संगोष्ठी का शुभारंभ अमर किशोर सिन्हा द्वारा अतिथियों का स्वागत कर एवं मई दिवस पर प्रकाश डाल किया गया। मौके पर प्रदेश महामंत्री अशोक कुमार सिंह नयन ने कहा कि मई दिवस को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह मजदूरों के व्यापक एकता का प्रतीक है। यह अवसर असंख्य मजदूर नेताओं की क कुर्बानियों एवं संघर्षों से प्राप्त हुआ है. इसे हमें सदैव याद रखने की आवश्यकता है।
कहा कि आज से सैंकड़ों साल पूर्व मजदूरो के असीमित
कार्य के घंटे को सीमित कराने के लिए अमेरिका के शिकागो शहर में मजदूरों ने संघर्ष किया था। उस दौरान शहिद हुए मजदूर एवं मजदूर नेताओं के प्रति हम श्रद्धान्जिली अर्पित करते हैं, जिनकी शहादत से 8 घंटे काम 8 घंटे आराम एवं 8 घंटे मनोरंजन की नीति को विश्व समुदाय को मानना पड़ा। लेकिन व्यवहारिक रूप में आज परिस्थिति विपरीत हो गई है, इसका पालन नहीं किया जा रहा है। वहीं लेबर कोड में संशोधन एवं मजदूरों के अधिकारों में कटौती कर मजदूरों का शोषण किया जा रहा है। जिसका हर स्तर पर विरोध किया जाना चाहिए।
संगोष्ठी को महासंघ के संरक्षक रूपलाल महतो, मुक्तेश्वर प्रसाद, लखन पंडित, विनय कुमार सिन्हा, मुरारी राम, प्रदीप गोस्वामी, राज किशोर साहू, नरेश कुमार वर्मा, बबन सिंह, मुकेश यादव, भरत माँझी, बबलू चौधरी, साजिद अंसारी, राजेश कुमार, वशिष्ठ कुमार सिंह आदि ने भी संबोधित किया।
मौके पर पहलगाम आतंकवादी घटना में मृत निर्दोष टूरिस्टों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए भारत सरकार से दोषी आतंकवादियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की गई। वहीं उक्त आतंकी हमले के मृतकों की आत्मा की शांति हेतु दो मिनट का मौन रख सभी दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी गयी।
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