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गुरुवार, 4 अप्रैल 2019
चित्रगुप्त प्रकटोत्सव मनायेगा कायस्थ समाज 19 को

नरेंद्र मोदी व नीतीश कुमार दोनों हैं ठग : राबड़ी देवी
राबड़ी देवी ने शुरू की चुनाव प्रचार एनडीए पर जमकर हमला बोला
कहा- नरेंद्र मोदी व नीतीश कुमार दोनों हैं ठग
राबड़ी देवी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों ठग हैं। इन लोगों ने जनता को ठगने का काम किया है। नौकरी के नाम पर युवाओं काे ठगा है।
नवादा के रोह स्थित इंटर विद्यालय के मैदान में राजद प्रत्याशी विभा देवी के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राबड़ी देवी ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पर भी जमकर तंज कसा। उन्होंने कहा कि बात-बात में गिरिराज सिंह लोगों को पाकिस्तान भेजने की बात करते थे, लेकिन अब वे खुद नवादा से भाग कर बेगूसराय पहुंच गए। उन्हाेंने कहा कि लेकिन गिरिराज सिंह बेगूसराय में भी हारेंगे।
कहा- नरेंद्र मोदी व नीतीश कुमार दोनों हैं ठग
बिहार विधान परिषद की नेता व पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। उन्होंने गुरुवार को बिहार के नवादा लोकसभा क्षेत्र में राजद प्रत्याशी विभा देवी के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया। राबड़ी देवी ने अपने सम्बोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत गिरिराज सिंह को निशाना बनाया।
राबड़ी देवी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों ठग हैं। इन लोगों ने जनता को ठगने का काम किया है। नौकरी के नाम पर युवाओं काे ठगा है।
नवादा के रोह स्थित इंटर विद्यालय के मैदान में राजद प्रत्याशी विभा देवी के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राबड़ी देवी ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पर भी जमकर तंज कसा। उन्होंने कहा कि बात-बात में गिरिराज सिंह लोगों को पाकिस्तान भेजने की बात करते थे, लेकिन अब वे खुद नवादा से भाग कर बेगूसराय पहुंच गए। उन्हाेंने कहा कि लेकिन गिरिराज सिंह बेगूसराय में भी हारेंगे।

सुप्रीम कोर्ट ने किया पूर्वमंत्री योगेन्द्र साव की सशर्त मिली जमानत रद्द
शर्त उल्लंघन के आरोप में पूर्वमंत्री योगेन्द्र साव व उनकी पत्नी की जमानत रद्द
दंगा भड़काने और भीड़ को उकसाने के आरोपी साव को कोर्ट ने भोपाल में रहने का आदेश दिया था। उनके झारखंड में दाखिल होने से मनाही थी। कोर्ट ने पाया कि वो झारखंड आए थे। योगेंद्र साव और उनकी विधायक पत्नी के ऊपर हजारीबाग में चल रहे मुकदमों को सुप्रीम कोर्ट ने रांची ट्रांसफर करने का भी आदेश दिया।
18 मुकदमे हजारीबाग से रांची कोर्ट स्थानांतरित :-
सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और उनकी विधायक पत्नी निर्मला देवी के 18 मुकदमे हजारीबाग कोर्ट से रांची स्थानांतरित कर दिया। बता दे कि दिसंबर 2017 में जस्टिस एसए बोबड़े और जस्टिस एल नागेश्वर राव की पीठ ने दोनों को सशर्त जमानत दी थी। कोर्ट ने कहा था कि दोनों लोग झारखंड से बाहर मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में रहेंगे। साथ ही शर्त लगायी थी कि वह गवाहों से किसी सूरत में संपर्क करने की कोशिश नहीं करेंगे। इन्हें अपना पासपोर्ट भी जमा कराने के निर्देश दिये गये थे।
सरकारी काम में बाधा पहुंचाना और सुरक्षा बलों पर हमला कराने का है आरोप :-
पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और उनकी पत्नी निर्मला देवी पर हजारीबाग जिला के बड़कागांव में एनटीपीसी के प्लांट के लिए जमीन अधिग्रहण का विरोध करने और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने एवं सुरक्षा बलों पर भीड़ से हमला कराने का आरोप है। बता दे कि बड़कागांव के ढेंगा गांव में एनटीपीसी के पकरी बरवाडीह कोल माइनिंग प्रोजेक्ट के विरोध में 14 अगस्त 2015 को पुलिस के साथ ग्रामीणों की झड़प हो गयी थी। इस मामले में योगेंद्र साव और उनकी पत्नी निर्मला देवी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
सुप्रीम कोर्ट ने दी थी दिसंबर 2017 में सशर्त जमानत:-
मिली जानकारी के अनुसार श्री योगेन्द्र साव ने हाइकोर्ट में अपील की और उन्हें वहां से जमानत दे दी गयी। झारखंड सरकार ने इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की। सरकार ने कहा कि झारखंड हाइकोर्ट ने केस डायरी देखे बगैर ही योगेंद्र साव और उनकी पत्नी को जमानत दे दी। झारखंड सरकार की दलील सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने श्री साव और निर्मला देवी की जमानत रद्द कर दी। साथ ही झारखंड हाइकोर्ट को आदेश दिया कि वह फिर से मामले की सुनवाई करे। दोबारा सुनवाई के बाद हाइकोर्ट ने इनकी जमानत याचिका खारिज कर दी।
हाइकोर्ट के आदेश को योगेंद्र साव और उनकी पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। दिसंबर 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने इन्हें सशर्त जमानत दे दी। उस जमानत को आज को कोर्ट ने रद्द कर दिया।
झारखंड के पूर्व मंत्री योगेंद्र साव की ज़मानत को सुप्रीम कोर्ट ने आज रद्द कर दिया। योगेंद्र साव और उनकी पत्नी कांग्रेस विधायक निर्मला देवी को दिसंबर 2017 में मिली सशर्त जमानत को सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को रद्द कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने जमानत की शर्तों का उल्लंघन करने की वजह से उनकी जमानत रद्द कर दी।
दंगा भड़काने और भीड़ को उकसाने के आरोपी साव को कोर्ट ने भोपाल में रहने का आदेश दिया था। उनके झारखंड में दाखिल होने से मनाही थी। कोर्ट ने पाया कि वो झारखंड आए थे। योगेंद्र साव और उनकी विधायक पत्नी के ऊपर हजारीबाग में चल रहे मुकदमों को सुप्रीम कोर्ट ने रांची ट्रांसफर करने का भी आदेश दिया।
18 मुकदमे हजारीबाग से रांची कोर्ट स्थानांतरित :-
सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और उनकी विधायक पत्नी निर्मला देवी के 18 मुकदमे हजारीबाग कोर्ट से रांची स्थानांतरित कर दिया। बता दे कि दिसंबर 2017 में जस्टिस एसए बोबड़े और जस्टिस एल नागेश्वर राव की पीठ ने दोनों को सशर्त जमानत दी थी। कोर्ट ने कहा था कि दोनों लोग झारखंड से बाहर मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में रहेंगे। साथ ही शर्त लगायी थी कि वह गवाहों से किसी सूरत में संपर्क करने की कोशिश नहीं करेंगे। इन्हें अपना पासपोर्ट भी जमा कराने के निर्देश दिये गये थे।
सरकारी काम में बाधा पहुंचाना और सुरक्षा बलों पर हमला कराने का है आरोप :-
पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और उनकी पत्नी निर्मला देवी पर हजारीबाग जिला के बड़कागांव में एनटीपीसी के प्लांट के लिए जमीन अधिग्रहण का विरोध करने और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने एवं सुरक्षा बलों पर भीड़ से हमला कराने का आरोप है। बता दे कि बड़कागांव के ढेंगा गांव में एनटीपीसी के पकरी बरवाडीह कोल माइनिंग प्रोजेक्ट के विरोध में 14 अगस्त 2015 को पुलिस के साथ ग्रामीणों की झड़प हो गयी थी। इस मामले में योगेंद्र साव और उनकी पत्नी निर्मला देवी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
