रविवार, 29 मार्च 2020

पति ने धारदार हथियार से वार कर पत्नी और सास को किया घायल, फरार

पति ने धारदार हथियार से वार कर पत्नी और सास को किया घायल, फरार
तिसरी/ गिरिडीह : तिसरी थाना अंतर्गत खिजुरी पंचायत के आरपत्थर आदिवासी गांव में एक पति ने घरेलू विवाद में धारदार हथियार से वार कर जंहा अपनी पत्नी को घायल कर दिया। वंही बीच बचाव करने पहुंची पत्नी की माँ (सास) को भी जख्मी कर फरार हो गया। घटना रविवार शाम की बतायी जाती है।

घटना के सम्बंध में बताया जाता है कि चारो मुर्मू की पत्नी 30 वर्षीय सुनीता हेम्ब्रोम अपने पति से बिना पूछे एक दिन पूर्व मुर्गा बेच दी थी। जिसे लेकर पति और पत्नी के बीच जमकर विवाद हुई थी।  चारो मुर्मू ने इस बात को लेकर पत्नी सुनीता को घर से निकाल दिया। घटना के बाद सुनीता गांव के एक महतो के घर रह कर देवरी प्रखंड के टेलो गांव स्थित अपने मायके वालों को इसकी जानकारी दी।  रविवार को उक्त मामले का फैसला होना था। जिसके लिये सुनीता की माँ सुमी हांसदा के साथ अन्य ग्रामीण एकजुट हो ही रहे थे तभी नशे में धुत चारो ने ताड़ी चुवाने वाली हथियार से सुनीता के गर्दन पर वार कर दिया। जिससे वह बुरी तरह घायल हो गिर गयी। बेटी को बचाने पहुंची माँ सुमी पर भी दामाद चारो ने हमला किया जिससे उसका बाँया हाथ घायल हो गया।

बताया जाता है कि आरोपी चारो मुर्मू ताड़ी बेचने का काम करता है। घायल सुनीता को एक बेटा व एक बेटी है।  इस घटना से दोनों काफी मर्माहत है। रो रो कर बुरा हाल है। ग्रामिणों ने बताया कि पुलिस को घटना की सूचना दे दी गयी है।

शनिवार, 28 मार्च 2020

असहाय दिहाड़ी मजदूर परिवारों को शिक्षकों ने पहुंचायी खाद्य सामग्री

 असहाय दिहाड़ी मजदूर परिवारों  को शिक्षकों ने पहुंचाई खाद्य सामग्री
गिरिडीह : उच्च विद्यालय के शिक्षको ने पपरवाटांड़, करहरबारी और महेशलूंडी के करीब 10 परिवारों को शनिवार को पन्द्रह दिनों का राशन उपलब्ध कराया।यह सभी दिहाड़ी मजदूर परिवार हैं। जो दैनिक रोजी रोटी जुगाड़ कर अपना तथा अपने परिवार की जीविका चलाते है।

लॉक डाउन के कारण इनके घरों में अनाज की घोर कमी को देखते हुए शिक्षक साथियों के साथ मिलकर राष्ट्रीय आपदा के समय इन को राहत पहुंचाने का कार्य किया। शिक्षकों ने तुलसी हजाम, रामचंद्र साल, नथू मोहाली, हरदयाल पंडित, बिजुलवा देवी, प्रदीप हजाम सहित  3-4 दलित परिवारों को चावल, आलू दाल, सरसों तेल और मसाला सहित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराया।  सभी चयनित लोगों को घर-घर जाकर खाद्य सामग्री पहुंचाया। 
इस पुनीत कार्य मे मुख्य रूप से उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक देवेंद्र प्रसाद सिंह के अलावे अमरेश कुमार, महेंद्र प्रसाद वर्मा, नागेश्वर प्रसाद वर्मा, पापिया सरकार, मनोज रजक, हेमंत कुमार, मुन्ना कुशवाहा आदि शिक्षक शिक्षिकाओं का सराहनीय योगदान रहा।

 

पूर्व फौजी ने बर्तमान दौर को एक शीत युद्ध बताया, दिया पूर्ण कर्फ्यू लगाने का सुझाव

