गिरिडीह(Giridih)। जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा शनिवार को व्यवहार न्यायालय परिसर राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस लोक अदालत में कुल 75,710 मामलों का निष्पादन किया गया। जिसमें 5 करोड़ 79 लाख 34 हजार 05 रुपये राजस्व की प्राप्ति हुई। वहीं इस अवसर पर अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मद्दे नजर महिला सशक्तिकरण पर चर्चा की गई और सरकारी योजनाओं के तहत परिसंपत्तियों का वितरण कर लाभुकों को लाभान्वित किया गया।
इसके पूर्व इस राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार अरविंद कुमार पांडेय, पुलिस अधीक्षक डॉ विमल कुमार, प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय धनंजय कुमार, जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम मनोज चंद्र झा, जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष प्रकाश सहाय एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकार की सचिव सोनम बिश्नोई ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
मौके पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरविंद कुमार पांडेय ने कहा कि वर्ष 2025 का यह प्रथम राष्ट्रीय लोक अदालत आज पूरे देश में आयोजित है। इस लोक अदालत के माध्यम से आमजनों एवं पक्षकारों को सुलहनीय आपराधिक मामलों, सिविल मामलों, बैंक मामलों, वाहन दुर्घटना वाद से संबंधित मामलों, बिजली, वन विभाग, उत्पाद, माप तौल, खाद्य सुरक्षा आदि विभागों के मामलों का त्वरित निष्पादन का लाभ मिलता है। साथ ही न्यायालय का भी बोझ कम होता है।
कार्यक्रम को एसपी डॉ बिमल कुमार, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष प्रकाश सहाय, सचिव चुन्नू कांत समेत कई लोगों ने सम्बोधित किया। सभा का संचालन न्यायिक दंडाधिकारी सुश्री प्रिया ने की। इस लोक अदालत को सफलता पूर्वक सम्पन्न कराने हेतु 14 पीठों का गठन किया गया था।
इस राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने में न्यायिक पदाधिकारियों, अधिवक्ताओं, विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों, न्यायालय कर्मचारियों, पारा लीगल वालंटियर्स की भूमिका सराहनीय रही।
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