मंगलवार, 2 अक्टूबर 2018

राष्ट्रीय कायस्थवृंद ने वृद्धाश्रम में फल वितरण कर मनाया शास्त्री व गांधी जयंती

शास्त्री- गांधी जयंती पर वृद्धाश्रम में फल वितरण


https://youtu.be/fZ_kDp9S-Tg



गिरिडीह : कायस्थों की अग्रणी संस्था राष्ट्रीय कायस्थवृंद की गिरिडीह जिला इकाई द्वारा वृद्धाश्रम में किया गया फल वितरण। 
भारत रत्न कायस्थकुल गौरव देश के द्वितीय प्रधानमन्त्री लालबहादुर शास्त्री और राष्ट्रपिता महात्मा गांघी की जयंती के मौके पर राष्ट्रीय कायस्थवृंद द्वारा स्नेहदीप वृद्धाश्रम में निवास कर रहे वृद्धों के बीच फल व बिस्कुट का वितरण कर दोनों महान विभितियों को श्रधांजलि अर्पित किया।

कार्यक्रम का शुभारम्भ देश के दोनों महान विभितियों के तश्वीर पर पुष्प अर्पित कर किया गया। इस दौरान राष्ट्रीय कायस्थवृंद की गिरिडीह जिला इकाई के सदस्यों व पदाधिकारियों ने वृद्धाश्रम में निवास कर रहे महिला पुरुष वृद्धों से उनका हाल चाल जाना और उनका आशीर्वाद भी प्राप्त किया।


इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय कायस्थवृंद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष त्रिपुरारी प्रसाद बक्सी , प्रदेश अध्यक्ष संजीव रंजन सिन्हा व प्रदेश प्रभारी शिवेंद्र कुमार सिन्हा मुख्य रूप से उपस्थित थे।

जिलाध्यक्ष एमके वर्मा और सचिव सज्जन कुमार सिन्हा की अगुवाई में आयोजित इस कार्यक्रम में विशाल गौरव, कुमार राकेश, रंजीत सिन्हा, अभय सिन्हा समेत जिला इकाई के सदस्य व पदाधिकारी मुख्य रूप से मौजूद थे।

लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें कोटि कोटि नमन

🇾🇪 जय जवान 🇾🇪 जय किसान का नारा देने वाले स्व० लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें शत शत नमन




आज हम एक ऐसे सच्चे देशभक्त की चर्चा करने जा रहे जिनकी आज जन्मदिन है। जिन्हे आज सारी दुनिया नम आँखो से याद करती है I जिन्होंने जय जवान- जय किसान का नारा पुरे विश्व को दिया था। जी हाँ! हम बात कर रहे है एक सादगी प्रिय, राष्ट्रभक्त देश के द्वितीय प्रधानमन्त्री स्व० लाल बहादुर शास्त्री जी की।  जिनकी ताशकन्द समझोते के दौरान एक साजिश पूर्ण तरीके से हत्या की गयी। लेकिन अब तक उनके हत्यारों का पता भारत की सरकार नही लगा पायी। आज यह कायस्थ वीर हम सबके बीच मे ना होकर भी हम सबके दिलो पे राज करता है I

स्व० शास्त्री एक_परिचय :-

लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर, 1904 को मुगलसराय, उत्तर प्रदेश के एक सामान्य निम्नवर्गीय परिवार में हुआ था। इनका वास्तविक नाम लाल बहादुर श्रीवास्तव था। शास्त्री जी के पिता शारदा प्रसाद श्रीवास्तव एक शिक्षक थे व बाद में उन्होंने भारत सरकार के राजस्व विभाग में क्लर्क के पद पर कार्य किया।

भारत की स्वतंत्रता के पश्चात शास्त्रीजी को उत्तर प्रदेश का संसदीय सचिव नियुक्त किया गया। गोविंद बल्लभ पंत के मंत्रीमंडल में आपको पुलिस एवं यातायात मंत्रालय सौंपा गया। परिवहन मंत्री के अपने कार्यकाल में आपने महिला संवाहकों (कण्डक्टर्स) की नियुक्ति की। पुलिस मंत्री होने पर आपने भीड़ को नियंत्रित रखने के लिये लाठी की अपेक्षा पानी की बौछार का प्रयोग लागू करवाया।