बर्तमान दौर एक शीत युद्ध के रूप में :  नवीनकांत सिंह
लॉक डाउन से नही पूर्ण कर्फ्यू से होगी समस्या समाधान

गिरिडीह :  भूतपूर्व सैनिक सह वर्तमान में भारत स्वाभिमान का एक सिपाही नवीन कान्त सिंह ने कहा कि दिनोदिन देश की जो भयावह स्थिति बन रही है इसका समाधान केवल लॉक डाउन नहीं है। क्योंकि कितना भी लोगों को समझा लिया जाए, कुछ लोग अभी भी ऐसे हैं जो मॉर्निंग वॉक से बाज नहीं आ रहे हैं।  जरूरी सामान की खरीदारी के नाम पर 5-10 रुपए का भी सामान खरीदने के लिए रोड पर आते रहते हैं।  ऐसे लोग जो पहले रोज ताजा सब्जी नहीं खाते होंगे लेकिन आज सुबह शाम एक पाव सब्जी लेने सड़क पर दिखते हैं। इतना ही नहीं दवा का पुराना चिट्ठा लेकर दारू का पाउच ला रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि इन सब चीजों का एक ही इलाज ही केवल और केवल कम से कम 15 दिनों की पूरी तरीके से कर्फ्यू। पूर्ण कर्फ्यू लगने से उठने वाली समस्या जो सबसे जरूरी है कुछ लोगों को भूखे रहने की नौबत आने लगेगी। उनके लिए लोकल स्तर पर मतलब वार्ड, पंचायत स्तर पर कंट्रोल रूम बनाया जाए 2-3 हेल्प लाइन नम्बर जारी किये जायें। जिसपर ऐसे लोग सूचना दे जिनके पास खाने का कोई सामान नहीं हो या कोई जरूरी दवा की जरूरत हो।  कंट्रोल रूम की सूचना के बाद एक टीम उनके घर के सदस्यों के हिसाब से खाने की कोई न कोई खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराए।  अगर उस घर में खाना पकाने के लिए किसी प्रकार का ईंधन उपलब्ध है तो उन्हें कच्चा राशन उपलब्ध कराया जाए और पकाने का ईंधन ना हो तो ब्रेड, सतु, चूड़ा, निमकी, sakarparaa, बिस्कुट, कोई ज्यादा दिन चलने वाला फल जो भी टीम के पास उपलब्ध हो उसे उपलब्ध करा दें।  साथ में उनके घर को भी चेक करें कि कहीं लाभुक झूठ तो नहीं बोल रहे हैं। अगर झूठ हो तो उनके ऊपर  एफआईआर दर्ज करें।  बेसक समस्या निदान के बाद ही सजा का प्रावधान हो। 

श्री सिंह कहते हैं कि ऐसा होने से तत्काल ये फालतू के भीड़ वाला मामला सुलझ जाएगा। क्योंकि आज ऐसी भी समस्या आ रही है बाजार में आटा की किल्लत हो गई है।  लोग खामखा रोड पर आटा-आटा करते चल रहे हैं।  फैक्टरियों को अनुमति के बाद भी लेबर के अभाव में आटा तैयार नहीं कर पा रही है।  इन सब से निपटने के लिए भूतपूर्व सैनिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक ,एनसीसी, स्काउट गाइड , नेहरू युवा केन्द्र के युवा गन का सहयोग लिया जा सकता है।

 साथ में जो लोग घर से बेघर होकर दूर दराज से जो लोग पैदल ही यात्रा कर रहे हैं। जिस राज्य में हैं उन्हें वहीं की सरकार रोक ले। उनका मेडिकल टेस्ट कर अच्छे लोगों को ऐसे सेवा कार्य में लें और जिन्हें समस्या हो उनका सही इलाज की व्यवस्था करवाएं। आटा के लिए बड़ी फैक्टरी में लेबर की कमी हो तो छोटे छोटे चक्की वालों को गेहूं, मडुआ, ज्वार, बाजरा, जो भी हो उपलब्ध कराकर वापस उनसे आटा कलेक्ट कर लिया जाए।  इन सब कामों में महिला समूह का भी मदद ली जा सकती है। 

