शनिवार, 18 अप्रैल 2020

सब्र का टूटा बांध तो लोग पैदल निकले अपने घर की ओर

सब्र का  टूटा बांध तो लोग पैदल निकले अपने घर की ओर
जमुआ/गिरीडीह : बिहार के नवादा जिले के बालचंद ग्राम के दर्जनों प्रवासी मजदूर परिवार सहित धनबाद जिले के बरवाअड्डा में रह कर ईट बनाने का कार्य करते थे। इस लॉक डाउन में इतने दिनों से फंस कर किसी तरह वह अपने तथा अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे।लेकिन पुनः लॉक डाउन की अवधी बढ़ जाने पर वे सभी बीते 15 अप्रैल की देर रात अपने परिवार और सारा समान के साथ बिहार के नवादा स्थित अपने घर के लिए पैदल ही रवाना हो गए। 
शनिवार को जमुआ प्रखंड के बेरहाबाद पंचायत के अरवाटांड़ गांव पहुंचें इस जत्थे से गिरिडीह से जमुआ आ रहे प्रखंड कर्मी, पत्रकार एवं समाजसेवियों  उनकी मुलाकात हुई। जिन्होंने उन सबों से पूछ ताछ कर उनकी जानकारी हासिल किया। प्रखंड कर्मी जेम्स हेम्ब्रम ने उन्हें चितरडीह ग्राम लाये जहां पंचायत भवन के निकट चल रहे मुख्य मंत्री दीदी किचेन में सभी को भोजन करवा कर उन्हें अपने गंतब्य के लिए रवाना किये।

      प्रवासी मजदूर बीरू चौहान, सुरेश चौहान, तुलसी चौहान, घमंडी चौहान, रंजू देवी,समुंद्री कुमारी आदि ने बताया कि धनबाद जिले के बरवाअड्डा में हम सभी  लॉक डाउन में फंस गए जबकि ठीकेदार भी भाग गया। पड़ोसियों की मदद से इतना दिन बिताए लेकीन अब लगा कि हमलोगों को किसी तरह अपना घर जाना चाहिए नही तो भूख से मर जायेंगे। तब हम सभी पैदल ही चल दिये। बताया कि आज चौथा दिन है और घर पहुंचने में चार दिन और लगेगा। 
       मौके पर जमुआ प्रखंड कर्मी जेम्स हेम्ब्रम, जनसेवक नित्यानंद चौधरी, पत्रकार प्रमोद गुप्ता, मो.ईकबाल एवं स्थानीय निवासी बिरजू प्रसाद कुशवाहा आदि ने उन सभी प्रवासियों काआर्थिक मदद किया।

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