कोरोना आउटब्रेक एंड इट्स इंपैक्ट ऑन आवर इकोनामी विषयक ऑनलाइन वेबीनार सम्पन्न
सरिया /गिरिडीह : सरिया कॉलेज के आइक्यूएसी के बैनर तले रविवार को "कोरोना आउटब्रेक एंड इट्स इंपैक्ट ऑन आवर इकोनामी" विषय पर ऑनलाइन वेबीनार का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में झारखंड के सुविख्यात अर्थशास्त्री सह बिनोवा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग के कुलपति प्रो (डॉ) रमेश सारण उपस्थित थे ।इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस वैश्विक महामारी की वजह से लॉक डाउन की स्थिति उत्पन्न हुई है जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था लगातार गिर रही है ।सकल उत्पादन में भी भारी गिरावट आया है इससे हर एक भारतीय बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं ।
सिर्फ भारत में ही 18.5 करोड़ लोग अपने रोजगार से हाथ धो चुके हैं। शहरों से गांव की ओर मजदूरों का पलायन तेजी से बढ़ा है जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्र में भी रोजगार का संकट उत्पन्न हो गया है। झारखण्ड मे इसका और अधिक असर देखने को मिल रहा है क्योंकि काफी तादाद में लोग रोजगार के लिए बड़े शहरों की ओर पलायन करते हैं ।महंगाई बढी है ।सीमित आय वाले लोगों के लिए भारी मुश्किल उत्पन्न हो गई है ।
उन्होंने कहा कि सरकार को प्रवासी मजदूरों का निबंधन करवाने की जरूरत है ताकि उसमें सुरक्षा की भावना उत्पन्न हो सके ।उन्होंने कहा कि सरकार बड़े बड़े अधिकारी व सक्षम पदाधिकारियों का वेतन कम करने की आवश्यकता है ताकि आपदा कोष को बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि मजदूरों को अधिक से अधिक मनरेगा योजना से जोड़ने की आवश्यकता है। साथ ही 15 वें वित्त आयोग से झारखंड राज्य को मिले 28 हजार करोड़ रुपए से झारखंड में औद्योगिकरण को बढ़ावा देने की जरूरत है ताकि नए रोजगार का सृजन हो सके तथा औद्योगिकरण जो कुछ खास राज्यों तक सीमित है उसका विस्तार अन्य राज्यों तक हो सके। उन्होंने कहा की खाली जमीन पर वृक्ष लगाने की आवश्यकता है तथा सरकार को इन बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने के लिए कोई ठोस कार्य करने की जरूरत है । इसके अलावा लोगों के द्वारा पूछे गए कई सवालों का जवाब दिए। इस कार्यक्रम का संचालन आइक्यूएसी के कोऑर्डिनेटर डॉ संतोष कुमार लाल व प्रो अरुण कुमार ने किया ।
इस कार्यक्रम में बिनोवा भावे विश्वविद्यालय के प्राध्यापक वी डी चतुर्वेदी ,एल बी कॉलेज के प्राचार्य कमलनयन सिंह ,अजय कुमार, पी एन कॉलेज के प्राचार्य मनोज कुमार मिश्रा, प्रो रितलाल प्रसाद वर्मा ,प्रो पिंटू पांडे ,दीपा रानी, उमा पांडे, के के पांडे तिलकामांझी विश्वविद्यालय भागलपुर के सरपराज रामानंद सागर ,डॉ जे के लावण्या ,डॉ अनुज कुमार, किरणमई पटेल , कप्पाला बेणुगोपाल, डॉ चित्रलेखा ,राकेशा बरनवाल, गुंडूलुरु नाथ, डॉ सतीश कुमार वर्मा ,प्रो रघुनंदन हजाम ,प्रो प्रमोद कुमार, नीतीश कुमार निशांत रवि ,संजीत, पूजा ,दीपक, सचिन ,अनुराग, श्वेता अनीश कुमार सानू समेत बंगाल, उड़ीसा आंध्र प्रदेश आदि से भी सौ से अधिक लोगों ने ऑनलाइन वेबीनार मे भाग लिया।