गिरिडीह (Giridih)। सरिया अंचल कार्यालय में अनुसेवक पद पर कार्यरत सच्चिदानंद प्रसाद (45)की मंगलवार को इलाज हेतु रांची ले जाने के क्रम में रास्ते मे मौत हो गई। उनके मौत की खबर सुन सरिया अंचल कार्यालय परिवार काफी मर्माहत है। वहीं अनुसेवक सच्चिदानंद प्रसाद के आकस्मिक निधन पर मंगलवार को सरिया अंचल कार्यालय में एक शोक सभा आयोजित कर अंचल के कर्मियों व पदाधिकारियों ने शोक संवेदना व्यक्त की। लोगों ने 2 मिनट का मौन रखकर ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति हेतु प्राथना किया।
अंचल अधिकारी संतोष कुमार ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि दिवंगत सच्चिदानंद प्रसाद अपने कार्य के प्रति काफी ईमानदार व कर्तव्यनिष्ठ व्यक्ति थे। उन्होंने बीते एक दशक से अधिक समय से अंचल कार्यालय में ईमानदारी पूर्वक सेवा दी। वहीं सरिया के अनुमंडल पदाधिकारी संतोष गुप्ता, प्रखंड विकास पदाधिकारी ललित नारायण तिवारी, विनय कुमार, राजेश सूर्या, तासीन अंसारी, डॉ अनूप कुमार, विशाल कुमार आदि ने भी उनके निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त किया।
शनिवार की रात सड़क दुर्घटना में हुए थे घायल
मूलतः बिहार प्रदेश के गया जिला के रहने वाले सच्चिदानंद प्रसाद बीते लगभग 14 वर्षों से सरिया अंचल कार्यालय में अनुसेवक के पद पर कार्यरत थे। बीते शनिवार की रात लगभग 9:00 बजे वो बगोदर से अपनी बाइक से सरिया अंचल कार्यालय स्थित अपना आवास आ रहे थे। इसी दौरान किसी अज्ञात वाहन ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गये। आनन-फानन में उन्हें स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार कर उन्हें बेहतर इलाज हेतु धनबाद रेफर कर दिया था। लेकिन धनबाद में भी उनकी स्थिति में कोई सुधार नहीं होता देख चिकित्सक ने मंगलवार को उन्हें रांची रेफर कर दिया। रांची ले जाने के क्रम में रास्ते में ही उनकी मौत हो गयी। उन्होंने अपने पीछे पत्नी सुमन कुमारी और दो पुत्र क्रमशः सोनू और मोनू को छोड़ गए हैं। घटना के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें