गिरिडीह (GIRIDIH)। सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में मंगलवार को मदन मोहन मालवीय एवं अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती मनाई गई। प्रधानाचार्य आनंद कमल, हरिशंकर तिवारी एवं अजीत मिश्रा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर एवं दोनों विभूतियों के तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर किया।
इस अवसर पर अनमोल मिश्रा ने वाजपेयी जी की कविता का पाठ किया। जबकि भव्या एवं प्रिया कुमारी ने दोनों महापुरुषों के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला। वहीं हरिशंकर तिवारी ने कहा कि मालवीय जी हिंदी, हिंदू और हिंदुस्तान के लिए स्वयं को समर्पित कर काशी हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना किए। भारत रत्न से सम्मानित वाजपेयी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने अपने प्रधानमंत्रित्व काल में पोखरण में परमाणु परीक्षण कराकर अपनी दृढ़ता का परिचय दिया। पड़ोसी देशों के साथ उनका मधुर व्यवहार चिरस्मरणीय है।
प्रधानाचार्य आनंद कमल ने कहा कि पत्रकारिता, वकालत, समाज सुधारक, मातृभाषा तथा भारत माता की सेवा में अपना जीवन अर्पण करने वाले पंडित मदनमोहन मालवीय ने जिस विश्वविद्यालय की स्थापना की, उसमें उनकी परिकल्पना ऐसे विद्यार्थियों को शिक्षित करके देश सेवा हेतु तैयार करने की थी जो देश का मस्तक गौरव से ऊँचा कर सके। कर्म ही उनका जीवन था। कार्यक्रम को सफल बनाने में अरविंद कुमार त्रिवेदी, राजेंद्र लाल बरनवाल एवं समस्त आचार्य दीदी का सराहनीय योगदान रहा।
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