सुप्रीम कोर्ट ने दी थी दिसंबर 2017 में सशर्त जमानत:-
मिली जानकारी के अनुसार श्री योगेन्द्र साव ने हाइकोर्ट में अपील की और उन्हें वहां से जमानत दे दी गयी। झारखंड सरकार ने इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की। सरकार ने कहा कि झारखंड हाइकोर्ट ने केस डायरी देखे बगैर ही योगेंद्र साव और उनकी पत्नी को जमानत दे दी। झारखंड सरकार की दलील सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने श्री साव और निर्मला देवी की जमानत रद्द कर दी। साथ ही झारखंड हाइकोर्ट को आदेश दिया कि वह फिर से मामले की सुनवाई करे। दोबारा सुनवाई के बाद हाइकोर्ट ने इनकी जमानत याचिका खारिज कर दी।
हाइकोर्ट के आदेश को योगेंद्र साव और उनकी पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। दिसंबर 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने इन्हें सशर्त जमानत दे दी। उस जमानत को आज को कोर्ट ने रद्द कर दिया।

अटकलों पर लगा पूर्णविराम: मैं नहीं लड़ूंगा चुनाव बोले सांसद रवींद्र पांडेय
सांसद रविंद्र पाण्डेय ने लगाया गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र की सभी अटकलों पर पूर्णविराम
मैं नहीं लड़ूंगा चुनाव बोले सांसद रवींद्र पांडेय
रवींद्र पांडेय ने कहा है कि वह आसन्न चुनाव में चुनाव का हिस्सा नहीं बनेंगे बल्कि पार्टी के सच्चे सिपाही बने रह कर पार्टी के दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे। उन्होंने पार्टी के फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि केंद्र में पुनः बीजेपी की सरकार बननेवाली है। इसलिये वह चुनाव में एनडीएन की सहयोगी दल आजसू के टिकट पर चुनाव लड़ रहे चंद्रप्रकाश चौधरी को हर संभव मदद करेंगे।
रवींद्र पांडेय बुधवार को राजधानी रांची स्थित बीजेपी कार्यालय पहुंचे और झारखंड के लोकसभा चुनाव प्रभारी मंगल पांडेय से मुलाकात की। हालांकि मंगल पांडेय से उनकी क्या बात हुई इस बात की जानकारी उन्होंने नहीं दी। लेकिन साफ तौर पर यह कहा कि वो चुनाव में हर हाल में आजसू प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी के साथ बने रहेंगे और उन्हें हर सम्भव मदद करेंगे।
गौरतलब है कि सांसद रवींद्र पांडेय का टिकट कटने के बाद से उनके समर्थक कई प्रकार की अटकलें लगा रहे थे। क्षेत्र में यह चर्चा आम हो गयी थी कि पाण्डेय झामुमो अथवा अन्य कोई दल या फिर निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं। लेकिन उन्होंने स्वयं ही सारे अटकलों पर पूर्णविराम लगा दिया। उन्होंने साफ़ कहा कि पिछली चुनाव में भाजपा झारखंड के 14 में 12 सीट जीता था इस चुनाव में सहयोगी दल आजसू के साथ मिलकर सभी 14 सीटों को जीतेगी।
मैं नहीं लड़ूंगा चुनाव बोले सांसद रवींद्र पांडेय
गिरिडीह लोकसभा सीट गठबंधन के तहत आजसू के खाते में जाने के बाद से ही क्षेत्र में कई तरह की अटकलें लगायी जा रही थीं कि लेकिन उन सभी अटकलों पर रवींद्र पांडेय ने विराम लगाते हुए साफ़ कह दिया कि वह बीजेपी से बगावत नहीं करेंगे।
रवींद्र पांडेय ने कहा है कि वह आसन्न चुनाव में चुनाव का हिस्सा नहीं बनेंगे बल्कि पार्टी के सच्चे सिपाही बने रह कर पार्टी के दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे। उन्होंने पार्टी के फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि केंद्र में पुनः बीजेपी की सरकार बननेवाली है। इसलिये वह चुनाव में एनडीएन की सहयोगी दल आजसू के टिकट पर चुनाव लड़ रहे चंद्रप्रकाश चौधरी को हर संभव मदद करेंगे।
