रविवार, 8 जनवरी 2023

पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता के कार्यालय के समक्ष जलसहिया ने दिया धरना


गिरिडीह। झारखंड राज्य जलसहिया कर्मचारी संघ द्वारा पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता के कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया गया।  जिलाध्यक्ष दिव्या देवी की अध्यक्षता और जिला कोषाध्यक्ष सितारा प्रवीण के संचालन में आहूत इस धरना कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संघ के राज्य मुख्य संरक्षक अशोक कुमार सिंह उपस्थित थे।
धरना को सम्बोधित करते हुए जिला अध्यक्ष दिव्या देवी ने कहा कि किसी भी कीमत पर बाहरी ठेकेदार को जिले में चल रहे कचरा प्रबन्धन के कार्य में घुसने नही दिया जाएगा। यदि बाहरी ठेकेदार को कचरा प्रबन्धन का काम दिया जाता है तो जलसहिया इसकी लिखित शिकायत राज्य स्तर पर करेगी।
वहीं जिला मंत्री सरिता देवी ने कहा कि जल जीवन मिशन कार्यक्रम में ठेकेदारों की मनमानी बहुत बढ़ गई है। जिले में संवेदक बेलगाम हो गये हैं। ठेकेदार जल सहिया को बिना सूचना दिए गांव में बोरिंग करते हैं तथा एस्टीमेट से बहुत कम बोरिंग किया जाता है और जगह का चयन भी मनमाने ढंग से किया जाता है। कहा कि जल सहिया यदि एस्टीमेट के हिसाब से काम करने को कहती है तो संवेदक जलसहिया के विरुद्ध केस करने की धमकी देते हैं। जबकि जल जीवन मिशन में जल सहिया को ग्राम स्तर पर योजना को गुणवत्तापूर्ण तरीके से जमीनी स्तर पर उतारने की जिम्मेवारी दी गई है। बावजूद इसके विभाग और संवेदक द्वारा जल सहिया की अनदेखी की जा रही है।
धरना को सितारा प्रवीण, नीतू देवी, मंजू देवी, बन्दनी देवी, नीलम देवी, सीता देवी आदि ने भी सम्बोधित किया। वंही धरणा में रिंकू देवी, प्रतिभा देवी, फातिमा खातून, कंचन देवी, मीनाक्षी देवी, आसिया बेगम, टेखनी देवी, अमिता देवी, विद्या कुमारी सहित विभिन्न प्रखण्ड को जलसहिया शामिल थी।

91 बोतल नकली शराब के साथ एक किराना दुकानदार गिरफ्तार


गिरिडीह : जिले की बेंगाबाद पुलिस ने लुप्पी गांव के एक किराना दुकान में छापेमारी कर 91 बोतल ब्रांडेड कंपनियों के नकली शराब जब्त किया हैं। वहीं पुलिस ने इस दौरान उक्त किराना दुकानदार धनजंय राय को गिरफ्तार कर लिया हैं। 

बेंगाबाद पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि लुप्पी गांव निवासी धनजंय राय किराना दुकान संचालित करता है और अपने किराना दुकान में ही नकली अंग्रेजी शराब बेंचता है। इसी सूचना के आलोक में पुलिस ने छापेमारी कर शराब से भरे कार्टून जब्त किया। जिसमें मैकडेवल के 18 बोतल, तीन पीस नीब, स्टार्लिंग रिर्जव ब्रांड के 10 बोतल तो 37 पीस नीब, ऑफिर्सस च्वाईस के आठ बोतल समेत अन्य ब्रांडेड कंपनियों के 91 बोतल शराब बरामद किया। गया। पुलिस ने आरोपी दुकानदार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं पुलिस जब्त शराब के संबंध में जांच पड़ताल करने में जुटी है।

शनिवार, 7 जनवरी 2023

16 जनवरी को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्सक कर्मी


सौंपा उपायुक्त और सिविल सर्जन को ज्ञापन

गिरिडीह : झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी संघ के बैनर तले स्वास्थ्य विभाग के अनुबंध कर्मी अपनी मांगों के समर्थन में आगामी 16 जनवरी को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे। 

