रविवार, 13 अक्टूबर 2019

"तुलसी कौन थी"

​*तुलसी कौन थी?*


तुलसी(पौधा) पूर्व जन्म मे एक लड़की थी जिस का नाम वृंदा था, राक्षस कुल में उसका जन्म हुआ था बचपन से ही भगवान विष्णु की भक्त थी.बड़े ही प्रेम से भगवान की सेवा, पूजा किया करती थी.जब वह बड़ी हुई तो उनका विवाह राक्षस कुल में दानव राज जलंधर से हो गया। जलंधर समुद्र से उत्पन्न हुआ था.

वृंदा बड़ी ही पतिव्रता स्त्री थी सदा अपने पति की सेवा किया करती थी.

एक बार देवताओ और दानवों में युद्ध हुआ जब जलंधर युद्ध पर जाने लगे तो वृंदा ने कहा –

स्वामी आप युद्ध पर जा रहे है आप जब तक युद्ध में रहेगे में पूजा में बैठ कर आपकी जीत के लिये अनुष्ठान करुगी,और जब तक आप वापस नहीं आ जाते, मैं अपना संकल्प

नही छोडूगी। जलंधर तो युद्ध में चले गये,और वृंदा व्रत का संकल्प लेकर पूजा में बैठ गयी, उनके व्रत के प्रभाव से देवता भी जलंधर को ना जीत सके, सारे देवता जब हारने लगे तो विष्णु जी के पास गये।
सबने भगवान से प्रार्थना की तो भगवान कहने लगे कि – वृंदा मेरी परम भक्त है में उसके साथ छल नहीं कर सकता ।

फिर देवता बोले – भगवान दूसरा कोई उपाय भी तो नहीं है अब आप ही हमारी मदद कर सकते है।
भगवान ने जलंधर का ही रूप रखा और वृंदा के महल में पँहुच गये जैसे

ही वृंदा ने अपने पति को देखा, वे तुरंत पूजा मे से उठ गई और उनके चरणों को छू लिए,जैसे ही उनका संकल्प टूटा, युद्ध में देवताओ ने जलंधर को मार दिया और उसका सिर काट कर अलग कर दिया,उनका सिर वृंदा के महल में गिरा जब वृंदा ने देखा कि मेरे पति का सिर तो कटा पडा है तो फिर ये जो मेरे सामने खड़े है ये कौन है?
उन्होंने पूँछा – आप कौन हो जिसका स्पर्श मैने किया, तब भगवान अपने रूप में आ गये पर वे कुछ ना बोल सके,वृंदा सारी बात समझ गई, उन्होंने भगवान को श्राप दे दिया आप पत्थर के हो जाओ, और भगवान तुंरत पत्थर के हो गये।
सभी देवता हाहाकार करने लगे लक्ष्मी जी रोने लगे और प्रार्थना करने लगे यब वृंदा जी ने भगवान को वापस वैसा ही कर दिया और अपने पति का सिर लेकर वे

सती हो गयी।
उनकी राख से एक पौधा निकला तब

भगवान विष्णु जी ने कहा –आज से

इनका नाम तुलसी है, और मेरा एक रूप इस पत्थर के रूप में रहेगा जिसे शालिग्राम के नाम से तुलसी जी के साथ ही पूजा जायेगा और में

बिना तुलसी जी के भोग

स्वीकार नहीं करुगा। तब से तुलसी जी कि पूजा सभी करने लगे। और तुलसी जी का विवाह शालिग्राम जी के साथ कार्तिक मास में

किया जाता है.देव-उठावनी एकादशी के दिन इसे तुलसी विवाह के रूप में मनाया जाता है !

