रविवार, 23 अगस्त 2020

डेढ़ माह से मजदूरी भुगतान नहीं, मनरेगा मजदूरों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न

डेढ़ माह से मजदूरी भुगतान नहीं, मनरेगा मजदूरों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न
भाकपा माले ने की शीघ्र मजदूरी भुगतान की मांग

गिरिडीह : जिले के गांडेय प्रखंड के दुलहडीह गांव के मनरेगा मजदूरों को काम करने के डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है। जिससे उन मनरेगा मजदूरों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

पीड़ित मजदूरों ने रविवार को अपनी अपनी समस्याओं से भाकपा माले के नेताओं को अवगत कराते हुए उनसे मजदूरी भुगतान कराने में मदद की गुहार लगाई।

भाकपा माले के राज्य कमेटी सदस्य राजेश कुमार यादव तथा गांडेय प्रखंड प्रभारी महताब अली मिर्जा ने मजदूरों की बातों को सुनने के बाद कहा कि गांडेय प्रखंड में इस तरह की समस्याएं आम है। यंहा मजदूरों से काम करवा कर उन्हें महीनों तक मजदूरी का भुगतान नहीं किया जाता। 

नेता द्वय ने कहा कि अभी लॉकडाउन का दौर चल रहा है। इस विकट समय मे  मजदूरों के समक्ष कोई रोजगार नहीं है।  वह घरों में बैठे हर तरह का संकट झेल रहे हैं। ऐसे समय मे इन मजदूरों की गाढ़ी कमाई की मजदूरी उन्हें मिल जाये तो उनकी आर्थिक स्थिति में कुछ हद तक सुधार हो सकती है। माले नेताओं ने प्रशासन से दुलहडीह समेत गांडेय प्रखंड के सभी मनरेगा मजदूरों के बकाया मजदूरी का तत्काल भुगतान करने की मांग की है।

बकाया मजदूरी भुगतान की मांग करने वालों में मजदूरों में खीरु दास, नुनुराम किस्कु, श्यामलाल मोहली, रिंकू साव, डिलो दास, खोसो दास, धुसन दास, लालू दास, लोधन दास, मनोज दास, खेमन दास, जंतु दास, लाल देव दास, भोला दास, होरिल दास, द्वारिका दास, बोलबम दास, राजकुमार दास, कुलदीप दास, कार्तिक दास, बिशु दास आदि शामिल थे।

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