गिरिडीह। सरकार, जिला प्रशासन व स्थानीय जनप्रतिनिधि भले ही बड़े बड़े डींगें हांक ले, लेकिन धरातल पर स्थिति आज भी ढाक के तीन पात वाली ही बनी हुई है। जर्जर सड़कें तो मानो गिरिडीह की सुमार में शामिल है। जिस कारण आये दिन दुर्घटनाएं भी घटित होती रहती है। लेकिन उन सड़कों की सुध लेने वाला कोई भी नहीं है।
न केवल गिरिडीह की गली कूचे की सड़कें जर्जर है, बल्कि मुख्य मार्ग जो राष्ट्रीय राजमार्ग को जोड़ती है उसकी भी दशा काफी दयनीय है।
गिरिडीह से देवघर जानेवाली मुख्य मार्ग का हाल इन दिनों काफी खास्ता हाल है। सर्वाधिक बदतर स्थिति बरगंडा स्थित नया पुल के पास की है। जहां सड़कों पर बड़े बड़े गड्ढे हैं। जिनमे हल्की फुल्की बारिश में ही जल जमाव हो जाता है। जल जमाव के कारण सड़क का पता नहीं चल पाता है, जिस कारण वाहन चालकों का संतुलन बिगड़ जाता है और हादसा घटित होता है। छोटी छोटी वाहन तो उन गड्ढों में फंस कर पलट ही जाती है। जिससे वाहन पर सवार सवारी चोटिल ही जाते हैं।
ताजा मामला भी उसी बरगंडा नया पुल वाली सड़क की है। जहां एक टोटो उन्हीं गड्ढों में जमा पानी मे पलट गया। वाहन में कुछ सवारी भी सवार थे। हालांकि टोटो के पलटने से कोई बड़ा हादसा घटित नहीं हुआ, लेकिन वाहन में सवार सवारी चोटिल जरूर हुए। पीड़ित टोटो चालक ने बताया कि रोड खराब होने के वे उसने अपना नियंत्रण खो दिया और यह हादसा हो गया।
कमोवेश यही स्थिति गिरिडीह से बरगंडा पावर हाउस स्थित पुराना पुल से होकर देवघर जाने वाली सड़क की भी है। इस सड़क पर पूर्व में बना पुल टूट गया था। लंबे इंतजार के बाद अर्थात लगभग पांच वर्षों बाद उस टूटे पुल के स्थान पर एक नया पुल बना दिया गया है। आनन फानन में उस पुल का उद्घाटन भी कर दिया गया, लेकिन उसे जोड़ने वाली दोनों ओर की सड़कों को दुरुस्त नहीं किया गया है। उस पुल के दोनों ओर से जोड़ने वालीं सड़कों का हाल बेहाल है। यधपि इसी मार्ग में गिरिडीह सदर प्रखण्ड व अंचल कार्यालय है। डीएवी स्कूल संचालित है। गिरिडीह से देवघर और जामताड़ा जाने का भी यह प्रमुख मार्ग है। लेकिन सड़क का हाल बेहाल रहने से यूं तो सभी वाहन चालकों को परेशानी उठानी पड़ती है लेकिन,खास कर दुपहिया वाहन चालकों को इस मार्ग से होकर गुजरने में काफी फजीहत उठानी पड़ती है।
बाबजूद इसके जिला प्रशासन, सरकार और जनप्रतिनिधि इन दोनों सड़कों की कोई सुध नहीं ले रहे। सड़कों की स्थिति पर जल्द ध्यान नहीं दिया गया तो कभी भी कोई बड़ा हादसा घटित होने की संभावना प्रबल है।
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