मंगलवार, 24 दिसंबर 2024

2 सिम कार्ड इस्तेमाल करने वालों के लिये राहत भरी खबर, टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई (TRAI) ने बदले नियम

टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई (TRAI) ने 2 सिम कार्ड उपयोगकर्ताओं और 2G सेवाओं का उपयोग करने वाले ग्राहकों के लिए नए नियम जारी किए हैं। यह कदम ग्राहकों पर बढ़ते खर्च को कम करने और उन्हें सस्ती सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।

ग्राहकों को मिलेगा Voice + SMS पैक

ट्राई ने टेलीकॉम कंपनियों को निर्देश दिया है कि वे ग्राहकों को केवल Voice और SMS सेवाओं के लिए अलग पैक उपलब्ध कराएं। अब ग्राहकों को डेटा के साथ बंडल पैक खरीदने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे उनके खर्च में कमी आएगी।

स्पेशल टैरिफ वाउचर (STV) की वैधता बढ़ी

नए दिशानिर्देशों के अनुसार, टेलीकॉम कंपनियां अब स्पेशल टैरिफ वाउचर (STV) को 90 दिनों से बढ़ाकर 365 दिनों तक की वैधता के साथ जारी कर सकती हैं। इसके अलावा, 10 रुपये का टॉप-अप वाउचर उपलब्ध रखना भी अनिवार्य कर दिया गया है।

2G उपयोगकर्ताओं को राहत

भारत में अभी भी लगभग 30 करोड़ लोग 2G सेवाओं का उपयोग कर रहे हैं। ट्राई का यह कदम 2G उपयोगकर्ताओं को उनकी जरूरत के अनुसार सस्ती और किफायती सेवाएं प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।


इसके साथ ही सरकार ने सिम कार्ड जारी करने और उपयोग से संबंधित नियमों में भी बदलाव किए हैं।

सिम विक्रेताओं का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य 

सभी विक्रेताओं को टेलीकॉम ऑपरेटरों के साथ रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके लिए आधार और पासपोर्ट जैसे दस्तावेजों के साथ पुलिस सत्यापन जरूरी है।

फर्जी सिम कार्ड पर सख्ती

बिना रजिस्ट्रेशन के सिम बेचने पर 10 लाख रुपये तक का जुर्माना और 3 साल के लिए ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है।

ई-केवाईसी अनिवार्य

नए सिम खरीदने या पुराने सिम बदलने के लिए ई-केवाईसी प्रक्रिया को अनिवार्य किया गया है।

सिम उपयोग से जुड़े नए नियम

एक व्यक्ति अपने नाम पर अधिकतम 9 सिम कार्ड ही रख सकता है(जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर क्षेत्रों में यह सीमा 6 है)।
सिम कार्ड 30 दिनों तक उपयोग नहीं होने पर आउटगोइंग सेवाएं और 45 दिनों तक निष्क्रिय रहने पर इनकमिंग सेवाएं बंद की जा सकती हैं।
डिस्कनेक्ट होने के 90 दिनों बाद ही किसी मोबाइल नंबर को नए ग्राहक को आवंटित किया जाएगा।


डिजिटल धोखाधड़ी पर होगा नियंत्रण

इन नए नियमों का उद्देश्य फर्जी सिम कार्ड के माध्यम से होने वाली डिजिटल धोखाधड़ी और अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण पाना है। यह ग्राहकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनकी व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए एक बड़ा कदम है। ट्राई और सरकार के ये नए नियम न केवल ग्राहकों को राहत देंगे, बल्कि टेलीकॉम इंडस्ट्री में पारदर्शिता और सुरक्षा भी सुनिश्चित करेंगे। 2 सिम कार्ड और 2G सेवाओं का उपयोग करने वाले ग्राहकों के लिए यह खबर निश्चित रूप से राहत भरी है।

