रविवार, 29 दिसंबर 2024

खंडोली पर्यटन स्थल की वादियां सैलानियों को कर रही आकर्षित, जुट रहे हर दिन हजारों सैलानी

भोजपुरी, हिंदी, खोरठा की पड़े पर्दों की फिल्मों के साथ हिंदी, खोरठा, भोजपुरी, नागपुरी और बंगला अल्बम की यहां हुई है शूटिंग


[राजेश कुमार]
गिरिडीह (GIRIDIH)। गिरिडीह जिले के खंडोली पर्यटन स्थल की मनोरम वादियां सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। विशाल भूखंड पर फैला खंडोली डेम का विहंगम व मनमोहक दृश्य लोगों को काफी लुभा रही है। यहां का मनमोहक जलाशय सैलानियों को आकर्षित करता है। जिसका लुत्फ उठाने सैलानी बोटिंग कर खूब मौज मस्ती करते हैं। सैलानी की उमड़ी भीड़ और बोटिंग की गड़गडाहट बरबस लोगों को इस पर्यटन स्थल पहुंचने को विवस कर देता है।


प्रकृति की गोद मे बसा है यह पर्यटन स्थल

यहां की मनभावनी वादियां बड़ा ही अद्भुत हैं। खंडोली पर्वत के नीचे बहती झरना एंव ऊंचे पहाड़ के कंद्राओं में बने पार्क, एक से बढ़कर एक मनोरंजन के उपलब्ध संसाधन सैलानियों को लुभाती है। प्रकृति की गोद में समाये पर्यटन स्थल की खुबसुरती सैलानियों को बरबस अपने और खिंच लाता हैं। पिकनिक एंव मौज मस्ती के लिए सैलानी यहां दूर दराज से पहुंच रहे हैं। सुबह से ही पर्यटन स्थल में सैलानियों की भीड़ लगने लगती हैं। नव वर्ष आगमन के दीदार में यह पर्यटन स्थल सज संवर कर तैयार है। 


खूबसूरत नजारा और ऊंचे पहाड़ हैं आकर्षण का केंद्र

गिरिडीह जिला मुख्यालय से महज 8 किलोमीटर के दूरी पर गिरिडीह देवघर एनएच 114 ए और जनताड़ा महेशमुंडा गिरिडीह मुख्य सड़क के किनारे खंडोली डैम अर्थात खंडोली पर्यटन स्थल स्थित हैं। इसलिए रास्ते से होकर गुजरने वाले लोग इस पर्यटन स्थल की वादियों की लुत्फ लेने से नही चुकते हैं। गिरिडीह जिला के यह खंडोली पर्यटन स्थल में न केवल खूब सूरत पार्क व हसीन नजारा है। बल्कि ऊंचे ऊंचे पहाड़ भी इसकी खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं।


सैलानियों के लिये सजे है कई दुकानें

इस पर्यटन स्थल में दुर दराज से पहुंचने वाले सैलानियों के लिये यहां कई तरह की दूकान और स्टॉल भी लगे हैं। जिनमे खाने पीने के सामानों चाय, पकौड़ा, चाट, चोमिंग, गुपचुप, झालमुडी, चना, मूंगफली, फल, जूस के साथ साथ श्रृंगार प्रसाधनों व खेल खिलौने के अलावे भी कई अन्य तरह की ठेला खोमचा वालों की भरमार है। 



सालों भर रहता है सैलानियों के आवागमन

यहां सैलानियों का आवागमन यूं तो साल भर छिटपुट होता ही रहता है। लेकिन खास कर दिसम्बर के महीने से जनवरी फरवरी तक यहां सैलानियों के आगमन काफी संख्या में होता है। यहां पहुंचने वाले सैलानी यहां पिकनिक का भी लुत्फ उठातें डैम का शीतल जल का भी भरपूर लुत्फ उठातें है। कई सैलानी तो डैम में डुबकी मार मार कर यहां स्नान करने का भी आनन्द लेते है।

रोजी रोजगार का बना है साधन

यह खंडोली पर्यटन रोजी रोजगार का भी साधन बना हुआ है। महीनों तक यहां सैलानियों की भीड़ उमड़ी रहने से इस पर्यटन स्थल से कई लोगों के लिये रोजी रोटी का एक सशक्त माध्यम साबित हो रहा है। इतना ही नहीं यहां कई तरह के रेस्टोरेन्ट की भी सुविधा उपलब्ध है। इन रेस्टोरेन्ट में भोजन पानी, शौचालय से लेकर कई तरह की सुविधा उपलब्ध है। 



इस ख़ूबसूरत लोकेशन में कई फिल्मों की हुई है शूटिंग

इस खंडोली पर्यटन स्थल का लोकेशन इतना मनोहारी है कि गिरिडीह जिले के साथ पूरे झारखण्ड प्रदेश समेत आस पास के राज्यों के वैसे बड़े व छोटे फ़िल्म, लघु फ़िल्म निर्माता यहां पहुंच यहां के हसीन वादियों में फिल्मों की शूटिंग करते है।  इस खंडोली डैम के हसीन वादियों में गंगाधाम, प्लेटफार्म न० 2, समेत कई बड़े पर्दे की भोजपुरी, हिंदी, खोरठा, नागपुरी फिल्मों का फिल्मांकन भी हुआ है। वहीं इस पर्यटन स्थल में कई हिंदी, भोजपुरी, बंगला, खोरठा, नागपुरी अलबमों की भी शूटिंग हुई है।


गिरिडीह वासियों के पेयजल का है बड़ा साधन

इस खंडोली डैम से ही पूरे गिरिडीह शहर वासियों को पेयजल की आपूर्ति होती है। यहां इस के पानी को फिल्टरिंग करने होते विशाल मशीन लगाएंगये हैं। इस वाटर फिल्टरिंग प्लांट में वाटर को फिल्टर कर उसे पीने लायक बनाया जाता है। फिर उसे गिरिडीह शहरवासियों को सप्लाई की जाती है। हालांकि इस डैम की वर्षों से साफ सफाई नहीं होने के कारण डैम की निचली तल में काफी गाद जमा हो गया है। जिस कारण गर्मी के दिनों में इस डैम का जलस्तर काफी नीचे चला जाता है। यदि समय रहते इसके गाद की सफाई नहीं की गईं तो पूरे गिरिडीह शहर में पानी के लिय हा हा कार मच जाएगा।

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