मंगलवार, 31 दिसंबर 2024

गिरिडीह के 57 मजदूरों से उड़ीसा में काम करवाकर नहीं दिए पैसे

फॉरवर्ड ब्लॉक की अगुवाई में श्रमिकों ने श्रम अधीक्षक से लगाई गुहार

गिरिडीह (GIRIDIH)। गिरिडीह के 57 मजदूरों से उड़ीसा में 2 साल से भी अधिक समय तक काम करवाकर करीब 4 लाख 30 हजार रुपया बकाया रख लिया गया है। ठेकेदारों द्वारा पैसे के लिए लगातार टालमटोल करने पर थक-हारकर मजदूरों ने पूर्व जिप सदस्य सह फॉरवर्ड ब्लॉक नेता राजेश यादव को इसकी जानकारी दी जिसके बाद उनकी अगुवाई में इस मामले का संज्ञान श्रम अधीक्षक गिरिडीह को देकर पैसे का भुगतान कराने की गुहार लगाई गई है।


इस बाबत पीड़ित में से 21 मजदूरों का हस्ताक्षर युक्त एक आवेदन श्री यादव ने श्रम अधीक्षक को सौंपी तथा उनसे बात भी की। श्रम अधीक्षक ने इसे एक गंभीर मामला बताते हुए हर संभव कार्रवाई का भरोसा दिया है। फॉरवर्ड ब्लॉक नेता ने कहा कि, बिना प्रवासी मजदूरों का पंजीयन कराए ठेकेदारों द्वारा इस तरह मजदूरी के लिए दूसरे प्रदेशों में ले जाना और फिर काम करवाकर पैसा नहीं देना बड़ा अन्याय है। ऐसा सरकार की गलत श्रम नीतियों के कारण ही संभव हो पा रहा है। इस तरह के मामलों मजदूरों के हक में कड़े कानून होने चाहिए, ताकि कोई मजदूरी मारने जैसी जुर्रत नहीं कर सके।


उन्होंने कहा कि, फॉरवर्ड ब्लॉक से जुड़े ट्रेड यूनियन की उड़ीसा यूनिट को भी इसकी जानकारी देकर मदद की अपील की जा रही है। हम किसी भी तरह मजदूरों का बकाया भुगतान कराने का प्रयास या जरूरत पड़ी तो आंदोलन भी करेंगे।

श्रम अधीक्षक के नाम आवेदन प्रस्तुत करते समय पार्टी नेता मनोज कुमार यादव, शंकर वर्मा, शंभू तुरी सहित मजदूर रीतलाल दास, सोनू दास, गोकुल कु दास, नारायण दास, राजू दास, दिनेश राम, दामोदर यादव, राजू शर्मा, शमशुद्दीन अंसारी, कांग्रेस रवानी, आफताब अंसारी, जमीर अंसारी, अविनाश कुमार, सुनील साव, रमेश रवानी, चंदन रवानी, बीरू दास, विक्की कुमार, सहदेव दास, भुनेश्वर दास एवं जीतू रवानी मौजूद थे।

दो जेवर दुकानों का शटर तोड़ चारों ने की 30 लाख के जेवरात व नगदी की चोरी

गिरिडीह (GIRIDIH)। जिले के हीरोड़ीह थाना क्षेत्र के कोदंबरी में बीती रात चोरों ने दो जेवर दुकानों वंदना ज्वेलर्स और आरएस ज्वेलर्स  का शटर तोड़ नगदी समेत 30 लाख के जेवरात व नगदी की चोरी की घटना को अंजाम दिया है।

  
घटना के बाबत भुक्तभोगी सीताराम स्वर्णकार और सुधीर स्वर्णकार ने बताया कि हर दिन की तरह सोमवार की रात भी यह दोनों अपने-अपने दुकान को बंद कर घर चले गए थे। जब सुबह दुकान खोलने  पहुंचे तो दोनों ही दुकान का शटर टूटा पाया और सारा सामान बिखरा हुआ था। बताया कि दुकान के अंदर रखे हुए सोने चांदी के जेवर व नगदी गायब थे।


 आरएस ज्वेलर्स के संचालक ने बताया उनके दुकान से चोरों ने करीब 6 लाख का जेवर और 85 हजार रुपया नगद चोरी की है। वहीं वंदना ज्वेलर्स के संचालक ने बताया कि चोरों ने उनके दुकान से लगभग 20 से 30 लाख का सामान की चोरी की है। बताया कि चोरों ने दुकान के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरा को तोड़ दिया और डीबीआर भी ले गए। दो जेवर दुकानों से लाखों की चोरी की घटना की सूचना मिलते ही हीरोड़ीह थाना की पुलिस कोदंबरी गांव पहुंच घटना का जायजा लिया। 