गिरिडीह के बनियाडीह इलाके में बंगलादेशी घुसपैठियों के होने में कोई संदेह नहीं : बाबुलाल

पूरे इलाके का सर्वे करा अवैध तरीके से रह रहे लोगों को चिन्हित कर उन्हें तुरंत निकाले हेमंत सरकार



गिरिडीह (GIRIDIH)। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पूरे बनियाडीह इलाके में निवास कर रहे लोगों की जांच होनी चाहिये। यहां अधिकांश लोग गैरकानूनी तरीके से निवास कर रहे हैं। इस पूरे इलाके का सर्वे हो, जो अवैध तरीके से रह रहे है। उन्हें चिन्हित कर तुरंत निकाला जाए। क्योंकि अवैध रूप से रह रहे लोग नशा का सेवन कर आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। बाबुलाल मरांडी ने कहा कि इस इलाके में बांग्लादेशी घुसपैठियों के होने में कोई संदेह नहीं हैं।

मरांडी मंगलवार को कबरीबाद निवासी मृतक दामोदर यादव के परिजनों से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने मृतक के परिजनों मिल उन्हें ढांढस बंधाया और घटना पर अपनी संवेदना व्यक्त की। इस दौरान उन्होंने मृतक दामोदर की पत्नी, बेटा और दोनो बेटियों से मिल उन्हें हिम्मत दिलाया और पार्टी की और से हर संभव सहयोग का भरोसा दिया। उन्होंने कहा वो प्रयास करेंगे कि सीसीएल अपने स्तर से उनके परिवार के किसी एक सदस्य को नौकरी दे।


बता दें कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र कबरीबाद चिलगा निवासी दामोदर यादव की अपराधियों ने तीन दिनों पूर्व चाकू मार कर हत्या कर दी थी।  इस घटना से आक्रोशित परिजनों ने थाना का घेराव किया था। तब पुलिस प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए चाकूबाजी कांड में शामिल सात आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेज दिया।

वहीं इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि अपराधियों का मनोबल बढ़ गया है। आए दिन घटना को अंजाम दिया जा रहा है। दामोदर यादव की बेहरमी पूर्वक हत्या सूबे की गिरती कानून व्यवस्था को दर्शा रही है। कहा कि गिरिडीह में अपराध का बढ़ता ग्राफ बेहद चिंताजनक है।


उन्होंने हेमंत सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि  हेमंत सरकार वोट बैंक की चिंता करने के बजाय जिला प्रशासन को कड़े निर्देश दे कि ऐसे मामलों पर प्रशासन को कड़ी नजर रखे और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। इस दौरान मरांडी के साथ भाजपा नेता चुनुकांत, मुकेश जालान, दिनेश यादव, मुखिया शिवनाथ साव समेत कई भाजपा नेता मौजूद थे।

मदन मोहन मालवीय एवं अटल बिहारी वाजपेयी की मनाई गई जयंती

गिरिडीह (GIRIDIH)। सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में मंगलवार को मदन मोहन मालवीय एवं अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती मनाई गई। प्रधानाचार्य आनंद कमल, हरिशंकर तिवारी एवं अजीत मिश्रा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर एवं दोनों विभूतियों के तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर किया।

इस अवसर पर अनमोल मिश्रा ने वाजपेयी जी की कविता का पाठ किया। जबकि भव्या एवं प्रिया कुमारी ने दोनों महापुरुषों के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला। वहीं हरिशंकर तिवारी ने कहा कि मालवीय जी हिंदी, हिंदू और हिंदुस्तान के लिए स्वयं को समर्पित कर काशी हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना किए। भारत रत्न से सम्मानित वाजपेयी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने अपने प्रधानमंत्रित्व काल में पोखरण में परमाणु परीक्षण कराकर अपनी दृढ़ता का परिचय दिया। पड़ोसी देशों के साथ उनका मधुर व्यवहार चिरस्मरणीय है। 