मंगलवार, 16 अप्रैल 2019

अन्नपूर्णा देवी ने किया नामांकन, सभा में विपक्ष पर बरसे मुख्यमंत्री रघुवर

कोडरमा : भाजपा प्रत्याशी अन्नपूर्णा देवी ने किया नामांकन


गिरिडीह : कोडरमा से भाजपा प्रत्याशी अन्नपूर्णा देवी ने अपना नामांकन का पर्चा मंगलवार को दाखिल कर दिया। गिरिडीह समाहरणालय में स्थित कोडरमा निर्वाची पदाधिकारी सह गिरिडीह उपायुक्त के कार्यालय में उन्होंने अपना नामांकन का पर्चा जमा किया। नामांकन के दौरान उनके साथ कोडरमा के निवर्तमान सांसद रवीन्द्र राय, जमुआ विधायक केदार हाजरा और भाजपा नेता प्रणव वर्मा मौजूद थे।

किया रोड शो , दिखायी ताक़त


 नामांकन से पहले पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ रोड शो करते हुए अन्नपूर्णा देवी अपना नामांकन दाखिल करने गिरिडीह पहुंचीं। उनके काफिले में गांडेय विधायक जयप्रकाश वर्मा, जमुआ विधायक केदार हाजरा, कोडरमा विधायक सह शिक्षा मंत्री नीरा यादव, कोडरमा जिप अध्यक्ष शालिनी गुप्ता, बगोदर विधायक नागेंद्र महतो और गिरिडीह विधायक निर्भय कुमार शाहाबादी भी शामिल दिखे।

झंडा मैदान में सभा, पहुंचे मुख्यमंत्री रघुवर


नामांकन से ठीक पहले झण्डा मैदान में सीएम रघुवर दास के साथ अन्नपूर्णा देवी ने जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह चुनाव देश को बदलने वाला है। स्थिर सरकार चुनकर आतंकवाद को खत्म करने का चुनाव है. पीएम ने देश का सर्वांगीण विकास किया है।आज देश मे काम बोल रहा है।
आंतरिक सुरक्षा मजबूत हुई हैं। कांग्रेस ने देश में वंशवाद की राजनीति शुरू की। कॉंग्रेस देश को जागीर समझता है।

लोकतंत्र के कारण एक गरीब का बेटा पीएम बना है।  सेना ने पुलवामा कांड का बदला लिया। 12वी से पहले पीएम नरेंद्र मोदी की इच्छशक्ति के कारण भारतीय सेना से ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों को चुनचुन कर मारा। कहा कि महागठबंधन केवल मोदी को हटाने के लिए है। सेना पर उंगली उठाने वाले कांग्रेस, राजद व विपक्षी पार्टी को 6 मई को वोट देकर जबाब दे।

जिला कमेटी ने किया तलवार भेंट


स्थानीय झण्डा मैदान में आयोजित सभा में जिला भाजपा कमिटी की ओर से मुख्यमंत्री और अन्नपूर्णा देवी का पगड़ी और फूल माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया गया। कमिटी की ओर से दोनों को तलवार भी भेंट की गई। सभा को संबोधित करते हुए सीएम ने लोगों से कोडरमा से भाजपा के पक्ष में मतदान करके अन्नपूर्णा देवी को भारी मतों से जिताने की अपील की। वंही अन्नपूर्णा देवी ने लोगों से अपने पक्ष में वोट का आशीर्वाद देने की मांग की।

सोमवार, 15 अप्रैल 2019

झामुमो नेता राजकिशोर राम की हृदयगति रुकने से निधन

झारखण्ड आंदोलन में सक्रिय रहे झामुमो नेता राजकिशोर राम का निधन

 गिरिडीह। झारखंड आंदोलनकारी सह झामुमो नेता राजकिशोर राम का सोमवार की शाम हृदयगति रूकने से निधन हो गया। वह विगत कई दिनों से बीमार चल रहे थे। दो दिन पूर्व उनकी तबीयत कुछ अधिक बिगड़ने के कारण उन्हें जीडी बगेड़िया हास्पिटल में  भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान आज शाम उनका निधन हो गया। उनके निधन की खबर फैलते ही रिश्तेदारों व करीबियों के साथ-साथ समाज के सभी वर्गों के लोग काफ संख्या में अस्पताल पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की। 


स्व० राम एक परिचय

स्व० राम झारखंड अलग राज्य की मांग को लेकर चलाये गये आंदोलन में काफी सक्रिय थे। वह लम्बे समय तक झामुमो के जिला सचिव और बाद में  केन्द्रीय समिति सदस्य के दायित्व का भी निर्वहन किया। उन्होंने तत्कालीन नगरपालिका में पचम्बा वार्ड के वार्ड आयुक्त भी रहे। वर्ष 2002 से 2017 तक अर्थात 15 वर्षी तक माहुरी समाज द्वारा संचालित सामाजिक संगठन माहुरी वैश्य महामंडल के केंद्रीय अध्यक्ष का दायित्व भी उन्होंने बखूबी सम्हाला। उनके कार्यकाल में समाज के उत्थान के लिए उन्होंने कई महत्वपूर्ण कार्य किये।

