सोमवार, 27 अप्रैल 2020

सरिया में जंगली हिंसक पशुओं का हिंसक तांडव

सरिया में जंगली हिंसक पशुओं का हिंसक तांडव 
  मवेशियों को बना रहा है शिकार, दहशत में है लोग

सरिया/गिरिडीह :  लॉक डाउन ने जहां मनुष्य  तथा अर्थव्यवस्था को स्थिर कर दिया है वहीं पशु पक्षियों के लिए विचरण करने की पूरी आजादी मिल गई है। इन दिनों चंद्रमारनी ,बागोडीह एवं पावापुर के जंगलों में कई ऐसे पशु पक्षियों जंगलों में देखने को मिल रहा है। 

जो वर्षों से लोगों को देखने का नसीब नहीं होता था। इन दिनों इस जंगल में नीलगाय ,लकड़बग्घा, जंगली सूअर, हाथी का दर्शन आसानी से जंगलों में हो जा रहा है। इस जंगल में पूर्व से ही सियार, लोमड़ी, मोर, जंगली मुर्गा आदि की बहुलता से पाया जाता है। लेकिन लॉक डाउन में लगभग 10 छोटी बड़ी नीलगाय की झुंड देखा जा चुका है । 

वही पावापुर और गडैया के जंगलों में लकड़बग्घा होने की पुष्टि हो चुकी है। लकड़बग्घा ने कई जानवरों को अपना शिकार बना चुका है। ऐसी परिस्थिति में लोग जंगल जाने से भयभीत हो रहे हैं ।वही लगभग 10- 15 दिनों से लगभग 20 की संख्या में हाथियों के झुंड ने चंद्रमारनी की जंगल में शरण लिया हुआ है। जिससे भी आने जाने वाले राहगीरों में भय का माहौल है।

 इस संबंध में प्रत्यक्ष दर्शी अरुण कुमार ने कहा कि चंद्रमारनी के जंगलों में 10 नीलगाय की झुंड को देखे हैं। बताते चलें कि लोग डॉन की वजह से जंगलों में लोगों का आने जाने मे कमी हुई है। जिसके कारण यह सारे जानवर स्वच्छंद रूप से विचरण करते हुए नजर आ रहे हैं। हिंसक जानवरों द्वारा गाय बैल पर हमला किए जाने से  ग्रामीण भी दहशत में है।

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