प्रधानाचार्य आनंद कमल ने कहा कि पत्रकारिता, वकालत, समाज सुधारक, मातृभाषा तथा भारत माता की सेवा में अपना जीवन अर्पण करने वाले पंडित मदनमोहन मालवीय ने जिस विश्वविद्यालय की स्थापना की, उसमें उनकी परिकल्पना ऐसे विद्यार्थियों को शिक्षित करके देश सेवा हेतु तैयार करने की थी जो देश का मस्तक गौरव से ऊँचा कर सके। कर्म ही उनका जीवन था। कार्यक्रम को सफल बनाने में अरविंद कुमार त्रिवेदी, राजेंद्र लाल बरनवाल एवं समस्त आचार्य दीदी का सराहनीय योगदान रहा।

बलात्कार पीड़िता के न्याय दिलाने बगोदर की सड़कों पर उतरी स्कूल व कॉलेज की सैंकड़ों छात्राएं

गिरिडीह (GIRIDIH)। बगोदर में 4 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ सोमवार को घटी दुष्कर्म की घटना के आक्रोश में मंगलवार को सैकड़ों स्कूली व कॉलेज की छात्राएं सड़क में उतर इंसाफ की गुहार लगायी। मंगलवार दोपहर ढाई बजे बगोदर बस पड़ाव में घाघरा साइंस कॉलेज के सैकड़ों छात्राएं जुटी और पूरे बगोदर बाजार में बलात्कार के खिलाफ आक्रोश प्रदर्शन की।इस आक्रोश प्रदर्शन कार्यक्रम में शामिल छात्राएं बलात्कार पीड़िता को न्याय दो, बलात्कारी को फांसी दो, महिला हिंसा पर रोक लगाओ, वीं वांट जस्टिस सरीखे गगनभेदी नारे लगाये।


वहीं दोपहर बाद शाम साढ़े तीन बजे बगोदर हाइ स्कूल, नावाडीह, मँझिलाडीह, अंबाडीह, जरमुने, अडवारा गांव की सैकड़ों छात्राओं ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर से एक मार्च निकाला जो सरिया रोड से पुरानी जीटी रोड चौराहा, थाना चौक होते हुए बगोदर बस पड़ाव पहुंचा और बलात्कारियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की गई।


इस आक्रोश प्रदर्शन मार्च में छात्राओं के साथ पूर्व जिप सदस्य पूनम महतो और जरमुने पूर्वी पंचायत समिति सदस्या प्रियंका साव भी शामिल थी। उन्होंने कहा कि बगोदर की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना बेहद शर्मनाक है। इस घटना ने मानवता को बेहद शर्मसार किया है। उन्होंने कहा कि हम सभी पीड़िता व उनके परिजनों के साथ है। उन्होंने पीड़िता के न्याय के लिए दोषी व अपराधिक व्यक्ति को कानूनन कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की।


आक्रोश मार्च में शामिल थीं ये छात्राएं

इस मार्च कार्यक्रम में लवली कुमारी, पूजा कुमारी, मनिता कुमारी, आशा कुमारी, ललिता कुमारी, प्रमिला कुमारी, लीलावती कुमारी, प्रेमा कुमारी, संजू कुमारी, संगीता कुमारी, फूल कुमारी, मंजू कुमारी, कौशल्या कुमारी, बनीता कुमारी, सरिता कुमारी, सरोज भारती, पूनम कुमारी, गीतांजलि कुमारी, दिव्या कुमारी, नीरू कुमारी, गीतांजलि कुमारी, शालिनी कुमारी, संजू कुमारी, लक्ष्मी कुमारी, श्वेता कुमारी, विनीता कुमारी, सृष्टि कुमारी, शिवानी कुमारी, अनीता कुमारी, रुखसार परवीन, गीता कुमारी, संजना कुमारी, मधु कुमारी, अंशु कुमारी, सुनीता कुमारी, सानिया परवीन, अलका कुमारी, गूंजा कुमारी, खुशबू कुमारी, अंजलि कुमारी, किरण कुमारी, बबीता कुमारी, लक्ष्मी कुमारी, सुषमा कुमारी, सीमा कुमारी, नीतू कुमारी, पूनम कुमारी, जयंती कुमारी, नीलम कुमारी, संतोषी कुमारी, पूनम कुमारी, पूजा कुमारी, सपना कुमारी, संगम कुमारी, पिंकी कुमारी, गीता कुमारी, निशा कुमारी, नीलम कुमारी, स्वीटी कुमारी, नीलू कुमारी, कोमल कुमारी, नेहा कुमारी, निशा कुमारी, कुमकुम कुमारी, काजल कुमारी, ऋतु कुमारी, सरिता कुमारी, संजना कुमारी, आंचल कुमारी, सुरुचि कुमारी, पूजा कुमारी समेत कई अन्य शामिल थी।

