बता दें कि प्रवासी मजदूर सीताराम यादव आगरा में मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था। उनके आकस्मिक निधन से उनके परिवार जनों पर दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा है। आर्थिक संकट से जूझ रहे परिजन अब उनके पार्थिव शरीर को गांव लाने की तैयारी में जुटे हैं। लेकिन अर्थाभाव के कारण अब तक उसका पार्थिव शरीर गांव नहीं लाया जा सका है। परिवार वालों ने जिला प्रशासन व राज्य सरकार से उसके पार्थिव शरीर को गांव लाने की गुहार लगाया है।
इस बीच घटना की खबर मिलने पर राजद का प्रतिनिधि मंडल गांव पहुंचा और शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाते हुए उन्हें आर्थिक सहयोग किया और सरकार द्वारा मिलने वाला मुआवजा राशि दिलाने का आश्वासन दिया। राजद के प्रतिनिधि मंडल में जिलाध्यक्ष इरफान आलम के अलावे किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष गिरेंद्र प्रसाद यादव, जमुआ प्रखण्ड अध्यक्ष ललन यादव आदि शामिल थे।
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