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रविवार, 14 जून 2020
गिरिडीह के गावां से मिला दूसरा कोरोना पॉजिटिव

विश्व रक्तदान दिवस पर डीसी समेत कईं ने किया रक्तदान

एसएसवीएम में हुआ सरस्वती वंदना और हनुमान चालीसा का सस्वर पाठ

बोकारो के उपायुक्त ने विवाह संबधी जारी किए आदेश

शनिवार, 13 जून 2020
पीरटांड के पीपराडीह के ग्रामीणों ने किया हत्या के आरोपी का सेंदरा
हत्या के आरोपी की ग्रामीणों ने किया सेंदरा
आरोपियों के चार घरों को लगाया आग
पुलिस की ततपरता से बच्चे,महिलाओं एवं अन्य की बच्ची जान
फोटो : गांव पहुंचे डीसी एसपी
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ग्रामीणों से बात चीत करते अधिकारी
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जलाया गया घर
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पीरटांड़/गिरिडीह : गिरिडीह के पीरटांड प्रखण्ड स्थित बिशुनपुर पंचायत के पीपराडीह गांव में भूमिविवाद में ग्रामीणों ने 30 वर्षीय युवक सुरेश मंराडी का सेंदरा पारंपरिक हथियारों से कर दिया। जिस जमीन को लेकर दो आदिवासी टोलो के बीच खूनी संघर्ष हुआ है। वह भूदान द्वारा सुरेश मंराडी के पिता समेत उसके गोतिया के लोगों का बताया जाता है। जानकारी के अनुसार मृतक सुरेश मरांडी कई नक्सली कांड में भी शामिल था। सुरेश मंराडी को चार तीर लगने की बात सामने आई है। तीर-धनुष और टांगी समेत पांरपरिक हथियार से लैस हो कर पहुंचे 500 की संख्या में ग्रामीणों की भीड़ पीपराडीह के दुसरे टोले के आदिवासी थे। जबकि पीपराडीह गांव के जिस आदिवासी टोले में यह वीभत्स घटना हुई है। वह दुसरे छोर में है।
जानकारी के अनुसार शनिवार की यह घटना बीतें 4 जून को दुसरे टोले के हीरा लाल किस्कू की हत्या का प्रतिशोध बताया जा रहा है। हीरा लाल किस्कू की हत्या के बाद पीरटांड थाना में हीरा लाल के परिजनों ने सुरेश समेत सात नामजद पर हत्या का आरोप लगाकर केस दर्ज कराया था।
केस दर्ज होने के बाद से सुरेश मंराडी समेत सातों था फरार :
शनिवार की सुबह दुसरे टोले के ग्रामीणों को जानकारी मिली, कि सुरेश मंराडी समेत सातों अपने-अपने घर आएं हुए है। इसी जानकारी के बाद हीरा लाल के टोला ओर बगल के एक टोला के पांच सौ ग्रामीण सुरेश मंराडी के टोला पहुंचते ही घेर लिया। सुरेश मंराडी का सेंदरा करने से पहले ग्रामीणों ने सुरेश समेत उसके चार गोतिया के घर को घेर लिया। इसके बाद चारों के घर को आग के हवाले कर दिया। यही नही सबों के घर के दरवाजे भी बाहर से बंद कर दिया। इस दौरान इस टोले के बाहर बांस-बल्ली का गेट बना दिया। जिसे कोई भाग नहीं सके। ग्रामीणों ने जिनके घरों को आग के हवाले किया। उसमें मृतक सुरेश के पिता मोती लाल मंराडी, रसिक मंराडी, बिहारी मंराडी, करमा मंराडी शामिल है। आग लगाने के बाद मृतक नक्सली सुरेश मंराडी समेत कई महिलाओं और बच्चों की जमकर पीटाई भी की। इसी बीच मृतक नक्सली का मामा छोटू मंराडी भी सूचना पर पहुंचा, तो ग्रामीणों ने बताया कि गावँ में कोरोना है।यहीं रुको आगे मत जाओ।
पुलिस ने दिखाई ततपरता बड़ा हादसा होने से टला :
इस बीच जानकारी मिलने के तुरंत ही पीरटांड थाना पुलिस पहुंची ओर बड़ी घटना को होने से रोका।हालांकि ग्रामीणों की संख्या अधिक रहने के कारण थाना प्रभारी अशोक प्रसाद समेत पुलिस जवान स्थिति को बहुत ही मुश्किल से संभाल पाएं।स्थिति संभालने के पुलिस को 5 राउंड फायरिंग भी करनी पड़ी।हालांकि इस बीच ग्रामीणों की भीड़ ने सुरेश के परिवार समेत उसके गोतिया के आठ लोगों को जिंदा जलाने का प्रयास किया। पुलिस के कार्रवाई के बाद ग्रामीणों की भीड़ पीछे हटने को मजबूर हुई।
इधर घटना की जानकारी मिलने के बाद डीसी राहुल सिन्हा, एसपी सुरेन्द्र झा, डुमरी एसडीएम प्रेमलता मुर्मु, एएसपी दीपक कुमार और डुमरी एसडीपीओ नीरज सिंह,इंस्पेक्टर दिनेश सिंह,पीरटांड़ बीडीओ समीर अल्फ्रेड मुर्मु,सीओ विनय प्रकाश तिग्गा, थाना प्रभारी अशोक प्रसाद,सहायक अवर निरीक्षक अनीस पांडेय,अनितेश पांडेय समेत काफी संख्या में पुलिस जवान पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। इस दौरान डीसी के निर्देश पर आगलगी का शिकार हुए सुरेश मंराडी समेत उसके गोतिया के घरों का आग बुझाया गया। लेकिन घटना में चार परिवार के सदस्यों का सब कुछ जल गया।
पीड़ित परिवार को बिशुनपुर विद्यालय में किया गया शिफ्ट:
स्थिति यह है कि अब पीड़ित लोगों ने गांव में रहने से भी इंकार कर दिया। फिलहाल डीसी के निर्देश पर प्रभावित लोगों को बिशनपुर पंचायत भवन के स्कूल भवन में रखा गया है। गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस अब भी कैंप की हुई है।

