रविवार, 2 फ़रवरी 2025

ज्ञान की देवी माँ सरस्वती के प्रादुर्भाव का उत्सव है बसंत पंचमी

बसंत पंचमी पर विशेष आलेख
ऋतुओं में वसंत-ऋतु सर्वश्रेष्ठ है। इसीलिए वसंत को ऋतुओं का राजा माना जाता है। इस ऋतु के प्रवेश करते ही सम्पूर्ण पृथ्वी वासंती आभा से खिल उठती है। वसंत ऋतु के आगमन पर वृक्षों से पुराने पत्ते झड़ जाते हैं और नये पत्ते आना प्रारंभ होते हैं। इस ऋतु के प्रारंभ होने पर शीत लहर धीरे-धीेरे कम होने लगती है तथा वातावरण में उष्णता का समावेश होता है। माघ महीने के शुक्लपक्ष की पंचमी को वसंत ऋतु का आरम्भ स्वीकार किया गया है और इसे महत्त्वपूर्ण पर्व की मान्यता दी गई है।


हिन्दू-धर्म में वसंत पंचमी का विशेष महत्त्व इसलिए भी है क्योंकि इसी दिन माँ सरस्वती का प्रादुर्भाव हुआ। माता सरस्वती विद्या की देवी हैं। उनके पास आठ प्रकार की शक्तियाँ हैं -- ज्ञान, विज्ञान, विद्या, कला, बुद्धि, मेधा, धारणा और तर्कशक्ति। ये सभी शक्तियाँ माता अपने भक्तों को प्रदान करती हैं। भक्त को अगर इनमें से कोई शक्ति प्राप्त करनी हो तो वह विद्या की देवी माता शारदा की आराधना करके उनसे उस शक्ति प्राप्त कर सकता है।



जिस प्रकार शास्त्रों में सृजन, पालन एवं संहार के प्रतीक त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश की मान्यता है ठीक उसी प्रकार बुद्धि, धन और शक्ति की प्रतीक सरस्वती, लक्ष्मी और काली के रूप में त्रिदेवियाँ भी स्वीकृत हैं। इनमें माता सरस्वती प्रथम स्थानीय है, क्योंकि धनार्जन एवं रक्षार्थ शक्ति-नियोजन में भी बुद्धिरूपिणी सरस्वती की कृपा की विशेष आवश्यकता रहती है।

आचार्य व्याडि ने अपने प्रसिद्ध कोष में ‘श्री’ शब्द का अर्थ स्पष्ट करते हुये लिखा है कि ‘श्री’ शब्द अनेकार्थी है और लक्ष्मी, सरस्वती, बुद्धि, ऐश्वर्य, अर्थ, धर्म आदि पुरूषार्थों, अणिमा आदि सिाद्धियों, मांगलिक उपकरणों और सुन्दर वेशरचना आदि अर्थों में भी प्रयुक्त होता है -

लक्ष्मीसरस्वतीधीत्रिवर्गसम्पद्यिभूतिशोभासु।
उपकरणवेशरचना च श्रीरिति प्रथिता।।

इससे स्पष्ट है कि माता सरस्वती बुद्धि, धन, सौन्दर्य, ऐश्वर्य एवं अनेक सिद्धियों से सम्पन्न देवी हैं। लोक में उन्हें अनेक नामों से जाना जाता है जैसे - भारती, ब्राह्मी, वाणी, गीर्देवी, वाग्देवी, भाषा, शारदा, त्रयीमूर्ति, गिरा, वीणापाणि, पद्मासना और हंसवाहिनी किन्तु उनकी सरस्वती संज्ञा ही सर्वाधिक स्वीकृत है।



संपूर्ण विश्व का दैनन्दिन कार्य-व्यापार मनुष्य की वाणी पर ही निर्भर करता है। अतः इस संदर्भ में भी वाग्देवी भगवती सरस्वती की सत्ता सर्वोपरि है। महाकवि भवभूति ने ‘उत्तर रामचरितम’ नाटक में मधुर वाणी को सरस्वती का स्वरूप बताया है। यह सत्य भी है क्योंकि यदि मनुष्य की वाणी मधुर होगी तो वह सामने वाले व्याक्ति को प्रभावित कर सकेगा, अपनी ओर आकर्षित कर लेगा और अपने कार्य-प्रयोजन में सफल होगा परन्तु यदि उसकी वाणी में मधुरता नहीं है तो वह अपने जीवन में सफलता प्राप्त नहीं कर सकेगा। मनुष्य हो या पशु-पक्षी सभी को मधुर वाणी माता सरस्वती ही प्रदान करती हैं। इस प्रकार वही मनुष्य की सफलता का कारण हैं। अतः सर्वपूज्य भी हैं।