1951 में, जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में इन्हे अखिल भारतीय काँग्रेस कमेटी के महासचिव नियुक्त किए गया ।  1952, 1957 व 1962 के चुनावों में कांग्रेस पार्टी को भारी बहुमत से विजय का श्रेय आपके अथक परिश्रम व प्रयास का परिणाम था। इनकी प्रतिभा और निष्ठा को देखते हुए भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु के पश्चात कांग्रेस पार्टी ने 1964 में लाल बहादुर शास्त्री को प्रधानमंत्री पद का उत्तरदायित्व सौंपा। आपने 9 जून 1964 को भारत के प्रधान मन्त्री का पद भार ग्रहण किया।

प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने 26 जनवरी, 1965 को देश के जवानों और किसानों को अपने कर्म और निष्ठा के प्रति सुदृढ़ रहने और देश को खाद्य के क्षेत्र में आत्म निर्भर बनाने के उद्देश्य से ‘जय जवान, जय किसान' का नारा दिया।  यह नारा आज भी भारतवर्ष में लोकप्रिय है।

1965 भारत-पाक युद्ध तो याद ही होगा ना जब भारत के प्रधानमंत्री लाल बहादूर शास्त्री जी थे और इस लडाई मे देश के लिये इन्होने खाना, सेलरी, नौकर चाकर सबका त्याग कर दिया था I तब उस समय भारत मे गेहूँ ना के बराबर होता था और सडा घुला गेंहू अमेरिका से आता था, अमेरिका ने भारत को तब धमकी दी की पाकिस्तान से लडाई बन्द कर दो वरना गेहुँ बन्द कर दुंगा तब शास्त्री जी ने पलटवार करते हुये कहा था कि हम भूखे रह लेंगे पर देश की शान ना जाने देंगे I तब जाकर पाकिस्तान की करारी हार हुई पर इसी सिलसिले मे जब ये ताशकंद समझौते के लिये गये तो भारत वापस नही आये, बल्कि वापस आई इनके मौत की खबर और देश से छिन गया एक सच्चा कायस्थ वीर । वो 11 जनवरी 1966 की काली रात हम कैसे भूल सकते हैं जब शास्त्री जी जैसे एक सच्चे देश भक्त का निधन हुआ था I

लाल बहादुर शास्‍त्री देश के प्रधानमंत्री बनने वाले ऐसे सरल और साधारण व्यक्ति थे जिनके जीवन का आदर्श प्रधानमंत्री बनने के बाद भी वही रहा। भारत में बहुत कम लोग ऐसे हुए हैं जिन्होंने समाज के बेहद साधारण वर्ग से अपना जीवन शुरू कर देश के सबसे पड़े पद को प्राप्त किया। शास्‍त्री जी को अपने देशवासियों से बहुत प्रेम था और उनके इसी देशप्रेम से सम्‍बंधित उनके जीवन से जुडी हुई एक और प्रेरक घटना है।

स्वतंत्रता संग्राम के दौरान लाला लाजपतराय ने सर्वेंट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी की स्थापना की थी जिसका उद्देश्य गरीब पृष्ठभूमि से आने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को आर्थिक सहायता प्रदान करवाना था।
आर्थिक सहायता पाने वालों में लाल बहादुर शास्त्री भी थे। उनको घर का खर्चा चलाने के लिए सोसाइटी की तरफ से 50 रुपए प्रति माह दिए जाते थे। एक बार उन्होंने जेल से अपनी पत्नी ललिता को पत्र लिखकर पूछा कि- क्या उन्हें ये 50 रुपए समय से मिल रहे हैं और क्या ये घर का खर्च चलाने के लिए पर्याप्त हैं ?