जमीन विवाद में दो भाइयों के बीच हिंसक झड़प, घटना में दो महिला समेत 5 घायल

गिरिडीह (GIRIDIH)। मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के बरवाडीह में जमीन विवाद को लेकर दो भाइयों के बिच खुनी संघर्ष हो गया। मारपीट की इस घटना में दो महिला समेत पांच लोग घायल हो गये। घायलों में संतोष साव, सुधीर साव, चंदन साव, ऋतिक कुमार साव, रिया कुमारी और सरिता देवी शामिल है। सभी घायलों को आनन फानन में इलाज हेतु नवजीवन नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है। घायलों में संतोष साव और चंदन साव की स्थिति गंभीर बनी हुई है। 

बताया गया कि बरवाडीह निवासी चंदन साव और किशोर साव दोनों आपस में भाई है। सभी एक ही मकान में रहते है। पिछले कुछ दिनों से दोनों के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। जिस कारण एक ही मकान में रहकर भी दोनों भाई अपने अपने परिवार के साथ अलग-अलग रहते है। 


मंगलवार को चंदन साव अपने हिस्से की जमीन पर किचन बनाने के लिए काम लगवाया था। इसी दौरान किशोर साव, अनुकूल कुमार साव, अंजू देवी, खुशबु कुमारी, सूरज कुमार साव, सन्नी साव, स्नेहा कुमारी, संगीता देवी आदि ने अचानक चंदन साव के परिवार के ऊपर जानलेवा हमला बोल दिया। जिसमे एक भाई के परिवार का पांच लोग घायल हो गया।

उपायुक्त ने इंस्टिट्यूट में अध्ययनरत विद्यार्थियों को बताया सफलता के सूत्र

गिरिडीह(GIRIDIH)।  उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा मंगलवार को न्यू बरगंडा में संचालित एक निजी इंस्टिट्यूट पहुंचे और वहां अध्ययनरत विद्यार्थियों के साथ विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। इस दौरान उपायुक्त ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया और उन्हें सफलता के सूत्र बताये।

इसके पूर्व उपायुक्त के इंस्टिट्यूट पहुंचने पर निदेशक रोहित श्रीवास्तव ने पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया। इस दौरान इंस्टिट्यूट की छात्रा मीमांसा जालान और अश्विन अरोड़ा ने उपायुक्त का सनातनी परम्परानुसार तिलक लगा एवं कलेवा बांधकर उनका अभिनंदन  किया। वहीं इंस्टिट्यूट के सेंटर हेड राहुल कुमार ने मोमेंटो भेंट कर उपायुक्त का अभिनंदन किया।


इस दौरान विद्यार्थियों को मोबाइल के साथ कैसे सामंजस्य बैठाना है इस पर उपायुक्त ने चर्चा किया। वहीं विद्यार्थियों द्वारा अलग अलग विषयों पर पूछे गये सवालों का भी उन्होंने ने विस्तृत उत्तर दिया। मौके पर उपायुक्त इंस्टिट्यूट के बच्चों की प्रतिभा से काफी प्रभावित हुए।

