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मंगलवार, 11 सितंबर 2018
व्यंग : लोकतंत्र का महापर्व "भारत बन्द"

तीज त्यौहार पर करें यह उपाय, मिलेगी मुसीबतों से छुटकारा
तीज व्रत पर करें यह उपाय, मिलेगी मुसीबतो से छुटकारा
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरितालिका तीज का व्रत किया जाता है। खास कर इस दिन माता पार्वती और शिवजी की पूजा की जाती है। इस व्रत से कुंवारी कन्याओं को मनचाहे वर की प्राप्ति होती है, वहीं विवाहित महिलाओं को अखंड सौभाग्य मिलता है।
ये व्रत 12 सितंबर, बुधवार को है। इस व्रत के मौके पर सात प्रकार विशेष उपाय किए जाएं तो माता पार्वती आपकी हर मुसीबत दूर कर सकती हैं…
हरितालिका तीज पर ग्यारह उन लड़कियों की जिनकी शादी हाल ही में हुई हो उनको सुहाग की सामग्री जैसे-सिंदूर, मेहंदी, चूड़ी, काजल, लाल चुनरी उपहार में दें।
किसी कुंवारी ब्राह्मण कन्या को उसके पसंद के कपड़े दिलवाएं और साथ में कुछ उपहार भी दें।
यदि किसी लड़की के विवाह का योग नहीं बन रहा हो तो हरितालिका तीज पर माता पार्वती को साबूत हल्दी की 11 गठान अर्पित करें।
माता पार्वती को लाल रंग की चुनरी, लाल, चूड़ियां, मेहंदी, गुलाब के फूल आदि सुहाग की चीजें चढ़ाएं।
हरितालिका तीज पर माता पार्वती का अभिषेक दूध में केसर मिलाकर करें। इससे भी पति-पत्नी में प्रेम बना रहता है।
इस दिन पति-पत्नी सुबह उठकर स्नान आदि करने के बाद किसी शिव-पार्वती मंदिर में जाएं और लाल फूल अर्पित करें।
हरितालिका तीज पर पत्नी चावल की खीर बनाएं और इसका भोग माता पार्वती को लगाएं। पति-पत्नी साथ बैठकर ये खीर खाएं। माता पार्वती हर मुसीबतों से छुटकारा दिलाएंगी।

पति के दीर्घायु का व्रत "हरितालिका तीज" 12 सितम्बर को
हरतालिका तीज व्रत 12 सितम्बर यानि कल , जाने पूजन का महत्व और शुभ मुहूर्त
हरतालिका तीज व्रत 12 सितम्बर को, जाने पूजन का महत्व और शुभ मुहूर्त
हरतालिका तीज का हिन्दू धर्म में बहुत ही महत्व है. इस बार कैलेंडर के अनुसार यह व्रत 12 सितंबर को पड़ा है. हरतालिका तीज सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए रखती हैं. ये व्रत बहुत कठिन होता है , इस दिन महिलाएं पानी का एक बूंद तक मुंह में नहीं रखती हैं.
हरतालिका तीज व्रत के नियम
हरतालिका तीज का विशेष महत्व हिन्दू धर्म मानने वाली महिलाओं में होता है. इस दिन गौरी और शंकर जी की पूजा पूरे विधि विधान से की जाती है.कब है हरतालिका तीज ?
माना जाता है कि ये व्रत महिलाएं अपने पति के लंबी आयु के लिए रखती हैं, तो वहीं कुंवारी लड़कियां भी मनचाहा वर के लिए इस व्रत को करती हैं.
मुख्य रूप से हरतालिका तीज को बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में पूरे विधि विधान के साथ किया जाता है. तमिलनाड्डू कर्नाटका और आंध्र प्रदेश में हरतालिका तीज को गौरी हिब्बा कहा जाता है.
हिंदू कैलेंडर के अनुसार देखा जाए तो हरतालिका तीज व्रत भादो माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया यानी भाद्रपद को रखी जाती है. इस बार ये व्रत 12 सितंबर को कैलेंडर के अनुसार पड़ा है.हरितालिका तीज का महत्व :
हिंदू धर्म में चार तीज मनाई जाती है जिसमें से सबसे ज्यादा हरितालिका तीज का महत्व होता है.