ललिता शास्त्री ने तुरंत जवाब दिया कि- ये राशि उनके लिए काफी है। वो तो सिर्फ 40 रुपये ख़र्च कर रही हैं और हर महीने 10 रुपये बचा रही हैं।

लाल बहादुर शास्त्री ने तुरंत सर्वेंट्स ऑफ़ इंडिया सोसाइटी को पत्र लिखकर कहा कि- उनके परिवार का गुज़ारा 40 रुपये में हो जा रहा है, इसलिए उनकी आर्थिक सहायता घटाकर 40 रुपए कर दी जाए और बाकी के 10 रुपए किसी और जरूरतमंद को दे दिए जाएं।

आज भले ही हमारे बीच शास्त्री जी नही हैं पर इनकी कुर्बानी दुनियां सदा ही याद रखेगी I भारत सरकार को चाहिये की इनकी हत्या की जाँच करवाये और दोषियों को कटघरे मे खडा करे Iऐसा सच्चे राष्ट्रभक्त को सादर नमन

सोमवार, 1 अक्टूबर 2018

मनरेगा कर्मियों ने घेरा विधायक आवास , सौंपा ज्ञापन-लिया सहमति पत्र

 मनरेगा कर्मियों ने किया अपने क्षेत्र के विधायकों के आवास का घेराव ,  सौपा मांग पत्र ली सहमति पत्र 


गिरिडीह : सोमवार अहले सुबह झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के आह्वान पर गिरिडीह जिले के सभी विधायकों का आवास घेराव किया गया।वहीँ विधायक को मनरेगा कर्मियों द्वारा अपना मांग पत्र सौंपा गया एवं विधायक से उनके लेटरपैड पर सहमती पत्र भी ली गई।
जानकारी के मुताबिक गिरिडीह एवं पीरटांड़,के कर्मी विधायक निर्भय शाहबादी के आवास,गांडेय एवं बेंगाबाद के कर्मी विधायक जयप्रकाश वर्मा के आवास,जमुआ एवं देवरी के कर्मी विधायक केदार हाजरा के आवास,गांवां तीसरी एवं धनवार के कर्मी विधायक राजकुमार यादव के आवास,डुमरी के कर्मी विधायक जगरनाथ महतो के आवास एवं बगोदर बिरनी एवं सरिया के कर्मी विधायक नागेन्द्र महतो के आवास पर अहले सुबह पहुँच कर अपना अपना मांग पत्र सौंपा एवं उनसे अपना आंदोलन का सहमती पत्र लिया गया।



        इस बाबत जिला मनरेगा कर्मचारी संघ के नवनिर्वाचित जिला अध्यक्ष विनोद विश्वकर्मा एवं सचिव रामटहल रविदास ने संयुक्त रूप से कहा की हम मनरेगा कर्मियों का सेवा स्थायीकरण एवं समान कार्य का समान वेतन तथा सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अविलंब अनुपालन सहित अन्य मांगों को लेकर आज एक अक्टूबर से हमलोगों का आंदोलन की शुरुवात विधायक आवास घेराव से शुरू हो चूका है।उक्त लोगों ने कहा की कल गांधी जयंती के शुभ अवसर पर आंबेडकर चौक गिरिडीह में जिले के सभी मनरेगा कर्मी एक दिवसीय भूख हड़ताल करेंगे।इसके बावजूद भी हमलोगों के मांग पर सरकार द्वारा विचार नहीं किया गया तो हमलोगों द्वारा चरणबद्ध आंदोलन कर सभी कार्य को ठप कर दिया जाना हैं।

         आवास घेराव कार्यक्रम के दौरान गिरिडीह विधायक निर्भय शाहबादी ने कहा की आप लोगों के मांग को आगामी विधान सभा सत्र में प्रमुखता से उठाऊँगा एवं आप लोगों के हित में सुप्रीम कोर्ट से आये आदेशों को शख्ती से लागु करवाया जायेगा।गांडेय विधायक जयप्रकाश वर्मा के अनुज विवेकानंद वर्मा ने कहा की  माननीय विधायक जी से कह कर आप लोगों के मांगो से सम्बंधित पत्र सरकार के सम्बंधित मंत्री जी को लिखा जायेगा।


     जिले के सभी प्रखंडों के मनरेगा कर्मचारी संघ के प्रखंड अध्यक्ष, सचिव के अलावे सभी मनरेगा कर्मी अपने अपने क्षेत्र के विधायक आवास पर भारी संख्या में उपस्थित होकर "आवास का घेराव कार्यक्रम" में शामिल हुए।

31 अक्टूबर से बदल जायेंगे एटीएम से रूपये निकालने की लिमिट

अब एक दिन में एटीएम से निकल सकेंगे सिर्फ 20 हजार, 

31 अक्टूबर से लागू हो जाएगा एसबीआई का यह नियम


एटीएम ट्रांजेक्शन में धोखाधड़ी की बढ़ती शिकायतों के मद्देनजर और डिजिटल यानी कैशलेस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के मकसद से बैंक द्वारा पैसा निकालने की लिमिट घटाने का निर्णय लिया गया है। 'बैंक ने इस संबंध में सभी शाखाओं को लिखित आदेश भेज दिया है। आगामी 31 अक्टूबर से यह नया नियम लागू हो जाएगा।

आप यदि बार-बार एटीएम से पैसे निकालने के आदि हैं तो सावधान हो जाइए। अब आपको को बार-बार एटीएम से पैसा निकालना महंगा पड़ेगा, वहीं आप आवश्यकता होने पर तय सीमा अधिक की निकासी नहीं कर पाएंगे। एटीएम से पैसा निकालने को लेकर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने बड़ा फैसला लिया है। जिसके बाद ट्रांजेक्शन की सीमा घटा दी गई है।अब एक दिन के अंदर सिर्फ 20 हजार रुपये ही निकाले जा सकेंगे। बैंक ने कहा है कि धोखाधड़ी की शिकायतों के बाद यह फैसला लिया गया है।

विदित हो कि अब तक एसबीआई के एटीएम से एक दिन में 40 हजार रुपये का ट्रांजेक्शन की व्यवस्था थी, लेकिन बैंक के नए नियम के बाद यह घटकर 20 हजार ही रह जाएगी। 

गौरतलब है कि एटीएम निकासी को लेकर पिछले कुछ वक्त में काफी नियम बदले गए हैं। दूसरे बैंक के एटीएम से ट्रांजेक्शन की लिमिट भी तय कर दी गई है। वहीं, मोदी सरकार ने जब नोटबंदी का फैसला सुनाया था, उसके बाद सरकार की तरफ से डिजिटल ट्रांजेक्शन का रास्ता अपनाने की अपील भी की गई और इस पर जोर भी दिया गया।




शनिवार, 29 सितंबर 2018

अपराधियों ने एलआइसी एजेंट की गोली मार की हत्या

बेगूसराय में अपराधियों ने गोली मार की बीमा अभिकर्ता की हत्या 

★ घटना रतनपुर ओपी थाना क्षेत्र की



बिहार प्रदेश के बेगुसराय जिलान्तर्गत रतनपुर ओपी थाना क्षेत्र में शुक्रवार की देर रात अपराधियों ने अनिल सिंह नामक बीमा अभिकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी ।

बताया जाता है कि मृतक एल आई सी एजेंट अनिल सिंह बरबीघा के रहने वाले थे। वह पिछले 20 वर्षों से सरस्वती नगर इटवा में एक रेंट के मकान में रह रहे थे। बीते रात अपराधियों ने उनके आवास के सामने ही सड़क पर उनपर ताबड़तोड़ गोलियां चलायी। जिसमे चार गोली उनके शरीर में समा गयी। जिससे घटना स्थल पर ही उनकी मौत हो गयी।

 स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि मृतक एक सज्जन पुरुष थे। उनके परिवार में पत्नी के अलावे दो पुत्री है। वह अपने परिवार का भरण पोषण ट्यूशन और एलआईसी का काम करके चलाते थे ।

हत्या की सूचना मिलते ही रतनपुर ओपी प्रभारी राजीव कुमार सदल बल घटनास्थल पर पहुंचे और वस्तु स्थिति का जायजा लिया। रतनपुर ओपी पुलिस ने शव को अपनी अभिरक्षा में लेकर पोस्टमार्टम हेतु बेगूसराय सदर अस्पताल भेज दिया है।