पन्द्रह दिन बिल्कुल उस फौजी के जैसा प्रत्येक व्यक्ति को जीना होगा जैसे युद्ध में एक फौजी जीता है।   समझा जाए तो बर्तमान दौर एक शीत युद्ध के रूप में ही है।

किसानों को धान अधिप्राप्ति की राशि भुगतान की दिशा में पहल करें अधिकारी : पैक्स जिलाध्यक्ष

किसानों को धान अधिप्राप्ति की राशि भुगतान की दिशा में पहल करें अधिकारी :  पैक्स जिलाध्यक्ष
जमुआ/गिरीडीह : पैक्स संघ गिरीडीह के जिलाध्यक्ष केदार प्रसाद यादव ने उपायुक्त सह जिला सहकारिता पदाधिकारी व झारखंड राज्य खाद्य निगम जिला प्रबंधक से धान अधिप्राप्ति 2019- 20 की राशि किसानों के खाता में हस्तांतरित करने की मांग किया है।

 उन्होंने कहा कि इसके लिए इक्कीस करोड़ की राशि विभाग को आवंटित किया है जिनमें मात्र एक करोड़ की राशि किसानों के खाता में भुगतान किया गया है। 

मील द्वारा साठ प्रतिशत चावल उपलब्ध करा दिया गया है। लॉक आउट के पूर्व साठ प्रतिशत किसानों को भुगतान सम्भव था परन्तु विभागीय लापरवाही और निष्क्रियता के कारण भुगतान नही हो पाया। जिससे जिलेभर के पैक्स में धान बेचने वाले किसान काफी उद्वेलित है। जिसका कोपभाजन का शिकार पैक्स प्रबंधकों को बनना पड़ रहा है। भुगतान की गुहार लगा कर किसान थक चुके हैं।

 वैश्विक महामारी कोरोना के कारण लॉक आउट नही होता तो किसान के साथ प्रबंधक भुगतान हेतु अनशन करने को बाध्य होते। इस विषम परिस्थिति में आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई है अगर भुगतान हो जाता तो लॉक डाउन में किसानों को काफी राहत मिलती । भुगतान की दिशा में यथेष्ट पहल करने की प्रबल आवश्यकता है।

जिला प्रशासन ने गरीब व असहायों के लिये शहरी क्षेत्र में खोला 11 दाल भात केंद्र

जिला प्रशासन ने गरीब व असहायों के लिये शहरी क्षेत्र में खोला 11 दाल भात केंद्र


सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कर दी जा रही भोजन


गिरिडीह : वैश्विक महामारी  कोरोना के मद्दे नजर घोषित लॉकडाउन के दौरान जिले के गरीब, असहाय व जरूरतमंद लोगों के समक्ष भोजन की समस्या उतपन्नं ना हो, इसे लेकर जिला प्रशासन कटिबद्ध है।

जिला प्रशासन ने शहरी क्षेत्र में शनिवार से ग्यारह दाल भात केंद्र का संचालन शुरू किया है। जंहा गरीब व असहाय लोगों को भोजन (खिचड़ी) उपलब्ध कराया जा रहा है। 


जिला प्रशासन द्वारा संचालित इस दाल भात केंद्र के माध्यम से जंहा लोगों को भोजन प्राप्त हो रही है वंही लोगो को सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन का भी पाठ पढ़ाया जा रहा है।  दाल भात केंद्र में सोशल डिस्टेंस बनाए रखने के लिए चुने से घेरे बनाया गया। जिसमे खड़े होकर लोग अपनी बारी आने का इंतजार करते दिखे एवं खाना मिलने  के बाद 1 मीटर या उससे अधिक दूरी बनाकर खाना खाते देखे गये।

ज्ञात हो कि लॉकडाउन के उचित अनुपालन के लिए जिला प्रशासन के द्वारा आम लोगों को जागरूक किया जा रहा है। उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग के महत्व से अवगत करवाया जा रहा है। जिले वासियों से अपील की जा रही है कि सोशल डिस्टेंस का कड़ाई से अनुपालन करें। ताकि संक्रमण को बढ़ने से रोका जा सके। 