कई ने व्यक्त की शोक संवेदना

स्व० राम की मौत की खबर सुनने के बाद उनके जानने और चाहने वालों की भीड़ उनके पचंबा स्थित आवास पर जमा हो गई। जिसमे माहुरी वैश्य महामंडल के वर्तमान अध्यक्ष सुबोध प्रकाश, उपाध्यक्ष प्रकाश सेठ, राजेश सेठ, राजेंद्र तर्वे, रवि कपिसवे, महिला आयोग की सदस्य पूनम प्रकाश, सुशील कंधवे, उमाचरण पहाड़ी, रश्मि गुप्ता, मधुर चरनपहारी, शंकर गुप्ता, प्रदीप कुमार, मनीष विनायक, विक्की कुमार, परमानंद कंधवे, अशोक भदानी, पूनम गुप्ता, ब्रज किशोर गुप्ता, अनिल गुप्ता, राम रतन राम, मीना गुप्ता, कंचन गुप्ता सहित अन्य लोग शामिल थे। जिन्होंने उनके निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की। वंही विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े नेताओं और सामाजिक कार्यकताओं ने भी उनके निधन पर संवेदना व्यक्त किया और उनके निधन को समाज के लिए अपूरणीय क्षति बताया।



कोडरमा : बाबूलाल के नामांकन में यूपीए महागठबंधन ने दिखायी एकजुटता

झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने किया नामांकन

गिरिडीह। झाविमो सुप्रीमो सह यूपीए महागठबंधन के कोडरमा प्रत्याशी बाबूलाल मंराडी ने सोमवार को निर्वाची पदाधिकारी सह उपयुक्त गिरिडीह के समक्ष अपना नामांकन का पर्चा दाखिल किया। इस दौरान निर्वाची पदाधिकारी के कक्ष में बाबूलाल मंराडी के साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार एवं झाविमो के केन्द्रीय उपाध्यक्ष डा सबा अहमद मुख्य रूप से मौजूद थे। जिनके साथ श्री मंराडी ने तीन सेटों में अपना नामांकन का पर्चा दाखिल किया।

कई दिग्गज हुए शामिल

वंही आज बाबूलाल मरांडी के नामांकन कार्यक्रम में यूपीए महागठबंधन की एकजुटता गिरिडीह में देखने को मिली। झाविमो सुप्रीमो के नामांकन में यूपीए घटक दल के प्रतिनिधि के रूप में झामुमो की ओर से जंहा पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पहुंचे थे, वंही कांग्रेस के प्रतिनिधि के तौर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अजय कुमार, रांची के पूर्व सांसद सुबोधकांत सहाय, एवं कांग्रेस के दिग्गज नेता डा सरफराज अहमद भी मौजूद थे। मौके पर झाविमो केन्द्रीय उपाध्यक्ष डा सबा अहमद के साथ घटक दलों के अन्य कई दिग्गज नेता भी मौजूद देखे गये।

एनडीए को हराना यूपीए का मकसद : हेमंत

नामांकन के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि महागठबंधन की एकजुटता दिखाने के लिए ही हम सभी दल के नेता बाबूलाल जी के नामांकन में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि यूपीए महागठबंधन का एकमात्र  मकसद एनडीए प्रत्याशी को पराजित करना है। कहा कि कोडरमा में महागठबंधन की जीत तय करने के लिए गठबंधन के सभी दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। यह उसकी बानगी है। 

पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में एक जवान शहीद, तीन नक्सली ढेर

गिरिडीह में पुलिस- नक्‍सली मुठभेड़, एक जवान शहीद, तीन नक्‍सली ढेर



गिरिडीह : जिले के देवरी प्रखंड स्थित एक जंगल में नक्सलियों और सीआरपीएफ के बीच सोमवार को मुठभेड़ हुई।  इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया वहीं सीआरपीएफ ने तीन नक्‍सलि‍यों को ढेर कर दिया है। यह मुठभेड़ देवरी प्रखण्ड अंतर्गत भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के धरपहरि गांव के (भथुआपुरा जंगल) में हुई है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि बथुआपुरा जंगल में नक्सलियों का एक जत्था की किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की नियत से बैठक कर रहे हैं। इस सूचना के आलोक में  पुलिस और सीआरपीएफ की टीम ने संयुक्त रूप से इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया।