अपराधियों ने आखिर अनिल सिंह की हत्या क्यों की फिलवक्त इसके कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।
हालाँकि इस घटना से सरस्वती नगर इटवा के ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है। वहीं घटना के बाद से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।



पाकुड में पुलिस -अपराधी मुठभेड़, इनामी अपराधी गिरफ्तार

 पाकुड में पुलिस-अपराधी मुठभेड़

एक लाख का इनामी अपराधी सुनील मुर्मू देशी कट्टा के साथ गिरफ्तार




पाकुड :  महेशपुर थाना क्षेत्र के बाबन पोखर गांव में बीते रात पुलिस और अपराधियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। इस दौरान अपराधियों ने पुलिस टीम पर कई राउंड गोलियां चलायी। एसपी शैलेन्द्र प्रसाद वर्णवाल के र्नेतृत्व में पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुये अपराधियों पर कई चक्र गोलियां दागी। इस कार्रवाई में महेशपुर एसडीपीओ शशि प्रकाश, हेड क्वाटर डीएसपी एके मोहली भी साथ थे।

इस दौरान अँधेरे का फायदा उठा कई अपराधी भाग निकले लेकिन एक अपराधी को पुलिस ने देशी कट्टे के साथ दबोचने में कामयाब रही।

पुलिस के हत्थे चढ़े अपराधी सुनील मुर्मू हत्या, लूट और डकैती समेत कई कांडो में पुलिस को वांछित था। महेशपुर के डूमरघट्टी गांव का रहने वाला अपराधी सुनील एक लाख का इनामी भी है। जिसकी नक्सलियों से भी सांठ गाँठ बतायी जाती है। इसने नक्सलियों के नाम पर एकलव्य विद्यालय के संवेदक से 80 लाख रुपये की मांग किया था।

छह माह पूर्व उस मामले को लेकर अमड़ापाड़ा में हुई पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में महेशपुर के डूमरघट्टी गांव निवासी कुणाल मुर्मू का एसपी ने एनकाउन्टर किया  था। लेकिन उक्त मुठभेड़ में गिरफ्तार अपराधी सुनील मुर्मू फरार हो गया था।

शुक्रवार, 28 सितंबर 2018

ट्रेन की चपेट में आ माँ- बेटी हुई घायल, माँ के पैर कटे

 ट्रेन से उतरने के क्रम में मां-बेटी घायल, ट्रेन की चपेट में आ माँ के दोनों पैर कटे

गिरिडीह: जिले के हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन में शुक्रवार की दोपहर में उस वक़्त अफरा तफरी मच गयी जब एक महिला यात्री जम्मूतवी-कोलकाता एक्सप्रेस से उतरने के क्रम में पटरी के नीचे चली गई। इस घटना में महिला यात्री के दोनों पैर कट गए। जबकि उसकी चार वर्षीया पुत्री भी घटना में गम्भीर रूप से घायल हो गयी।

सूचना मिलते ही आरपीएफ निरीक्षक विपिन कुमार, एएसआई रामायण मिश्रा, एम एस मीना,आर के पांडेय, जयराम सिंह सहित अन्य जवान घटना स्थल पर पहुंचे और घायल महिला एवं उसकी पुत्री को पटरी से बाहर निकाला।


कैसे हुई घटना :

घटना के बावत बताया जाता है कि बिरनी प्रखंड के चिताखारो गांव निवासी चुन्नुकान्त टूडू अपनी पत्नी रूबी मुर्मु और दो बच्चों के साथ मुरादाबाद से जम्मूतवी कोलकाता एक्सप्रेस से अपने गाँव लौट रहे थे। हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन पहुंच उक्त गाड़ी अभी पूरी तरह से रुकी भी नहीं थी कि उक्त महिला प्लेटफॉर्म संख्या 3 पर उतरने लगी। जिस कारण वह संतुलन खो बैठी और प्लेटफार्म पर गिर रेलवे पटरी पर पहुंच गई। जिससे मौके पर ही ट्रेन से उसके दोनों पैर कट गए। जबकि इस घटना में उसकी बेटी भी जख्मी हो गयी।