नहाय खाय के साथ लोकआस्था का महापर्व छठ शरू, खरना रविवार को

नहाय खाय के साथ लोकआस्था का महापर्व छठ शरू, खरना रविवार को

        फोटो :  प्रसाद ग्रहण करती छठव्रती    


गिरिडीह :  सूर्योपासना का चार दिवसीय महान पर्व चैती छठ पूजा शनिवार को नहाय खाय के साथ शुरू हुआ। 


चार दिनों तक चलने वाले इस लोक आस्था का महान पर्व के पहले दिन छठव्रतियों ने भले सुबह से ही घरों की साफ सफाई की। स्नानादि से निवृत हो छठव्रती पूरे विधि विधान से अरवा चावल का भात, चने की दाल, कद्दू समेत अन्य कई प्रकार की सब्जी आदि बनाया और छठ मइया और भगवान सूर्य को भोग लगा उसे प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। उसके बाद पूरे परिवार के लोगों के अलावे अडोस पड़ोस के लोग भी उस भोजन को प्रसाद स्वरूप ग्रहण किया।

कोरोना महामारी को लेकर देशव्यापी जारी लॉक डाउन का खासा असर इस पर्व पर देखने को मिला। छठव्रतियों और उनके परिवार के लोगों को लॉक डाउन के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बाजार खुले नहीं थे। सब्जी मंडी भी बंद था। बाबजूद इसके सारी व्यवस्था पूर्ण कर आज पहले दिन के कार्य का निष्पादन किया गया।


रविवार को इस पर्व के दूसरे दिन खरना का आयोजन होगा । जिसमें छठव्रती दिन भर निर्जला उपवास रख सन्ध्या पहर पूरे विधान से अरवा चावल की खीर समेत अन्य प्रकार की भोग बनायेंगी। उसके बाद छठ मइया को भोग अर्पण कर प्रसाद ग्रहण करेंगी। छठव्रती के प्रसाद ग्रहण करने बाद परिवार के लोग व अन्य लोग प्रसाद प्राप्त करेंगे। सोमवार से मंगलवार तक व्रत के तीसरे और चौथे दिन छठव्रती चौबीस घण्टे का उपवास रखेंगी। तीसरे दिन सन्ध्या पहर डूबते सूर्य को अर्ध्य देंगी तथा चौथे दिन अहले सुबह उगते सूर्य को अर्ध्य प्रदान कर व्रती अपने व्रत का पारण करेंगी। इसके साथ ही चार दिवसीय चैती छठ पूजा सम्पन्न होगा।

विधायक सुदिव्य सोनू देंगे सदर अस्पताल को चार अदद अत्यावश्यक मशीन

विधायक सुदिव्य सोनू देंगे सदर अस्पताल को चार अदद अत्यावश्यक मशीन
गिरिडीह : विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने अपने विधायक मद से गिरिडीह सदर अस्पताल के लिये दो अदद Respiratory Ventilator (रिस्पेरिटी व्हेनटीलेटर) और दो अदद Cardiac Monitor ( कार्डिक मोनिटर) देने की अनुशंसा की है।

विदित हो कि कोरोना महामारी से निपटने के लिये जंहा सभी विधायक और सांसद जिला प्रशासन को अपने विधायक व सांसद कोटे से राशि विमुक्त करने की बात किये हैं। वही गिरिडीह विधायक ने इस आपदा की घड़ी में सदर अस्पताल में तकनीकी सुविधाओं की कमी को देखते हुए ये मशीने अपने कोटे से देने की बातें कही है। 
आईएसओ मान्यता प्राप्त गिरिडीह सदर अस्पताल के पास संसाधनों का घोर अभाव है।  विधायक ने इस बात को संज्ञान में लेते हुये मशीन आपूर्ति का निर्णय लिया है।  यह दोनों मशीने कोरोना वायरस के इलाज में एक मील का पत्थर साबित होगी।

बीडीओ सीओ ने किया राशन दुकान की जांच, दिया निर्देश

बीडीओ सीओ ने किया राशन दुकान की जांच, दिया निर्देश
गिरिडीह : जिले के बिरनी प्रखंड के बीडीओ सन्तोष गुप्ता व सीओ संदीप मधेशिया ने संयुक्त रूप से प्रखंड क्षेत्र के कई राशन दुकानों (खाद्य सामग्री बिक्रीकर्ता दुकानों) का औचक निरीक्षण किया। 

