प्रखंडवार खराब पड़े नलकूपों को दुरुस्त करने के प्रस्ताव को उपयुक्त ने दी प्रशासनिक स्वीकृति
गिरिडीह : गर्मी के मौसम में जिले के सुदूरवर्ती प्रखंडों में पेजलापूर्ती बाधित न हो इस हेतु कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल संख्या-2 ने पत्र प्रेषित कर चापाकल मरम्मत एवं सड़े राइजर पाइप के कारण बंद पड़े नलकूपों का प्रस्ताव तैयार कर उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा को आवश्यक कार्रवाई हेतु समर्पित किया।
प्रस्ताव के अनुसार सभी बन्द पड़े चापाकलों को दुरुस्त करने में 52.96102 लाख रुपए मात्र की अनुमानित खर्च बताया है। उपायुक्त ने उन सभी योजनाओं को त्वरित निष्पादन हेतु अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है।
कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल द्वारा उपायुक्त को भेजे गए प्रस्ताव में बताया गया है कि गांवा में नलकूपों की कुल संख्या 1609 है। जबकि बगोदर में 1829, सरिया में 1696,पीरटांड़ में 1829, डुमरी में 2484, गिरिडीह में 3143, बिरनी में 2051, तथा धनवार में कुल नलकूपों की संख्या 3144 है। कहा गया है कि जिले में कुल नलकूप 17,785 है जिसमे सड़े हुए राइजर पाइप के कारण 434 नलकूपों बन्द पड़े हैं। जिसे दुरुस्त करने का प्रस्ताव है और इसके लिये प्रशासनिक राशि 52,96102 खर्च होने का अनुमान है। उपायुक्त ने सभी खराब पड़े नलकूपों को त्वरित दुरुस्त करने का निर्देश दिया है।
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