बेहतर इलाज़ हेतु रिम्स रेफर :

घटना की सूचना पाकर सांसद प्रतिनिधि टिंकू साव, जिप सदस्य अनूप कुमार पांडेय समेत अन्य स्थानीय लोग स्टेशन पहुंचे। जिनके सकारात्मक सहयोग से दोनों घायलों को इलाज़ हेतु उप स्वास्थ्य केन्द्र सरिया लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उनकी गम्भीर स्थिति को देखते हुये प्राथमिक उपचार कर बेहतर इलाज़ हेतु रांची स्थित रिम्स अस्पताल रेफर कर दिया।

पुलिस ने कसा शिकंजा , 12 बैलगाड़ियों में लदा 20 टन अवैध कोयला जब्त

छापेमारी में 12 बैलगाड़ी समेत काफी मात्रा में अवैध कोयला जब्त



गिरिडीह : अवैध कोयला कारोबारी के खिलाफ पुलिस ने शिकंजा कसते हुए शुक्रवार अहले सुबह छापेमारी कर भारी मात्रा में 12 बैलगाड़ियों में लदे अवैध कोयला जब्त किया है। मौके पर से पुलिस ने एक स्कूटर और एक बाइक भी जब्त किया है।

बताया जाता है कि पुलिस को बनियांडीह कोलियरी के ओपेनकास्ट के डम्पयार्ड से कोयला चोरी की गुप्त सुचना लगातार मिल रही थी। जिसके आलोक में पुलिस कप्तान सुरेन्द्र कुमार झा ने एक विशेष छापेमारी दस्ते का गठन कर अवैध कोयला कारोबारियों के खिलाफ नकेल कसने का निर्देश दिया।

पुलिस की उक्त विशेष छापेमारी दस्ते ने शुक्रवार अहले सुबह ओपेनकास्ट इलाके में घेराबंदी कर बैलगाड़ी और दो पहिया वाहन से कोयला चोरी करने वाले के खिलाफ कार्रवाई किया। मौके पर से पुलिस ने लगभग 20 टन अवैध कोयला के साथ 12 बैलगाड़ी,एक स्कूटर व एक बाइक को ज़ब्त किया।


गौरतलब है कि मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के इलाकों समेत नवगठित पचंबा थाना के इलाके में सीसीएल क्षेत्र से कोयला चोरी का खेल वर्षों से चल रहा है। गाहे बगाहे पुलिस द्वारा छापेमारी किये जाने के बाद कुछ समय के लिए इसमें अल्पविराम जरूर लग जाता है,लेकिन पूर्ण विराम कभी भी नही लग पाया है। जिस कारण अवैध कोयला कारोबारियों का हौसला कभी पस्त नही हुआ है।

सुविज्ञ सूत्रों की माने तो सीसीएल क्षेत्र से कोयला चोरी कर अवैध कोयला कारोबारी बैलगाड़ी, साइकिल व मोटरसाइकिलों के जरिये बिहार के इलाकों में बदस्तूर सप्लाई करते रहे हैं।

गिरिडीह : बगोदर के युवक की हुई मुम्बई में ट्रेन से कटकर मौत

मुम्बई में ट्रेन से कटकर हुई  बगोदर के गणेश की मौत




गिरिडीह। काम के सिलसिले में मुम्बई गये गिरिडीह जिले के एक युवक की मुम्बई में ट्रेन से कट कर मौत हो गयी। मुम्बई रेल पुलिस ने जब मृतक युवक की तलासी ली तो उसके पास मिले मोबाइल और आधार कार्ड से उसकी शिनाख्त हुई।

 पुलिस ने तत्काल मृतक युवक के परिजनों को घटना की सुचना दी।  युवक की मौत की खबर मिलते ही परिजनों के बीच कोहराम मच गया। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। 

गौरतलब है कि गिरिडीह जिले के बगोदर थाना क्षेत्र के बेको गांव निवासी जगदीश साव का 25 वर्षीय पुत्र गणेश साव मायानगरी मुम्बई कमाने गया था। जंहागुरूवार की रात ट्रेन से कटकर उसकी मौत हो गई।