रवींद्र पांडेय बुधवार को राजधानी रांची स्थित बीजेपी कार्यालय पहुंचे और झारखंड के लोकसभा चुनाव प्रभारी मंगल पांडेय से मुलाकात की। हालांकि मंगल पांडेय से उनकी क्या बात हुई इस बात की जानकारी उन्होंने नहीं दी। लेकिन साफ तौर पर यह कहा कि वो चुनाव में हर हाल में आजसू प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी के साथ बने रहेंगे और उन्हें हर सम्भव मदद करेंगे।
बहरहाल रवींद्र पांडेय के इस बयान के बाद अब साफ हो गया है कि गिरिडीह लोकसभा सीट पर यूपीए प्रत्याशी जगरनाथ महतो और एनडीए प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी के बीच आमने-सामने की टक्कर होगी।
गौरतलब है कि सांसद रवींद्र पांडेय का टिकट कटने के बाद से उनके समर्थक कई प्रकार की अटकलें लगा रहे थे। क्षेत्र में यह चर्चा आम हो गयी थी कि पाण्डेय झामुमो अथवा अन्य कोई दल या फिर निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं। लेकिन उन्होंने स्वयं ही सारे अटकलों पर पूर्णविराम लगा दिया। उन्होंने साफ़ कहा कि पिछली चुनाव में भाजपा झारखंड के 14 में 12 सीट जीता था इस चुनाव में सहयोगी दल आजसू के साथ मिलकर सभी 14 सीटों को जीतेगी।

बुधवार, 3 अप्रैल 2019
गिरिडीह लोकसभा सीट और दिलचस्प मुकाबला के आसार
दिलचस्प होगा गिरिडीह लोकसभा सीट पर प्रत्याशियों के बीच मुकाबला
[राजेश कुमार]
अगामी 12 मई को गिरिडीह लोकसभा के लिए मतदान होना है। जिसके लिये नामांकन की प्रक्रिया अगामी 16 अप्रैल से शुरू होगा। 24 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 26 अप्रैल तक नाम वापसी हो सकेगा। अब तक चुनाव के मद्दे नजर तीन राजनीतिक दलों ने इस सीट के लिये अपने उम्मीदवार घोषित किया है।
वंही शिवसेना ने एक महिला प्रत्याशी सिम्मी महतो को अपना उम्मीदवार बनाया है। सिम्मी महतो एक गृहणी के साथ साथ सोशल एक्टिविस्ट हैं। इनके द्वारा एक एनजीओ के माध्यम से क्षेत्र में सामजिक कार्य काफी दिनों से संचालित की जा रही है। समाजिक कार्य से जुड़े होने के कारण इनका अपने क्षेत्र में अच्छी खासी पकड़ मानी जाती है। जिसके बुते ही शिवसेना ने इन्हें चुनाव मैदान में उतार कर एक दाव खेला है।
बहरहाल अब तक के घोषित प्रत्याशियों के अनुसार इस सीट पर त्रिकोणात्मक संघर्ष के साथ दिलचस्प मुकाबला के आसार साफ़ साफ़ दिखने लगे हैं। आगे मतदाताओं के मतों पर गिरिडीह का भाग्य निर्भर है।
[राजेश कुमार]
गिरिडीह : झामुमो द्वारा जगरनाथ महतो को गिरिडीह लोकसभा सीट से उम्मीदवार घोषित कर दिये जाने के बाद गिरिडीह सीट के लिए अब तक घोषित तीन उम्मीदवारों के बीच दिलचस्प मुकाबला होने के आसार दिख रहे हैं।
अगामी 12 मई को गिरिडीह लोकसभा के लिए मतदान होना है। जिसके लिये नामांकन की प्रक्रिया अगामी 16 अप्रैल से शुरू होगा। 24 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 26 अप्रैल तक नाम वापसी हो सकेगा। अब तक चुनाव के मद्दे नजर तीन राजनीतिक दलों ने इस सीट के लिये अपने उम्मीदवार घोषित किया है।