गिरिडीह पुलिस के हत्थे चढ़े 12 साइबर अपराधी गिरफ्तार
गिरिडीह पुलिस के हत्थे चढ़े 12 साइबर अपराधी गिरफ्तार
22 मोबाइल, 37 सिम कार्ड, 15 एटीएम कार्ड, 7 पासबुक, 5 आधार कार्ड, 4 पेन कार्ड, 3 डीएल, 4 वोटर आईडी कार्ड, एचपी कंपनी का एक लैपटॉप, एक स्विफ्ट डिजायर चार पहिया बरामद
डेढ़ वर्षों में 3 करोड़ से अधिक कैश ट्रांजेक्शन के मिले सबूत
गिरिडीह : साइबर अपराध के शातिरों के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश कर पुलिस ने 12 शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अपराधियों में तीन सगे भाई भी शामिल है।
साइबर क्राइम डीएसपी संदीप सुमन ने शनिवार को एक प्रेसवार्ता कर उक्त जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने 22 मोबाइल, 37 सिम कार्ड, 15 एटीएम कार्ड, 7 पासबुक, 5 आधार कार्ड, 4 पेन कार्ड, 3 डीएल, 4 वोटर आईडी कार्ड, एचपी कंपनी का एक लैपटॉप, एक स्विफ्ट डिजायर चार पहिया कार भी बरामद किया है। कहा कि अपराधियों की गिरफ्तारी नवादा ग्राम के पिंडरिया से की गई है।
उन्होंने बताया कि एसपी सुरेंद्र कुमार झा को मिले गुप्त सूचना के आधार पर एक छापेमारी टीम गठित की गई। जिसमें 12 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। डीएसपी संदीप सुमन ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों के मोबाइल खंगालने पर पिछले डेढ़ वर्षों में 3 करोड़ से अधिक कैश ट्रांजेक्शन के सबूत मिले हैं। बताया कि ये सभी अलग-अलग तरीकों से ठगी करते थे। गिरफ्तार अपराधियों में कुछ कलकत्ता, दिल्ली में रहकर ओला, उबर की गाड़ियों को चलाते हुए ठगी का काम किया करते थे। तो कोई अपराधी कभी फर्जी बैंक अधिकारी बनकर, कभी फर्जी पेटीएम लिंक, तो कभी ऐप इंस्टाल करवाने के जरिए अलग-अलग तरीकों से लोगों को अपना शिकार बनाते थे।
गिरफ्तार अपराधियों में राजेश मंडल, संतोष मडंल, फूलचंद मंडल, विकेश प्रसाद वर्मा, तालेश्वर प्रसाद वर्मा, सुधीर प्रसाद वर्मा, बहादुर मंडल, दशरथ मंडल
बबलू कुमार मंडल, रूपेश कुमार मंडल, पवन यादव
राजेश मंडल शामिल हैं। जिसमें 10 ताराटांड़ थाना क्षेत्र का है जबकि अन्य 2 अहिल्यापुर थाना इलाके का है। इनमें तीन सगे भाई भी है।
गिरफ्तार अपराधियों को लेकर यह भी बात सामने आ रही है कि लॉकडाउन के बाद सभी गिरिडीह आए थे। इसके बाद ये सभी अपने इलाके के साइबर अपराधियों के संपर्क में आए और साइबर क्राइम से जुड़कर खाताधारकों के खाते से पैसे ठगने शुरू कर दिए। गिरफ्तार अपराधियों में ताराटांड का राजेश मंडल पश्चिम बंगाल में रहकर अपना वाहन चलाकर पैसे कमाता था। लॉकडाउन लागू होने के बाद राजेश मंडल अपनी गाड़ी लेकर घर लौट गया। इसके बाद अपने एक पड़ोसी युवक के संपर्क में आया, जो पहले से साइबर अपराधी था। हालांकि यह स्पस्ट नहीं हो पाया है कि राजेश ने अब तक कितने खाताधारकों को ठगा है।
इसी प्रकार अहिल्यापुर का रहने वाला पवन वर्मा मुंबई में रहकर होटल में काम करता था, लेकिन लॉकडाउन के बाद पवन अपने घर पहुंचा और खुद को साइबर क्राइम की दुनिया से जोड़ लिया। एक शातिर अपराधी के संपर्क में आकर पवन ने कई तकनीक सीखे और खाताधारकों को बगैर फोन किए ही उनके खाते से पैसे उड़ाना शुरू कर दिया। इधर पुलिस सभी अपराधियों से पूछताछ करने में जुटी हुई है।
साइबर डीएसपी ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि ऐसे अपराध कर्मी छोटे छोटे हथकंडों को अपनाकर आमलोगों को ठगी का शिकार बनाते हैं। ऐसे लोगों से सतर्क रहें और कभी भी लालच में आकर या अन्य कारणों से फोन पर अपना फाइनेंशियल डिटेल किसी के साथ शेयर न करें । खुद को साइबर अपराध से सुरक्षित रखें।