दो शब्दों से मिलकर हरतालिका तीज बना है- हरत और आलिका.
बता देंं हरत का मतलब होता है अपहरण और आलिका का मतलब होता है सहेली. प्राचीन मान्यता कि तरफ ध्यान दें तो माना जाता है कि मां पार्वती की सहेली घने जंगल में ले जाकर उन्हें छुपा देती है, जिससे उनके विवाह भगवान विष्णु से ना हो सके . क्योंकि माता पार्वती के पिता विष्णु से उनका विवाह करवाना चाहते थे.
हरतालिका तीज में सुहागिनों की गहरी आस्था होती है. इस दिन सुहागिने निर्जला व्रत अपने पति के लंबी उम्र के लिए रखती हैं. ऐसा कहा जाता है कि सुहागिने इस व्रत को रखती है तो शिव और पार्वती उन्हें अखण्ड सौभाग्य होने का वरदान देते हैं. वहीं अगर कुंवारी लड़किया रखती हैं तो उन्हें मनचाहा वर मिलता है.
हरितालिका तीज की तिथि और शुभ मुहूर्त:
तृतीया तिथि प्रारंभ: 11 सितंबर 2018 को शाम 6 बजकर 4 मिनट
तृतीया तिथि समाप्त : 12 सितंबर 2018 शाम 4 बजकर 7 मिनट
प्रात: काल हरतालिका पूजा का मुहूर्त: 12 सितंबर 2018 की सुबह 6 बजकर 15 मनट से सुबह 8 बजकर 42 मिनट तककैसे करें हरतालिका तीज का व्रत ?
हरतालिका तीज के व्रत को बहुत ही ज्यादा कठिन व्रत कहा जाता है. इस दिन सुहागिने निर्जल व्रत रखती हैं, पारण से पहले अपने मुंह में पानी की एक बूंद तक नहीं डालती . हरतालिका तीज वाले दिन स्नान आदि करने के बाद "उमामहेश्वरसायुज्य सिद्धये हरितालिका व्रतमहं करिष्ये" मंत्र का जाप करते हुए अपने व्रत को आरंभ करती हैं.हरतालिका तीज व्रत के नियम:
1. सुहागिन महिलाएं और कुंवारी कन्यांए हरतालिका तीज को करती हैं. लेकिन एक बार इस व्रत को जो भी रख लेता है मान्यता है कि उसे ताउम्र इस व्रत को रखना पड़ता है.
2. महिला कभी अगर ज्यादा बिमार हो जाती है, तो उसके बदले में उसका पति या फिर घर की कोई और महिला भी इस व्रत को रख सकती है.
3. हरतालिका तीज के व्रत में सोने पर पाबंदी होती है. दिन में ही नहीं बल्कि इस दिन रात में भी सोना वर्जित माना जाता है. पूरी रात इस दिन भजन और कीर्तन होता है. ऐसा कहा जाता है कि जो भी इस व्रत को रखता है और रात में सो जाता है तो वो अगले जन्म में अगर के रूप में पैदा होता है.
4. हरतालिका तीज के दिन अगर महिलाएं गलती से भी कुछ खा लेती हैं , तो अगले जन्म में बंदर बन जाती हैं.