जिसमे एनडीए गठबंधन की ओर से भाजपा का गढ़ रहे गिरिडीह सीट से भाजपा सांसद का टीकट काट कर गठबंधन में शामिल आजसू पार्टी की झोली में यह सीट डाल दिया है और आजसू ने सूबे के मंत्री चन्द्रप्रकाश चौधरी को उम्मीदवार बनाया है।चंद्र प्रकाश चौधरी रामगढ़ से विधायक हैं। राज्य सरकार में पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री के पद पर काबिज हैं। श्री चौधरी वर्ष 2009 में हजारीबाग से सांसद का चुनाव भी लड़ चुके हैं। लेकिन तब वह बुरी तरह से चुनाव हार गए थे। हालांकि श्री चौधरी गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र में बीते कुछ दिनों से सक्रिय राजनीति कर रहे हैं।
वंही शिवसेना ने एक महिला प्रत्याशी सिम्मी महतो को अपना उम्मीदवार बनाया है। सिम्मी महतो एक गृहणी के साथ साथ सोशल एक्टिविस्ट हैं। इनके द्वारा एक एनजीओ के माध्यम से क्षेत्र में सामजिक कार्य काफी दिनों से संचालित की जा रही है। समाजिक कार्य से जुड़े होने के कारण इनका अपने क्षेत्र में अच्छी खासी पकड़ मानी जाती है। जिसके बुते ही शिवसेना ने इन्हें चुनाव मैदान में उतार कर एक दाव खेला है।
जबकि यूपीए महागठबंधन के तहत गिरिडीह सीट झामुमो को मिलने के बाद झामुमो ने लगातार तीन बार डुमरी से विधायक रह चुके जगरनाथ महतो को अपना उम्मीदवार बनाया है। जगरनाथ महतो तीनो ही बार महतो प्रत्याशी को ही पछाड़ कर इस सीट पर काबिज हुए हैं। उन्होंने दो बार लालचन्द महतो सरीखे दिग्गज नेता को पछाड़ा है तो एक बार दामोदर महतो को शिकस्त देकर डुमरी से विधायकी हासिल किया है। वहीं जगरनाथ महतो एक बार 2014 में गिरिडीह लोकसभा सीट से भाजपा के खिलाफ चुनाव भी लड़ चुके हैं और दूसरे स्थान पर रहे थे।
बहरहाल अब तक के घोषित प्रत्याशियों के अनुसार इस सीट पर त्रिकोणात्मक संघर्ष के साथ दिलचस्प मुकाबला के आसार साफ़ साफ़ दिखने लगे हैं। आगे मतदाताओं के मतों पर गिरिडीह का भाग्य निर्भर है।

विधायक जगरनाथ महतो केस की सुनवाई अब 14 मई को
विधायक जगरनाथ महतो केस की हाईकोर्ट में सुनवाई अब होगी 14 मई को
दरअसल डुमरी विधानसभा में एक मशाल जुलूस निकालने के दौरान पुलिस सब इंस्पेक्टर रामचंद्र राम की मौत हो गई थी। इसके बाद उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया था। तेनुघाट की निचली अदालत में जगरनाथ महतो ने उनपर किए गए आरोप गठन को चुनौती दी थी, जिसे खारिज कर दिया गया था।
इसके खिलाफ उन्होंने हाईकोर्ट ने याचिका दायर की थी। जिस पर 10 जनवरी को सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने निचली अदालत की कार्यवाही पर रोक लगा दी। उसके बाद से ही लगातार तेनुघाट कोर्ट की सुनवाई पर रोक लगी हुई है।
राँची: विधायक जगरनाथ महतो के केस की सुनवाई बुधवार को हाईकोर्ट में हुई। सुनवाई करते हुए जज अमिताभ कुमार गुप्ता की खंडपीठ ने सुनवाई की अगली तारीख 14 मई दी है। साथ ही अगली सुनवाई होने तक तेनुघाट कोर्ट की सुनवाई पर स्टे लगा रहेगा।
दरअसल डुमरी विधानसभा में एक मशाल जुलूस निकालने के दौरान पुलिस सब इंस्पेक्टर रामचंद्र राम की मौत हो गई थी। इसके बाद उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया था। तेनुघाट की निचली अदालत में जगरनाथ महतो ने उनपर किए गए आरोप गठन को चुनौती दी थी, जिसे खारिज कर दिया गया था।
इसके खिलाफ उन्होंने हाईकोर्ट ने याचिका दायर की थी। जिस पर 10 जनवरी को सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने निचली अदालत की कार्यवाही पर रोक लगा दी। उसके बाद से ही लगातार तेनुघाट कोर्ट की सुनवाई पर रोक लगी हुई है।

आठ सड़क लुटेरा गिरफ्तार
आठ सड़क लुटेरा लूट की घटना को अंजाम देते रंगेहाथ गिरफ्तार