 घटना के बाद पुलिस ने मृतक की तलाशी ली तो उसके जेब से मिले मोबाइल और आधार कार्ड से उसकी पहचान हुई। पहचान के बाद पुलिस ने युवक के घर वालों को इसकी सूचना दी। मृतक गणेश अपने पीछे पत्नी रीना के साथ तीन वर्षीय पुत्र को रोता बिलखता छोड़ गया हैं।

आर्थिक रूप से काफी कमजोर मृतक के परिवार वालों के समक्ष अब मृतक के शव को घर वापस लाने में काफी परेशानी हो रही है। परिजनों ने इस विपत्ति की घड़ी में मृतक का शव लाने के लिए आम लोगों से आर्थिक सहयोग की गुहार लगाई हैं।

गुरुवार, 27 सितंबर 2018

अजूबा बच्चा ने लिया जन्म , देखने उमड़ी भीड़

          अजूबे बच्चे ने को देखने उमड़ी लोगों की भीड़


एक सिर ,दो नाक, दो मुंह, चार ऑख वाले बच्चे ने लिया जन्म


बिहार प्रदेश के समस्तीपुर जिलान्तर्गत विभूतिपुर प्रखंड के मुस्तफापुर बरैयागाछी मे गुरुवार की सुबह एक अजूबे बच्चे ने जन्म लिया है। बच्चे का गर्दन और सिर एक है लेकिन मुंह दो, नाक दो, आंख चार है।
उक्त अजूबे बच्चे की जन्म की खबर जंगल में लगी आग की तरह पुरे इलाके में फैल गयी। उक्त बच्चे को देखने लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।

स्थानीय लोगो ने बताया कि मुस्तफापुर पंचायत के बरैयागाछी निवासी अर्जुन पासवान उर्फ छोटन पासवान की पुत्री को बुधवार की रात प्रसव पीड़ा शुरू हुई और आज गुरुवार की सुबह उसने एक अजूबे बच्चे का जन्म दिया। 

हालांकि जन्म के कुछ ही देर बाद बच्चा इस संसार मे नही रहा। उसकी मौत हो गयी। बताया गया कि उक्त बच्चे ने अपने ननिहाल में जन्म लिया था। बच्चे के पिता का नाम शत्रुघ्न पासवान बताया गया जो बिरनामा निवासी हैं।

उक्त अजूबे बच्चे की चर्चा गांव मे लगी आग की तरह फैल गई है। उसे देखने लोगो का ताँता लगा हुआ है। महिला-पुरुष-बच्चे सभी वर्ग के लोगों के साथ दूर दूर के गांव के लोग भी उसे देखने पहुंच रहे हैं। लोगों के बीच उस बच्चे को लेकर तरह-तरह चर्चा हो रही है। कुछ लोग उसे भगवान का अवतार मानकर उसकी पूजा-अर्चना भी करने लगे हैं।

नहाय खाय के साथ एक अक्टूबर से शुरू होगा तीन दिवसीय जिउतिया ब्रत

नहाए खाए के साथ 01 अक्टूबर से तीन दिवसीय जितिया (जीवित्पुत्रिका व्रत) का पर्व होगा शुरू



जितिया का पर्व की शुरुआत आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि के नहाए खाए के साथ नौवी तिथि के पारण तक होती है।




इस वर्ष अक्टूबर माह के पहले मंगलवार यानि आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 02 अक्टूबर को महिलाएं वंश वृद्धि और संतान की लंबी आयु के लिए जिउतिया व्रत रखेंगे।
 सनातन धर्म मानने वालों में इस पर्व का बड़ा महत्व है। व्रत के दौरान व्रती महिलाएं 24 घंटे तक अन्न – जल ग्रहण नहीं करेंगे। व्रत का पारण 03 अक्टूबर नौवी तिथि को करेंगी।
विद्वान पंडितों के मतानुसार  अनुसार 02 अक्टूबर यानि मंगलवार दिन अष्टमी तिथि को जिउतिया व्रती महिलाएं दिनभर भूखी रहकर कुश के जीमूत वाहन (जीतवाहन) व मिट्टी गोबर से सियारिन व चुल्होरिन (चूल्हो-सियारो) की प्रतिमा बनाकर जिउतिया की पूजा करेंगे।
 फल फूल और नैवेद्य चढ़ाए जाएंगे। इसके बाद सभी व्रती महिलाएं एक साथ एकत्रित होकर जिमूतवाहन की कथा सुनेंगे। बुधवार यानी 03 अक्टूबर को सूर्योदय होने के बाद पारण के वाद व्रत को समाप्त करेगी।