इस दौरान पदाधिकारी द्वय ने सभी दुकानदारों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी हालत में कालाबाजारी नही करें।  अन्यथा शिकायत मिलने पर प्रशासन उन दुकानदारों के विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्रवाई करने को बाध्य होगी।
कहा कि इस विकट स्थिति में लोगों को किसी भी तरीके से कालाबाजारी का शिकार नही होने दिया जायेगा।  बीडीओ ने बताया कि किसी से भी अगर शिकायत प्राप्त हुई कि दुकानदर के द्वारा अधिक दामो में राशन दिया जा रहा हैं तो उसे किसी हालात में बख्सा नही जायेगा। इसके लिए सभी दुकानदार यह तय कर लें कि राशन के दामो में किसी भी तरिके से बढ़ोतरी की वसूली नही करेंगे अन्यथा उसका जिम्मेवार वे खुद होंगे।

चुनाव में बने कलस्टर को क्वॉरेंटाइन केंद्र बनावे, वीडियो ने जारी किया निर्देश

चुनाव में बने कलस्टर को क्वॉरेंटाइन केंद्र बनावे, वीडियो ने जारी किया निर्देश 
पीरटांड़/ गिरिडीह :   पीरटांड़ प्रखंड विकास पदाधिकारी समीर अल्फ्रेड मुर्मू ने एक पत्र जारी कर प्रखंड क्षेत्र के सभी मुखिया पंचायत समिति सदस्य पंचायत सचिव कनीय अभियंता एवं सभी रोजगार सेवक को कहा है कि पीरटांड़ प्रखंड अंतर्गत सभी पंचायत भवन सरकारी भवन एवं विधानसभा में बनाए गए कलस्टर को चिन्हित कर वहां क्वॉरेंटाइन केंद्र बनावे।
कहां है कि बाहर से आए हुए व्यक्तियों को घर जाने से पहले सरकारी क्वॉरेंटाइन मैं रखा जाना है । इस संबंध में बाहर से आए हुए व्यक्तियों को क्वॉरेंटाइन अथवा जांच के उपरांत ही घर भेजा जाएगा, तथा यह अति आवश्यक है कि संबंधित क्वॉरेंटाइन केंद्र को युद्ध स्तर पर तैयार किया जाए ।

 जिसमें समुचित संख्या में बेड शौचालय बिजली पानी साफ-सफाई एवं खाने कि सुलभ व्यवस्था इत्यादि की जाए । या अभी निर्देश दिया गया है कि सभी मुखिया राशन कार्ड धारकों अथवा गैर कार्ड धारकों को 10 किलो राशन उपलब्ध करवाएंगे । तथा ऐसे व्यक्ति को चिन्हित करें जिन्हें भोजन की आवश्यकता है उन्हें राशन उपलब्ध कराने की व्यवस्था करें । कहां है कि पत्र प्राप्ति के 24 घंटा के अंदर क्वॉरेंटाइन केंद्र स्थापित करें ।

जैनियों के विश्व प्रसिद्ध तीर्थ क्षेत्र मधुबन में मुखिया ने बांटे मास्क

जैनियों के विश्व प्रसिद्ध तीर्थ क्षेत्र मधुबन में मुखिया ने बांटे मास्क

           फोटो :  मास्क वितरित करते मुखिया
            

पीरटांड़/ गिरिडीह:   जैनियों के विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल मधुबन के मुखिया निर्मल तुरी ने सरकार के आदेश पर पूरे मधुबन पंचायत क्षेत्र में 1000 मार्क्स बांटने का निर्णय लिया है अब तक 300 मार्क्स बांट चुके हैं आगे और 700 मार्क्स पूरे मधुबन पंचायत क्षेत्र में बांटना है ।