प्राचीन समय में ऋषि-मुनि सभी प्रकार के राग-द्वेष, ईष्र्या, लोभ, मोह-माया आदि मानसिक विकारों को त्याग कर शुद्ध एवं निर्मल मन से सरस्वती माता की उपासना करते थे और लोक-कल्याण की कामना करते थे। विश्व में सुख-शान्ति और समृद्धि के लिए आज भी उनकी उपासना की आवश्यकता है क्योंकि अज्ञानता और मानसिक विकारों से घिरी भ्रमित मनुष्यता को वही सत्पथ पर ला सकती हैं। मनुष्य को सद्बुद्धि देकर हिंसा, आतंक और संघर्ष के आत्मघाती अपकर्मों से दूर कर सकती हैं।


भगवती सरस्वती के प्रादुर्भाव के विषय में ऐसी मान्यता है कि जब भगवान विष्णु की आज्ञा से ब्रह्मा जी संसार में चारों ओर देखते हैं तो उन्हें संसार में मूक मनुष्य ही दिखाई देते हैं, जो किसी से भी वार्तालाप नहीं करते हैं। ऐसा प्रतीत होता है जैसे किसी भी प्राणी में वाणी ही ना हों। यह सब देखकर ब्रह्मा जी अत्यंत दुखी हो जाते हैं। तत्पश्चात वे अपने कलश से जल लेकर छिड़कते हैं। वह जल वृक्षों पर जा गिरता है और एक शक्ति उत्पन्न होती है जो अपने हाथों से वीणा बजा रही होती है और वही बाद में सरस्वती माता का रूप लेकर संसार में पूजित होती है।

वेदों में सरस्वती नदी को भी वागदेवी का रूप माना गया है। लोक-विश्वास है कि इस नदी के सामने बैठकर सरस्वती माता की पूजा करने से उन की सीधी कृपा अपने भक्तों पर बनी रहती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार माता का वाहन हंस है। माता के पास एक अमृतमय प्रकाशपुंज है जिससे वे निरंतर अपने भक्तों के लिए अक्षरों की ज्ञान-धारा प्रवाहित करती हैं।

पारम्परिक मान्यता है कि सरस्वती माता के उपासकों के लिए कुछ महत्त्वपूर्ण नियम भी होते हैं और इन नियमों का कभी भी अनादर नहीं करना चाहिए। इन नियमों का अनादर करने से माता कुंठित हो जाती हैं, जिसके परिणाम अत्यंत प्रलयंकारी हो सकते हैं।


विश्व के समस्त सद्ग्रन्थ भगवती सरस्वती के मूर्तिमान विग्रह हैं। अतःवेद, पुराण, रामायण, गीता सहित समस्त ज्ञानगर्भित ग्रंथों का आदर करना चाहिए। ऐसे सभी ग्रंथों को माता का स्वरूप मानते हुए अत्यंत पवित्र स्थान पर रखना चाहिए। इन ग्रंथों को अपवित्र अवस्था में स्पर्श नहीं करना चाहिए। अगर हम इन ग्रंथों को अपवित्र अवस्था में स्पर्श करते हैं तो माता हमसे रूष्ट हो सकती हैं। हमें कभी भी इन ग्रंथों को अनादर से पृथ्वी पर नहीं फेंकना चाहिए। इन ग्रंथों को सदैव अपने बैठने के आसन से कुछ ऊँचाई पर रखना चाहिए।

प्रातःकाल ब्रह्म मुहूर्त में उठ कर शुद्ध मन से माता का ध्यान करना चाहिए। ग्रहणकाल एवं अशुभ मुहूर्त में स्वाध्याय नहीं करना चाहिए। माता को सफेद रंग अत्यंत प्रिय है इसलिए हमें माता की आराधना करते समय श्वेत पुष्प, सफेद चन्दन, श्वेत वस्त्र आदि श्वेत पदार्थ अर्पित करना चाहिए। माता को प्रसन्न करने के लिए ‘‘ऊँ ऐं महा सरस्वत्यै नमः’’ मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए। इससे माता सरस्वती प्रसन्न होती हैं।


माता उपासना करने मात्र से अपने भक्तों से परिचित हो जाती हैं और सदा अपने भक्त की रक्षा करती हैं। इसलिए वसंत पंचमी के दिन भारत के अधिकांश विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में सरस्वती माता की उपासना के विशेष अनुष्ठान आयोजित होते है। इस प्रकार वसंत पंचमी सरस्वती पूजन का पर्याय रूप उत्सव है।