एसपी सुरेन्द्र झा ने बुधवार को प्रेसवार्ता कर उक्त जानकारी देते हुए बताया कि ये सभी अपराधी छुरे और डंडे के बल पर लोगों को भय दिखा कर उनसे मोबाइल, साईकिल, मोटरसाईल व नगदी आदि की लूट करते थे।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अपराधियो के पास से कई मोबाइल और दो मोटरसाइकिल बरामद किये गए हैं।
गिरिडीह : गिरिडीह पुलिस के लिये आज का दिन काफी उपलब्धियों भरा रहा है। एक ओर जंहा नक्सलियों के विरुद्ध चलाये गये सर्च अभियान में भारी मात्रा में नक्सलियों द्वारा जंगल में छुपा कर रखे भारी मात्रा में गोली और विस्फोटक बरामद हुए वंही दूसरी जिले के जमुआ, देवरी, नवडीहा आदि दस स्थानों पर आम राहगीरों से छिनतई और लूट-पाट की घटना को अंजाम देने वाले आठ सड़क लुटेरे को गिरफ्तार करने में सफलता पायी।
एसपी सुरेन्द्र झा ने बुधवार को प्रेसवार्ता कर उक्त जानकारी देते हुए बताया कि ये सभी अपराधी छुरे और डंडे के बल पर लोगों को भय दिखा कर उनसे मोबाइल, साईकिल, मोटरसाईल व नगदी आदि की लूट करते थे।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अपराधियो के पास से कई मोबाइल और दो मोटरसाइकिल बरामद किये गए हैं।
एसपी ने बताया कि उन इलाको में आयेदिन बढ़ रही लूट-पाट की घटनाओं की मिल रही शिकायत के आलोक में खोरीमहुआ एसडीपीओ के नेतृत्व में एक टीम गठित की गयी थी। जिसमे जमुआ इंस्पेक्टर, बेंगाबाद थाना प्रभारी समेत अन्य पुलिस बल के लोग शामिल थे। उक्त टीम ने इन सभी सड़क लुटेरों को रंगे हाथ धर दबोचने में कामयाब रही। एसपी ने बताया की टीम की शानदार प्रदर्शन और मिली कामयाबी के लिए पूरी टीम को पुरस्कृत किया जाएगा।

गिरिडीह: पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, भारी मात्रा में गोली व विस्फोटक बरामद

कोयला व्यवसायी के घर 8 लाख की भीषण लूट, जांच में जुटी पुलिस
कोयलांचल में भीषण डाका , कोयला कारोबारी के घर आठ लाख की लूट
पीड़ित परिवार ने बुधवार सुबह थाने में इसकी सुचना दी। सुचना मिलते ही सदर थाना प्रभारी व एसएसपी कौशल किशोर सदल बल घटना स्थल पर पहुंच वस्तु स्थिति का जायजा लिया। घटना स्थल से पुलिस ने अपराधियों का देसी कट्टा और कुछ कपडे बरामद किये हैं। जिसके आधार पर पुलिस जांच में जुट गयी है। इस बीच पुलिस ने अपराधियों की सुराग पाने के लिए डॉग स्कॉट और फोरेंसिक टीम को भी घटना स्थल पर बुलाया है।
धनबाद के जाने माने कोयला कारोबारी राजकुमार जैन के घर बीती रात अज्ञात हथियारबंद अपराधियों ने धावा बोलकर लगभग आठ लाख की सम्पत्ति लूट कर फरार हो गए। घटना धनबाद के सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत लुबी सर्कुलर रोड की है।
पीड़ित परिवार ने बुधवार सुबह थाने में इसकी सुचना दी। सुचना मिलते ही सदर थाना प्रभारी व एसएसपी कौशल किशोर सदल बल घटना स्थल पर पहुंच वस्तु स्थिति का जायजा लिया। घटना स्थल से पुलिस ने अपराधियों का देसी कट्टा और कुछ कपडे बरामद किये हैं। जिसके आधार पर पुलिस जांच में जुट गयी है। इस बीच पुलिस ने अपराधियों की सुराग पाने के लिए डॉग स्कॉट और फोरेंसिक टीम को भी घटना स्थल पर बुलाया है।
घटना के सम्बन्ध में बताया जाता है कि बीती देर रात अपराधियों का एक दल जो सभी हरवे हथियार से लैस थे कोयला कारोबारी राज कुमार जैन के आवास पर धावा बोला और घर के सभी सदस्यों एवं गार्ड को बंधक बना कर नगदी व आभूषण सहित लगभग 8 लाख की संपत्ति लूट लिये।

विधायक जगरनाथ महतो के किस्मत का हाई कोर्ट में फैसला आज
विधायक जगरनाथ महतो के किस्मत का फैसला आज, हाईकोर्ट में होनी है हत्या मामले का फैसला
क्या है मामला
लगातार तीसरी बार बने हैं विधायक
