बड़कीटांड़ में पेयजल की स्थिति भयावह , लोग गंदे डाड़ी का पानी पीने को मजबूर
गिरिडीह : मुकम्मल जलापूर्ति योजनाओं के अभाव में उपेक्षित गांवों के लोग भीषण जल संकट झेल रहे हैं। मजबूरी में वे गंदे ड़ाड़ी का पानी पीने को भी मजबूर हैं। सरकार को ऐसे गांवों का संज्ञान लेकर तत्काल ही पेयजल आपूर्ति योजना लागू करनी चाहिए।
गंभीर पेयजल संकट झेल रहे करहरबारी पंचायत के बड़कीटांड़ गांव के आदिवासी ग्रामीण ढेना मरांडी, लोंगिलाल मुर्मू, बिरालाल मरांडी, पौलुस मुर्मू, होवा मरांडी, अशोक मरांडी, सुनील टुडू, मनोज मुर्मू, सरिता मरांडी, मुन्नी बास्की, लखन टुडू आदि ने अपनी इस समस्या से भाकपा माले के नेताओं को अवगत कराया।
सूचना मिलते ही भाकपा माले के राज्य कमेटी सदस्य राजेश कु0 यादव तथा राजेश सिन्हा पेयजल समस्या का जायजा लेने गांव पहुंचे।
नेताद्वय ने कहा कि शहर से मात्र 10 किमी की दूरी पर स्थित गांव का जब यह हाल है तो दूर दराज स्थित गांवों का अंदाजा लगाना सहज है कि वहां विकास के नाम पर किस तरह का मंजर होगा। नेताद्वय ने कहा कि, मौजूदा स्रोत के पानी को मिनी फिल्टर के माध्यम से उपयोग करके भी गांव की पेयजल समस्या का मुकम्मल तरीके से समाधान किया जा सकता है।
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