ट्रक और कार के बीच आमने सामने की टक्कर, बाल बाल बचे कार सवार, महिला समेत चार गम्भीर

गिरिडीह (Giridih)। गिरिडीह देवघर मुख्यमार्ग NH 114 के डोमापहाड़ी में रविवार अहले सुबह भीषण सड़क हादसा हुआ। हादसे में महिला समेत 4 लोग गम्भीर रूप से घायल हुए है। घायल महिला की स्थिति काफी गंभीर बतायी जाती है। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने आनन फानन में सभी घायलों को इलाज हेतु गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया है। 


मिली जानकारी के अनुसार रविवार सुबह लगभग 6 बजे गिरिडीह से देवघर की ओर जा रही एक तेज़ रफ़्तार स्विफ्ट डिजायर कार और देवघर से गिरिडीह की ओर आ रही एक ट्रक के बीच आमने सामने की सीधी टक्कर हो गयी। घटना बेंगाबाद थाना क्षेत्र के डोमापहाड़ी की है। इस घटना में कार की बैट्री में आग लग गयी। जिससे कार के परखच्चे उड़ गये। हालांकि हादसे में कार पर सवार सभी चार लोग बाल बाल बच गये। लेकिन सभी गम्भीर रुप से घायल हो गये। 

घटना के बाद मौके पर पहुंचे स्थानीय ग्रामीणों ने कार पर सवार सभी घायलों को कार से बाहर निकाल आनन-फ़ानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। वहीं सूचना पाकर बेंगाबाद थाना की पुलिस भी घटना स्थल पर पहुंच गई है और दोनों वाहनों को जब्त कर आगे की कार्रवाई करने में जुटी है।

आज का राशिफल, कैसा रहेगा आज का दिन, क्या कहता है आपकी राशिफल, जानिए

आज का राशिफल ::02 :: 02 :: 2025 रविवार

2 फरवरी 2025 : आज परम पवित्र माघ शुक्ल पक्ष की उदया तिथि चतुर्थी है एवं दिन रविवार है। चतुर्थी तिथि रविवार सुबह 9 बजकर 14 मिनट तक रहेगी, उसके बाद पंचमी तिथि लग जाएगी। 2 फरवरी को सुबह 9 बजकर 15 मिनट तक शिव योग रहेगा, उसके बाद सिद्ध योग लग जाएगा। साथ ही आज रात 12 बजकर 52 मिनट तक उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र रहेगा। आज सूर्य भगवान जी का पावन व्रत है। महाकुम्भ स्नान चल रहा है। आज संगम में या किसी पवित्र नदी में स्नान का आध्यात्मिक लाभ लें। भगवान शिव व माता पार्वती जी की उपासना करें। कम्बल का दान करें। यह माह विष्णु जी व लक्ष्मी जी को समर्पित बहुत ही पुण्यदायी होता है। सूर्य उपासना का दिवस है। श्री अदित्यहृदयस्तोत्र का 03 पाठ करें। धार्मिक पुस्तकों, तिल व कंबल का दान करें। माता गंगा की उपासना करें। आज भगवान सूर्य पूजा से सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं। कृष्ण नाम का मानसिक जप करें। आज गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान व दान पुण्य करें। तिल के लड्डू व काले ऊनी वस्त्रों का दान बहुत ही पुण्यदायी होता है, इससे कष्ट समाप्त व धन आगमन तथा शुभता का आगमन होता है, पुण्य की प्राप्ति होती है। इस समय नित्य गंगा स्नान करने से मनोवांछित फल मिलते हैं तथा सभी पाप नष्ट होते हैं व आपका आध्यात्मिक मार्ग प्रशस्त होता है। नदी के तट पर ही पार्थिव का शिवलिंग बनाकर रूद्राभिषेक करें। मधु, तिल, बेल पत्र व गंगा जल शिवलिंग को अर्पित करें। आध्यात्मिक सतसंग का आनन्द लें। घर के मन्दिर में अखण्ड दीप जलाएं व भगवान के नाम का संकीर्तन करें। गायत्री मंत्र का जप करें।


 आज 2 फरवरी को बसंत पंचमी है। बसंत पंचमी का शुभ मुहूर्त सुबह 07:09 से दोपहर 12:35 बजे तक रहेगा। बसंत पंचमी तिथि का प्रारंभ 2 फरवरी की सुबह 09:14 से होगा और इसकी समाप्ति 3 फरवरी को सुबह 06:53 पर होगी।