इस बाबत झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी संघ के गिरिडीह इकाई का एक प्रतिनिधि मंडल शनिवार उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा और सिविल सर्जन डॉ एस सी मिश्रा से मुलाकात कर पारा मेडिकल नियमावली 2018 में आंशिक संशोधन करते हुए स्वास्थ्य विभाग के सभी पारा मेडिकल कर्मियों को वर्ष 2014 की तरह विभागीय समायोजन की प्रक्रिया अविलंब शुरू करने की मांग को लेकर एक ज्ञापन सौंपा। संघ के प्रतिनिधि मंडल में प्रवीण कुमार, संदीप कुमार, सावित्री टोप्पो, प्रिया ज्योति मुर्मू, प्रणव पाठक, अल्बर्ट दाऊद मरांडी, सच्चिदानंद वर्मा, नीलम कुमारी आदि शामिल थे।

झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी संघ के सदस्यों ने बताया कि उन्होंने फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में काम कर वैश्विक महामारी कोरोना पर विजय प्राप्त की। हालांकि इस दौरान अधिकांश अनुबंध कर्मी कोरोना पॉजिटिव भी हुए। बाबजूद उन्होंने अपनी जान को जोखिम में डाल कर भी अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया। 

कहा कि एएनएम, जीएनएम, लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट, एक्स-रे टेक्निशियन, नेत्र सहायक आदि पारा मेडिकल कर्मी सरकार के कई महत्वपूर्ण योजना को अपनी जान जोखिम में डाल कर सफल बनाते रहे हैं। लेकिन उन्हें अल्प मानदेय की प्राप्ति होती है। जिससे वह अपने परिवार का भरण पोषण और बच्चों को अच्छी शिक्षा दिला पाने में असमर्थ हैं। 

प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने के बाद भी यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो पारा मेडिकल कर्मी आगामी 17 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।

माहुरी वैश्य मंडल गिरिडीह के अध्यक्ष बने गोपाल दास भदानी और सचिव अरुण कुमार गुप्ता


गिरिडीह :  माहुरी वैश्य मंडल गिरिडीह का चुनाव भंडारीडीह स्थित माहुरी छात्रावास में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत शनिवार 7 जनवरी को संपन्न हुआ। जिसमें गोपाल दास भादानी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी उमेश कुमार माथुर को 182 मतों से पराजित कर माहुरी वैश्य मंडल गिरिडीह के अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए। वहीं पूर्व अध्यक्ष रहे मनीष कुमार एकघरा को मात्र 7 मतों पर ही संतोष करना पड़ा। बता दें कि अध्यक्ष के पद के लिए कुल तीन उम्मीदवार ही चुनाव मैदान में खड़े थे। वही सचिव के पद पर अरुण कुमार गुप्ता ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सुदीप गुप्ता को 111 मतों से पराजित कर  निर्वाचित हुए। सचिव के पद पर भी तीन ही उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे।

गिरिडीह माहुरी वैश्य मंडल का चुनाव सात सदस्यीय चुनाव पर्यवेक्षक दल की मौजूदगी में संपन्न कराया गया। चुनाव प्रयवेक्षकों में महामंडल के उपाध्यक्ष सह नगर निगम के उप महापौर प्रकाश राम सेठ, उमा शंकर चरनपहाड़ी, संगठन मंत्री प्रदीप कुमार, राजेंद्र तर्वे, अनिल कुमार, वार्ड पार्षद सुमित कुमार, और संजय कुमार कंधवे शामिल थे।

पूरी निष्पक्षता और लोकतांत्रिक तरीके से शनिवार सुबह से मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई। जिसमे गिरिडीह मंडल के 508 मतदाताओं में से 352 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान पश्चात मतगणना की प्रक्रिया शुरू हुई। जिसमें 354 मत वैध जबकि तीन मत अवैध घोषित किए गए।

मतगणना के दौरान अध्यक्ष पद उम्मीदवार गोपाल दास भदानी को 262 मत, उमेश कुमार माथुर को 80 मत और मनीष कुमार एकघरा को 07 मत मिले।वही सचिव के पद के उम्मीदवार अरुण कुमार गुप्ता को 214 मत, सुदीप गुप्ता को 103 मत और अजीत कुमार गुप्ता को 32 मत प्राप्त हुए।

चुनाव की पूरी प्रक्रिया की समाप्ति के बाद चुनाव पर्यवेक्षक प्रकाश सेठ ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि यह कोई राजनीतिक दल का चुनाव नहीं बल्कि सामाजिक संगठन का चुनाव था। उन्होंने नव निर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि समाज ने उन्हें जो जिम्मेवारी सौंपी ही वे उसे पूरी निष्ठा के साथ निर्वहन करेंगे।

