शनिवार, 25 अप्रैल 2020

माले ने की बालमुकुंद के मजदूरों की मजदूरी भुगतान की मांग

माले ने की बालमुकुंद के मजदूरों की मजदूरी भुगतान की मांग
लॉकडाउन के बाद 2 माह से नहीं मिली है मजदूरी

मजदूरों के समक्ष भुखमरी की स्थिति

गिरिडीह : लॉकडाउन लागू होने के बाद प्रधानमंत्री की अपील के बावजूद कई फैक्ट्रियों में मजदूरों को न सिर्फ काम से हटा दिया गया बल्कि कइयों में तो काम किए हुए मजदूरों की मजदूरी तक का भुगतान नहीं किया गया।

ऐसा ही मामला चतरो स्थित बालमुकुंद फैक्ट्री से भी सामने आया है। वहां के पीड़ित करीब दो दर्जन मजदूरों ने भाकपा माले से संपर्क कर उन्हें बकाया मजदूरी दिलवाने की मांग की। मजदूरों की ओर से इस बाबत जिला प्रशासन को भी आवेदन दिया गया है। मजदूरों ने बताया कि  उनके ठेकेदार ने मकान मालिक से कह कर उनके डांड़ीडीह स्थित किराए के मकान को भी खाली करने को कह दिया है। लेकिन, मकान मालिक से किसी तरह आग्रह करके वे अभी तक रह रहे हैं। ठेकेदार  ने 14 अप्रैल के बाद उनका राशन भी बंद कर दिया है। कल तक उन्होंने किसी तरह अपने जमा पैसों से खाने का इंतजाम किया पर आज से राशन का भी संकट खड़ा हो गया है।

भाकपा माले के राज्य कमेटी सदस्य राजेश कु0 यादव तथा गिरिडीह विधानसभा प्रभारी राजेश सिन्हा ने बालमुकुंद के उक्त सभी मजदूरों की 2 माह की बकाया मजदूरी का भुगतान करने की मांग की है। उक्त सभी मजदूरों के समक्ष फिलहाल खाने-पीने की भी दिक्कत उत्पन्न हो गई है। ऐसी स्थिति में माले नेताओं ने प्रशासन से तत्काल प्रभावित सभी मजदूरों को पर्याप्त राशन भी उपलब्ध कराने की मांग की है।

पीड़ित मजदूरों में अन्य लोगों के अलावा उपेंद्र यादव, आकाश सिंह, योगेंद्र यादव, सुग्रीव कु0 राय, मनीष कुमार यदव, पिंटू गुप्ता, विकास मौर्या, कुंदन सिंह, रामु मौर्या, कुश कुमार, राहुल यादव , पन्नालाल मौर्या, गुड्डू यादव, धर्मेंद्र कुमार, बसन्त कुमार, रोहित विश्वकर्मा, सुरेश मौर्या, रामु मौर्या आदि थे।

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