परिजनों ने बताया कि सोमवार देर रात अचानक शहनाज के छोटे बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। बच्चे के रोने की आवाज सुन शहनाज के पिता अकबर अंसारी जागे तो देखा कि शहनाज कमरे में नहीं है। परिवार वाले घबरा गए और इधर-उधर खोजबीन शुरू की। जब काफी देर तक कुछ पता नहीं चला तो हीरोडीह थाना को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस गांव पहुंची और शहनाज की तलाश शुरू की। इसी दौरान कुंए में उसकी लाश मिली। पुलिस ने स्थानीय लोगों के सहयोग से शव को कुंए से निकलवा उसे सपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया है।
घटना के सम्बंध में मृतका के पिता अकबर अंसारी ने बताया कि उसका दामाद मंजूर अंसारी और उसके ससुराल के लोग लगातार दूसरी शादी में मिलने वाले दहेज के सामान की मांग को लेकर उनकी बेटी को प्रताड़ित करते रहते थे। कहा कि मंजूर अंसारी का किसी महिला के साथ अवैध सम्बन्ध है और वह अपनी सारी कमाई उसी पर खर्च करता है। शहनाज को ठीक से कपड़े तक नहीं देता और मायके से पैसे मंगवाता था।
पूर्व में कई बार इस दहेज को लेकर काफी विवाद हुआ था, थाना में आवेदन दिया गया था और पंचायत बैठाकर मामला सुलझाया गया था। पंचायत में यह फैसला सुनाया गया था समय के अनुसार दहेज दिया जा चुका है। फिर दूसरे शादी के दहेज की मांग करना गलत है। वहीं थाना ने भी विवाद को सुलझा दिया। उसके बाद उसका पति उसकी विदाई करा उसे अपने साथ ले गया था। लेकिन अब मायके में ही शहनाज की लाश मिली है। पुलिस मामले की जांच करने एवं मृतका के फरार पति मंजूर अंसारी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी करने में जुट गई है।
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