इतनी बड़ी चोरी की घटना के बाद जिला पुलिस महकमा सकते में आ गया है। एसपी के निर्देश पर खोरीमहुआ एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। टीम सभी संभावित ठिकानों पर छापेमारी करने में जुटी है।  



बिरनी में पुलिस व ग्रामीणों के बीच तीखी नोकझोंक, SDM ने मोर्चा संभाल कराया शांत

गिरिडीह (GIRIDIH)। जिले के बिरनी प्रखण्ड के शाखाबरा पंचायत अंतर्गत परतापुर में मंगलवार को पुलिस व ग्रामीणों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। हालांकि बगोदर-सरिया एसडीएम संतोष कुमार ने अपने सूझबूझ से मामले को सलटाकर ग्रामीणों को शांत कराया।

जानकारी के अनुसार प्रतापपुर गांव में खाता संख्या 41,प्लॉट 785,रकबा 13.40 एकड़ सरकारी जमीन है। जिसे ग्रामीण अड़वार, चारागाह, खेलकूद मैदान आदि में प्रयोग करते आ रहे हैं।  उस जमीन के कुछ भाग पर गाँव के ही रामेश्वर यादव, सहदेव यादव, टूपलाल यादव, देवकी महतो द्वारा फर्जी दस्तावेज बनाकर मकान निर्माण कर अवैध कब्जा किया जा रहा है। ग्रामीणों का मानना है कि उक्त जमीन पर निर्माण कार्य कर रहे लोगों का कोई दखल कब्जा भी नही है।



ग्रामीणों ने बताया कि बीते वर्ष 2020 में कुछ लोगों के द्वारा फर्जी दस्तावेज बनाकर अवैध कब्जा करने का प्रयास किया गया था। हालांकि ग्रामीणों ने ततपरता दिखाते हुए अंचलाधिकारी से शिकायत कर जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया। वर्ष 2022 में अंचलाधिकारी ने ग्रामीणों से उक्त जमीन का दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा, परन्तु किसी ने नही किया।  वर्ष 2024 के बीते माह सितंबर-अक्टुबर में पुनः नामित ब्यक्तियों द्वारा उक्त जमीन पर निर्माण कार्य किया जाने लगा। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत विभाग से की और पुनः निर्माण कार्य बन्द हो गया।

 इस प्रकार कई बार निर्माण कार्य प्रारम्भ और बन्द होता रहा। बीते एक सप्ताह पूर्व भी निर्माण कार्य शुरू किया गया लेकिन ग्रामीणों ने इसकी शिकायत अंचलाधिकारी से की। अंचलाधिकारी संदीप मधेशिया ने राजस्व कर्मचारी प्रताप कुमार को निर्माण कार्य पर रोक लगाने का निर्देश दिया और निर्माण कार्य रुका। परन्तु कर्मचारी की अनुपस्थिति में पुनः निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाता था।



 ग्रामीणों ने बताया कि कई बार अंचलाधिकारी से शिकायत करने पर अंचलाधिकारी संदीप मधेशिया ने भरकट्टा ओपी को निर्माण कार्य पर रोक लगाने को कहा। इसी के आलोक में भरकट्टा ओपी एसआई संतोष दुबे मंगलवार सुबह निर्माण स्थल पहुंचे और निर्माण कार्य कर रहे सहदेव यादव को ग्रामीणों के बीच पकड़ लिया और 200 मीटर दूरी पर ही छोड़ दिया। ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस ने रकम लेकर छोड़ दिया और पुलिस से सवाल करने लगे। तभी एसआई संतोष दुबे अपने पास सर्विस रिवाल्वर ग्रामीणों पर तान दिया जिससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए और पुलिस और ग्रामीणों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। 

हालांकि सूचना पाकर भरकट्टा ओपी प्रभारी प्रकाश रंजन, बिरनी थाना प्रभारी आकाश भारद्वाज भी घटनास्थल पहुँचे। एसडीएम संतोष गुप्ता को ग्रामीणों ने इसकी सूचना दी। एसडीएम ने मामले की जांच करने का आश्वासन दिया तब ग्रामीण शांत हुए। इस दौरान घटना स्थल पर दर्जनों महिला समेत सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।