ज्योंहि नक्सलियों की नजर पुलिस पर पड़ी नक्सलियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग करना शुरू कर दिया। जवाबी कार्रवाई करते हुई पुलिस ने भी फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान दोनों ओर से कई राउंड गोलियां चलीं। जिसमें सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया जबकि तीन नक्सली भी ढेर हो गए।

 मारे गए तीनों नक्सली गिरिडीह जमुई के हार्डकोर माओवादी सिद्धू कोड़ा दस्ते के सदस्य बताये जाते है। जिनकी पहचान की जा रही है। तीनों के शव पुलिस ने बरामद कर लिये गये हैं। मुठभेड़ के बाद जान बचाकर भागे नक्सली घटनास्थल पर ही भारी मात्रा में असलहा विस्फोटक छोड़कर फरार हो गए। जिनमे एक एके-47 राइफल, तीन मैग्जीन और चार पाइप बम पुलिस ने बरामद कर लिया है।

सूचना मिलने के बाद गिरिडीह के एसपी सुरेंद्र कुमार झा, सीआरपीएफ के अनिल भारद्वाज, एसएसपी दीपक कुमार समेत कई पुलिस जवान घटनास्थल पर पहुंच गये हैँ। 

रविवार, 14 अप्रैल 2019

डीएसपी गिरफ्तार, भेजा गया जेल

नाबालिग से अश्लील हरकत करने के आरोप में डीएसपी गिरफ्तार

 
धनबाद: 12 वर्षीय नाबालिक लड़की के साथ अश्लील हरकत करने के आरोप में दुमका डीआईजी ऑफिस में डीएसपी एडमिन के पद पर पदस्थापित सुरेश प्रसाद पासवान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और डीएसपी सुरेश पासवान को आज जेल भेज दिया जाएगा। 

डीएसपी के द्वारा किए गए अश्लील हरकत की शिकायत नाबालिग ने सरायढेला थाने में की थी। लडकी के आवेदन के आधार पर पुलिस ने आरोपी डीएसपी को गिरफ्तार कर लिया है।

क्या है मामला :-

जानकारी के अनुसार नाबालिक लड़की ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार को वह स्कूल जाने के लिए घर से निकली थी। सरायढेला थाना मोड़ के पास डीएसपी सुरेश पासवान उसे मिला। उसने छात्रा से हालचाल पूछा और नाबालिग लड़की के साथ अश्लील हरकत करने लगा। जब नाबालिग ने विरोध किया तो सुरेश ने धमकी दी कि इस घटना के संबंध में किसी से कुछ नहीं कहना, वरना बुरे परिणाम भुगतने होंगे।

परिजनों को दी घटना की जानकारी:-

 स्कूल से घर लौटकर नाबालिग घर मे बैठ कर रो रही थी उसकी मां ने जब उससे पूछी तो उसने अपने साथ हुए घटना की जानकारी अपनी मां को बतायी। जिसके बाद नाबालिग लड़की के परिजनों ने शुक्रवार की रात में ही मामले की लिखित शिकायत सरायढेला थाने में की थी।

त्वरित कार्रवाई :-

 शिकायत मिलते ही पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। आरोपी डीएसपी को थाने बुलाया गया। लेकिन डीएसपी ने बाहर होने के बात कह मामले को टाल गया। शनिवार को डीएसपी को हिरासत में लेकर थाना लाया गया। पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया।

1984 बैच का दारोगा हैं डीएसपी सुरेश पासवान:-

मिली जानकारी के अनुसार  सुरेश प्रसाद पासवान 1984 बैच का दारोगा है। राज्य अलग होने के बाद कैडर विभाजन में वह झारखंड आया। प्रमोशन पाकर इंस्पेक्टर बना। 25 मई 2015 को सुरेश को प्रमोट कर डीएसपी बनाया गया था। आईआरबी-2 मुसाबनी से इसी साल 28 फरवरी को सुरेश प्रसाद का तबादला दुमका डीआईजी कार्यालय किया गया था। वह परिवार के साथ धनबाद में ही जगजीवन नगर डाक्टर कॉलोनी स्थित बीसीसीएल क्वार्टर में रहता है।