मुखिया निर्मल पुरी ने बताया कि कोरोना वायरस को देखते हुए एवं क्योंकि मधुबन जैनियों का विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है कई बाहरी लोग यहां आ चुके हैं इसलिए मार्क्स बांटना जरूरी है । उन्होंने कहा कि पंचायत क्षेत्र में किसी को भूखे नहीं मरने दिया जाएगा।  मधुबन के कई स्वयंसेवी संस्था इस क्षेत्र में आगे कदम बढ़ा चुके हैं।  एक और जहां तलेटी तीर्थ के दीपक में पानी पहाड़ के रास्ते में बसे झुग्गी झोपड़ियों में अनाज पहुंचाने का काम प्रारंभ कर दिया है। वहीं शिव शंकर कांवरिया संग भूखे लोगों को भोजन करा रहा है । गरीबों के सहायतार्थ कितने हाथ उठ चुके हैं । वही बाहर से आने वाले व्यक्तियों के लिए सभी को कहा गया कि तुरंत सूचना दें जिन्हें पंचायत भवन स्थित आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा । मधुबन पंचायत क्षेत्र में कोरोना को लेकर व्यापक तैयारी की गई है ।

लाॅक डाउन में दिल्ली में फँसे झारखंडियों को आप के झारखण्ड प्रवक्ता कर रहे मदद

लाॅक डाउन में दिल्ली में फँसे झारखंडियों को आप के झारखण्ड प्रवक्ता कर रहे मदद
गिरिडीह :  दिल्ली में फँसे झारखंड के कई लोगों ने सोशल मीडिया पर अपने दुःख और तकलीफों को साझा किया और मदद की गुहार लगाई। गिरिडीह मकतपुर के एक छात्र सागर कुमार ने शुक्रवार को मदद की गुहार लगाई थी। जिसके आलोक में आम आदमी पार्टी के गिरिडीह जिलाध्यक्ष कृष्ण मुरारी शर्मा ने तुरत दिल्ली से सम्पर्क साधा और झारखंड के प्रदेश प्रवक्ता आबीद अली ने तत्काल सागर कुमार से सम्पर्क साधा और उसकी मदद की । 

श्री शर्मा ने बताया कि दिल्ली में  झारखंड के  प्रदेश प्रवक्ता ने अभी तक पचास से अधिक लोगों को मदद पहुंचा चुके हैं।  श्री शर्मा ने कहा कि महाराष्ट्र , गुजरात और राजस्थान में भी कई मजदूर फँसे हुए हैं और सभी उनसे सम्पर्क में हैं । 

बता दें कि रोजी रोजगार को लेकर बाहर गए मजदूर इस आपदा में अपने घर आने को बेताब हैं। लॉक डाउन के बाद उनके पास न तो काम है तो और न ही पैसा। ऐसे में कई लोग पैदल भी घर आने को तैयार हैं। गिरिडीह के सामाजिक कार्यकर्ता और आप के जिलाध्यक्ष कृष्ण मुरारी शर्मा ने लोगों को हरसंभव सरकार से सम्पर्क कर उनलोगों को मदद का भरोसा दिलाया  है ।

पालगंज के शनिश्चरी हॉट में उमड़ा लोगों का हुजूम

पालगंज के शनिश्चरी हॉट में उमड़ा लोगों का हुजूम
पीरटांड़/गिरिडीह।  वैश्विक महामारी कोरोनावायरस को देखते हुए प्रधानमंत्री ने संपूर्ण देश में 21 दिनों का लॉक डाउन ऐलान किया है।

 बावजूद आज चौथे दिन पालगंज में लगने वाला शनिश्चरी हार्ट में 8 -10 दुकानदारों ने दुकान लगा ही दिया।  और लोग सब्जी खरीदने हेतु हॉट की ओर दौड़ पड़े वहां कुछ बुद्धिजीवियों ने हाथ लगाने से मना भी किया।  

लेकिन दुकानदारों ने एक न सुनी जबकि 21 मार्च से सनीचरी हॉट गांव वालों ने लगने नहीं दिया था। एक और जहां पूरे भारत में लोक डॉन की घोषणा है वहीं दूसरी ओर कुछ लोग इस बात को नहीं समझते हुए अपने तरीके से मनमाने कर रहे हैं। जबकि समाज के बुद्धिजीवी वर्ग लगातार लॉक डाउन को सफल करने का आह्वान करते नजर आ रहे हैं ।