5. अगर हरतालिका तीज के दिन महिला दूध का सेवन कर लेती है तो अगले जन्म में उसका जन्म सर्प योनि में होता है। उसका जन्म सर्प योनि में होता है।

फ़िल्म "हम बदला लेंगे" में धमाल मचायेगा गिरिडीह का मिथुन
भोजपुरी फ़िल्म "हम बदला लेंगे" में धमाल मचायेगा गिरिडीह का मिथुन
हरिप्रिया श्री प्रोडक्शन के बैनर तले बनी कंट्रोवर्सी क्वीन गार्गी पंडित की फिल्म ‘हम बदला लेंगे’ मे गिरिडीह के मिथुन यादव धमाल मचयेंगे।इस भोजपुरी फ़िल्म की शूटिंग मुंबई में पुरी हो चुकी है। फिलहाल फिल्म के पोस्ट प्रोडक्शन का काम जोर-शोर से मुंबई में चल रहा है। छठ पर्व के अवसर पर फिल्म रिलीज होगी।
मोहम्मद हबीब के निर्देशन में बनी इस रिवेंज बेस्ड एक्शन थ्रिलर फिल्म ‘हम बदला लेंगे’ में गार्गी पंडित के अपोजिट भोजपुरी स्क्रीन पर अभिनेता प्रिंस अग्रवाल अपनी पारी की शुरूआत कर रहे हैं।
फिल्म के बावत निर्देशक मोहम्मद हबीब ने बताया कि फ़िल्म की कहानी ऐसी है जो आज तक भोजपुरी पर्दे पर कभी नहीं दिखी है। दर्शक फ़िल्म की कहानी का भरपूर लुत्फ़ उठाएंगे। बताया कि अभी हाल ही में फिल्म की एक बेहद खूबसूरत और आकर्षक आईटम नंबर ‘देख कर गोरा गाल सब माल माल चिल्लाएं’ को शूट किया गया है। इंदु सोनाली के गाये इस गाने पर प्रसून यादव कोरियोग्राफी में आइटम गर्ल ग्लोरी मोहन्ता ने ठुमके लगाये हैं, जो भोजपुरिया दर्शकों को मदहोश करने वाला साबित होगा।
उन्होंने बताया कि फिल्म में कुल 11 गाने हैं। जिसे दामोदर राव ने अपने संगीत से सजाया है। फिल्म छठ पर्व के मौके पर बिहार में रिलीज हो इस दिशा में प्रयास जारी है।
गौरतलब है कि फिल्म ‘हम बदला लेंगे’ में प्रिंस अग्रवाल (नवोदित) और गार्गी पंडित के साथ ग्लोरी मोहन्ता, संजय पांडेय, मिथुन यादव, पंकज मेहता, मनीष चतुर्वेदी, असलम वाडकर, हिमायत अली,शशि सागर, मजहर, अनवर कवीस, फारुक, शेष नाथ, सैय्यद सिराज, ज्योती सिन्हा, शशि कला यादव भी नजर आयेंगी। फिल्म के लेखक एस.आर.सागर हैं। पटकथा एस .बी .मोहन, गीत राजेश मिश्रा, मुन्ना दुबे, एस. आर. सागर का है। जबकि इसे संगीत से सजाया है दामोदर राव ने। फ़िल्म का छायांकन डी.के. शर्मा, डांस मास्टर प्रसून खरका और पीआरओ संजय भूषण पटियाला हैं।

सोमवार, 10 सितंबर 2018
विपक्षी दलों के भारत बन्द का रहा गिरिडीह में मिश्रित असर
विपक्षी दलों के भारत बन्द का गिरिडीह में रहा मिश्रित असरगिरिडीह : पेट्रोल डीजल के मूल्य में बेतहासा बढ़ोतरी, आसमान छूती जा रही महंगाई, राफेल डील समेत अन्य कई मुद्दों को लेकर कांग्रेस समेत संयुक्त विपक्ष द्वारा आहूत भारत बंद का गिरिडीह जिले में मिश्रित असर रहा।बंद के दौरान जंहा राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह से प्रभावित रहा वंही सरकारी और गैर सरकारी स्कूल बंद रहे। सड़कों पर लम्बी दूरी की कोई भी वाहन का परिचालन नही हुआ। हालांकि शहरी व ग्रामीण इलाकों में इक्के दुक्के चारपहिया वाहनों का परिचालन होते देखा गया। जबकि अधिकांश वाहन तोड़फोड़ की आशंका से ग्रामीण इलाकों से शहर नहीं पहुंची।