आज का पंचांग: 02 फरवरी 2025, रविवार, 
विक्रम सम्वत : 2081, शाका : 1946, मास : माघ, पक्ष : शुक्ल पक्ष, तिथि :  चतुर्थी तिथि 09:14 AM तक उपरांत पंचमी तिथि 06:53 AM तक, ऋतु : शिशिर, नक्षत्र : उत्तरभाद्रपदा 12:52 AM तक उपरांत रेवती,  सूर्योदय : 07:10 AM प्रातः, सूर्यास्त : 06: 10 PM सायं, राहुकाल : 04:48 PM से 06:10 PM तक, चन्द्रमा: मीन राशि पर संचार करेगा। 
व्रत-त्यौहार : गुप्त नवरात्रि का चौथा दिन, बसंत पंचमी


आज :: 02:: 02 :: 2025 का राशिफल


मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
मेष राशि वालों के लिए आज का दिन सामान्य रहने वाला है। आपको किसी भी काम की नीति और नियमों का पूरा ध्यान रखना होगा। आपकी कोई पुरानी गलती उजागर हो सकती है। कार्यक्षेत्र में आपका बॉस आप पर काम का बोझ डालेगा। आप अपने किसी मित्र की मदद के लिए आगे आएंगे। आपको अपने भाई-बहनों का पूरा सहयोग मिलेगा।भाग्यशाली रंग : केसरिया, भाग्यशाली अंक : 3


वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
वृष राशि वालों के लिए आज का दिन अचानक लाभ देने वाला रहने वाला है। उच्च अधिकारियों की कृपा आप पर बनी रहेगी। अगर आपको गले से संबंधित कोई समस्या थी तो वह भी दूर हो जाएगी। ससुराल पक्ष से कोई आपसे मिलने आ सकता है। आपको किसी सामाजिक कार्यक्रम में भाग लेने का मौका मिलेगा। कुछ नए विरोधी पैदा होंगे। आप अपने घर में कोई नया वाहन ला सकते हैं। परिवार में किसी सदस्य की शादी की बात पक्की होगी। भाग्यशाली रंग : भुरा, भाग्यशाली अंक : 5


मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
मिथुन राशि वालों के लिए आज का दिन आय में वृद्धि लेकर आने वाला है। आप कोई नई नौकरी ज्वाइन कर सकते हैं। बैंकिंग सेक्टर में काम करने वाले लोगों को कोई बड़ी सफलता मिलेगी। मानसिक शांति के कारण आप काम पर पूरा ध्यान लगाएंगे। आपको अपना आलस्य त्याग कर आगे बढ़ना चाहिए। आप छोटे बच्चों के साथ मौज-मस्ती में कुछ समय बिताएंगे। माता-पिता आपको कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकते हैं।भाग्यशाली रंग : पीला, भाग्यशाली अंक : 4


कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
कर्क राशि वालों के लिए आज का दिन ऊर्जावान रहने वाला है। आपका मन किसी बात को लेकर चिंतित रहेगा। कोई भी कदम उठाने से पहले आपको वरिष्ठ सदस्यों की सलाह अवश्य लेनी चाहिए। आपका मन बेतरतीब कामों में लगेगा, जिससे आपकी परेशानी बढ़ेगी। छात्र किसी नए कोर्स की तैयारी कर सकते हैं। आपको अपने जीवनसाथी से कोई भी बात गुप्त रखने की जरूरत नहीं है, अन्यथा यह बाद में झगड़े का कारण बन जाएगा। भाग्यशाली रंग : गुलाबी, भाग्यशाली अंक : 3


सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
सिंह राशि वालों के लिए आज का दिन अच्छा रहने वाला है। आपकी आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर रहेगी। रोजगार को लेकर चिंतित युवाओं को कोई अच्छी खबर सुनने को मिलेगी। आपके मन में आपसी सहयोग की भावना बनी रहेगी। आपको अपने स्वास्थ्य पर पूरा ध्यान देने की जरूरत है। भाग्यशाली रंग : भुरा, भाग्यशाली अंक : 9


कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
कन्या राशि वालों के लिए आज का दिन परेशानियों से भरा रहने वाला है। व्यापार करने वाले लोगों के लिए कल का दिन अच्छा रहेगा। धार्मिक कार्यों में आपकी काफी रुचि रहेगी। किसी जरूरतमंद की मदद के लिए आप आगे आएंगे। साझेदारी में कोई भी काम करने में आपको थोड़ा ध्यान देना होगा, क्योंकि आपके साथ धोखा हो सकता है। आपका कोई कानूनी मामला आपकी टेंशन बढाएगा। भाग्यशाली रंग : सफेद, भाग्यशाली अंक : 4


तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
पैतृक संपत्ति के मामले में तुला राशि वालों के लिए आज का दिन अच्छा रहने वाला है। आपके करियर में अच्छी उछाल देखने को मिलेगी। रोजगार को लेकर चिंतित युवाओं को कोई अच्छी खबर सुनने को मिलेगी। आपको ज्यादा तला-भुना खाने से बचना होगा। अगर आपके आस-पड़ोस में कोई विवाद चल रहा है, तो उस पर चुप रहें। पिता की कोई बात आपको बुरी लगेगी। भाग्यशाली रंग : पीला, भाग्यशाली अंक : 1


वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
करियर के मामले में वृश्चिक राशि वालों के लिए आज का दिन अच्छा रहने वाला है। कार्यक्षेत्र में आपको कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। बिजनेस करने वाले लोगों को थोड़ा ध्यान देने की जरूरत है। आपको अपनी मेहनत का पूरा फल मिलेगा। आपके बॉस आपके काम से खुश रहेंगे, लेकिन आपको कहीं बाहर जाते समय थोड़ा सावधान रहना होगा, क्योंकि चोर आदि द्वारा पकड़े जाने की संभावना है। भाग्यशाली रंग : काला, भाग्यशाली अंक : 2
 


धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
धनु राशि वालों के लिए आज का दिन आय में वृद्धि का दिन रहेगा। आपके कुछ मामले चुनौतीपूर्ण रहेंगे। आपको अपने खचों पर थोड़ा ध्यान देने की जरूरत है। कल परिवार में माहौल गरम रहेगा। अगर विवाद की स्थिति बनती है तो दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास करें। आपको किसी सरकारी योजना का पूरा लाभमिलेगा। आप अपने घर पर कोई धार्मिक कार्यक्रम आयोजित कर सकते हैं। भाग्यशाली रंग : हरा, भाग्यशाली अंक : 4




मकर🐊(भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
मकर राशि वालों के लिए आज का दिन सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा। नौकरी में पदोन्नति मिलेगी। कल आपको काम के सिलसिले में एक जगह से दूसरी जगह जाना पड़ सकता है। भावनाओं में बहकर कोई फैसला न लें। प्रॉपर्टी खरीदते समय उसकी जांच-पड़ताल जरूर करें। खान-पान में संतुलित आहार लाने की जरूरत है। अविवाहित जातकों के जीवन में कोई नया मेहमान दस्तक दे सकता है। भाग्यशाली रंग : आसमानी, भाग्यशाली अंक : 1



कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा) 
कुंभ राशि वालों के लिए आज का दिन काफी सफलता वाला रहने वाला है। आप अपने कार्यों को समय पर पूरा करने का प्रयास करेंगे। किसी भी विपरीत परिस्थिति में आपको धैर्य बनाए रखना होगा। विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई पर पूरा ध्यान देना होगा। व्यापार में आप कुछ नए बदलाव करेंगे, जो आपके लिए अच्छे रहेंगे। महत्वपूर्ण कार्यों में आपका पूरा योगदान रहेगा। कोई सहकर्मी आपको परेशान कर सकता है। भाग्यशाली रंग : केसरिया, भाग्यशाली अंक : 8


मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
मीन राशि वालों के लिए आज का दिन काफी व्यस्त रहने वाला है। पारिवारिक समस्याओं से आपका तनाव बढ़ेगा। व्यापार में भी आपको घाटा होने की संभावना है और अगर आपको दूसरी नौकरी का ऑफर मिलता है, तो उसे सोच-समझकर स्वीकार करें। आपको किसी से वादा सोच-समझकर करना होगा, क्योंकि उसे पूरा करने में आपको दिक्कतें आ सकती हैं। पैसों को लेकर योजना बनाएं। भाग्यशाली रंग : सफेद, भाग्यशाली अंक : 9

 

कृपया ध्यान दें👉 

      यद्यपि शुद्ध राशिफल की पूरी कोशिश रही है फिर भी इन राशिफलों में और आपकी कुंडली व राशि के ग्रहों के आधार पर आपके जीवन में घटित हो रही घटनाओं में कुछ अन्तर हो सकता है। ऐसी स्थिति में आप किसी ज्योतिषी से अवश्य सम्पर्क करें। किसी भी भिन्नता के लिए हम उत्तरदायी नहीं हैं।


        🌷आपका दिन मंगलमय हो।🌷