वहीं नव निर्वाचित अध्यक्ष गोपाल दास भदानी एवं सचिव अरुण गुप्ता ने कहा कि समाज के लोगों ने उनके कांधे जो जिम्मेवारी दी ही उसका वह अक्षरशः पालन करते हुए समाज को नई ऊंचाई दिलाने की दिशा में कार्य करेंगे।

मौके पर नवनिर्वाचित दोनों पदाधिकारियों को सुजीत कपिस्वे, हब्लू गुप्ता, संजीत तर्वे, सुजय भदानी, पारितोषिक एकघरा, आलोक कुमार, विपिन गुप्ता, आशीष कुमार, मीना गुप्ता, शालिनी वेश्खियार, रेनू देवी, उमा देवी, सुषमा चंद्रा आदि ने फूलमाला पहना उन्हें बधाई दी।

वाटर हीटर रॉड का करें एहतियात के साथ इस्तेमाल


  न्यूज़ डेस्क : सर्दी में अक्सर ठंडे पानी से नहाने का डर होता है. ठंड से बचने के लिए कुछ लोग तो गीजर फिट कराते हैं. लेकिन ज्यादातर लोग पानी गर्म करने के लिए अभी भी वॉटर हीटर रॉड का इस्तेमाल ही करते हैं. वॉटर हीटर रॉड को इस्तेमाल करने के लिए काफी एहतियात बरतना पड़ता है. इसको काफी रिस्की टास्क माना जाता है. चूके एक छोटी सी गलती भी नुकसानदायक साबित हो सकती है. अगर आपके घर में भी वॉटर हीटर रॉड हैं. हम आपको कुछ सेफ्टी टिप्स बताने जा रहे हैं. अच्छी तरह से करें यूजवॉटर हीटर रॉड काफी लंबे समय तक चलते हैं. यह सालों-साल खराब नहीं होते हैं. लेकिन 2 साल पुराने हीटर रॉड को यूज करने में काफी ज्यादा खतरा होता है. इससे करंट भी लग सकता है. कई लोकल वॉटर हीटर रॉड भी होते हैं.जो ज्यादा बिजली की खपत करते हैं. अगर आप भी खरीदने जा रहे हैं तो ओरिजनल ही खरीदें.

 बाल्टी में डालने के बाद ही करें ऑन

कई लोग गलत तरीके से रॉड का इस्तेमाल करते हैं. ऑन करने के बाद उसे बाल्टी में डालते हैं. लेकिन इससे करंट करने का खतरा होता है. समझदारी है कि सबसे पहले पानी से भरी बाल्टी में रॉड डालें और फिर इसे ऑन करें.

 रॉड की करते रहें सफाई

Water Heater Rod को समय-समय पर साफ करते रहें. खराब होने पर रॉड पानी को ज्यादा गर्म नहीं कर पाती है. ऐसे में जब आप रॉड गंदी दिखे या मिट्टी जम जाए तो उसको आप साफ कर लें.

 प्लास्टिक की बालटी का करें इस्तेमाल

कई लोग लोहे की बाल्टी का इस्तेमाल करते हैं. वॉटर हीटर रॉड को डालने के बाद करंट लगने का डर होता है. ऐसे में सिर्फ प्लास्टिक की बाल्टी का ही इस्तेमाल करें.