बंद समर्थक गिरिडीह मधुपुर सवारी गाड़ी को रोकने का प्रयास किया। लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस - प्रशासन के कडे रूख देख बन्द समर्थक कोई विरोध भी नहीं कर पाए और नारेबाजी करते स्टेशन के बाहर ही बैठ गए।इस दौरान ट्रेन के यात्रियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई और न ही बन्द समर्थकों के कारण ट्रेन लेट हुई। यात्री बेरोकटोक स्टेशन पहुंचे और ट्रेन में सवार हाेकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गए।गौरतलब है कि जिला पुलिस महकमा बन्द के दौरान उपद्रवियों से निपटने के लिए पूरी तैयारी के साथ मुस्तैद थी। इसी कड़ी में पुलिस जवानों की तैनाती स्टेशन परिसर व रेलवे ट्रैक पर अहले सुबह से ही कर दी गई थी। जिसके कारण ट्रेन बेरोकटोक मधुपुर से गिरिडीह पहुंची और अपनी टाइमिंग के अनुसार गिरिडीह से मधुपुर के लिए रवाना हुई।बाज़ारों में भी बंदी का खासा असर देखने को मिला। शहर की तमाम दुकाने स्वतःस्फूर्त बंद रही। जिससे बंद समर्थको को ज़्यादा मस्सकत नही करनी पड़ी।
बन्द की सफलता को लेकर अहले सुबह से ही कांग्रेस, जेभीएम, जेएमएम, माले आदि विपक्षी दलों के नेता सड़कों पर उतर गये थे। बन्द समर्थक मोटरसाइकिल जुलुस निकाल कर भी बन्द की सफलता को तैनात रहे। वंही जगह जगह सड़क को जाम कर इन नेताओं ने जोरदार ढंग से सरकार विरोधी नारे लगाए और महंगाई व राफेल डील पर मोदी सरकार को खरी खोटी सुनाई।उधर बंद के दौरान सुरक्षा को लेकर जिला पुलिस प्रशासन द्वारा चाक चौबंद व्यस्था की गई थी। इस दौरान एसडीओ राजेश प्रजापति, एसडीपीओ जितवाहन उरांव, डीएसपी नवीन कुमार सिंह व डीएसपी संतोष मिश्रा भारी संख्या में पुलिस बल के साथ जगह जगह मोर्चा संभालते नजर आए।प्रखण्डों में भी रहा बन्द का व्यापक असरबन्द के दौरान एनएच 2 स्थित बगोदर में माले समर्थको ने राष्ट्रीय राजमार्ग को 3 घंटे तक जाम किया तो बेंगाबाद में संयुक्त विपक्ष सड़क पर उतर कर सुबह से आवागमन बाधित कर दिया। जबकि सरिया में स्वतःस्फूर्त बन्द रहा। अन्य प्रखण्डों डुमरी, पीरटांड़, गांडेय, जमुआ, बिरनी, राजधनवार, गांवा, तीसरी, देवरी में भी विपक्षी दलों की एकजुटता से बंदी सफल रही। हर जगह बंद के दौरान हुड़दंगियों से निबटने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा चाक चौबंद सुरक्षा व्यस्था की गयी थी।

डॉलर के मुकाबले फिर लुढ़का रुपया, बढ़ेंगे डीजल-पेट्रोल के दाम
फिर गिरा रूपया, 93 पैसे की गिरावट के साथ 72.66 का हुआ एक डॉलर
डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट का सिलसिला जारी है। सोमवार को रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर खुला है। डॉलर के मुकाबले रुपया आज 93 पैसे टूटकर 72.66 के स्तर पर जा पहुंचा है। सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपए ने 72.18 प्रति डॉलर पर शुरुआत की थी और इसमें 93 पैसे की भारी गिरावट आई है। जबकि पिछले हफ्ते रुपया 71.73 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
