प्रयागराज (Mahakumbh)। दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ का पौष पूर्णिमा के पहले स्नान के साथ आगाज हो गया है. सोमवार 13 जनवरी को सुबह 11 बजे तक ही करीब 80 लाख से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके थे,जबकि शाम 5 बजे तक डेढ़ करोड़ के पार कर गया था. महाकुंभ के लिए 3 हजार स्पेशल ट्रेनें चलाई गयी हैं. कानपुर, वाराणसी से लेकर गोरखपुर तक स्पेशल बसें भी चल रही हैं.
आज मंगलवार को महाकुंभ के पहले शाही स्नान का मुहूर्त सुबह 5 बजकर 27 मिनट से सुबह 6 बजकर 21 मिनट था जो कि ब्रह्म मुहूर्त में बन रहा था, लेकिन इस मुहूर्त में स्नान संभव नहीं था क्योंकि नागा साधुओं से पहले किसी भी गृहस्थ व्यक्ति को स्नान की आज्ञा नहीं है।
इन 3 मुहूर्तों में भी उठाया जा सकता हैं शाही स्नान का लाभ
मुहूर्त का नाम व मुहूर्त की अवधि
विजय मुहूर्त : दोपहर 2 वजकर 15 मिनट से दोपहर 2 बजकर 57 मिनट तक
गोधुली मुहूर्त : शाम 5 बजकर 42 मिनट से शाम 6 बजकर 9 मिनट तक
निशिता मुहूर्त : रात 12 बजकर 3 मिनट से रात 12 बजकर 57 मिनट तक
महाकुंभ 2025 में शाही स्नान की तिथियां
इन तिथियों पर विशेष पर्व और त्यौहार पड़ रहे हैं, इसी के कारण इन तिथियों पर शाही स्नान करने का महत्व और भी अधिक लाभकारी माना जा रहा है। इन तिथियों पर पूर्णिमा, अमावस्या, महाशिवरात्रि एवं बसंत पंचमी है।
तिथि पर्व
14 जनवरी 2025 मकर संक्रांति
29 जनवरी 2025 मौनी अमावस्या
3 फरवरी 2025 बसंत पंचमी
12 फरवरी 2025 माघ पूर्णिमा
26 फरवरी 2025 महाशिवरात्रि
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