 भेजा गया जेल :-

मामले की पुष्टि करते हुए धनबाद एसएसपी कौशल किशोर ने बताया कि आरोपी डीएसपी को गिरफ्तार कर लिया गया है उसे आज जेल भेज दिया जाएगा।

संविधान पर हमला करने वालों के खिलाफ चोट करें, अभी है माकूल वक्त : माले

भाकपा माले ने दी डॉ भीमराव अंबेडकर की 128 वीं जयंती पर श्रधांजलि

संविधान पर हमला करने वालों के खिलाफ अभी निर्णायक चोट करने का वक्त : माले
 गिरिडीह :भाकपा माले नेताओं ने गिरिडीह अंबेडकर चौक स्थित बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर उनके 128 वीं जयंती पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दिया। 

 मौके पर आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए माले के राज्य कमेटी सदस्य राजेश यादव एवं जिप सदस्य मनोवर हसन बंटी ने कहा कि देश के दबे-कुचले तथा हर तबके के लोगों को भारत के संविधान में जो बराबरी का दर्जा हासिल है उसे फासिस्टवादी शक्तियां खत्म कर मनुवाद पर आधारित संविधान थोपने की जो साजिश कर रही है। नेता द्वय ने कहा कि संविधान पर हमला करने वालों के खिलाफ अभी निर्णायक चोट करने का वक्त आ गया है।
कहा कि बाबा साहब ने शिक्षित, संगठित होकर अपने हक-अधिकारों के लिए संघर्ष करने का जो रास्ता अभिवंचित वर्ग के लोगों को दिखाया था, उसके ठीक विपरीत मौजूदा सरकार की नीतियों से वह वर्ग शिक्षा समेत अपने तमाम अधिकारों से वंचित होता जा रहा है।

 कहा कि आम लोगों को उनके सवालों से भटका कर यह सरकार उन्हें गैरजरूरी सवालों पर उलझाने हर रोज साजिशें कर रही हैं जिससे सचेत रहने की जरूरत है।
 इस श्रधांजलि सभा के मौके पर वहां बड़ी तादाद में भाकपा माले से जुड़े लोग मौजूद थे।


शनिवार, 13 अप्रैल 2019

वरिष्ठ महिला अधिवक्ता कंचनमाला का हुआ निधन

गिरिडीह की वरिष्ठ महिला अधिवक्ता कंचनमाला का आकस्मिक निधन

गिरिडीह : जिला अधिवक्ता संघ की पूर्व सचिव सह जिले की वरिष्ठ महिला अधिवक्ता कंचनमाला का आज दोपहर बाद कोलकाता में इलाज के दौरान मौत हो गयी। वह न केवल तेज़ तर्रार और बेबाक महिला अधिवक्ता थी बल्कि सर्वसमाज की चहेती अधिवक्ता भी थी। उनके आकस्मिक निधन से पुरे शहर में शोक की लहर दौड़ गयी है। 

पारिवारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ वह पिछले कुछ दिनों से बीमार थीं और कोलकाता में उनका इलाज चल रहा था। कोलकाता के एक अस्पताल में उनका गॉल ब्लैडर का ऑपरेशन हुआ था। लेकिन आपरेशन के बाद उन्हें होश नहीं आया और आज दोपहर बाद उन्होंने अस्पताल में ही दम तोड़ दी।

विदित हो कि तेज़ तर्रार और निर्भीक व्यक्तित्व की स्वामिनी कंचन माला गिरिडीह जिला अधिवक्ता संघ को लगातार दो बार सचिव रहीं। उनके कार्यकाल में जिला अधिवक्ता संघ को एक अलग ही पहचान मिली थी।