झामुमो विधायक जगरनाथ महतो के किस्मत का आज होने वाला है फैसला। जिस पर न केवल उनका भविष्य टीका है बल्कि गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र से झामुमो का कौन होगा उम्मीदवार यह भी निर्भर है। विधायक जगरनाथ महतो के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या मामले को लेकर हाईकोर्ट में एक मुकदमा चल रहा है। जिसकी सुनवाई आज होनी है। समझा जाता है कि कोर्ट आज अहम फैसला सुना सकता है। कोर्ट के उस फैसले पर झामुमो पार्टी की पैनी नजर टीकी हुई है।
क्या है मामला
वर्ष 2016 के 14 मई को पार्टी द्वारा आहूत झारखंड बंद की पूर्व संध्या पर गोबरगढ़ा में विधायक जगरनाथ महतो सैकड़ों समर्थकों के साथ जुटकर नावाडीह बाजार में मशाल जुलूस निकालने की तैयार कर रहे थे। जिसकी सुचना मिलने पर बीडीओ और थाना प्रभारी सदल-बल पहुंचे थे। मौके पर थाना प्रभारी ने जब जतली हुई मशाल को जब्त करना चाहा तो उनके साथ धक्का-मुक्की की जाने लगी। जलती मशाल के बीच घिरे थाना प्रभारी को सांस लेने में तकलीफ होने लगी और वह बेहोश होकर गिर गए। जिन्हें बाद में अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के क्रम में उनकी मौत हो गई थी।
लगातार तीसरी बार बने हैं विधायक
आसन्न लोकसभा चुनाव में झामुमो गिरिडीह से जगरनाथ महतो को उम्मीदवार बनाने की तैयारी कर रही है। समझा जाता है कि कोर्ट में होने वाली आज के फैसले के बाद झामुमो अपना उम्मीदवार घोषित करेगा।
जगरनानाथ महतो वर्ष 2005 से लगातार तीसरी बार डुमरी से विधायक हैं। हर बार उन्होंने महतो उम्मीदवार को ही हरा कर जीत हासिल की है। 2005 में राजद के टिकट से लड़ रहे लालचंद महतो को हराया, 2009 में जदयू के टिकट से लड़ रहे दामोदर प्रसाद महतो को शिकस्त दी और 2014 में बीजेपी के टिकट से लड़ रहे लालचंद महतो को बुरी तरह से पछाड़ा था।
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में झामुमो ने उन्हें गिरिडीह लोकसभा का उम्मीदवार बनाया था। उस वक़्त उन्होंने बीजेपी के टिकट से लड़ रहे रवींद्र कुमार पांडेय को कड़ी टक्कर दी थी,और भाजपा पर भारी पड़ते हुए दूसरे स्थान पर रहे थे।

मंगलवार, 2 अप्रैल 2019
धनबाद: एफएसटी ने जब्त किया 11 लाख 95 हजार नगद
वाहन चकिंग के दौरान एफएसटी ने जब्त किया 11 लाख 95 हजार
बरामद करने के बाद मजिस्ट्रेट श्याम लाल मांझी ने इसका जानकारी झरिया पुलिस को दी। झरिया पुलिस मौके पर पहुंच वाहन व चालक प्रदीप साव को थाना ले गयी है व चालक से पूछताछ कर रही है।
बताते चलें कि चुनाव आचार संहिता लागू होते ही जिला प्रशासन की ओर से 50 हजार से ज्यादा की राशि एक साथ लेकर चलने पर रोक लगा रखा है।
धनबाद : लोकसभा चुनाव को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। लगातार पुलिस की टीम पुरे जिले में सघन वाहन चकिंग अभियान चला रही है। इसी कड़ी में मंगलवार की सुबह जिला प्रशासन की FST (फ्लाइंग एस्कोट टीम) ने झरिया के इंदिरा चौक के समीप वाहन चकिंग अभियान चलाया। इस दौरान टीम ने कार संख्या जेएच10एच / 0006 से 11 लाख 95 हजार रुपया बरामद किया।
बरामद करने के बाद मजिस्ट्रेट श्याम लाल मांझी ने इसका जानकारी झरिया पुलिस को दी। झरिया पुलिस मौके पर पहुंच वाहन व चालक प्रदीप साव को थाना ले गयी है व चालक से पूछताछ कर रही है।
प्रदीप साव ने बताया की बनियाहीर के समीप साव एंड संस के नाम से पेट्रोल पंप है। पेट्रोल का भुगतान करने के लिए बैंक जा रहा था। इसी दौरान अधिकारियों ने वाहन चेकिंग के दौरान पकड़ा है।
