गिरिडीह (Giridih)। भारतीय रेलवे द्वारा ट्रेनों की गति बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया जा रहा है। गया-धनबाद रेल खंड पर ट्रेनों की गति को 160 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ाने की योजना के तहत शुक्रवार 4 अप्रैल को ग्रेंड कोर्ड खंड पर उच्च गति परीक्षण (स्पीडी ट्रायल) किया गया। ट्रेनों को गति देने की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम है। वहीं आगामी 6 अप्रैल को पुनः ट्रायल होगी। इसके लिए रेलवे मंत्रालय ने विशेष निर्देश जारी किया था।
बता दें कि डीडीयू-गया- धनबाद रेलखंड में रेल को 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाने के लिए कार्य तेजी से जारी है। पूर्व मध्य रेल के अंतर्गत डीडीयू-गया- प्रधानखांता (धनबाद) रेलखंड में रेल परिचालन की 160 किमी प्रति घंटा की अधिकतम गति क्षमता तक वृद्धि कार्य के क्रम में इस रेलखंड पर 4 अप्रैल को एलएचबी रेक युक्त एक स्पेशल ट्रायल ट्रेन से स्पीड ट्रायल किया गया।
अधिकतम 160 किमी प्रति घंटा तक की गति से परिचालित इस निर्बाध स्पीडी ट्रायल ट्रेन शुक्रवार को दिन के लगभग 11 बजे डीडीयू (दीनदयाल उपाध्याय जंक्सन) से खुली और अपराह्न 14.13 मिनट पर पारसनाथ स्टेशन से क्रॉस की। जबकि इसके पूर्व यह ट्रेन लगभग 13 बजे गया जंक्सन पहुंची और 15 बजे सीधे धनबाद स्टेशन पहुंची। उसके बाद डीडीयू तक वापसी की योजना थी।
ट्रायल को लेकर रेलवे द्वारा आमजन से शुक्रवार को दिन भर रेलवे ट्रैक से पर्याप्त सुरक्षात्मक दूरी बनाए रखने की अपील की थी। जिसमें सभी जनसामान्य को रेल लाइन के निकट नहीं आने और मवेशियों को भी रेल लाइन से दूर रखने तथा सभी समपार फाटक पर सभी संकेतों एवं निर्देशों का पालन करने का निर्देश जारी किया गया था।वहीं अनाधिकृत स्थान से या बंद समपार फाटक से रेलवे लाइन पार न करने, स्टेशनों पर सभी लोग एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए उपलब्ध फुट ओवर ब्रिज का प्रयोग करने और सभी सुरक्षा नियमों का पालन करने के आदेश जारी किया था। रेलवे ने सख्त निर्देश दिया था कि यदि किसी भी प्रकार की दुर्घटना होती है, तो इसके लिए रेल प्रशासन जिम्मेवार नहीं होगा।
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