रालोजपा ने की मुख्यमंत्री से सीएनटी एक्ट में संशोधन करने की मांग

गिरिडीह :  राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार राज ने सीएनटी एक्ट को संशोधित करने की मांग सूबे के मुख्यमन्त्री हेमन्त सोरेन से की है।
उन्होंने कहा है कि सीएनटी एक्ट में जिन जातियों को रखा गया है उन जातियों की जमीन का भाव कौड़ी का हो गया है। उनके बच्चों के लिए एजुकेशन लोन में भी बाधा उत्पन्न हो रही है। यहां तक कि सीएनटी में आने वाले जातियों में चंद्रवंशी समाज, अनुसूचित जाति एवं नाई समाज के लोग बच्चियों की शादी के लिए जमीन बेचना चाहते हैं लेकिन उसका उचित दाम नहीं मिलने से उन्हें काफी परेशानी हो रही है।  उन्होंने कहा कि सूबे की सरकार से इन जातियों के प्रतिनिधि मंडल ने कई बार मिलकर ज्ञापन भी दिया है लेकिन अब तक इस मुद्दे पर कोई फैसला नहीं हो पाया।
उन्होंने कहा कि सरकार को तत्काल सीएनटी एक्ट का संशोधन कर थाना क्षेत्र एवं जातियों के बंधन से इसे मुक्त कराया जाये। साथ ही एजुकेशन लोन, होम लोन के लिए सरकार के तरफ से बैंकों को भी निर्देश जारी किया जाय। ताकि सीएनटी एक्ट में शामिल जातियों को उनके परेशानियों से मुक्ति मिल सके।
श्री राज ने कहा की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल सूबे के मुख्यमंत्री एवं महामहिम राज्यपाल से मिलकर इस बावत एक ज्ञापन सौंपेगा और जरूरत पड़ी है तो आंदोलन करने को भी बाध्य होगा।

शुक्रवार, 6 जनवरी 2023

लंगटा बाबा समाधि पर्व पर खरगडीहा में उमड़ा जनसैलाब, लाखो लोगो ने की चादरपोशी


गिरिडीह : पौष पूर्णिमा लंगटा बाबा समाधि पर्व के अवसर पर जिले के खरगडीहा स्थित लंगटा बाबा के समाधि पर शुक्रवार को भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। सुबह चार बजे से ही समाधि स्थल पर चादर चढ़ाने का सिलसिला शुरू हुआ, वह देर रात तक जारी रहा। 
भीड़ इतनी थी कि चादरपोशी के लिए भक्तों की लंबी कतार लग गयी। घंटों कतार में खड़े रहकर लोगों ने लंगेश्वरी बाबा के समक्ष शीश झुकाया और मन्नतें मांगीं। सुबह आठ बजे के बाद बाबा के भक्तों की संख्या इतनी बढ़ गयी कि करीब दो किमी तक लंबी कतार लग गयी। जिस कारण जमुआ-देवघर मुख्य मार्ग पूरी तरह जाम हो गया।

वहीं मंदिर परिसर एवं मेले में पहुंची भारी भीड़ पर नियंत्रण करने हेतु प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। थाना प्रभारी पप्पू कुमार के नेतृत्व में पुलिस के जवान विधि-व्यवस्था बनाए रखने में जुटे रहे। 

पॉकेटमारों की रही चांदी : पौष पूर्णिमा के अवसर पर लंगटा बाबा के समाधि पर्व पर उनके समाधि स्थल पर पूजा-अर्चना को पहुंचे कई भक्तों की जेबें कटी वहीं दर्जनाधिक लोगों के पर्स उड़ा लिए गये। दर्जनभर मोबाइल भी भीड़ के कारण गुम हो गया। हालांकि प्रशासनिक महकमा द्वारा मेले की निगरानी हेतु मेला स्थल के विभिन्न स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगा रखे थे। बावजूद इसके पॉकेटमारों ने हाथ साफ कर लिया। 

मजहबी आस्था का केंद्र खरगडीहा : मजहबी आस्था का केन्द्र है खरगडीहा। पौष पूर्णिमा के मौके पर विख्यात लंगटा बाबा के यहां स्थित समाधि स्थल पर चादरपोशी करने के लिए उमड़े हजारों हिन्दू-मुस्लिम धर्मावलंबियों के हुजूम से यह बात स्वत: सिद्ध होती है। झारखंड के विभिन्न जिलों के अलावा अलग-अलग प्रदेशों से भी बाबा के भक्तों ने हाजिरी देते हुए समाधि पर चादरपोशी की और मन्नतें मांगीं। यहाँ पधारे हरेक भक्तों द्वारा बाबा की महत्ता का गुणगान करते सुना गया। दया की प्रतिभूर्ति थे लंगटा बाबा। यही वजह है कि बाबा के अनन्य भक्त मिर्जागंज निवासी मोहन साव के सौजन्य से यहां के मेले में अलग-अलग जगहों पर टी-स्टाल की व्यवस्था की गयी।
 

जलीय सूर्यमंदिर में उमड़ी भीड़ : पौष पूर्णिमा के मौके पर शुक्रवार को मिर्जागंज स्थित जलीय सूर्य मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह से शाम तक लगी रही। भक्तों ने बारी-बारी से मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना कर भगवान भास्कर से निरोग होने की मन्नतें मांगीं। खरगडीहा स्थित लंगटा बाबा की समाधि पर चादरपोशी करने वाले श्रद्धालुओं ने यहां आकर भगवान भास्कर के समक्ष भी माथा टेका। यहां भी दिनभर मेले जैसा माहौल रहा। समाधि स्थल और मंदिर में दर्जनों की संख्या में पधारे साधु, संत एवं साधकों से धार्मिक आस्था का माहौल जीवंत हो उठा।

लंगटा बाबा के समाधि पर परम्परानुसार जमुआ थाना के थानेदार की पहली चादरपोशी


गिरिडीह: जमुआ के खरगडीहा में लंगेश्वरी बाबा (लंगटा बाबा) समाधि स्थल पर माथा टेकने और चादरपोशी करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। शुक्रवार की अहले सुबह परम्परानुसार लंगटा बाबा के समाधि पर पहली चादरपोशी जमुआ थाना प्रभारी पप्पू कुमार ने की। इसके बाद चादरपोशी करने वाले भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया।
बाबा के समाधि स्थल पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं ने माथा टेका और मन्नतें मांगी। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखकर प्रशासन की ओर से सुरक्षा का पुख्ता व्यवस्था की गई थी। खोरीमहुआ एसडीएम धीरेंद्र कुमार सिंह और एसडीपीओ मुकेश कुमार महतो की देखरेख में पदाधिकारियों और पुलिस बलों की तैनाती की गई। 

खरगडीहा स्थित थाना में बाबा ने बनाया था आशियाना : 
बताया जाता है अंग्रेजी हुकूमत के समय साधु-संतों के साथ देवघर जा रहे लंगेश्वरी बाबा खरगडीहा स्थित उस वक्त के थाना परिसर में रुके थे। इसी थाना परिसर को उन्होंने अपना आशियाना बनाया था। तत्कालीन थानेदार वहाबुद्दीन ने लंगेश्वरी
बाबा को थाना छोड़कर जाने को कहा था, जिसपर बाबा ने यह कहा था कि तू ही चला जायेगा। कहा जाता है कि इस कथन के बाद खरगडीहा से उठकर थाना जमुआ आ गया। इसी थाना परिसर में पौष पूर्णिमा के दिन साल 1910 को बाबा ब्रह्मलीन हो गए थे और यहां बाबा की समाधि बनाई गई थी।

बाबा में थे चमत्कारी गुण:
बताया जाता है कि बाबा के अंदर चमत्कारी गुण थे। मनुष्य के अलावा पशुओं और पक्षियों से उन्हें काफी प्रेम था। उनके पास आनेवाले लोग दुखों से मुक्त हो जाते थे। रोगों को भी हरने की शक्ति उनके अंदर थी। यही वजह है कि यहां पर प्रतिदिन हिन्दू मुस्लिम, सिख, ईसाई भी पहुंचते हैं और माथा टेकते हैं। 
देश के विभिन्न राज्यों से पहुंचते है भक्त : 
पौष पूर्णिमा के दिन यहां पर भक्तों का जन सैलाब उमड़ पड़ता है। देश के विभिन्न राज्यों से भक्त यहां पहुंचते हैं। इस बार भी काफी भीड़ उमड़ी है। भीड़ को देखते हुए प्रशासन भी मुस्तैद हैं। पौष पूर्णिमा के अवसर पर हर साल की तरह इस साल भी लंगटा बाबा समाधिस्थल पर चादरपोशी करने वाले श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा।