वहीं, सेंसेक्स में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है और ये 276 अंक फिसलकर 38,113.79 पर पहुंच गया है। जबकि निफ्टी 49.35 अंक कमजोर होकर 11,539.75 पर था। पिछले कारोबारी दिन सेंसेक्स 37,837.79 पर बंद हुआ था।वहीं, रुपए की गिरावट की वजह से तेल कंपनियों को विदेशों से तेल आयात करने के लिए ज्यादा लागत चुकानी पड़ रही है, जबकि इसके कारण पेट्रोल और डीजल की कीमतों में और भी बढ़ोत्तरी होने की आशंका जताई जा रही है। बैंकिंग, ऑटो, एफएमसीजी, रियल्टी, ऑयल एंड गैस और पावर सेक्टर के शेयरों में भी गिरावट देखी जारी है।
रुपए की गिरावट की वजह से तेल कंपनियों को विदेशों से तेल आयात करने के लिए ज्यादा लागत चुकानी पड़ रही है, जबकि इसके कारण पेट्रोल और डीजल की कीमतों में और भी बढ़ोत्तरी होने की आशंका जताई जा रही है।

रविवार, 9 सितंबर 2018
बन्द के दौरान उपद्रवियों से निपटने पुलिस ने किया चाक चौबंद इंतज़ाम
विपक्षियों के बन्द के दौरान उपद्रवियों से निपटने पुलिस ने किया चाक चौबंद इंतज़ाम
गिरिडीह : 10 सितम्बर को कांग्रेस समेत सभी विपक्षी पार्टियों द्वारा आहूत भारत बन्द के दौरान उपद्रवियों से निपटने हेतु जिला पुलिस महकमा ने व्यापक इंतज़ाम किया है। बन्दी के पूर्व संध्या पर पुलिस द्वारा शहर की मुख्य सड़कों पर फ़्लैग मार्च किया गया। साथ ही वाहनों के माध्यम से भी शहरी व ग्रामीण इलाकों में गस्ती की गयी।
बन्द के दौरान उपद्रवियों से निपटने पुलिस ने किया चाक चौबंद इंतज़ाम
वंही पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ बंद के मद्देनजर उपद्रवियों से निपटने के लिये गिरिडीह नगर में 300 पुलिस कर्मी को तैनात किया जायेगा। बताया गया कि शहर में हर चौक चौराहों पर पुलिस और मजिस्ट्रेट की तैनाती रहेगी। जो हर तरह से उपद्रवियों पर काबू पाने में सक्षम होंगे।
बहरहाल विपक्षयों के इस बन्द के दौरान किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना घटित न हो इसके लिए जिला पुलिस महकमा पूरी तरह से मुस्तैद है। बन्द को लेकर आम जनमानस के मन में किसी प्रकार का भय व्याप्त न हो इसके लिए बन्द की पूर्व संध्या पर एसडीपीओ जीतवाहन उरांव के नेतृत्व में पुलिस के जवानो ने शहर के मुख्य मार्गों पर फ्लैग मार्च कर लोगों को आश्वस्त किया कि वह इस बन्दी से डरे नहीं। जिला पुलिस महकमा उनकी तथा उनके जानमाल की सुरक्षा को मुस्तैद है।

पांच सौ जरूरत मंदों के बीच परोसी गयी "दोस्ती की थाली"
पांच सौ जरूरतमंदों के बीच परोसी गयी "दोस्ती की थाली"
गिरिडीह। गुरु ग्रंथ साहिब जी के 414 वें प्रकाश पर्व पर के मौके पर मानव सेवा परिवार द्वारा सिक्ख स्त्री सत्संग के सहयोग से आज 500 जरूरत मंदों के बीच दोस्ती की थाली परोसी गयी।
जिला मुख्यालय स्थित गुरुद्वारा के समक्ष मानव सेवा परिवार द्वारा संचालित 15 वी रविवारीय "दोस्ती की थाली" आज जरूरत मंदो के बीच परोसी गई।
आज के "दोस्ती की थाली" में जरूरत मंदो के बीच परोसी गयी भोजन में चावल, कड़ी ,आलू भुजिया, सेव, केला, जलेबी और आचार शामिल था।
मौके पर सिक्ख स्त्री सत्संग की अध्यक्ष डीम्पी खालसा ने कहा कि मानव सेवा ही सच्ची सेवा है। प्यासे को पानी भूखे को खाना देना यही सही मायने में मानव सेवा है। उन्होंने कहा की सिक्ख स्त्री सत्संग परिवार की ओर से इस प्रकार की "दोस्ती की थाली" कार्यक्रम लगातार आयोजित किया जायेगा।
वंही मौके पर मानव सेवा परिवार के सचिव शुभम केडिया ने आम लोगों से अपील किया कि जिन्हें भी इस श्रृंखला में शामिल होना है वह सादर आमन्त्रित है। कहा कि किसी के जन्मदिन, शादी की शालगिरह, पुण्यतिथि के मौके पर "दोस्ती की थाली" के माध्यम से जरूरत मंदो को सहयोग करने को इच्छुक लोग आगे आये।
श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी पहले प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में आयोजित इस कार्यक्रम में शामिल संरक्षक, महिला सदस्य, सचिव शुभम केडिया समेत सिक्ख स्त्री सत्संग के सदस्यों ने इस अवसर पर अपनी सेवा दी।
गिरिडीह। गुरु ग्रंथ साहिब जी के 414 वें प्रकाश पर्व पर के मौके पर मानव सेवा परिवार द्वारा सिक्ख स्त्री सत्संग के सहयोग से आज 500 जरूरत मंदों के बीच दोस्ती की थाली परोसी गयी।
जिला मुख्यालय स्थित गुरुद्वारा के समक्ष मानव सेवा परिवार द्वारा संचालित 15 वी रविवारीय "दोस्ती की थाली" आज जरूरत मंदो के बीच परोसी गई।
आज के "दोस्ती की थाली" में जरूरत मंदो के बीच परोसी गयी भोजन में चावल, कड़ी ,आलू भुजिया, सेव, केला, जलेबी और आचार शामिल था।
मौके पर सिक्ख स्त्री सत्संग की अध्यक्ष डीम्पी खालसा ने कहा कि मानव सेवा ही सच्ची सेवा है। प्यासे को पानी भूखे को खाना देना यही सही मायने में मानव सेवा है। उन्होंने कहा की सिक्ख स्त्री सत्संग परिवार की ओर से इस प्रकार की "दोस्ती की थाली" कार्यक्रम लगातार आयोजित किया जायेगा।
वंही मौके पर मानव सेवा परिवार के सचिव शुभम केडिया ने आम लोगों से अपील किया कि जिन्हें भी इस श्रृंखला में शामिल होना है वह सादर आमन्त्रित है। कहा कि किसी के जन्मदिन, शादी की शालगिरह, पुण्यतिथि के मौके पर "दोस्ती की थाली" के माध्यम से जरूरत मंदो को सहयोग करने को इच्छुक लोग आगे आये।
श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी पहले प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में आयोजित इस कार्यक्रम में शामिल संरक्षक, महिला सदस्य, सचिव शुभम केडिया समेत सिक्ख स्त्री सत्संग के सदस्यों ने इस अवसर पर अपनी सेवा दी।

कविता : इंतज़ार करते करते
इंतजार करते करते
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इंतज़ार करते करते
आँखें पथरा गयी
वक़्त भी देखते देखते
चार साल बिसरा गयी।
आया फेंकू,फेंका पासा
लोग गये चौन्धिया
चाय की चुस्की पिला
लोगों को दिया बर्गलाय।
हर रंग का तो आ गया धन
पर नही आया काला धन।
चार बरस हवा में उड़ उड़
दिखलाता रहा बस अपना फन।
दोस्तों!
रंग बिरंगे धन को देख संतोष करो
क्या रखा है काले में
आने वाला है 2019 सब्र करो,
सूद समेत देकर बन्द करेंगे
अबकी फेंकू को ताले में।
राजेश
गिरिडीह,झारखण्ड।
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इंतज़ार करते करते
आँखें पथरा गयी
वक़्त भी देखते देखते
चार साल बिसरा गयी।
आया फेंकू,फेंका पासा
लोग गये चौन्धिया
चाय की चुस्की पिला
लोगों को दिया बर्गलाय।
हर रंग का तो आ गया धन
पर नही आया काला धन।
चार बरस हवा में उड़ उड़
दिखलाता रहा बस अपना फन।
दोस्तों!