बाइक सवार अपराधियों ने दिनदहाड़े झपट्टा मार महिला के गले से झपटा चैन

गिरिडीह (GIRIDIH)। नगर थाना क्षेत्र में इन दिनों आपराधिक घटनाओं में अप्रत्याशित वृद्धि हो गयी है। बेख़ौफ़ अपराधी दिनदहाड़े आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। लेकिन नगर थाना की पुलिस इन घटनाओं  पर अंकुश लगाने में विफल साबित हो रही है। 

इसी कड़ी में मंगलवार को दिनदहाड़े बाइक सवार दो अपराधियों ने स्कूटी सवार एक महिला से सोने का  चैन झपट लिया और देखते ही देखते आखों से ओझल हो गया।


भुक्तभोगी अरगाघाट इंद्रपुरी कॉलोनी निवासी उज्ज्वल कुमार की पत्नी सीमा देवी ने नगर थाना में इस बाबत आवेदन दी है। थाना को दिए आवेदन में  उन्होंने बताया है कि वह पंचवटी पब्लिक स्कूल से अपने बच्चों को लाने जा रही थी। इसी दौरान बरगंडा पावर हाउस मोड़ के समीप काला रंग के पल्सर बाइक पर सवार दो लोगों में पीछे बैठा व्यक्ति झपट्टा मार कर मेरे गले से 15 ग्राम का सोने का चैन झपट लिया।

गजब : झारखण्ड के 5 जिलों में कुल आबादी से अधिक बने आधारकार्ड

रांची(RANCHI)। झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठ का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा. विधानसभा चुनावों में आबादी से अधिक वोटर कार्ड का मामला सामने आया था. इस संबंध में बीजेपी ने सत्तारुढ़ झामुमो के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दी थी. आरोप लगाया था कि चुनाव जीतने के लिए बांग्लादेशियों के नाम से फर्जी वोट बनाए गए हैं. वहीं अब जनसंख्या से अधिक आधार कार्ड का मामला सामने आने के बाद एक बार फिर से राज्य में सियासत गरमा गई है. अब इस मामले में सत्तारूढ़ झामुमो ने देश के गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

झारखंड के संथाल परगना सहित सीमावर्ती जिलों में बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा कोई नया नहीं है. इसी तरह के एक मामले की सुनवाई पहले से सुप्रीम कोर्ट में भी लंबित है. इसी बीच एक बेहद चौकाने वाला मामला प्रकाश में आया है. राज्य के 5 जिलों में जनसंख्या से भी ज्यादा आधार कार्ड बनाए गए हैं. इसी तरह के आरोप विधानसभा चुनावों के दौरान भी लगे थे. उस समय आरोप लगा था कि जनसंख्या से ज्यादा वोटर कार्ड बन गए हैं. कई इलाकों में तो मतदाताओं की संख्या में 130 फीसदी से भी अधिक पायी गई थी.


चुनाव से पहले उठा था वोटर कार्ड का मुद्दा
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अचानक से मतदाताओं की संख्या में हुई वृद्धि को बीजेपी ने मुद्दा बनाने की कोशिश की थी. निर्वाचन आयोग में शिकायत दी गई थी कि चुनाव जीतने के लिए बांग्लादेशी घुसपैठियों के वोटर कार्ड बनाए गए हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक लोहरदगा जिले की कुल आबादी 5,58,849 है. जबकि यहां पर 6,08,111 लोगों के आधार कार्ड बने हैं. इस हिसाब से आधार कार्ड आबादी के सापेक्ष करीब 108.80 फीसदी ज्यादा बने हैं. इसी प्रकार साहिबगंज जिला में 104.40 फीसदी वोटर कार्ड बने हैं. यहां कुल आबादी 13,92,393 है, लेकिन आधार कार्ड 14,53,634 लोगों के बने हैं. पाकुड़ जिले में भी कुल आबादी 10,89,673 के सापेक्ष आधारकार्ड 11,36,959 लोगों के बना दिए गए हैं. यह आंकड़ा 104.34 फीसदी से ज्यादा है.
बीजेपी ने राज्य सरकार को बताया जिम्मेदार
ठीक इसी प्रकार से लातेहार जिले में भी कुल आबादी 8,79,774 के सापेक्ष आधार कार्ड 9,04,150 लोगों के बने हैं. गढ़वा जिले में कुल आबादी 16,00,807 के सापेक्ष 16,20,376 लोगों के आधार कार्ड बनाए गए हैं. 