 गिरिडीह के जाने माने अधिवक्ता रहे स्व विद्या शंकर सहाय की दो पुत्रियों में बड़ी कंचनमाला अपने पिता के ही पदचिन्हों पर चल गिरिडीह में वकालत शुरू की तो उनकी छोटी बहन जया धनबाद अधिवक्ता संघ से जुड़ कर धनबाद बार में प्रेक्टिस कर रही हैं। अधिवक्ता कंचनमाला के पति गिरिडीह के जाने माने मवेशी चिकित्सक हैं वंही उनकी छोटी बहन अधिवक्ता जया के पति भी धनबाद के नामचीन हड्डीरोग विशेषज्ञ चिकित्सकों में शामिल हैं। वह पीएमसीएच धनबाद में पद्स्थापित हैं साथ ही उनका गोविंदपुर में अपना निजी नसिंग होम "जसलोक" संचालित है।

कंचन माला के आकस्मिक निधन से उनके परिजनों के साथ साथ तमाम जानने वाले और अधिवक्तागण शोकाकुल हैं। बताया जाता है कि उनका पार्थिव शारीर देर रात गिरिडीह के शास्त्रीनगर स्थित उनके आवास पर पहुंचेगा।

गुरुवार, 11 अप्रैल 2019

खुलासा : शाहिद ने खुद ही मार ली थी अपनी कनपटी में गोली

वासेपुर घटना का खुलासा : शाहिद ने खुद मारी थी गोली, नहीं हुआ था कोई हमला


धनबाद के वासेपुर नवीनगर निवासी सैय्यद शाहिद पर कोई आपराधिक हमला नही हुआ था। बल्कि उसने खुद ही खुद को गोली मारकर आत्महत्या करने की कोशिस की थी। इस बात का खुलासा पुलिस जांच के दौरान हुई है। पुलिस ने शाहिद के घर से उक्त रिवाल्वर को भी बरामद कर लिया है, जिससे शाहिद ने खुद को गोली मारी थी।

पुलिस के अनुसार शाहिद के परिवार वालों ने जांच के क्रम में इस बात का भी खुलासा किया कि शाहिद का प्रेम प्रसंग एक युवती से था। आज अहले सुबह चार बजे वह घर से बाहर निकला फिर आचानक गली में गोली चलने की आवाज हुई। जब घर के लोग बाहर निकले तो देखा शाहिद खून से लथपथ पड़ा था। परिवार वालों ने पहले उसके रिवाल्वर को घर में छिपाया और उसे गायलावस्था में सेंट्रल हॉस्पिटल ले गए। जंहा से उसे बेहतर इलाज़ हेतु दुर्गापुर रेफर कर दिया गया।

इस बीच पुलिस ने उक्त युवती से भी सम्पर्क किया जिससे शाहिद का प्रेम प्रसंग चल रहा था। युवती ने बताया कि कल रात शाहिद उससे मिला था। वह मरने की बात कर रहा था। और , आज तड़के उसने खुद को गोली मार लिया। 

बहरहाल पुलिस अब भी मामले की जांच पड़ताल कर रही है। इस बीच शाहिद की हालत अब भी चिंता जनक बनी हुई है। उसके कनपटी में गोली लगी है जिस कारण काफी खून बह गया है।

भोजपुरी एक्ट्रेस का धनबाद के युवक ने किया यौन शोषण

भोजपुरी की एक्ट्रेस को युवक ने पहले प्रेम जाल में फंसाया, फिर किया यौन शोषण, पुलिस जुटी जांच में 




भोजपुरी एल्बम की एक अदाकारा ने धनबाद के गोधर निवासी विक्रम रवानी नामक युवक पर शादी का झांसे दे यौन प्रताड़ना का आरोप लगाया है। इस बावत उक्त अदाकारा ने धनबाद के बैंक मोड़ थाने में उसके विरुद्ध मामला दर्ज़ कराया है। पीड़िता द्वारा लिखित शिकायत मिलने के बाद पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गयी है।

पुलिस को दिये आवेदन में पीड़िता ने बताया है कि वह मूलतः सिलीगुडी की निवासी है। डेढ़ वर्ष पूर्व एक भोजपुरी एलबम में काम करने के दौरान उनकी मुलाकात विक्रम रवानी से हुई थी। विक्रम ने पहले उसे प्रेम जाल में फंसाया फिर शादी का झांसा देकर यौन शोषण किया।