रंग बिरंगे धन को देख संतोष करो
क्या रखा है काले में
आने वाला है 2019 सब्र करो,
सूद समेत देकर बन्द करेंगे
अबकी फेंकू को ताले में।
राजेश
गिरिडीह,झारखण्ड।

यह खबर नही देखा तो क्या देखा

यह गाना नही सुना तो क्या सुना

सोमवार, 19 जून 2017
भोजपुरी फ़िल्म "प्लेटफार्म नम्बर-टू" दिखेगा राहुल और रेशमा की लाजवाब कैमेस्ट्री
भोजपुरी फ़िल्म "प्लेटफार्म नम्बर-टू" में दिखेगा राहुल और रेशमा की लाजवाब कैमेस्ट्री
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रेशमा शेख |
मुम्बई की ब्लू भर्ज फिल्म्स के बैनर तले बनी भोजपुरी फ़िल्म "प्लेटफार्म नम्बर-टू" एक पारिवारिक फ़िल्म है। इस फ़िल्म में नवोदित अभिनेता राहुल सिंह और नवोदित अभिनेत्री रेशमा शेख की कैमेस्ट्री दर्शकों को काफी पसंद आएगी। फ़िल्म में इन दोनों के बीच का रोमांस और तकरार दर्शकों को पूरी तरह बांधे रखने में सफल होगी। इन दोनों नवोदित कलाकारों की जोड़ी इसके पूर्व कई शार्ट फिल्मों में काफी धूम मचाया है। जिसे लाखों दर्शकों ने सराहा है। "प्लेटफार्म नम्बर-टू" के जरिये इन दोनों की धमाकेदार इंट्री भोजपुरी फिल्मों की दुनियां में होने वाली है। जंहा निश्चित ही दर्शकों को इनकी जोड़ी पसंद आएगी। इस फ़िल्म में दर्शकों को जंहा राहुल और रेशमा के बीच का प्यार देखने को मिलेगा वंही आईटम क्वीन सीमा सिंह की बलखाती और लचकती कमर के ठुमके दर्शकों को झूमने पर विवस कर देगा
फ़िल्म के अन्य कलाकारों में सिने जगत के जाने माने हास्य कलाकार केके गोस्वामी, थियेटर जगत से लम्बे समय तक जुड़े रहे राजेश "अभागा" , डॉ राबिन्स सिन्हा, डॉ जयन्त जलद, मुन्ना बिहारी, अखिलेश चौरसिया, ललित भंडारी, बिरेन्द्रराम, महेश अमन, छोटेलाल,नागेश्वर राम ,श्रवण कुमार,राकेश राज ,हसन, मुस्कान शास्त्री, कंचन वर्मा, रूबी राज, स्नेहा अमृत, स्वाति स्नेहा, आदि शामिल है।
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रेशमा शेख |
झारखंड प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों सहित अन्य प्रदेशों के कई आकर्षक लोकेसनों पर फिल्माये गये इस भोजपुरी फ़िल्म में थियेटर जगत से लम्बे समय तक जुड़े रहे कलाकारों की एक टोली शामिल है। जो दर्शकों को बांधे रखने में कोई कोर कसर नही उठा रखेंगे।
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राहुल सिंह व रेशमा शेख |
डॉ राबिन्स सिन्हा के निर्देशन में बनी यह फ़िल्म "प्लेटफ़ार्म नम्बर-टू" की प्रोड्यूसर डॉ नजमा शेख हैं। फ़िल्म की कथा,पटकथा और संवाद राहुल सिंह की है जबकि सिनेमोटोग्राफी/कैमरा अधीर राज ने किया है। फ़िल्म के गानो को सिने जगत के जाने माने गायक कलाकारों के साथ बिहार एवं झारखण्ड के स्थानीय उभरते कलाकारों ने गाये हैं ,जो काफी कर्णप्रिय हैं।
समाज की एक बहुत ही ज्वलन्त समस्या पर आधारित बनी इस फ़िल्म में एक्शन भी है तो रोमान्स भी। थ्रील भी है तो तो सस्पेंस भी। मार-धाड़,एक्शन,थ्रील,सस्पेंस और रोमांस के समायोजन के साथ बनी यह भोजपुरी फ़िल्म पूरी तरह सामाजिक है। जिसे माँ -बहन-बहु-बेटी समेत परिवार के अन्य सभी छोटे बड़े सदस्यों के साथ मिल-बैठकर देखा जा सकता है।
इस फ़िल्म में फूहड़ता का दूर-दूर तक नामोनिशान नही है।
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"प्लेटफार्म नम्बर -टू" |

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