जेसीबी से हुआ मिट्टी कार्य तो जब्त होगी मशीन होगा मालिक पर मुकदमा

इलाज करा ठीक हो घर लौटा युवक, पुनः रिपोर्ट आया पाॅजिटिव, गांव में मचा हड़कंप
इलाज करा ठीक हो घर लौटा युवक, पुनः रिपोर्ट आया पाॅजिटिव, गांव में मचा हड़कंप
बगोदर/ गिरिडीह : बगोदर प्रखंड के माहुरी गांव के एक युवक कोरोना पाॅजिटिव होने कारण रांची रिम्स मे इलाज करा एक सप्ताह पूर्व अपने घर वापस लौटा। उस वक्त उसका रिपोर्ट निगेटिव बताया गया था। 13वें दिन में उसकी दूसरी रिपोर्ट में उसे पुनः पाॅजिटिव पाया गया। युवक की रिपोर्ट पुनः पाॅजिटिव आने से पूरे गांव में हफकम्प मच गया।
इसकी सूचना मिलते ही प्रशासनिक महकमा भी काफी रेस हो गया। प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा ने कोरोना संक्रमित युवक को आनन फानन गिरिडीह कोविड अस्पताल लाकर शिफ्ट किया।
इस बीच प्रशासन ने पूरे माहुरी गांव को सील कर धारा 144 लगा दिया। गांव में दण्डाधिकारी नियुक्त कर पूरे गांव को सैनिटाइज किया जा रहा है तथा माइकिंग से प्रचार प्रसार कर लोगों को घर मे रहने अपील की गई।
बताते चले कि उक्त युवक 13 मई को मुम्बई से लौटा था और उसका तबियत खराब था। पेट संबंधी बिमारी से ग्रसित था। जिसे ईलाज हेतु मेदांता अस्पताल रांची ले गया था जहां उसका रिपोर्ट पाॅजिटिव आया था।जिसके बाद उसे रांची रिम्स ईलाज के लिए भेजा गया था। जहां उसका रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद घर भेज दिया था। दुसरा रिपोर्ट पुनः पाॅजिटिव आया।
वहीं माहुरी गांव को सील कर दिया गया। मौके पर बगोदर सरिया एसडीओ रामकुमार मंडल, एसडीपीओ बिनोद कुमार महतो, बीडीओ रवीन्द्र कुमार, सीओ एके ओझा, थाना प्रभारी नवीन कुमार सिंह समेत प्रशासनिक महकमा के अन्य लोग मौजूद थे।

पेड़ काटने को लेकर हुआ विवाद सोलह घायल, दो की हालत गम्भीर

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