प्रवासी मजदूरों को केंद्र सरकार ने मरने के लिए छोड़ दिया है : भाकपा माले
16 मजदूरों की मौत पर माले ने दी श्रद्धांजलि। कहा, जिम्मेदारी तय हो
गिरिडीह : मोदी सरकार ने प्रवासी मजदूरों को मरने के लिए छोड़ दिया है। एक तरफ वे काम से निकाल दिए गए हैं, उन्हें उनके किराए के घरों से खाली कराया जा रहा है जिससे उनके रहने और खाने की कोई गारंटी नहीं रह गई और घर लौटना उनके लिए मजबूरी है। लेकिन केंद्र सरकार सब कुछ जानकर भी उनके प्रति जरूरी उपाय नहीं कर रही है।
यही कारण है कि प्रवासी मजदूर आज जहां जिनसे जैसे भी बन पड़ रहा है, वे किसी भी तरह घर लौटने को मजबूर हुए हैं। इसी क्रम में महाराष्ट्र से मप्र लौट रहे प्रवासी मजदूर, जो पैदल चलते-चलते थक कर पटरियों पर ही सो गए थे, मालगाड़ी की चपेट में आकर हृदय विदारक तरीके से मौत के शिकार हुए हैं।
मृतक मजदूरों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उपरोक्त बातें भाकपा माले के राज्य कमेटी सदस्य राजेश कु0 यादव तथा गिरिडीह विस प्रभारी राजेश सिन्हा ने कही।
उन्होंने कहा कि भाकपा माले हादसे के शिकार उन मजदूरों समेत देशभर में बिना सोचे समझे किए गए लॉकडाउन से उत्पन्न त्रासदी में मारे गए तमाम लोगों को श्रद्धांजलि देती है।
नेताद्वय ने मांग की कि इन तमाम मौतों के लिए जिम्मेदारी तय हो और सभी मृतक परिवारों को 20-20 लाख का भुगतान केंद्र सरकार अलग से करे।
श्रद्धांजलि देकर प्रतिवाद करने वालों में श्री यादव एवं सिन्हा के अलावा माले नेता अशोक तुरी शामिल थे।
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