मामला सामने आने के बाद बीजेपी के रांची से विधायक और राज्य के पूर्व मंत्री सीपी सिंह ने प्रदेश सरकार को घेरने की कोशिश की. कहा कि लंबे समय से वह इस मुद्दे को उठा रहे थे. इस समय हालात ऐसे बन गए हैं कि संथाल में बंगलादेशियों की भरमार हो गई है. उन्होंने इन बांग्लादेशियों पर लव जिहाद का भी आरोप लगाया है. उन्होंने मामले की जांच CBI से कराने की मांग की है.


कांग्रेस ने मांगा गृहमंत्री का इस्तीफा
कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों ने गलत तरीके से आधारकार्ड बनवा लिए हैं और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ ले रहे हैं. उधर, झारखण्ड में कांग्रेस के मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की. कहा कि आधार कार्ड केंद्र सरकार बनाती है. यह साफ तौर पर केंद्र सरकार की विफलता और देश के गृह मंत्री की फैल्योरिटी है. बीजेपी के नेताओं में थोड़ी भी नैतिकता बची है तो वह देश के गृहमंत्री से सीधा सवाल करें. कहा कि देश के गृहमंत्री से बॉर्डर नहीं संभल रहा, आधारकार्ड की प्रक्रिया नहीं संभल रही तो उन्हें पद पर भी बने रहने का कोई अधिकार नहीं है.

घर मे घुस बदमाशों ने शिक्षिका के सिर में मारी गोली, BPSC की परीक्षा उतीर्ण कर बनी थी शिक्षिका

समस्तीपुर (SAMASTIPUR)। बीहार के समस्तीपुर में बदमाशों ने घर मे घुस कर एक महिला शिक्षिका की गोली मार कर हत्या कर दी। मृतक शिक्षिका अवनीश कुमार साह की पत्नी मनीषा कुमारी (24) है। वह सरायरंजन के मनिका स्थित स्कूल में पदस्थापित थी। इसी साल बीपीएससी की परीक्षा उतीर्ण कर शिक्षिका बनी थी। वहीं इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। घटना की सूचना मिलने पर दलसिंहसराय थाना अध्यक्ष राकेश कुमार रंजन सदलबल घटनास्थल पहुंचे और मामले की जांच शुरू की। 


बताया गया है कि दलसिंहसराय के खोकसा वार्ड चार में मंगलवार अहले  सुबह करीब तीन बजे पांच बदमाश शिक्षिका के घर पहुंचे और दरवाजा खटखटाया। शिक्षिका के ससुर नरेश साह ने दरवाजा खोला। उनके पीछे शिक्षिका और उसके पीछे शिक्षिका के पति थे। दरवाजा खोलने के बाद बदमाशों को देखने के बाद शिक्षिका के ससुर छिप गए। उसी समय बदमाशों ने गोली चलाई जो शिक्षिका के माथे में लगी, जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी।

 
बताया जा रहा है कि बदमाशों ने जमीन विवाद को लेकर इस घटना को अंजाम दिया। बीते 20 दिसम्बर को मृतका के ससुर नरेश कुमार साह ने जमीन विवाद को लेकर दलसिंहसराय थाना में आवेदन भी दिया था। लेकिन उस मामले में कोई कार्रवाई होती इसके पूर्व बदमाशों ने इस घटना को अंजाम दे दिया।