इस पर्व में मछली व मरुआ की रोटी खाने की परंपरा :–

जिउतिया व्रत की मान्यताओं के अनुसार सप्तमी तिथि यानी 01 अक्टूबर को महाव्रत से एक दिन पहले सभी व्रती महिलाओं के द्वारा मरुआ की रोटी और नोनी की साग खाने की परंपरा होती है। ऐसा कहा जाता है कि मरुआ का फसल और नोनी का साग ऊसर बाली जमीन पर भी ऊपज होता है। आशय यह है कि उनके संतान की विपरीत परिस्थिति में भी रक्षा होती रहेगी। जबकि मिथिलांचल के इलाके में मरुआ की रोटी के साथ मछली खाने की विशेष परंपरा रही है। जो शाकाहारी महिलाएं व्रती होते हैं। वह मछली की जगह नोनी की साग खाती हैं।

■ पितर पूजा से होगी व्रत की शुरुआत :—

पितृपक्ष शुरू होने के कारण  01 अक्टूबर सोमवार को नहाए खाय के साथ इस पर्व की शुरुआत होगी। इसलिए सभी व्रती महिलाएं स्नान करने के बाद अपने अपने पितरों की पूजा कर व्रत का संकल्प लेंगी। व्रती स्नान करने के बाद भोजन ग्रहण करेंगी और पितरों की पूजा करेंगे। पितरों को चूड़ा अर्पित करने की परंपरा रही है। कहीं -कहीं चुडा दही दोनों अर्पित किया जाता है। हालाँकि देश-काल के अनुसार अलग अलग स्थानों पर इस मौके पर अलग अलग सामग्री भी अर्पित की जाती है।

बुधवार, 26 सितंबर 2018

तालाब किनारे मिली युवक की लाश , मचा कोहराम

तालाब किनारे युवक की लहूलुहान शव मिलने से मचा कोहराम

घटना बेंगाबाद थाना क्षेत्र के लाखठही गांव की


गिरिडीह : जिले के बेंगाबाद थाना क्षेत्र के मोतीलेदा पंचायत के लखठही गांव में तालाब किनारे एक युवक की लहूलुहान अवस्था में शव मिलने से पुरे गांव में कोहराम मच गई है। घटना की सुचना मिलते ही बेंगाबाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंच शव को अपनी अभिरक्षा में ले पोस्टमार्टम हेतु गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया है।

मृतक युवक की पहचान गांव के 38 वर्षीय विजय शर्मा के रूप में हुई है।  बताया जाता है कि युवक मंगलवार की रात अपने घर से खेतों में पानी पटाने की बात कह निकला था। लेकिन काफी रात गये तक वह घर वापस नहीं लौटा तो परिजन उसकी तलाश में जुट गये।
काफी खोजबीन करने पर बुधवार को युवक का शव लहूलुहान स्थिति में तालाब के किनारे पड़ा मिला। लाश देख परिजनों के बीच कोहराम मच गया। वंही इस घटना से पुरे गांव में सनसनी फैल गयी है। शव की स्थिति को देख परिजन व स्थानीय ग्रामीण इसे हत्या का मामला बता रहे हैं। उनका स्पष्ट कहना है कि अपराधियों ने युवक की हत्या कर शव को तालाब किनारे लाकर फेंक दिया है। मृतक के शरीर पर कई स्थानों पर गहरे जख्म के निशान मिले हैं।
बहरहाल बेंगाबाद पुलिस ने इस बावत एक कांड दर्ज़ कर मामले की अनुसंधान में जुट गयी है।