होने को होड़ में मन्दिर परिसर में रेलम-पेल भीड़ हो गयी।

भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और प्रशासन की परेशानियों पर बल पड़ गए। हालांकि इस बार पर्याप्त संख्या में महिला पुलिस भी तैनात की गई थी।पुलिस की चौकसी के चलते इस बार मेले में शांति रही। 

चोर उचक्के एवं शोहदों पर कड़ी नजर रखी गयी थी। इसीलिए इस बार चोर- उचक्के अपने ही मांद में दुबके रहे। प्रखण्ड के पोबी पंचमन्दिर, झारोधाम आदि शिवालयों में भी धूमधाम से महाशिवरात्रि मनाई गई।

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