अब जब पीडि़ता शादी की बात करती हैं तो आरोपी बिक्रम न केवल टाल मटोल कर रहा है बल्कि पीड़िता के साथ गाली गलौज और अभद्र व्यवहार तक करने पर उतारू हैं। हर तरफ से हार चुकी पीड़िता ने अंत में न्याय के लिए पुलिस का सहारा लिया है। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्यवाई करते हुए आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया है। 

कोडरमा : माले प्रत्याशी राजकुमार ने किया नामांकन

भाकपा माले प्रत्याशी राजकुमार यादव ने किया नामांकन

गिरिडीह: कोडरमा लोकसभा संसदीय सीट के लिए गुरुवार को भाकपा माले प्रत्याशी सह धनवार विधायक राजकुमार यादव ने अपना नामजदगी का पर्चा दाखिल किया। उन्होंने मुख्य निर्वाची पदाधिकारी सह उपायुक्त गिरिडीह राजेश पाठक को अपना नामांकन प्रपत्र सौंपा। इस मौके पर उनके साथ बतौर प्रस्तावक निरसा विधायक अरूप चटर्जी और समर्थक के रूप में पूर्व विधायक बिनोद सिंह, राजेश यादव, राजेश सिन्हा व जयंती चौधरी मौजूद थीं।

इसके पूर्व माले के हजारो कार्यकता गिरिडीह के झंडा मैदान में उपस्थित हुए और एक जुलुस की शक्ल में समाहरणालय पहुंचे। जंहा पूर्व से तैनात दंडाधिकारियों और पुलिस के जवानों ने सभी समर्थकों को समाहरणालय के मुख्य द्वार पर ही रोक दिया। बाद में प्रत्याशी और उनके प्रस्तावक व समर्थक  को दण्डाधिकारी ने अंदर प्रवेश की अनुमति दी।

मुख्य निर्वाची पदाधिकारी सह उपायुक्त गिरिडीह को कोडरमा के माले प्रत्याशी ने अपर समाहर्ता और अनुमण्डल पदाधिकारी की मौजूदगी में अपने नामाकन का प्रपत्र मात्र एक ही सेट में सौंपा। पूरी प्रक्रिया पूर्ण कर  समाहरणालय से निकल कर उनका काफिल एक बार पुनः झंडा मैदान पहुंचा जंहा एक महती जनसभा का आयोजन किया गया। जिसे निरसा में मासस विधायक अरूप चटर्जी, बगोदर के पूर्व माले विधायक बिनोद सिंह व धनवार विधायक सह माले के कोडरमा प्रत्याशी राजकुमार यादव समेत अन्य लोगों ने सम्बोधित किया।

धनबाद के वासेपुर में फिर गूंजा गोलियों की तड़तड़ाहट

धनबाद के वासेपुर में फिर चली गोली, जमीन कारोबारी गम्भीर


धनबाद का वासेपुर एक बार फिर से गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा।  गुरूवार अहले सुबह कतिपय अपराधियों ने जमीन कारोबारी सैय्यद शाहिद हुसैन को गोली मार दी। जिससे वह गंभीर रुप से घायल हो गये। आनन फानन में उन्हें इलाज हेतु धनबाद के सेंट्रल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। लेकिन स्थिति को गम्भीर देखते हुए चिकित्सकों ने उन्हें बेहतर इलाज़ हेतु दुर्गापुर मिशन हॉस्पिटल रेफर कर दिया है।

मिली जानकारी के अनुसार घटना अहले सुबह 5 बजे की है। अपराधियों ने जमीन कारोबारी शाहिद को घर से आरा मोड़ के पास बुलाया और उन पर ताबड़तोड़ गोलियों की बौछार कर दी। अहले सुबह हुई इस गोलीबारी से पुरे इलाके में सनसनी फैल गयी है। गोलियों की आवाज सुन लोग अपने घरों से बाहर निकले और घटना स्थल पर पहुंचे। लेकिन तब तक अपराधी घटना स्थल से फरार हो चुके थे। लोगों ने घायल शाहिद को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से उन्हें दुर्गापुर स्थाई मिशन हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया है।

बताया जा रहा है कि शाहिद की स्थिति नाजुक बनी हुई है। वहीं इस घटना के बाद पुलिस ने वासेपुर में गश्त बढ़ा दिया है। साथ ही इस गोलीबारी कांड की जांच कर रही है। फिलहाल किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है।