मंगलवार, 18 अगस्त 2020

बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने के नाम पर 40 लाख की ठगी करने का आरोपी गिरफ्तार

बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने के नाम पर 40 लाख की ठगी करने का आरोपी गिरफ्तार
गिरिडीह : 60 बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने के नाम पर 40 लाख ठगी के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। गिरिडीह के एसपी अमित रेणु ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बीते 13 अगस्त को ठगी की सूचना मिलने पर मुफ्फसिल थाना में इस बाबत एक कांड संख्या 206/20 दर्ज कर सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कुमार गौरव के नेतृत्व में पुलिस टीम ने कांड के प्राथमिकी अभियुक्त मनोज कुमार को गिरफ्तार कर लिया। एसपी ने बताया कि अभियुक्त मनोज कुमार की गिरफ्तारी रांची के डोरंडा स्थित महावीर नगर संत अरविंदो स्कूल के पास से की गई। मनोज मूलतः बिहार के पटना स्थित पालीगंज थाना के पुरानी बाजार का रहने वाला है।

एसपी ने बताया कि इसने नेशनल बोर्ड ऑफ स्कोलरशिप एंड स्किल डेवलपमेंट नाम से एक निजी ट्रस्ट बनाकर कुछ व्यक्तियों को किसी स्कूल में नियुक्ति किये जाने की बात कहकर लुभाया। उसके बाद पैसे लेकर अपॉइंटमेंट लेटर जारी कर नियुक्ति भी करवा दी। लेकिन काम करने के बाबजूद मानदेय नहीं मिलने पर कुछ व्यक्तियों ने आपत्ति जताया और नियुक्ति में लिए गए पैसे लौटाने की मांग किया। उसके बाद ही इस मामले का खुलासा हो पाया। बताया कि पूछताछ के क्रम में मनोज कुमार ने अपना दोष स्वीकार किया है। उसने गिरिडीह के अलावे साहिबगंज पाकुड़ आदि जिलों में भी इस तरह की ठगी के बाद बताई है।

एसपी ने बताया कि अपॉइंटमेंट लैटर मनोज कुमार के सिग्नेचर से जारी किया गया है।  ट्रस्ट के अपॉइंटमेंट लैटर से सरकारी विद्यालयों में लोगों की नियुक्ति कैसे हो गई  यह जांच का विषय है। उन्होंने कहा कि इसकी गहनता से जांच की जा रही है। जांच में सरकारी सेवक की संलिप्तता सामने आती है तो उनके उपर भी कार्रवाई की जाएगी।

गौरतलब है कि इस मामले में पुलिस ने शिक्षा विभाग के प्रधान लिपिक को हिरासत में लिया है और उससे गहन पूछताछ भी कर रही है। एसपी ने बताया कि संस्था के लैटर पेड पर सरकारी विद्यालय में नियुक्ति हुई है तो निश्चित तौर पर शिक्षा विभाग से जुड़े किसी न किसी व्यक्ति की मिलीभगत अवश्य रही होगी। बताया कि इसकी छानबीन की जा रही है। 

बहरहाल पुलिस गिरफ्तार मनोज कुमार के बैंक डिटेल को खंगाला रही है। इसके एकाउंट में पैसे कंहा से आये और फिर  किसके एकाउंट में ट्रांसफर हुये है। आशंका जताया जा रहा है कि इसके पीछे कई सफेदपोश लोगों की मिली भगत अवश्य रही होगी। पुलिस सभी बिंदुओं पर पैनी निगाह रख कर जांच पड़ताल में जुटी है।

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