चादरपोशी कर अमन चैन की मांगी मन्नतें :
शुक्रवार को रांची के डीआईजी दीपक कुमार सिन्हा, खोरीमहुआ एसडीएम धीरेन्द्र कुमार सिंह,एसडीपीओ मुकेश महतो, जमुआ थाना प्रभारी पप्पू कुमार, सीओ द्वारिका बैठा, प्रमुख मिष्ठु देवी सहित दर्जनों जनप्रतिनिधि, पदाधिकारी सहित कई वीआईपी खरगडीहा पहुँच कर चादरपोशी कर अमन चैन की मन्नतें मांगें। 
निरन्तर भक्तों की ओर से चादर चढ़ाने का सिलसिला जारी रहा। लोग कतारबद्ध होकर पूजा अर्चना करते देखे गये।जानकारी के मुताबिक कोरोना के चलते पिछले कई वर्षों से मेले में भीड़ नही लगने दिया जाता था, लेकिन इस बार बड़ी संख्या में सर्द्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा,भीड़ को नियंत्रण करने में स्थानीय पदाधिकारियों को काफी मशक्कत करना पड़ा।
मेले में मुश्तेद दिखे पुलिस व प्रशासनिक पदाधिकारी :
खोरीमहुआ एसडीओ धीरेन्द्र कुमार सिंह एवं एसडीपीओ मुकेश कुमार महतो ने कहा कि पूरे मेले परिसर में सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतज़ाम किया गया है। श्रद्धालुओं को चादर पोशी में किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए काफी संख्या में महीला और पुरुष पुलिस बल को लगाया गया है । खोरीमहुआ एसडीएम धीरेन्द्र कुमार सिंह  ने कहा कि मेला परिसर सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में है।वहीँ मेला परिसर में एक कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहाँ से मेला परिसर पर प्रशासन का पोनी नज़र है। मेले में पॉकेटमारों एवं मनचलों पर पुलिस की कड़ी नजर थी।

माता शाकम्भरी के नौंवा वार्षिक महोत्सव पर श्रद्धालुओं ने किया पूजा अर्चना


गिरिडीह :  शाक भवानी माता शाकम्भरी का नौंवा वार्षिक महोत्सव शुक्रवार को स्थानीय श्याम मंदिर परिसर में धूमधाम से मनाया गया। शाकम्भरी सेवा समिति द्वारा आयोजित इस वार्षिक महोत्सव में माता शाकम्भरी का भव्य दरबार सजाया गया और मंगलपाठ का आयोजन किया गया। जिसमें सुहाग का लाल जोड़ा धारण कर 251 महिलाएं में शामिल हुई। 

पौराणिक कथाओं के अनुसार मां दुर्गे के नौ अवतारों में से एक माता शाकम्भरी ने समस्त मानव जाति को अकाल से बचाई थी। इनके वार्षिक महोत्सव के अवसर पर माता चुनड़ी उत्सव के साथ मेंहदी उत्सव का भी आयोजन किया गया। जिसमें श्रद्धालु सपरिवार सम्मिलित होकर माता शाकम्भरी से सुख-समृद्धि  का आशाीर्वाद मांगा। 
 वार्षिक महोत्सव में गायक कलाकार आकाश परिचय की गायक मंडली द्वारा कई भजन पेश किये गए। जिसपर श्रद्धालु भक्तजन झूमते नजर आएं। 
 इस वार्षिक आयोजन को सफल बनाने में अमित छापरिया, विनोद खंडेलवाल, सुधीर गोयल, दीपक चिरानिया, आरती छापरिया, सोनी गोयल, पूनम चिरानियां आदि की भूमिका सराहनीय रही।

7 जनवरी से न्यायिक कार्यों से खुद को दूर रखेंगे गिरिडीह के अधिवक्ता


गिरिडीह : कोर्ट फीस बढ़ोतरी वापस लेने, अधिवक्ता सुरक्षा कानून लागू करने समेत अन्य मांगों को लेकर राज्य भर के अधिकताओं के साथ गिरिडीह जिले के भी अधिवक्ता गण 7 जनवरी से न्यायिक सम्बंधित कार्य से खुद को दूर रखेंगे।

मीडिया से बात करते हुए जिला अधिवक्ता संघ के महासचिव चुन्नू कांत ने कहा कि सरकार ने राज्य में अप्रत्याशित रूप से कोर्ट फीस में वृद्धि कर दी है, यह एक तरह से गरीब और कमजोर पक्ष कारों पर अतिरिक्त बोझ है। ऐसे में गरीब लोग न्याय नहीं पा सकेंगे। इसीलिए राज्य विधिक परिषद के फैसले के विरोध में जिले के अधिवक्ताओं ने अपने आप को न्याय कार्य से अलग रखेंगे।

        अधिवक्ता चंदन कुमार सिन्हा

वहीं जिलाधिवक्ता संघ के पदाधिकारी अधिवक्ता चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि अधिवक्ताओं के स्ट्राइक को देखते हुए सूबे के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने 7 जनवरी को प्रदेश के सभी 24 जिलों के अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों और एडवोकेट जनरल के साथ एक बैठक रखा है। जिसमे अधिवक्ताओं के सभी मांगों से सम्बंधित मुद्दों पर चर्चा होगी।