बताते चलें कि चुनाव आचार संहिता लागू होते ही जिला प्रशासन की ओर से 50 हजार से ज्यादा की राशि एक साथ लेकर चलने पर रोक लगा रखा है।

सांसद पीएन सिंह पहुंचे जेल, किया झरिया विधायक से मुलाक़ात
सांसद पीएन सिंह झरिया विधायक संजीव सिंह से जेल में की शिष्टाचार मुलाकात
संजीव सिंह से मुलाकात की वजह को पीएन सिंह ने मीडिया के समक्ष पूर्ण रूपेण स्पष्ट नहीं किया है। हालांकि कयास लगाये जा रहे है कि जिस तरह संजीव सिंह के भाई सिद्धार्थ गौतम ने धनबाद लोक सभा सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा कर रखी है। ऐसे में उनके चुनाव लड़ने से पीएन सिंह कही न कही अवश्य ही प्रभावित होंगे। बहरहाल मीडिया को दिए बयान में सांसद पीएन सिंह बस इतना ही कहा है कि वे चुनाव लड़ रहे है और इसलिए पार्टी के एक एक नेता कार्यकर्ता से समर्थन मांग रहे है। संजीव सिंह ने भी उन्हें पूर्ण समर्थन देने की बात कही है।
झरिया में व्यापत जल संकट के मुद्दे पर पीएन सिंह ने मीडिया को बताया कि प्रत्येक वर्ष गर्मी के समय जल संकट की स्थिति उतपन्न होती है। उन्होंने कहा कि पानी की किल्लत होने के पीछे भी कई कारण है।
बिजली का पूर्ण रूप से उत्पादन नहीं होना, बिजली आपूर्ति आवश्यकता के अनुरूप नहीं होने के कारण भी पानी की सप्लाई ठीक तरीके से नहीं हो पाती है। उन्होंने यह भी कहा कि कई बार डैम का जल स्तर घट जाता है। दामोदर में आने वाला तेनुघाट से पानी की मात्रा में कमी होने की वजह ऐसे कई कारण है जिसके वजह से जल संकट का सामना धनबाद की जनता को करना पड़ता है।
धनबाद: धनबाद लोक सभा के भाजपा प्रत्याशी पशुपतिनाथ सिंह मंगलवार को झरिया विधायक संजीव सिंह से मुलाकात करने मंडल कारा धनबाद पहुंचे। यहाँ उन्होंने जेल के अंदर संजीव सिंह से मुलाकात की।
संजीव सिंह से मुलाकात की वजह को पीएन सिंह ने मीडिया के समक्ष पूर्ण रूपेण स्पष्ट नहीं किया है। हालांकि कयास लगाये जा रहे है कि जिस तरह संजीव सिंह के भाई सिद्धार्थ गौतम ने धनबाद लोक सभा सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा कर रखी है। ऐसे में उनके चुनाव लड़ने से पीएन सिंह कही न कही अवश्य ही प्रभावित होंगे। बहरहाल मीडिया को दिए बयान में सांसद पीएन सिंह बस इतना ही कहा है कि वे चुनाव लड़ रहे है और इसलिए पार्टी के एक एक नेता कार्यकर्ता से समर्थन मांग रहे है। संजीव सिंह ने भी उन्हें पूर्ण समर्थन देने की बात कही है।
सिद्धार्थ गौतम के चुनाव लड़ने के सवाल पर पीएन सिंह ने मात्र दो टुक कहा कि लोक तंत्र में चुनाव लड़ने का अधिकार सभी को है।
झरिया में व्यापत जल संकट के मुद्दे पर पीएन सिंह ने मीडिया को बताया कि प्रत्येक वर्ष गर्मी के समय जल संकट की स्थिति उतपन्न होती है। उन्होंने कहा कि पानी की किल्लत होने के पीछे भी कई कारण है।
बिजली का पूर्ण रूप से उत्पादन नहीं होना, बिजली आपूर्ति आवश्यकता के अनुरूप नहीं होने के कारण भी पानी की सप्लाई ठीक तरीके से नहीं हो पाती है। उन्होंने यह भी कहा कि कई बार डैम का जल स्तर घट जाता है। दामोदर में आने वाला तेनुघाट से पानी की मात्रा में कमी होने की वजह ऐसे कई कारण है जिसके वजह से जल संकट का सामना धनबाद की जनता को करना पड़ता है।
सांसद ने कहा कि गर्मी ने अभी अभी दस्तक दी है और संयोग से यह समय चुनाव का भी है। जनता मेरे साथ है। पांच बार से लगातार जनता का समर्थन मिलता आया है। इस बार भी जनता का पूरा समर्थन मिलेगा। ऐसी आशा भी है और पूरी उम्मीद भी करता हूँ।

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