रविवार, 1 जून 2025

जमीन विवाद में बुजुर्ग की कुदाल से मारकर हत्या, जांच में जुटी पुलिस

गिरिडीह(Giridih)। जमीन विवाद में एक भाई ने अपने 65 वर्षीय बुजुर्ग भाई के सिर में कुदाल से हमला कर व पीट-पीटकर हत्या कर दी। मृतक बुजुर्ग कार्तिक रविदास अपने गांव में समाजसेवी के रूप में विख्यात थे। वहीं शोर सुन बीच बचाव करने पहुंचे लक्ष्मण दास, रंजीत दास और राजन दास पर भी दूसरे पक्ष के देवनंदन दास, सुरेश दास, रधिया देवी, अशोक रविदास, रामकिशुन दास, पूरन दास, किशोरी दास और प्रदीप दास ने हरवे-हथियार से हमला किया। जिसमें वो तीनों भी गम्भीर रूप से घायल हो गए हैं। जिनका इलाज जारी है। घटना जिले के जमुआ थाना क्षेत्र के कारोडीह (लहंगिया) गांव की है।



मिली जानकारी के सनुसार कार्तिक रविदास शनिवार की देर शाम अपने घर वापस लौट रहे थे। वापसी के क्रम मे उनकी मुलाकात अपने चचेरे भाई देवनंदन दास से हुई। उन्होंने उससे विवादित जमीन को क्यों जोता? इसका कारण पूछा। कार्तिक के इतना पूछते ही देवनंदन अपना आपा खो दिया और दोनों के बीच बतकही और गाली गलौच शुरू हो गया। बात इतना बढ़ा की देवनंदन के परिवार के सुरेश दास, रधिया देवी, अशोक रविदास, रामकिशुन दास, पूरन दास, किशोरी दास और प्रदीप दास ने हरवे-हथियार से लैश होकर वहां पहुंच गए। उनके वहां पहुंचते ही देवनंदन ने कुदाल उठा कार्तिक के सिर पर पीछे से वार कर दिया। वार इतना घातक था कि कार्तिक के सिर से खून की धार बह निकला और वह वहीं बेहोश हो गिर गए। उसके बाद भी देवनंदन उन्हें मारता पीटता रहा।



शोर सुन कार्तिक का बचाव करने पहुंचे लक्ष्मण दास, रंजीत दास और राजन दास पर भी देवनंदन और उसके परिवार के लोगों ने जान लेवा हमला कर दिया। जिसमें तीनों गम्भीर रूप से घायल हो गए। वहीं घटना के बाद घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। लोगों ने आनन फानन में कार्तिक समेत सभी चारों घायलों को लेकर सामुदायिक स्वस्थ्य केन्द्र जमुआ पहुंचे। लेकिन वहां किसी भी डॉक्टर के उपस्थित नहीं रहने के कारण कार्तिक रविदास ने इलाज के अभाव में तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया। कार्तिक की मौत के बाद उनकी पत्नी समेत परिवार के अन्य सदस्यों का रो रो कर बुरा हाल था।



वहीं परिजनों में अस्पताल में जमकर हंगामा शुरू कर दिया। वहीं घटना की सूचना पाकर जमुआ थाना की पुलिस असप्तसल पहुंची और मृतक के शव को अपनी अभिरक्षा में लेकर पोस्टमॉर्टम हेतु गिरिडीह सदर अस्पताल भेजा दिया। वहीं पोता अमर कुमार दास के आवेदन पर जमुआ पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि मामला जमीन विवाद से जुड़ा है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।


मृतक के बेटे विजय दास का आरोप है कि जमुआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में किसी डॉक्टर के उपस्थित नहीं रहने के कारण उनके पिता का सही समय पर इलाज नहीं सका। जिस कारण उनकी मौत हो गई। उन्होंने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। इधर इस घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है।



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