मंगलवार, 8 जुलाई 2025

पति के साथ मुहर्रम मनाने मायके आयी विवाहिता की कुंए में मिली लाश, पति फरार

गिरिडीह (Giridih)। जिले के हीरोडीह थाना क्षेत्र के बैरिया गांव में मंगलवार सुबह एक विवाहिता की कुंए में तैरती लाश मिली है। मृतका की पहचान बैरिया निवासी अकबर अंसारी की 35 वर्षीय बेटी शहनाज खातून  के रूप में हुई है। बताया गया कि विवाहिता शहनाज खातून का निकाह बिहार के जमुई जिला अंतर्गत चकाई थाना क्षेत्र के गगनपुर गांव निवासी मंजूर अंसारी के साथ हुई थी। मंजूर कोलकाता में अपनी पत्नी व बच्चों के साथ रहता था। शनिवार को शहनाज अपने पति मंजूर के साथ मुहर्रम पर्व मनाने कोलकाता से अपनी मायके आई थी। मंगलवार सुबह गांव के ही एक कुएं में शहनाज की लाश मिली। वहीं घटना के बाद से उसका पति मंजूर अंसारी फरार है।



परिजनों ने बताया कि सोमवार देर रात अचानक शहनाज के छोटे बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। बच्चे के रोने की आवाज सुन शहनाज के पिता अकबर अंसारी जागे तो देखा कि शहनाज कमरे में नहीं है। परिवार वाले घबरा गए और इधर-उधर खोजबीन शुरू की। जब काफी देर तक कुछ पता नहीं चला तो हीरोडीह थाना को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस गांव पहुंची और शहनाज की तलाश शुरू की। इसी दौरान कुंए में उसकी लाश मिली। पुलिस ने स्थानीय लोगों के सहयोग से शव को कुंए से निकलवा उसे सपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया है।


घटना के सम्बंध में मृतका के पिता अकबर अंसारी ने बताया कि उसका दामाद मंजूर अंसारी और उसके ससुराल के लोग लगातार दूसरी शादी में मिलने वाले दहेज के सामान की मांग को लेकर उनकी बेटी को प्रताड़ित करते रहते थे। कहा कि मंजूर अंसारी का किसी महिला के साथ अवैध सम्बन्ध है और वह अपनी सारी कमाई उसी पर खर्च करता है। शहनाज को ठीक से कपड़े तक नहीं देता और मायके से पैसे मंगवाता था।


 पूर्व में कई बार इस दहेज को लेकर काफी विवाद हुआ था, थाना में आवेदन दिया गया था और पंचायत बैठाकर मामला सुलझाया गया था। पंचायत में यह फैसला सुनाया गया था समय के अनुसार दहेज दिया जा चुका है। फिर दूसरे शादी के दहेज की मांग करना गलत है। वहीं थाना ने भी विवाद को सुलझा दिया। उसके बाद उसका पति उसकी विदाई करा उसे अपने साथ ले गया था। लेकिन अब मायके में ही शहनाज की लाश मिली है। पुलिस मामले की जांच करने एवं मृतका के फरार पति मंजूर अंसारी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी करने में जुट गई है।


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें