घर से बेघर हुआ गणेश गुप्ता का परिवार, लिया पंचायत भवन में आश्रय
ना घर हैं ना जमीन जीटी रोड चौड़ीकरण में तोड दिया गया मकान
[रिपोर्ट : अशोक कुमार की]
बगोदर/गिरिडीह : एक और सरकार कच्चे मकान में रह रहे गरीबों को आवास दे रही है वही दूसरी ओर कोलकाता से दिल्ली जीटी रोड चौड़ीकरण के दौरान बगोदर प्रखंड के औरा पंचायत निवासी एक परिवार को घर से बेघर कर दिया गया।
उस गरीब परिवार के पास अब ना घर है ना घर बनाने के लिए कोई जमीन। चार दिनों से पूरा परिवार दूसरे के टूटे हुए मकान पर खुले में रहने के लिए विवश था। अंत में पंचायत भवन में अस्थाई रुप से पूरा परिवार आश्रय ले लिया हैं।
जानकारी के मुताबिक औरा निवासी गणेश गुप्ता बगोदर के एक होटल में मजदूरी कर सात परिवार का भरण पोषण करता है। गणेश की पत्नी मीना देवी दिव्यांग हैं और पिछले कई वर्षों से बीमार भी।
पीड़ित गणेश की पुत्री राखी ने बताया कि उसके परिवार के पास अब रहने का कोई जगह नहीं है ना जमीन है ना पैसा है। एक छोटे से मकान में रह कर हम सात परिवार किसी तरह गुजरा कर रहे थे। बताया कि जब उनका मकान तोड़ा जा रहा था तब पूरा परिवार एनएचएआई के अधिकारियों के साथ स्थानीय पदाधिकारीयों से बहुत रिक्वेस्ट किया मकान नहीं तोडने का। लेकिन मकान तोड़ दिया गया अब सिर छुपाने की भी जगह नही है। पूरा परिवार बेघर हो गया हैं।
बताया कि पंचायत के मुखिया महेश महतो को जब यह पता चला कि हमारे परिवार के रहने के लिए कोई ठौर ठिकाना नहीं है। उन्होंने तत्कालीन तौर पर पंचायत भवन में रहने की व्यवस्था कर दिया हैं। बताया कि सड़क हेतु घर टूटा लेकिन अब तक मुआवजा की राशि भी नसीब नही हुआ हैं। पीड़ित परिवार के लोगों ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगायी है।
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