[रिपोर्ट : अनुराग कुमार "विक्की"]
जमुई (Bihar)। बिहार के जमुई जिले के सोनो प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय लालीलावर गंडा में नहीं हुआ सरस्वती पुजा। जिससे ग्रामीणों में इस बात को लेकर खासा नाराजगी दिखी। बाद में पुलिस और प्रशासनिक पदाधिकारी को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा। प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद तीन दिनों बाद विसर्जन के दिन स्कूल में विद्या की देवी माँ सरस्वती की पूजा अर्चना हुई।मिली जानकारी के अनुसार स्कूल के प्रभारी मुस्लिम हेडमास्टर ने स्कूल में पूजा करने हेतु लायी गयी माता सरस्वती की प्रतिमा को तीन दिनों तक स्कूल के कमरे में बंद कर रख दिया और स्कूल में सरस्वती पूजा नहीं होने दिया। ग्रामीण विद्यालय के हेडमास्टर अली हुसैन की इस मनमानी से काफी नाराज दिखे।
बताया गया कि 1 फरवरी को स्कूल में मां सरस्वती की प्रतिमा लायी गयी थी। लेकिन उसे हेडमास्टर ने एक कमरे में बंद कर ताला लगा दिया था। पूजा नहीं होने की जानकारी ग्रामीणों को जब बुधवार को लगी तब वे आक्रोशित हो गए और इसकी जानकारी स्थानीय प्रशासन को दी। सूचना मिलने पर सोनो के अंचलाधिकारी और स्थानीय थाने की पुलिस स्कूल पहुंची और जिस कमरे में माता सरस्वती की मूर्ति बन्द थी उस कमरे का ताला खुलवाकर विद्या और ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा अर्चना कराया। इस बारे में जब स्कूल के प्रभारी हेडमास्टर अली हुसैन से पूछा गया तो वह मौके से भाग खड़े हुए।
ग्रामीण नागेश्वर यादव ने बताया कि 1 फरवरी को स्कूल में मां सरस्वती की प्रतिमा लाया गया था। जिसे प्रभारी हेडमास्टर अली हुसैन ने एक कमरे में बंद कर ताला लगा दिया था। गांव में ब्रह्म बाबा की पूजा होने के कारण सभी लोग उसमे व्यस्त थे। बुधवार की सुबह जब ग्रामीणों की इसकी जानकारी मिली कि स्कूल में लाई गई मां सरस्वती की पूजा नहीं हुई, और प्रतिमा स्कूल के एक कमरे में हेडमास्टर ने बन्द कर रखा है। इसके बाद लोग आक्रोशित हो गए और इसकी सूचना स्थानीय थाना और प्रशासनिक अधिकारी को दी।
वहीं ग्रामीण रघुनाथ यादव ने बताया कि सभी जगह मां सरस्वती की पूजा 3 फरवरी को ही हो गई। लेकिन उनके गांव के स्कूल में लाई गई मां सरस्वती की प्रतिमा की पूजा मुस्लिम हेडमास्टर की मनमानी के कारण दो दिन बाद हुई। 5 फरवरी बुधवार को हुई। वह भी तब जब प्रशासन और पुलिस के अधिकारी यहां पहुंचे। बताया कि सोनो के सीओ और पुलिस की मौजूदगी में स्कूल के बन्द कमरे को खुलवा कर उसमे रखे मां सरस्वती के प्रतिमा की पूजा अर्चना कराई गई। ग्रामीणों का आरोप था कि प्रभारी हेडमास्टर चूंकि दूसरे धर्म से आते हैं इस कारण उन्होंने स्कूल में पूजा नहीं करवाया। गंडा गांव के ग्रामीणों ने हेडमास्टर अली हुसैन पर कार्रवाई की मांग किया हैं।
मौके पर पहुंचे अंचलाधिकारी सुमित कुमार आशीष ने कहा कि स्कूल प्रबंधन द्वारा पूजा नहीं कराए जाने की सूचना पर वे लोग पहुंचे और पूजा अर्चना कराई गई। पहली प्राथमिकता के रूप में मां की प्रतिमा को पूजा की पूजा की गयी है। इस मामले को शिक्षा विभाग के पदाधिकारी और जिलाधिकारी के संज्ञान में दिया जाएगा और जो उचित कार्रवाई की जाएगी।
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