    शिक्षिका मनीषा कुमारी का फाइल फोटो

घटना की सूचना मिलने पर दलसिंहसराय डीएसपी विवेक कुमार शर्मा भी वहां पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि मृतका के परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार जमीन विवाद को लेकर बदमाशों ने इस घटना को अंजाम दिया है। परिजनों ने मौखिक में जिन लोगों का नाम बताया है पुलिस ने उनके घर पर छापेमारी की है। सभी घर से फरार हैं। मृतका के परिजन के आवेदन पर मामले में प्राथमिकी दर्ज कर बदमाशों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।

बिहार में पुरुष टीचर हुये प्रेग्नेंट…! शिक्षा विभाग ने दिया मैटरनिटी लीव

बिहार के शिक्षा विभाग के इस गलती का अब लोग उड़ा रहें मजाक

हाजीपुर (HAZIPUR)। बिहार प्रदेश का शिक्षा विभाग इन दिनों खासे सुर्खियों में है। यूँ तो यहां का यह विभाग विभिन्न क्रियाकलापों को लेकर सुर्खियों रहता आया है। लेकिन इस बार तो शिक्षा विभाग में एक बड़ा कांड हो गया। शिक्षा विभाग ने एक पुरुष BPSC शिक्षक को गर्भवती बना दिया और मैटरनिटी लीव (मातृत्व अवकाश) भी दे दी। 

खबर सामने आने के बाद अब बिहार शिक्षा विभाग और टीचरों का मजाक उड़ रहा है। मामला बिहार के हाजीपुर महुआर प्रखंड क्षेत्र के उच्च विद्यालय हसनपुर ओसती का है। इस विद्यालय में पदस्थापित बीपीएससी टीचर जितेंद्र कुमार सिंह को शिक्षा विभाग की तरफ से गर्भवती बताकर छुट्टी दे दिया गया है। शिक्षा विभाग के पोर्टल ई शिक्षा कोष पर जितेंद्र कुमार सिंह को मैटरनिटी लीव दिया गया है। शिक्षा विभाग की नजरों में और ऑफिशल वेबसाइट के अनुसार, शिक्षक जितेंद्र कुमार सिंह प्रेग्नेंट हैं और छुट्टी पर हैं।




गौरतलब है कि मैटरनिटी लीव सिर्फ और सिर्फ महिला टीचर के लिए होती है। महिला शिक्षकों को यह छुट्टी तब मिलती है जब वह गर्भवती हों और बच्चे को जन्म देने वाली हों। लेकिन हाजीपुर में तो मामला ही पलट गया है। यहां तो पुरुष टीचर को भी मैटरनिटी लीव दिया गया है। हालांकि इस मामले में प्रखंड शिक्षा अधिकारी अर्चना कुमारी ने विभाग की गलती कबूल करते हुए यह बात कहा है कि गड़बड़ी से पोर्टल पर इस तरीके का हुआ है। पुरुष टीचर को इस तरीके की छुट्टी नहीं दी जाती। इसमें जल्द ही सुधार किया जाएगा।


लोग बना रहे शिक्षा विभाग का मजाक

जिस तरीके से एक टीचर को महिलाओं को मिलने वाली छुट्टी दी गई है, उससे जिले के पुरुष शिक्षकों में भी आक्रोश है। वहीं हंसी ठिठौली करने का एक अनोखा मुद्दा मिल गया है। शिक्षा विभाग ने किसी भी टीचर को इस मुद्दे में कैमरे पर जाकर मीडिया से बात करने का अनुमति नहीं दी है। अन्यथा टीचर न जाने क्या-क्या बात मजाक मजाक में बोल जाते और सब ऑन द रोकार्ड हो जाता। हालांकि दबी जुबान इस प्रकरण का यहां काफी मजाक बन गया है।